‘वंदे मातरम्’ गाएं या ना गाएं… जानें इस ‘विवाद’ पर क्या है यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की राय

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि ‘वंदे मातरम्’ गाएं या ना गाएं, इसे लेकर विवाद चिंता का विषय है. योगी ने राजभवन में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि हम वंदे मातरम् नहीं कहेंगे. हम इस देश को 21वीं सदी में और आगे ले जाना चाहते हैं, लेकिन विवाद का विषय यह है कि हम वंदे मातरम् गायेंगे या नहीं… यह चिंता का विषय है.’ योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘संकीर्णताओं से उबरने के लिए हम सबको मार्ग तलाशना होगा.’ उन्होंने हाल ही में इलाहाबाद में हुए हाईकोर्ट की 150वीं जयंती के समापन समारोह का उल्लेख करते हुए कहा कि हाईकोर्ट की 150वीं जयंती मनाई गई थी, उस कार्यक्रम का शुभारंभ ही राष्ट्रगीत से हुआ.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कितना अच्छा लगा. (वह) भव्य समारोह था. कितना ऐतिहासिक समारोह था. समापन समारोह में भारत के प्रधानमंत्री आए थे. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और प्रदेश के राज्यपाल भी उपस्थित थे. उस समारोह का शुभारंभ ही राष्ट्रगीत से होता है.’

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों वाराणसी नगर निगम ने अपनी बैठकों में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ और राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ के गायन को अनिवार्य कर दिया. भाजपा शासित इस निगम के विपक्षी सदस्यों ने इस आदेश का विरोध किया. महापौर रामगोपाल मोहले ने एक बयान में कहा कि नगर निगम की प्रत्येक बैठक की शुरुआत राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ और समापन राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ से होगा. उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रीय भावना और ‘जन गण मन’ आस्था का प्रतीक है, इसलिए इसका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

पिछले शनिवार को सदन में ‘वंदे मातरम्’ गाए जाने पर भाजपा और विपक्षी पार्षद आमने-सामने आ गए थे. हंगामे से आधे घंटे तक बैठक की कार्यवाही बाधित हुई, जिसके बाद रविवार को महापौर रामगोपाल मोहले ने राष्ट्रगान के साथ ही राष्ट्रगीत के गायन को भी अनिवार्य करने का आदेश जारी कर दिया. (इनपुट भाषा से)