भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पंचम पुण्यतिथि : अटल जी उनमें से थे जो भारत की अखंडता एकता और समानता के लिए चिंतन-मनन और प्रयत्न करते थे, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने दी श्रध्दांजलि

” हार नहीं मानूंगा रार नहीं ठानूंगा, काल के कपाल पर लिखता हूं मिटाता हूं गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं” और ‘गिलगित से गारो पर्वत तक अखंड भारत बनायेंगे’ भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की यह पंक्तियां उनके हृदय की विशालता विराटता और भविष्य की दूर दृष्टि को इंगित करने के लिए पर्याप्त हैं। 

जननायक पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पंचम पुण्यतिथि पर शत शत नमन। अपने जीवन का क्षण-क्षण और शरीर का कण-कण देश, संगठन व विचारधारा को पूर्णतः समर्पित कर देना इतना आसान नहीं होता। अटल जी को हम सब ने एक आदर्श स्वयंसेवक, समर्पित कार्यकर्ता, कवि, ओजस्वी वक्ता व अद्भुत राजनेता के रूप में देखा। 

भाजपा के संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष के नाते उन्होंने संगठन को अपने तप और अथक परिश्रम से सींच कर एक वटवृक्ष बनाया। आज वह वट वृक्ष देश की प्रगति विकास अखंडता और विश्वास का प्रतिबिंब बन गया है। 

अटल जी की छवि इस देश के एक ऐसे जनप्रिय राष्ट्रीय नेता के रूप में उभरी जिसने सत्ता को सेवा का माध्यम माना और राष्ट्रहितों समझौता किये बगैर बेदाग राजनीतिक जीवन जिया। और यही वजह रही कि देश की जनता ने अपनी सामाजिक और राजनीतिक सीमाओं से बाहर जा कर उन्हें प्यार और सम्मान दिया। 

जहां एक तरफ अटल जी ने विपक्ष में जन्मी पार्टी के संस्थापक व सर्वोच्च नेता के रूप में संसद और देश में एक आदर्श विपक्ष की भूमिका निभाई वहीं प्रधानमंत्री के रूप में देश को एक निर्णायक नेतृत्व भी प्रदान किया। अटल जी ने अपने विचारों और सिद्धांतों से भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी है।

विचारधारा के लिए समर्पित एक स्वयंसेवक व संगठन के एक अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में अटल जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। एक ऐसे विरले राजनेता,प्रखर वक्ता,कवि और अभिजात देशभक्त,भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी अपितु पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति थी।

अटल जी उन महान विभूतियों में से थे जो कहते थे गिलगित से गारो पर्वत तक अखंड भारत बनायेंगे। वे भारत की अखंडता एकता और समानता के लिए चिंतन-मनन और प्रयत्न करते थे, अटल जी के विचार, उनकी कविताएं, उनकी दूरदर्शिता और उनकी राजनीतिक कुशलता सदैव हम सबको प्रेरित व मार्गदर्शित करती रहेंगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेई जी की पुण्य तिथि पर मुख्यमंत्री आवास में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। भारतीय राजनीति के ऐसे शिखर पुरुष को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूँ। ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज संस्थान की ओर से भावभीनी श्रध्दांजलि और नमन् ✍️हरीश मैखुरी