लोक परम्परा को आगे बढ़ाने में कलाकारों- मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों के लिये प्रदान की 52 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति,राज्य सरकार के निर्णय से प्रदेश में ठेली – रेडी वाले व्यवसायों को मिलेगी बड़ी सहायता

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड के कलाकारों के दल ने भेंट की। इस अवसर पर उत्तराखंड में लोक कला एवं लोक संस्कृति को बढ़ावा देने पर बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा की लोक परम्परा को आगे बढ़ाने में कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किसी भी क्षेत्र की पहचान में वहां की लोक संस्कृति, बोली एवं लोक परम्परा का अहम योगदान होता है। जन चेतना से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जागरूकता में हमारे कलाकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस अवसर पर उत्तराखंड के कलाकारों के दल में श्री कमल भंडारी, श्री जितेंद्र पंवार, श्री पदम गुसाईं, श्री रवि गुसाईं एवं अन्य कलाकार मौजूद थे।

 *मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों के लिये प्रदान की 52 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के अन्तर्गत विकास कार्यों हेतु वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र सल्ट के अन्तर्गत खैरना- रानीखेत- रामनगर मोटर मार्ग के किमी० 93 से ग्राम सौराल के तोक बगडिया तक मोटर मार्ग के निर्माण हेतु 22.50 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र सल्ट के अन्तर्गत कैहड़गांव जगोई शिव मंदिर होते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र तक मोटर मार्ग का पुल सहित निर्माण कार्य हेतु 11 करोड़ 30 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र रामनगर के अन्तर्गत रामनगर रिंग रोड का पुनः निर्माण एवं सुधार कार्य हेतु 7 करोड़ 51 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र ज्वालापुर के अन्तर्गत ग्राम हद्दीपुर ग्रांट से शेखवाला ज्योतिगढ़ तक मोटर मार्ग के निर्माण हेतु 01 करोड़ 76 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र रूद्रपुर के अन्तर्गत एनएच-74 से विकासखण्ड कार्यालय रूद्रपुर होते हुए एचनएच-87 तक मार्ग का हॉटमिक्स द्वारा निर्माण हेतु 72 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र बद्रीनाथ के अन्तर्गत घांघरिया से श्री हेमकुण्ड साहिब पैदल मार्ग सहित रैलिंग व सतह मरम्मत का कार्य हेतु 1 करोड़ 92 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र बद्रीनाथ के अन्तर्गत मुख्यमंत्री घोषणा के अन्तर्गत विभिन्न 02 निर्माण कार्यों हेतु 5 करोड़ 69 लाख रूपय, विधानसभा क्षेत्र खटीमा के अन्तर्गत विभिन्न 04 निर्माण कार्यों (1) अंजनिया होते हुऐ 17 मि चौराहे तक नवनिर्माण / डामरीकरण (2) राज्यमार्ग संख्या 70 के किमी0 48, 49 एवं 50 में नवीनीकरण का कार्य (3) छिनकी से गाजो होते हुए जंगल की ओर इण्टर लॉकिंग टाईल्स द्वारा मार्ग निर्माण (4) ग्राम श्रीपुर बिछुवा होते हुए नालापार वनकटिया से देवरी तक मार्ग के निर्माण हेतु 2 करोड़ 17 लाख रूपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र अल्मोड़ा के अन्तर्गत हवालबाग में सांई मंदिर से धार की तूनी तक मार्ग में डामरीकरण एवं सुधारीकरण हेतु 66 लाख 31 हजार रूपये, विधानसभा क्षेत्र प्रतापनगर में विभिन्न 03 कार्यों (1) ढुंग पंजारगांव मोटर मार्ग (2) खलेंटी से राजू की सारी खुड्डे से तहसील तक सड़क (3) ग्रामसभा गैरी से बैथाण नामे तोक के लिए मोटर मार्ग का निर्माण हेतु 1 करोड़ 20 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर के अन्तर्गत विभिन्न 02 कार्य (1) वार्ड नं0-70 लक्खीबाग के आंतरिक मार्गों का निर्माण (2) क्लेमनटाउन स्थित बुद्धा मंदिर के समीप तासीकिल मोनेस्ट्री की आंतरिक मार्गों का निर्माण हेतु 1 करोड़ 20 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र लोहाघाट के अन्तर्गत सांगू धिंघारूकोट मोटर मार्ग का बांस बसवाड़ी तक विस्तार कार्य हेतु 48 लाख 70 हजार रूपये, विधानसभा क्षेत्र नानकमत्ता के अन्तर्गत विभिन्न 02 कार्यों हेतु 1 करोड़ 20 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र चमोली के अन्तर्गत विभिन्न 02 निर्माण कार्यों हेतु 1 करोड़ 44 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र कपकोट के अन्तर्गत विभिन्न 04 निर्माण कार्यों (1) दोबाडकर्मी बघर ढोक्टीगांव मोटर मार्ग से रिखाड़ी बाछम तक मिलान (2) ग्राम फुलवारी चीराबगड़ तक 08 किमी० मोटर मार्ग (3) ग्राम मल्ला वाछम सरनी पिण्डरपुल से वाछल मल्ला गांव तक मोटर मार्ग (4) ग्राम सकन्यूडा तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य हेतु 1 करोड़ 78 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र झबरेड़ा के अन्तर्गत विभिन्न 21 कार्यों हेतु 11 करोड़ 67 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र कर्णप्रयाग के अन्तर्गत ग्राम रतूड़ा गांव से धार से झलमंगरा तक लिंक रोड का निर्माण कार्य हेतु 19 लाख 68 हजार रूपये, विधानसभा क्षेत्र घनसाली के अन्तर्गत मुख्यमंत्री जी की घोषणान्तर्गत कोट से चौठारा होते हुए हूण तक मोटर मार्ग के नव निर्माण हेतु 73 लाख 55 हजार रूपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बालगंगा महाविद्यालय केमर, टिहरी गढ़वाल में संचालित स्ववित्त पोषित 05 विषयों को अनुदान सूची में सम्मिलित किये जाने व 07 पदों के सृजन की भी स्वीकृति प्रदान की है।

 *मुख्यमंत्री ने खटीमा मंडी में धान क्रय केन्द्रों का किया निरीक्षण, किसानों की सुनी समस्यायें।*

*राजकीय आश्रम पद्धति जनजाति स्कूल के निर्माणाधीन भवन तथा खटीमा में निर्माणाधीन शहीद स्मारक स्थल का भी किया निरीक्षण।*

*नागरिक चिकित्सालय खटीमा में मरीजों का जाना हाल-चाल, अस्पताल की व्यवस्थाओं का लिया जायजा।*

*ग्राम पहेनिया खटीमा में नये बस अड्डे के निर्माण स्थल का भी किया निरीक्षण।*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को अपराह्न में खटीमा पहुंचे। उन्होंने निर्माणाधीन आश्रम पद्धति जनजाति विद्यालय खटीमा के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया तथा संबंधित कार्यदायी संस्था एवं अधिकारियों को निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने खटीमा कृषि उत्पादन मंडी में धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया और वहां रखे नमी यंत्र की गुणवत्ता को भी देखा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्रय केंद्रों पर किसानों के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कांटे में रखकर धान तोल यंत्र का भी निरीक्षण किया व मंडी में किसानों से वार्ता कर उनकी समस्यायें भी सुनी तथा उसके निराकरण के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने खटीमा में नवनिर्मित एकलव्य स्कूल भवन का अवलोकन किया नागरिक चिकित्सालय खटीमा मैं पहुंच कर उन्होंने आयुष विभाग की आकस्मिक सेवाओं का औचक निरीक्षण किया। वहां भर्ती मरीजों से उनके स्वास्थ्य के बारे हालचाल पूछा उन्होंने नागरिक चिकित्सालय में स्थापित हो एक हजार क्षमता वाले गैस प्लांट का भी निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्माणाधीन शहीद स्मारक के निर्माण कार्यों का अवलोकन भी किया तथा संबंधित अधिकारियों को कार्यों में गति लाने के निर्देश देते हुए कार्यों में गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान रखे जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने पुराना अस्पताल खटीमा में अस्थाई सैनिक कैंटीन के निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया तथा कर्नल चंद्रा से फोन पर वार्ता कर 9 नवंबर से पहले कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री द्वारा भ्रमण के दौरान स्थानीय लोगों से भी बातचीत की तथा लोगों का हालचाल जाना।

मुख्यमंत्री ने स्थानीय मार्केट खटीमा में ठेले पर मूंगफली का भी स्वाद लिया तथा मूंगफली विक्रेता श्री चिरौंजी से उनका हाल-चाल भी पूछा उन्होंने कहा कि इस दुकान पर आने से पुरानी यादें ताजी हो गई। मुख्यमंत्री ने हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की भी कामना की।
 *” मुख्यमंत्री स्वरोजगार नैनो योजना” में अब 50 हज़ार तक मिल सकेगा ऋण और 20 हज़ार तक का अधिकतम अनुदान*

*राज्य सरकार के निर्णय से प्रदेश में ठेली – रेडी वाले व्यवसायों को मिलेगी बड़ी सहायता*

उत्तराखंड में छोटे व्यवसायियों एवं उद्यमियों को मजबूत बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड शासन ने *मुख्यमंत्री स्वरोजगार नैनो योजना* का संशोधित शासनादेश जारी कर दिया है।
पूर्व के शासनादेश को संशोधन करते हुए योजना के अंतर्गत ऋण देने की सीमा को 50 हज़ार रुपए तक बढ़ा दिया गया है।

*मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस योजना को संशोधित करने के पीछे का मकसद प्रदेश में छोटे उद्यमी एवं व्यापारियों को आत्मनिर्भर और उन्हें मजबूत करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में ऋण सीमा बढ़ाने से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सभी फल रेड़ी, सब्ज़ी, चाय ठेली, दर्जी, प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, मोबाइल रिपेयरिंग, मोबाइल रिचार्ज, पेपर बैग निर्माण, छोटी बेकरी शॉप, लॉन्ड्री जैसे व्यवसाय से जुड़े लोग लाभान्वित होंगे।*

सचिव उद्योग अमित नेगी ने उक्त योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत सरकार द्वारा दिए जाने वाले अनुदान हेतु प्रदेश में 5 श्रेणियाँ क्रमश: * ए, बी, बी+ , सी और डी* निर्धारित की गई हैं।

*श्रेणी ए* में पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमोली, चंपावत रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिले को शामिल किया गया है। इस श्रेणी में सामान्य अभ्यर्थियों को ( परियोजना की लागत पर) *35 प्रतिशत अधिकतम 17500 हज़ार रुपए* एवं अनुसूचित जाति / अनु जनजाति / भूतपूर्व सैनिक / महिला / दिव्यांग पिछड़ा वर्ग/अल्पसंख्यक श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु *40 प्रतिशत अधिकतम 20 हज़ार रुपए* का अनुदान दिया जाएगा।

इसी प्रकार *श्रेणी बी और बी +* में अल्मोड़ा, पौड़ी गढ़वाल और टिहरी गढ़वाल के मात्र पर्वतीय बहुल विकासखण्ड ( श्रेणी बी में वर्गीकृत क्षेत्रों को छोड़कर), नैनीताल और देहरादून जिले के मात्र पर्वतीय बहुल विकासखण्ड (बी + और सी श्रेणी में वर्गीकृत क्षेत्रों को छोड़कर), पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा विकासखण्ड के कोटद्वार सिगड्डी और इनसे जुड़े हुए मैदानी क्षेत्र तथा टिहरी गढ़वाल के फकोट विकासखण्ड के ढालवाला, मुनी-की- रेती, तपोवन तथा उससे जुड़े हुए मैदानी क्षेत्र, नैनीताल के कोटाबाग विकासखण्ड का सम्पूर्ण क्षेत्र और देहरादून के कालसी विकासखण्ड के मैदानी क्षेत्र में सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु ( परियोजना लागत पर) *30 प्रतिशत और अधिकतम 15000 रुपए* एवं अनुसूचित जाति / अनु जनजाति / भूतपूर्व सैनिक / महिला / दिव्यांग पिछड़ा वर्ग/अल्पसंख्यक श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु * 35 प्रतिशत अधिकतम 17500 रुपए* का अनुदान दिया जाएगा।

इसी प्रकार *श्रेणी सी और डी* हेतु देहरादून जिले के विकासखंड रायपुर, सहसपुर, विकासनगर व डोईवाला विकासखण्ड के समुद्रतल से 650 मी. से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र, नैनीताल जिले के रामनगर और हल्द्वानी विकासखण्ड में आने वाले क्षेत्र, हरिद्वार और उधमसिंहनगर का सम्पूर्ण क्षेत्र तथा देहरादून व नैनीताल जिले के अवशेष समस्त मैदानी क्षेत्र (श्रेणी-बी, बी+ और श्रेणी सी सम्मिलित क्षेत्र को छोड़कर) सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु ( परियोजना लागत पर) *25 प्रतिशत और अधिकतम 12500 रुपए* एवं अनुसूचित जाति / अनु जनजाति / भूतपूर्व सैनिक / महिला / दिव्यांग पिछड़ा वर्ग/अल्पसंख्यक श्रेणी के अभ्यर्थियों हेतु * 30 प्रतिशत अधिकतम 15000 रुपए* का अनुदान दिया जाएगा।