उत्तर प्रदेश – हाथरस : हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई में गांव आयोजित एक बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई, इसमें 122 लोगों की मृत्यु का समाचार है, मरने वालों में अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे शामिल हैं, इस घटना में दर्जनों श्रद्धालु घायल भी हुए हैं। सीएमओ ने इसकी पुष्टि की है,घटना की सूचना मिलने के उपरांत उच्च अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।
1.*हाथरस घटना के बाद पूरा देश शोकाकुल: अब तक 122 की मौत, 150 घायल-मीडिया रिपोर्ट में दावा; सरकारी आंकड़ों में 107 की मौत, 18 घायल; PM मोदी ने CM योगी से जाना हाल-जताया शोक, कल घटनास्थल जाएंगे CM, मौके पर 2 मंत्री, मुख्य सचिव और DGP मौजूद; 2-2 लाख मुआवजे का ऐलान; शवों को देख हार्टअटैक से पुलिसकर्मी की मौत*
2.*हाथरस के लोमहर्षक घटना का कारण : साकार हरि बाबा, जी हां मच पर जूते पहने यही पूर्व पुलिस कर्मी अब रंग बदल कर स्वयंभू बाबा बन गया है। ये बाबा भी चंगाई देने वाले इसाई धर्मांतरण कारी प्रीष्टों की तरह ही ड्रामेबाज बताया जा रहा है। यही संदिग्ध साकार बाबा 122 लोगों की मृत्यु का कारण समझा जा रहा है। क्योंकि इस बाबा के काफिले को निकालने के चक्कर में मची भगदड़, सेवादारों ने रोक दिए थे 50 हजार अनुयायी, हेलिकॉप्टर से था बाबा पर फूल बरसाने का कार्यक्रम, धूर्त बाबा के पास है अपनी फौज; ये पाखंडी बाबा पहले दरोगा रह चुका है। और वर्तमान में इस ठग का कार्य नाम दान देने के बहाने सनातनियों को वेदच्युत और संस्कार विहीन करना संध्या पूजन यज्ञोपवित हवन से विरत करना है। ये पाखंडी खुद को भगवान का अवतार बताया करता है। इसलिए इस प्रकरण की जांच फोरेंसिक व उच्चस्तरीय जांच सभी ऐंगिल से की जानी चाहिए। जिससे शीघ्र इस दर्दनाक घटना का अनावरण हो जाय। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटना का पल पल अपडेट ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने संसद में घटना पर दुख प्रकट करते हुए प्रत्येक संभव केन्द्रीय सहायता का आश्वासन दिया है। हमारा मानना है कि यदि ये पाखंडी साकार इतना ही बड़ा चमत्कारी बाबा है तो अपने सत्संग में आये हुए अकारण मारे गए निर्दोष श्रद्धालुओं को क्यों नहीं बचा सका! उन्हें पुनर्जीवित क्यों नहीं कर पाया! इस लिए इस पाखंडी ठग की संपत्तियों सहित सभी दृष्टिकोण से जांच होनी आवश्यक है जिससे इस लोमहर्षक कांड का पूरी तरह अनावरण हो सके। ✍️हरीश मैखुरी