जिले की नहीं राज्य की तरक्की सबसे पहले: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रानीखेत समेत चार नए जिलों की घोषणा से साफ इनकार कर दिया। दो टूक कहा कि पहले राज्य की तरक्की। प्रदेश को पहले विकसित करना हमारी प्राथमिकता है। विकास कार्यो पर फोकस किए बगैर घोषणाएं कतई ठीक नहीं। नरसिंह मैदान में संक्षिप्त बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि नए जिलों के गठन पर फिलहाल कोई विचार नहीं चल रहा। जहां तक घोषणा की बात है, बेहतर होगा कि पहले विकास पर ध्यान दिया जाए। प्रदेश में विकास कार्य होंगे नहीं और नए जिलों की घोषणा कर दी जाए, यह ठीक नहीं।

रानीखेत में पूर्व सैनिक सम्मेलन के बाद सीएम ने छावनी परिषद के बहुउद्देशीय भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लिया। रानीखेत विधानसभा सीट गवाने का दर्द बयां करते हुए कहा, यह जीत जाते तो विधानसभा में हमारे 57 नहीं पूरे 58 विधायक होते। कार्यकर्ताओं को नसीहत दी कि कहां कमी रह गई, मंथन करें। दूर करें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से सरकार व सीएम ऐप पर ज्यादा से ज्यादा सुझाव व समस्याएं बताने को कहा। केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाई तो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर राज्य को लूटने का आरोप लगाया।

साथ ही कार्यकर्ताओं से कोसी पुनर्जनन अभियान से जुड़ने का आह्वान किया। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा, राज्य व केंद्र सरकार बेहतर काम कर रही हैं। विपक्षियों की घेराबंदी करते हुए कहा कि साप व नेवले की दोस्ती हो चुकी है। उन्होंने विपक्ष पर परिवारवाद का आरोप भी लगाया। इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भट्ट व कार्यकर्ताओं ने सीएम का गर्मजोशी से स्वागत किया। बहुद्देश्यीय भवन सभागार में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मंच पर अराजकता सा माहौल रहा। इस पर प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने तल्ख तेवर अपनाते हुए कार्यकर्ताओं को मंच तत्काल मंच खाली करने तथा मुंह बंद रखने की हिदायत दी।