द्यबता उच्याणा परखाणा और देवी की चौखट आदि परा भौतिकी का विषय है?

हरीश मैखुरी 

समाज में द्यबता उच्याणा परखाणा और देवी की चौखट आदि परा भौतिकी अथवा मैटा फिजिक्स का विषय है,  और सिर्फ भौतिक या रसायन विज्ञान की सीमित व छोटी दुनियां का सच समझने वाले महानुभावों की समझ से आगे की बात है, लेकिन ये है ये भी अपने आप में परफेक्ट पैथी। जिनका इलाज सफेद पीली लाल हरी गोली खाने से नहीं होता है। वे इस पद्धति की शरण में जाते हैं। तरीके अलग अलग और हमारी समझ से विलग हो सकते हैं। लेकिन बहुत अधिक और तत्काल असरकारी होने के कारण आज भी बहुत प्रचलित हैं। तंत्र मंत्र और देवीय आवेश के विडियो में एक बात गौर करने लायक दिखी लोहे की झांझर से पिटने और बुरी तरह बाल नोचे जाने के बावजूद महिलाओं को दर्द महसूस नहीं हो रहा। हमने एक सैनिक कालोनी की विशिष्ट घटना देखी है – जिसमें कोई सूक्ष्म शरीर ( सैयद) आकर एक नव विवाहिता से जबरन शारीरिक संबंध बनाता था। वो महिला दम घुटने से परेशान और पसीना पसीना हो जाती थी, बहुत बड़े बड़े डाक्टरों व मनोचिकित्सकों को दिखाया गया परन्तु कुछ लाभ नहीं हुआ। तब उसने ये डरते मरते अपने सैनिक पति को ये बात बताई, फिर अरूणाचल के किसी जणगुरू ने मौका ए बारदात पर उसे ऐसे ही पकड़ कर उस सैयद से तौबा करवाया। उसके बाद सैयद ने अपने वादे के अनुसार उससे संबंध तो नहीं बनाये लेकिन वो उसके बाद भी काफी समय तक उसे देखने आता रहा। फिर धीरे धीरे उसका मोह छूटा… एक जिम्मेदार पत्रकार होने के बावजूद मुझे इस विषय में सब लिखने का दुस्साहस करना पड़ा है, लेकिन ये भी सच है।