बैंक को लगाया एक करोड़ का चूना

देहरादून में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौ जालसाजों ने लोन लेकर दून स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की धर्मपुर शाखा को करीब एक करोड़ रुपये की चपत लगाई। जिसका पता उस समय चला जब लोन की किस्त मिलना बंद होने के बाद विभागीय जांच हुई। मामले में बैंक ने तत्कालीन शाखा मैनेजर और लोन मैनेजर को दोषी करार देते हुए पहले ही बर्खास्त कर दिया है। अब फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लेने वाले नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। इस मामले में बैंक अधिकारियों ने बुधवार को एसएसपी से मुलाकात की।

जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 में देहरादून के 12 लोगों ने बैंक ऑफ बड़ौदा की धर्मपुर शाखा से अलग-अलग व्यवसाय, कार व घर आदि के लिए लोन लिया। उन्होंने दो-तीन साल तक तो नियमित रूप से लोन की किस्त चुकाई, मगर बाद में 12 में से नौ लोगों ने किस्त देना बंद कर दिया। बैंक ने इन लोगों से वसूली की प्रक्रिया शुरू की तो पता चला कि लोन लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। जिस उद्देश्य के लिए लोन लेना दर्शाया गया, वह कार्य हुआ ही नहीं।

इसके बाद बैंक ने विभागीय जांच बैठाई तो मामले में तत्कालीन शाखा मैनेजर और लोन मैनेजर की भी संलिप्तता पाई गई। जिसके बाद बैंक ने दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर उनके खिलाफ बड़ौदा में ही मुकदमा दर्ज किया है। मुख्यालय के निर्देश के बाद अब बैंक लोन लेने वाले जालसाजों के खिलाफ मुकदमे की तैयारी कर रही है। एक बैंक अधिकारी ने बताया कि लोन की राशि करीब एक करोड़ रुपये है।