इस्लाम कबूल करो तभी वापस आऊंगी. पत्नी ने बनाया दबाव पति ने की खुदकुशी, ‘शादी जिहाद’ नया वैरियंट!!

इस्लाम कबूल करो तभी वापस आऊंगी. पत्नी ने बनाया दबाव, पति ने की आत्महत्या 

कानपुर 2 जनवरी। लडकियों द्वारा धर्मांतरण और लव जिहाद का नया प्रकरण सामने आया है। कानपुर में शादी करने के बाद धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाने के एक अलग ही प्रकरण इन दिनों सुर्खियों में है। जहां एक युवक-युवती के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ इसके बाद दोंनों ने एक दूसरे से शादी कर ली.

शादी के बाद पत्नी अपने मायके चली गई और युवक पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाया. कई दिनों तक प्रताड़ना के बाद जब उसका पति तंग आ गया तो उसने एक वीडियो बनाई और फांसी लगा ली.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा प्रकरण जूही थाना क्षेत्र का है. यहां पर शुभम वाल्मिकी नाम के युवक ने करीब 3 साल पहले खुशबू नाम की महिला के साथ शादी की थी. शादी के कुछ समय बाद ही खुशबू अपने परिजनों के दबाव में युवक को छोड़कर चली गई. कुछ समय और बीतने के बाद खुशबू ने शुभम पर दबाव बनाया और इस्लाम कबूल करने को कहा. खुशबू की इस मांग को जब शुभम ने मानने से इनकार कर दिया तो उसने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

खुशबू ने लगाए उत्पीड़न के आरोप

शुभम के परिजनों का आरोप है कि जब बार-बार बोलने के बाद भी शुभम धर्म परिवर्तन के लिए नहीं माना तो खुशबू ने पहले तो उसे धमकाया. इसके बाद खुशबू ने उत्पीड़न के आरोप लगाकर शुभम को जेल भिजवा दिया. जेल से जैसे-तैसे जब शुभम बाहर निकल कर आया वह तभी से परेशान था। शुभम इन दिनों मानसिक रूप से बहुत परेशान था और वह बार-बार खुशबू को मनाने की कोशिश करता रहा।

पत्नी नहीं मानी तो की खुदकुशी

परिजनों ने खुशबू पर आरोप लगाया है कि जब बार-बार बोलने के बाद भी खुशबू अपनी जिद पर अड़ी रही और शुभम के पास नहीं आई तो शुभम ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो बनाया और खुदकुशी कर ली. शुभम ने अपने ही घर में फांसी लगाकर अपनी जान दी है. पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर प्रकरण पंजीकृत कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

पहले लव जिहाद के अनेक प्रकरण देखने को मिले अब विवाह के बहाने धर्मांतरण का नया वैरियंट सामने आया है इसलिए युवाओं को अब प्यार मुहब्बत में भी सावधानी रखना आवश्यक है।

शुभम वाल्मीकि ने एक मुस्लिम औरत की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर लिया लेकिन इसके लिए सवर्ण ही आवाज उठा रहे हैं ना कि दलितों के फर्जी नेता या कोई संगठन। 

इसने मुस्लिम लड़की से शादी कर लिया पर मुस्लिम लड़की के मायके वालों ने लड़कीं का ब्रेनवाश किया कि कोई बात नहीं अब शादी तो तुमने कर ही ली है लेकिन अच्छा होगा पति को इस्लाम कबूल करवाओ। 

चूंकि लड़कीं का मदरसा टाइप ब्रेनवाश किया गया था तो अपने हिन्दू पति के पीछे हाथ धोकर पड़ गयी। 

लेकिन वाल्मीकि भाई का अपने पुरखों के धर्म से विश्वासघात करना मंजूर नहीं था। 

 मदरसा छाप पत्नी पर तो जिन्न जिन्नात का साया फैल चुका था उसने पत्नी उत्पीड़न के झूठे केस बनाकर शुभम वाल्मीकि को जेल भेजना शुरू किया।। बड़ी मुश्किल से बाहर निकला तो फिर से वही दवाब और माँ को छोड़कर अलग रहने का ब्लैकमेल शुरू किया। 

आखिर में फिर से जेल जाने का भय और मानसिक रूप से टुटने के बाद…भी वाल्मीकि ने मरना स्वीकार किया लेकिन इस्लाम कबूल करना नहीं।