सरकार जनता के द्वार, स्वतंत्रता के बाद निजमुला घाटी पहुंचने वाले पहले मुख्यमंत्री बने त्रिवेंद्र सिंह रावत, पचास वर्ष पहले टूटी दुर्मीताल के पुनर्निर्माण की स्वीकृति, जिला मुख्यालय में किया युवा संवाद,महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने की बनेगी योजना

रिपोर्ट :–✍️हरीश मैखुरी   ✍️संदीप आर्यन 

     सरकार जनता के द्वार’ के सिद्धांत को सार्थक करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत बुधवार को सीमांत जनपद चमोली की एक ऐसी घाटी में पहुंचे, जहां देश की आजादी के बाद से अब तक प्रदेश के किसी भी मुख्यमंत्री ने आना समुचित नहीं समझा।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुर्मिताल चमोली पंहुच कर अनेक बड़ी घोषणाएं की, उन्होंने दुर्मीताल पुनर्निर्माण के लिए सैद्धांतिक रूप से स्वीकृति देते हुए 25 लाख टोकन मनी जारी करने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा हमारी सरकार पहाड़ की महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने की योजना बना रही है, इस योजना को मूर्त रूप में लाने के लिए आगामी बजट में धनराशि की घोषणा की जाएगी। इस योजना को अगले पांच वर्ष में पूरी तरह धरातल पर उतार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड के सभी गांवों तक मोटरमार्ग बनें। 

दुर्मी नाम की इस दुर्गम घाटी की जनता ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया था। बीते 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर ऐतिहासिक दुर्मी ताल (तालाब) के पुनर्निर्माण की घोषणा किए जाने के एवज में जनता ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का सम्मान किया। इस अवसर पर पर मुख्यमंत्री ने दुर्मी-निजमुला घाटी में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने समेत बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए बुनियादी सुविधाओं से संबंधित लगभग एक दर्जन घोषणाएं कीं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहाड़ की महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने की योजना बना रही है, इस योजना को अमल में लाने के लिये आगामी बजट में धनराशि की घोषणा की जाएगी। इस योजना को अगले पांच वर्ष में पूरी तरह धरातल पर उतार दिया जाएगा।

*गोपेश्वर में मुख्यमंत्री ने युवाओं से किया संवाद*      दुर्मी घाटी में 14 ग्राम पंचायत हैं। घाटी की जनसंख्या लगभग 8000 है। विकास और बुनियादी सुविधाओं की दृष्टि से इस घाटी में अभी बहुत कुछ होना बाकी है। यहां की जनता पिछले कई वर्षों से सन 1970 की बाढ़ में टूट चुके दुर्मी ताल की मांग कर रही है। जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पहले ही कर चुके हैं। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक महेन्द्र भट्ट, भाजपा के जिलाध्यक्ष रघुवीर बिष्ट, दर्जाधारी राज्यमंत्री रिपुदमन सिंह रावत, जिला सहकारी बैंक चमोली के अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।

*जिला प्रशासन द्वारा संचालित प्रेरणा कोचिंग सेंटर में युवाओं से किया संवाद*

*कोचिंग सेंटर में प्रतिभावान युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कराई जाती है तैयारी*

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गोपेश्वर में जिला प्रशासन द्वारा संचालित निशुल्क प्रेरणा कोचिंग सेंटर में युवाओं से संवाद किया। प्रतिभाशाली और निर्धन बच्चों के लिए कोचिंग सेंटर की शुरूआत करने पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति भदौरिया को बधाई देते हुए कहा कि प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें उपयुक्त अवसर दिए जाने की जरूरत है।पूर्व राष्ट्रपति डा.एपीजे अब्दुल कलाम का उद्धरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खुली आंखों से सपने देखने वाले ही जीवन में आगे बढ़ पाते हैं। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि जागो, उठो और जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो, रूको नही। ऐसी सोच रखने पर ही सफलता मिलती है।गोपेश्वर में मुख्यमंत्री का शानदार स्वागत किया गया  

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज और देश की प्रगति तभी सम्भव है जब सभी लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ा जाए। कमजोर तबके पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। हमारी सरकार की सोच भी यही है। इसी सोच के साथ हम काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हर साल इस कोचिंग सेंटर से विभिन्न परिक्षाओं में चयनित होने वाली बालिकाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कोई वनस्पति नहीं है जिसमें कोई औषधीय गुण न हो, इसी प्रकार ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिसमें कोई गुण न हो। व्यक्तियों में छुपे गुणों को पहचानने की जरूरत है। बच्चों को उनकी योग्यता और रूचि के अनुसार प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम में बताया गया कि दिसम्बर 2018 में जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया द्वारा गरीब और मेधावी बच्चों को प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी कराने के लिए प्रेरणा कोचिंग सेंटर की स्थापना की गई थी। अभी तक यहां से कुल 29 बच्चे विभिन्न स्थानों पर चयनित किए जा चुके हैं। कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए मेरिट आधार पर बच्चों का चयन किया जाता है।
छात्रा कविता ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पहले प्रतियोगी परिक्षाओं की स्तरीय तैयारी के लिए देहरादून आदि जगहों पर जाना पड़ता था। आर्थिक रूप से कमजोर युवा तैयारी नहीं कर पाते थे। अब गोपेश्वर में निशुल्क प्रेरणा कोचिंग सेंटर संचालित होने से क्षेत्र के युवाओं को बहुत सहूलियत हुई है। इसका परिणाम भी मिलने लगा है।
इस अवसर पर विधायक श्री महेन्द्र भट्ट, श्रीमती मुन्नी देवी शाह, श्री सुरेंद्र सिंह नेगी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चमोली में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित सहित विभिनन विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए सड़क निर्माण कार्यो में तेजी लाने एवं स्वरोजगार योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने पर जोर दिया।

चमोली जनपद में जिला योजना की अच्छी प्रगति पर मुख्यमंत्री ने संतुष्टि व्यक्त की। साथ ही जिला योजना के तहत किए गए विकास कार्यो की भी सराहना की। वही इस वित्तीय वर्ष में समय की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य सेक्टर और केन्द्र पोषित योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों  दिए। कहा कि इस वित्तीय वर्ष में मात्र दो माह शेष रह गए है। इसलिए राज्य सेक्टर व केन्द्र पोषित योजनाओं के तहत प्रस्तावित कार्यो को भी समय से पूरा करना सुनिश्चित करें।

विद्यालयों में गुणवत्तापरक शिक्षा देने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों को क्लब किया जाना नितांत आवश्यक है। ताकि अध्यापकों की कमी दूर हो और बच्चों को गुणवत्ता युक्त अच्छी शिक्षा मिल सके। उन्होंने विद्यालयों को क्लब करने हेतु सर्वेक्षण करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने विकास कार्यो को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा करने के लिए अधिकारियों को फिल्ड विजिट करने एवं विकास कार्यो की रेग्यूलर माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य विभागों को क्लस्टर एप्रोज के साथ ही मल्टी लेयर फार्मिंग पर फोकस करने को कहा। वही ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ग-5 और वर्ग 7 ‘क’ की भूमि से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए जिलाधिकारी को अलग से टीम गठित करने को कहा।

जिला अस्पताल में हरमोनियल और थाइराइड टेस्ट की व्यवस्था शुरू कराने पर मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन की सराहना की। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार का फोकस विशेष रूप से प्रदेश में स्वास्थ्य चेन को मजबूत करना है। साथ ही पर्यटन व सोलर ऊर्जा क्षेत्र को भी मजबूती देने पर फोकस किया जा रहा है।

जल संरक्षण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने जलस्रोतों के रिचार्ज हेतु सभी को मिलकर ठोस कार्ययोजना के साथ कार्य करने को कहा। ताकि जलस्रोतों को संरक्षित रखा जा सके।
मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर हेरिटेज स्ट्रीट विकसित करने की बात कही। कहा कि हर जिले में हेरीटेज स्ट्रीट बने ताकि यहाॅ आने वाले पर्यटकों को राज्य के संस्कृति एवं परम्पराओं की झलक मिल सके।  इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के तहत लाभार्थियों को चैक वितरित किए और न्याय पंचायत स्तर पर पुस्तकालय स्थापना हेतु किताबें व जरूरी सामग्री का वितरण भी किया गया।

बैठक में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मुख्यमंत्री को जनपद में विकास कार्यो की प्रगति से अवगत कराया। जिले में नवचारी एवं विकास कार्यो की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि 60 विद्यालयों में ई-लर्निंग व्यवस्था शुरू की गई है। इसके अलावा स्कलों में  स्मार्ट क्लास, माॅडल पेपर, कैरियर मार्गदर्शिका, संन्देशपरक वाॅल पेन्टिंग कराई गई है तथा 120 आंगनबाडी केन्द्रों में सभी संशाधन उपलब्ध कराते हुए माॅडर्न बनाया गया है। वही मेधावी युवाओं के लिए जिले में निःशुल्क प्रेरणा कोचिंग संेटर का संचालन किया जा रहा है। जनपद के 9 स्वास्थ्य केन्द्रों में लेबर रूम को भी माॅर्डन बनाया गया और जिला अस्पताल में तिमारदारों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस का निर्माण कार्य प्रगति पर है। किसान समूहों को 80 प्रतिशत सब्सिडी पर फार्म मशीनरी बैंक उपलब्ध कराकर लाभान्वित किए गए है। काश्तकारों के उत्पादों के विपणन के 7 ग्रामीण हाॅट, किसान बाजार एवं आउटलेट बनाए गए है। जिलासू एवं लंगासू को आयुर्वेदा सर्किट के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न नवाचारी एवं विकास कार्यो की पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।

कलेक्ट्रेट परिसर में पहाडी संग्रहालय में परम्परागत पहाडी आभूषण, पुरानी प्रचलित मुद्राएं और वर्तनों आदि हेरीटेज वस्तुओं की झलक देख मुख्यमंत्री अभिभूत हुए और इसे जिला प्रशासन की एक बेहतरीन पहल बताया। कहा की हमारी आने वाली पीढ़ी को इस हेरिटेज संग्रहालय से निश्चित ही एक नई सोच और दिशा मिलेगी। वही वेस्ट टू वंडर पार्क का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन ने जिस तरह से यहां पर अनुपयोगी वस्तुओं का इस्तेमाल कर एक खूबसूरत पार्क तैयार किया है वह सभी के लिए प्रेरणादायक और लाभाकारी है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने पीजी कॉलेज गोपेश्वर में जिला प्रशासन द्वारा संचालित निशुल्क प्रेरणा कोचिंग सेंटर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने प्रेरणा कोचिंग सेंटर को युवाओं के भविष्य के लिए जिला प्रशासन की एक अच्छी पहल बताते खूब प्रशंसा की। कहां की यहां से 29 युवा अपने-अपने क्षेत्रों में सफल हुए हैं जोकि जिला प्रशासन की सराहनीय और सकारात्मक सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभा को पहचान कर उनकी प्रतिभा के अनुसार कोचिंग दी जाए तो बेहतर परिणाम मिल सकते है।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने पीजी काॅलेज गोपेश्वर में माॅडर्न स्मार्ट क्लास का उद्घाटन भी किया। जिला प्रशासन के माध्यम से जिले के गोपेश्वर, जोशीमठ, पोखरी तथा कर्णप्रयाग महाविद्यालयों में माॅर्डन स्र्माट क्लास बनाए गए है। इसमें प्रोजेक्टर, माइक सिस्टम, फर्नीचर सहित सभी आधुनिक उपकरण लगाए गए है। ताकि काॅलेज के छात्रों को आॅडियो-विजुअल मैथड से पढाया जा सके।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीजी कॉलेज गोपेश्वर में पार्टी कार्यकर्ताओं से भेंटवार्ता की। और पुलिस मैदान गोपेश्वर में स्वर्गीय श्री दिनेश जोशी मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन भी किया।

इस मध्य बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र प्रसाद भट्ट, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह रावत,  जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, सीडीओ हंसादत्त पांडे सहित आदि उपस्थित रहे।