राष्ट्रीय संत जैन मुनि तरुण सागर अनंत यात्रा पर, संल्लेखना समाधि पर थे

राष्ट्रीय संत मुनि श्री तरुण सागर जी

नहीं  रहे राष्ट्र संत मुनि तरुण सागर !!
एक महान चिंतक,विद्वान,तपस्वी और समाजसेवी संत को भारत ने खो दिया।

आज सुबह 3:18 बजे ली आखिरी साँस

भारतियों के प्रमुख आध्यात्मिक गुरु प्रातः स्मरणीय संत तरुण सागर का निधन हो गया है।
ॐ शांति, शांति, शांति……?

वे संल्लेखना समाधि पर थे और सप्ताह भर पहले से ही आजीवन के लिए अन्न जल त्याग दिया था 

देश दुनिया में कड़वे प्रवचन के लिए प्रसिद्ध जैन मुनि श्री तरुण सागर जी महाराज गंभीर रूप से बीमार थे । डाक्टरों ने उन्हें जबाव दे दिया था  । मुनिश्री अपने गुरु की आज्ञा से संल्लेखना समाधि पर थे उन्होंने आजीवन के लिए अन्न-जल का त्याग कर दिया था  दिल्ली में कई जैन संत उनकी समाधि कराने उनके पास पहले ही पहुंच गये थे 

 

?मुनिश्री तरुण सागर जी महाराज? के पावन चरणों में शत शत नमन।
आप के उपदेश, और कडवे प्रवचनों के माध्यम से आप सदा के लिए हमारे दिल और दिमाग में रहेंगे।