गुरू राम राय विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री धामी ने कहा जीवन का परिष्कार हो शिक्षा का उद्देश्य, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने की दून स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों की समीक्षा कार्यों की गुणवत्ता और समय सीमा तय करें अधिकारी, मुख्यमंत्री धामी के प्रयासों से उत्तरप्रदेश के साथ परिसंपत्तियों में एक और उपलब्धि

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पटेल नगर स्थित श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में शोद्यार्थियों एवं स्नातक एवं स्नात्कोत्तर के विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की। इस अवसर पर वर्ष 2017 से 2022 तक के स्नातक के 3290, स्नात्कोत्तर के 2009 एवं शोध के 34 दीक्षार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई।   

 मुख्यमंत्री ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी दीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि शिक्षा ग्रहण करने के बाद हमारे ये युवा जिस भी क्षेत्र को चुनेंगे, उस क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करेंगे एवं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि दीक्षान्त समारोह विद्यार्थियों के जीवन के लिए हमेशा से एक विशेष अवसर होता है। विद्यार्थी काल व्यक्ति के जीवन का एक ऐसा पड़ाव होता है जहां पर पहुंचकर हमें यह अहसास होता है कि जीवन यात्रा का लक्ष्य क्या है। इस यात्रा में हम कई असाधारण क्षणों का अनुभव करते हैं और इस यात्रा की यादें जीवन भर ताजा रहती हैं। जीवन में कुछ पाने के लिए हमेशा मन में सीखने की इच्छा को बनाकर रखना चाहिए क्योंकि ज्ञान का कोई अंत नहीं होता है। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि “जिस शिक्षा से जीवन में पैरों पर खड़ा हुआ जा सके, हम अपना जीवन निर्माण कर सकें, मनुष्य बन सकें, चरित्र गठन कर सकें और विचारों का सामंजस्य कर सकें, वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है।“

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु राम शिक्षा मिशन की स्थापना 1952 में श्री महंत इंदिरेश चरण दास जी महाराज द्वारा समाज के सभी वर्गों के छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए की गई थी। आज यह मिशन उत्तर भारत में सैकड़ों संस्थानों में नर्सरी से पी.एच.डी. तक लाखों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। मिशन के अध्यक्ष, श्री महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने श्री मंहत इंदिरेश अस्पताल, श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज, स्कूल ऑफ नर्सिंग और स्कूल ऑफ पैरामेडिकल साइंस शुरू करके समाजसेवा के क्षेत्र में नए आयाम जोड़े हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में संपूर्ण विश्व न केवल हमारी शक्ति और ज्ञान परंपरा से परिचित हो रहा है बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में हमारा अनुसरण करने को भी तत्पर है। आज पूरा विश्व हमारे युवाओं के सामर्थ्य से लाभान्वित होने के लिए लालायित है।आज का नया भारत अपनी प्राचीन शैक्षणिक व सांस्कृतिक पद्धति को केंद्र में रखते हुए नए बदलावों की ओर अग्रसर है। हम आजादी के अमृतकाल में प्रवेश कर गये हैं। हम सबको प्रण करना होगा कि हम अपने कार्यों से देश और समाज के लिए अहम योगदान दें। 

 

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उपाधि प्रदान करने वाले सभी दीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अब हमारे इन युवाओं पर समाज के लिए योगदान देने की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि महन्त इंदरेश अस्पताल में अभी तक आयुष्मान योजना के तहत 91 हजार से अधिक लोगों का ईलाज हो चुका है। संस्थान शिक्षा के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए जल्द ही देश दुनिया के विख्यात 20 विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू किया जायेगा। 

इस अवसर पर विधायक श्री विनोद चमोली, श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. यू.एस. रावत, विश्व विद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डी.पी. सिंह एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे। 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी जी के विशेष प्रयासों पर उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा जनपद हरिद्वार में उत्तरप्रदेश, सिंचाई विभाग के अधीन भूमि को माँ गंगा स्वच्छ्ता व निर्मलता हेतु अत्यधिक महत्वपूर्ण KfW  परियोजना में प्रस्तावित सीवेज पम्पिंग स्टेशनों के निर्माण हेतु रू 1.00 वार्षिक लीज रेन्ट पर देने के लिए सहमति प्रदान की है, जोकि काफी समय से लम्बित थी। गौरतलब है कि गंगा नदी के पानी की गुणवत्ता में सुधार हेतु ‘‘गंगा बेसिन राज्यो में पर्यावरणीय अनुकूल नगर विकास कार्यक्रम‘‘ के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य के हरिद्वार एवं ऋषिकेश नगरों में सीवर नेटवर्क को सुदृढ़ किये जाने हेतु KfW  विकास बैंक द्वारा वित्त पोषित 120 मिलियन यूरो की KfW परियोजना क्रियान्वित की जा रही हैं। परियोजना का कार्य जल्द ही धरातल पर प्रारम्भ होने वाला है। परियोजनान्तर्गत पैकेज 01 (हरिद्वार) एवं पैकेज 05 (ऋषिकेश) हेतु निविदाएं आमंत्रित कर दी गयी हैं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी द्वारा परियोजना की निरन्तर समीक्षाएं एवं परियोजना के सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है।  

     मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी की पहल पर ही उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा परियोजनान्तर्गत प्रस्तावित बैरागी कैम्प (ज्ञान गौशाला के निकट) 0.3 एम. एल. डी. सीवेज पम्पिंग स्टेशन (एस. पी. एस) के निर्माण हेतु 500 वर्ग मीटर भूमि एवं सूखी नदी (रानीपुर रौ के रपटे के निकट ) 12.4 एम. एल. डी. सीवेज पम्पिंग स्टेशन (एस. पी. एस) के निर्माण हेतु 500 वर्गमीटर भूमि जो कि उत्तरप्रदेश, सिंचाई विभाग के अधीन है, उत्तराखंड सरकार को रू 1.00 वार्षिक लीज रेन्ट पर उपलब्ध कराए जाने की सहमति प्रदान की गई है।

     मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इसके लिये उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया, साथ ही बताया कि यह परियोजना माँ गंगा स्वच्छ्ता व निर्मलता के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

 

     इस अवसर पर श्री उदय राज सिंह, अपर सचिव, पेयजल (नमामि गंगे) द्वारा बताया गया कि विगत माह में KfW परियोजना फेस II  के लिए 30 मिलियन यूरो हेतु जर्मन विकास बैंक व राज्य सरकार के मध्य अनुबन्ध हस्ताक्षरित किया गया, जिसके अन्तर्गत शेष बचे क्षत्रों में सीवर नेटवर्क को सुदृढ़ किया जायेगा।

 *देहरादून 11 अप्रैल, 2023(सू. ब्यूरो)*

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में देहरादून स्मार्ट सिटी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने सम्बन्धित अधिकारियों को देहरादून की सड़कों से जल निकासी व्यवस्था मानसून सीजन से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसे कार्यों, जिन से आमजन को असुविधा हो, को प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित समयसीमा से पूर्व पूर्ण किए जाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि नाईट शिफ्ट में श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर कार्य पूर्ण कराए जाएं। मुख्य सचिव ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी श्रीमती सोनिका को निर्देश दिए कि अगले 15 दिनों में सड़कों के क्रॉस कनेक्शन सम्बन्धी कार्य पूर्ण कराए जाने हेतु सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देशित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों की डामरीकरण के बाद पुनः खोदने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

 

मुख्य सचिव ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत जो कार्य पूर्ण होने की कगार पर हैं उनको शीघ्र समाप्त कर जारी परियोजनाओं पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सड़क, स्मार्ट पोल और एकीकृत जल निकासी प्रणाली सभी विभाग आपसी सामंजस्य से कार्य करते हुए निर्धारित समय में करना सुनिश्चित करें।

 

जिलाधिकारी देहरादून एवं सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती सोनिका ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत कुल 22 प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं, जिनमें से 14 पूर्ण किए जा चुके हैं और 8 प्रोजेक्ट्स पर कार्य गतिमान है। उन्होंने कहा ऑनगोईंग प्रोजेक्ट्स पर निर्धारित समयसीमा के अंदर पूर्ण कर लिया जाएगा। 

इस अवसर पर निदेशक यातायात श्री मुख्तार मोहसिन, एसपी ट्रेफिक श्री अक्षय प्रह्नाद कोण्डे सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।