चमोलीः डीएम ने किया औचक निरीक्षण, दो डाॅक्टर सहित चार कर्मचारी मिले

चमोली। जिलाधिकारी आशीष जोशी ने आज विकासखण्ड पोखरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं विकासखण्ड कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के दौरान दो डाॅक्टर सहित चार कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थिति पंजिका के निरीक्षण में चिकित्सक डाॅ. सतोष, डाॅ. सतेन्द्र कण्डारी सहित बीएलए दिगविजय सिंह रावत, बीएमपी राहुल बिष्ट, आर्युवेदिक फार्मेसिस्ट विजय किमोठी व एलएमओ डा. रीना बदानी अनुपस्थित पाये गये। जिस पर जिलाधिकारी ने सभी अनुपस्थित कार्मिकों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये है। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मौजूद सुविधाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में फैली गन्दगी पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश अस्पताल प्रशाासन को दिये। वार्डो में गन्दे बिस्तरों को देखते हुए कडी फटकार लगायी तथा शीघ्र साफ-सफाई करने के निर्देश दिये। अस्पताल में एक साल से पडी स्टैक्चर डोली संबधित ग्राम पंचायतों को अभी तक न वितरित करने पर भी फटकार लगाई। वहीं उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रत्येक बुधवार को किये जाने वाले टीकाकरण के संबध में भी जानकारी ली।

       विकासखण्ड कार्यालय पोखरी का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने मनरेगा, आधार कार्ड सीडिंग, आजीविका मिशन, मेरा गांव मेरी सड़क आदि योजनाओं के तहत किये गये कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने छूटे हुए 115 श्रमिकों के आधार कार्ड सीडिंग के कार्य को 30 मई तक पूरा करने के निर्देश बीडीओ को दिये। मेरा गांव मेरी सड़क के तहत ऐरास व सरना गावं में निर्माणाधीन एक-एक किलोमीटर सड़क के कार्य को 20 जुलाई तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिये। आजीविका मिशन के तहत बनाये गये समूहों को सक्रिय करते हुए समूहों को सब्जी उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, बागवानी, फूलों की खेती आदि से जोड़ने की बात कही। कहा कि बद्रीनाथ मंदिर में गेंदे के फूलों की अधिक डिमांड रहती है। यहाॅ के काश्तकारों को इसके लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी को गठित समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यो की रिर्पोट भी शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। पीएम आवास, इन्दिरा आवास, दीनदयाल आवास के लाभार्थियों की भी जानकारी ली। उन्होंने मनेरेगा के तहत किये जा रहे कार्यो में जल संचय एवं सम्र्वद्धन पर विशेष फोकस करने के भी निर्देश दिये।