आज का पंचाग आपका राशि फल, गणेश चतुर्थी का व्रत एवं महात्म्य

*गणेश चतुर्थी* के दिन चन्द्र दर्शन करने से मिथ्या कलंक लग जाता है।

चन्द्रमा द्वारा भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन गणेश जी की हंसी उड़ाने पर गणेश जी ने चन्द्रमा को शाप दे दिया था कि “तुम तीनों लोकों में अदर्शनीय हो जाओगे।”

 ब्रह्मा जी सहित समस्त देवताओं ने गणेश जी की स्तुति कर शाप निवारण की प्रार्थना की।

 तब गणेश जी ने प्रसन्न होकर अपने शाप को सीमित कर दिया और कहा कि _”भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ज्ञान अथवा अज्ञान में भी जो अभिशप्त चन्द्रमा को देख लेगा, वह महान दु:ख का भाजन होगा।”_

 चन्द्रमा द्वारा गणेश जी का कठोर तप करने के बाद गणेश जी ने प्रसन्न होकर उसे शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को सबके लिए प्रणम्य होने का वरदान दिया।

 गणेश जी ने यह भी वरदान दिया कि मानव द्वारा कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को तुम्हारे उदय होने पर ही मेरी पूजा होगी और तुम भी प्रयत्न पूर्वक पूजे जाओगे।

 तब से ही कृष्ण पक्ष की चतुर्थी व्रत के दिन मानव चन्द्रोदय के पश्चात ही गणेश जी की पूजा कर भोजन करते हैं।

 साथ ही एक कला से चन्द्रमा को अपने मस्तक पर धारण किया। इससे गणेश जी का एक नाम “भालचन्द्र” भी हुआ।

*जय-गणेश-जय-गणेश-जय-गणेश-देवा.माता.जाकी.पार्वती.पिता.महादेवा.li*

*एकदन्त-दयावन्त-चारभुजाधारी.माथे.पर.तिलक.सोहे.मूसे.की.सवारी.li*

*पान-चढ़े-फूल-चढ़े-और-चढ़े-मेवा.लड्डुअन.का.भोग.लगे.सन्त.करें.सेवा.li*

*जय-गणेश-जय-गणेश-जय-गणेश-देवा.माता.जाकी.पार्वती.पिता.महादेवा.li*

*अन्धे.को.आँख.देत.कोढ़िन-को-काया.बांझन.को.पुत्र.देत.निर्धन.को.माया.li*

*सूर-श्याम-शरण-आए-सफल-कीजे-सेवा.माता.जाकी.पार्वती.पिता.महादेवा.li*

*जय-गणेश-जय-गणेश-जय-गणेश-देवा.माता.जाकी.पार्वती.पिता.महादेवा.li**🙏🏻श्री गणेसहाय नमः🙏🏻* 

*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*

पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*🌞 *~

*गणेशचतुर्थी की हार्दिक शुभ कामना* 

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌤️ *दिनांक – 31 अगस्त 2022*

🌤️ *दिन – बुधवार*

🌤️ *विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)*

🌤️ *शक संवत -1944*

🌤️ *अयन – दक्षिणायन*

🌤️ *ऋतु – शरद ॠतु* 

🌤️ *मास – भाद्रपद*

🌤️ *पक्ष – शुक्ल* 

🌤️ *तिथि – चतुर्थी शाम 03:22 तक तत्पश्चात पंचमी*

🌤️ *नक्षत्र – चित्रा रात्रि 12:12 तक तत्पश्चात स्वाती*

🌤️ *योग – शुक्ल रात्रि 10:48 तक तत्पश्चात ब्रह्म*

🌤️ *राहुकाल – दोपहर 12:39 से दोपहर 02:13 तक*

🌞 *सूर्योदय – 06:23*

🌦️ *सूर्यास्त – 18:54*

👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*

🚩 *व्रत पर्व विवरण – विनायक चतुर्थी, गणेश चतुर्थी, चंद्र- दर्शन निषिद्ध (चंद्रास्त : रात्रि 9:34), गणेश महोत्सव प्रारंभ, संवत्सरी पर्व- चतुर्थी पक्ष (जैन)*

🔥 *विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

                 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

 

🌷 *गणेश चतुर्थी* 🌷

🙏🏻 *गणेशजी का जन्म भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को मध्याह्न में हुआ था। उस समय सोमवार का दिन, स्वाति नक्षत्र, सिंह लग्न और अभिजीत मुहूर्त था। गणेशजी के जन्म के समय सभी शुभग्रह कुंडली में पंचग्रही योग बनाए हुए थे।*

👉🏻 *इस वर्ष यह त्यौहार 31 अगस्त 2022 बुधवार को मनाया जाएगा।*

➡ *वैसे तो भविष्य पुराण में सुमन्तु मुनि का कथन है*

*“न तिथिर्न च नक्षत्रं नोपवासो विधीयते । यथेष्टं चेष्टतः सिद्धिः सदा भवति कामिका।।”*

🙏🏻 *“भगवान गणेशजी की आराधना में किसी तिथि, नक्षत्र या उपवासादि की अपेक्षा नहीं होती। जिस किसी भी दिन श्रद्धा-भक्तिपूर्वक भगवान गणेशजी की पूजा की जाय तो वह अभीष्ट फलों को देनेवाली होती है।” फिर भी गणेशजी के जन्मदिन पर की जानेवाली उनकी पूजा का विशेष महत्व है। तभी तो भविष्यपुराण में ही सुमन्तु मुनि फिर से कहते हैं की*

*“शुक्लपक्षे चतुर्थ्यां तु विधिनानेन पूजयेत्। तस्य सिध्यति निर्विघ्नं सर्वकर्म न संशयः ।।*

*एकदन्ते जगन्नाथे गणेशे तुष्टिमागते। पितृदेवमनुष्याद्याः सर्वे तुष्यन्ति भारत ।।”*

🙏🏻 *“शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को उपवास कर जो भगवान गणेशजी का पूजन करता है, उसके सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं और सभी अनिष्ट दूर हो जाते हैं। श्रीगणेशजी के अनुकूल होने से सभी जगत अनुकूल हो जाता है। जिस पर एकदन्त भगवान गणपति संतुष्ट होते हैं, उसपर देवता, पितर, मनुष्य आदि सभी प्रसन्न रहते हैं।”*

➡ *अग्निपुराण के अनुसार भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को व्रत करनेवाला शिवलोक को प्राप्त करता है |*

➡ *भविष्यपुराण, ब्राह्मपर्व के अनुसार*

*मासि भाद्रपदे शुक्ला शिवा लोकेषु पूजिता । ।*

*तस्यां स्नानं तथा दानमुपवासो जपस्तथा । क्रियमाणं शतगुणं प्रसादाद्दन्तिनो नृप । ।* 

*गुडलवणघृतानां तु दानं शुभकरं स्मृतम् । गुडापूपैस्तथा वीर पुण्यं ब्राह्मणभोजनम् । ।*

*यास्तस्यां नरशार्दूल पूजयन्ति सदा स्त्रियः । गुडलवणपूपैश्च श्वश्रूं श्वसुरमेव च । ।*

*ताः सर्वाः सुभगाः स्युर्वे१ विघ्रेशस्यानुमोदनात् । कन्यका तु विशेषेण विधिनानेन पूजयेत् । ।

🙏🏻 *भाद्रपद मास की शुक्ल चतुर्थी का नाम ‘शिवा’ है, इस दिन जो स्नान, दान उपवास, जप आदि सत्कर्म किया जाता है, वह गणपति के प्रसाद से सौ गुना हो जाता है | इस चतुर्थी को गुड़, लवण और घृत का दान करना चाहिये, यह शुभ माना गया है और गुड़ के अपूपों (मालपुआ) से ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिये तथा उनकी पूजा करनी चाहिये | इस दिन जो स्त्री अपने सास और ससुर को गुड़ के पुए तथा नमकीन पुए खिलाती है वह गणपति के अनुग्रह से सौभाग्यवती होती है | पति की कामना करनेवाली कन्या विशेषरूप से इस चतुर्थी का व्रत करे और गणेशजी की पूजा करें |*

➡ *गरुड़पुराण के अनुसार “सोमवारे चतुर्थ्यां च समुपोष्यार्चयेद्गणम्। जपञ्जुह्वत्स्मरन्विद्या स्वर्गं निर्वाणतां व्रजेत् ॥” सोमवार, चतुर्थी तिथिको उपवास रखकर व्रती को विधि – विधान से गणपतिदेव की पूजा कर उनका जप, हवन और स्मरण करना चाहिये | इस व्रत को करने से उसे विद्या, स्वर्ग तथा मोक्ष प्राप्त होता है |*

➡ *शिवपुराण के अनुसार “वर्षभोगप्रदा ज्ञेया कृता वै सिंहभाद्रके” जब सूर्य सिंह राशिपर स्थित हो, उस समय भाद्रपदमास की चतुर्थी को की हुई गणेशजी की पूजा एक वर्ष तक मनोवांछित भोग प्रदान करती है*

➡ *अग्निपुराण अध्याय 301 के अनुसार*

*पूजयेत्तं चतुर्थ्याञ्च विशेषेनाथ नित्यशः ।।*

*श्वेतार्कमूलेन कृतं सर्व्वाप्तिः स्यात्तिलैर्घृतैः ।*

*तण्डुलैर्दधिमध्वाज्यैः सौभाग्यं वश्यता भवेत् ।।*

🙏🏻 *गणेशजी की नित्य पूजा करें, किंतु चतुर्थी को विशेष रूप से पूजा का आयोजन करें। सफ़ेद आक की जड़ से उनकी प्रतिमा बनाकर पूजा करें। उनके लिए तिल की आहुति देने पर सम्पूर्ण मनोरथों की प्राप्ति होती है। यदि दही, मधु और घी से मिले हुए चावल से आहुति दी जाय तो सौभाग्य की सिद्धि एवंय शिवत्व की प्राप्ति होती है।*

🙏🏻 *गणेश जी को मोदक (लड्डू), दूर्वा घास तथा लाल रंग के पुष्प अति प्रिय हैं । गणेशजी अथर्वशीर्ष में कहा गया है “यो दूर्वांकुरैंर्यजति स वैश्रवणोपमो भवति” अर्थात जो दूर्वांकुर के द्वारा भगवान गणपति का पूजन करता है वह कुबेर के समान हो जाता है। “यो मोदकसहस्रेण यजति स वाञ्छित फलमवाप्रोति” अर्थात जो सहस्र (हजार) लड्डुओं (मोदकों) द्वारा पूजन करता है, वह वांछित फल को प्राप्त करता है।*

🙏🏻 *गणेश चतुर्थी पर गणेशजी को 21 लड्डू, 21 दूर्वा तथा 21 लाल पुष्प (अगर संभव हो तो गुड़हल) अर्पित करें।*

 

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*

📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*

    🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~ 🌞

           आज का राशिफल

         🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन बीते कुछ दिनों से जिस कार्य योजना पर प्रयासरत थे उसमें विजय मिलने की संभावना है स्वभाव में अहम की भावना अधिक रहेगी अपनी बातों को बढ़ा चढ़ाकर पेश करना एवं गलत बात को भी सही सिद्ध करने का प्रयास करेंगे दांपत्य जीवन एवं घर परिवार व्यवसाय में भागीदारी वाले कार्य को छोड़कर अन्य जिस भी कार्य में भाग्य आजमाएंगे वहां से तुरंत ही अच्छे फल मिल सकते हैं आज बैटरी कार्य अथवा पिता से संबंधित किसी भी कार्य से अक्समात लाभ होने की संभावना है धन की आमद सामान्य से उत्तम रहेगी फिर भी आपको संतोष नहीं दे पाएगी परिवार में पति पत्नी के बीच अनैतिक अथवा कुटुंबी कारणों से तीखी झड़प होने की संभावना है कार्यक्षेत्र पर भी आज भागीदारों के ऊपर आंख बंद कर कर भरोसा ना करें निश्चित ही धोखा हो सकता है दाद खाज अन्य प्रकार के चर्म रोग एवं रक्ताल्पता की शिकायत हो सकती है।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके धन धान्य कोष में वृद्धि करेगा लेकिन खर्च भी आज अनियंत्रित ही रहेंगे। दिन के आरंभिक भाग में आपके सनकी मिजाज के चलते जीवनसाथी अथवा किसी अन्य परिजन से छोटी मोटी बहस होगी। आपके स्वभाव पर इसका फर्क नही पड़ेगा परन्तु परिजन अवश्य ही दुखी होंगे। घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति समय पर नही करने के कारण नया विवाद बढ़ेगा। कार्य क्षेत्र पर आप के दिमाग में कम समय में ज्यादा धन पाने की युक्तियां लगी रहेगी अनैतिक साधनों का भी प्रयोग करेंगे इससे लाभ भी होगा लेकिन मन में अपमानित होने का भय भी रहेगा। आज हर किसी को संदेह की दृष्टि से ना देखें अन्यथा आप पर भारी पड़ जाएगा। व्यवसाय से संबंधित सरकारी कार्य की खानापूर्ति आज अवश्य करें आने वाले दिनों में इसमें सफलता मिल जाएगी। अन्यथा लंबे समय तक अधूरे रह सकते हैं। ईर्ष्यालु स्वभाव मानसिक अंतर्द्वंद को छोड़ सेहत सामान्य ही रहेगी।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायक रहेगा आज आप प्रत्येक कार्य सोच समझकर ही करेंगे फिर भी मध्यान्ह तक की दिनचर्या अस्त व्यस्त रहेगी। अधिकांश कार्य में रुकावट आने से मन में नकारात्मक भाव उत्पन्न होंगे। व्यवसाय एवं नौकरी में आज बिना झंझट में पड़े लाभ कमाना मुश्किल है। धन की आमद आशा से कम ही होगी। घरेलू सुख सुविधा की वस्तुओं में वृद्धि होगी लेकिन परिजनों में आपसी अनबन के चलते मानसिक दुख भी रहेगा। संतानों से जिस कार्य की अपेक्षा करेंगे उसका उल्टा ही करेंगे। आज इनसे बहस ना करें अन्यथा अपमानित होना पड़ेगा। पैतृक अचल संपत्ति विषयक शुभ समाचार मिल सकते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र पर आप की छवि पहले जैसी ही बनी रहेगी। मधुमेह अथवा अन्य रक्त संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन मानसिक अशांति वाला रहेगा। बचते बचते भी अन्य लोगों के झगड़ों में पड़कर स्वयं का नुकसान करेंगे। आपको भी किसी परिजन के कारण अक्समात क्रोध आ सकता है जिसके कारण घर में व्यवस्था एवं अशांति फैलेगी। कार्यक्षेत्र पर सहयोगी वातावरण मिलने के बाद भी इसका ठीक से लाभ नही उठा पाएंगे। सहकर्मी डरे-सहमे रहने के कारण खुलकर कार्य नहीं कर पाएंगे। अचल संपत्ति से संबंधित मामले किसी ना किसी रूप में मानसिक उद्वेग का कारण बनेंगे। कार्य व्यवसाय से सामान्य आय होगी ज्यादा भागदौड़ से बचें इसका कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिल सकेगा। परिवार में माता अथवा अन्य किसी स्त्री वर्ग के कारण झगड़ा होने की प्रबल संभावना है। सोच समझकर ही वाणी का प्रयोग करें यही आपके लिए हितकर रहेगा। गर्म सर्द की परेशानी हो सकती है।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आप को किसी न किसी रूप में अवश्य ही धन लाभ कराएगा। लेकिन दिन के आरंभ से मध्यान्ह तक जिस भी कार्य को करेंगे उस में विलंब अथवा असफलता मिलने से निराशा होगी। फिर भी प्रयास जारी रखें संध्या तक आर्थिक दृष्टिकोण से दिन राहत ही प्रदान करेगा। आज कई दिनों से रुके हुए कार्य में गति आने से भी राहत मिलेगी लेकिन इससे आर्थिक लाभ की अपेक्षा ना ही रखें। परिवार में छोटे भाई अथवा बहनों का ईर्ष्यालु व्यवहार मन को आहत कर सकता है। धर्म अध्यात्म के कार्यों में रुचि नहीं मिलेंगे दिन में परोपकार के कार्यों के अवसर भी मिलेंगे लेकिन इनमें केवल व्यवहारिकता मात्र ही दिखाएंगे। व्यवसायिक यात्रा अवश्य ही लाभदायक रहेगी। पेट संबंधित छोटी मोटी समस्या आज भी लगी रहेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आप स्वयं स्वभाव से संतोषी रहेंगे। लेकिन परिजनों का व्यवहार आपके प्रति गैरजिम्मेदाराना रहेगा। कार्य व्यवसाय हो या नौकरी दोनों में ही विविध कष्टों एवं संघर्ष का सामना करना पड़ेगा। आप अपने मन से झंझटों वाले कामों में नहीं पड़ेंगे लेकिन अन्य लोगों के दबाव में आकर ऐसा करना ही पड़ेगा। संध्या के आसपास का समय दिन की अपेक्षा राहत वाला रहेगा किसी घनिष्ट से उपहार सम्मान मिलने पर कुछ समय के लिए अपनी परेशानियों को भूल जाएंगे। आज किसी भी प्रकार के साज सज्जा सौंदर्य एवं सफेद वस्तुओं से जुड़े कार्यों को छोड़कर अन्य सभी में संघर्ष के बाद भी निराशा ही हाथ लगेगी। परिवार कुटुंब में सदस्य एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप लगाकर माहौल खराब करेंगे। आज का दिन वाणी का प्रयोग ना करें मूकदर्शक बनकर बताएं तो मानसिक रूप से शांति बनी रहेगी। आंखों में जलन नेत्रज्योति में कमी एवं पित्त संबंधित व्याधि हो सकती है।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन आपके व्यक्तिगत सुख में वृद्धि करेगा। आप स्वभाव से अत्यंत ईर्ष्यालु रहेंगे किसी अन्य विशेषकर प्रतिद्वंदी की खुशी देखकर सहन नहीं कर पाएंगे परिवार हो या कार्यक्षेत्र स्वयं तो जल्दी से कुछ करेंगे नहीं अन्य लोगों के कार्यों में भी नुक्स निकालेंगे जिस वजह से कुछ समय के लिए अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ेगा। आप की कथनी और करनी में भी अंतर रहेगा आज किसी से भावुकता में आकर कोई वादा ना करें। अन्यथा बाद में शर्मिंदा होना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय से अनुभव होने के बाद भी कोई विशेष लाभ नहीं उठा पाएंगे। संध्या बाद दिमाग मनोरंजन में अधिक रहेगा आवश्यक कार्यों को छोड़कर मित्र मंडली के साथ मौज शौक में समय व्यतीत करेंगे लेकिन यहां भी आपके आचरण को लेकर कहासुनी हो सकती है। ठंडे पदार्थों ठंडे स्थान एवं जल से दूरी रखें अन्यथा सर्दी जुखाम शीघ्र ही हो सकते है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज दिन के प्रथम भाग में आप जिस भी कार्य से आशा लगाए रखेंगे बाद में वही हानि करेगा। कोई भी निर्णय सोच समझकर ही ले जल्दबाजी में जो भी कार्य करेंगे उसमें असफलता निश्चित है। व्यवसाय में अक्समात खर्च करना पड़ेगा लेकिन प्राप्ति कुछ भी नहीं होगी हो सके तो किसी भी प्रकार का निवेश कुछ दिनों के लिए टाले अन्यथा धन निश्चित ही फंसेगा। व्यवसाई वर्गों को आर्थिक कार्यों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। ऋण वृद्धि होने से आर्थिक संतुलन गड़बड़ाएगा किसी से पूर्व में किया वादा तोड़ना पड़ेगा। संध्या का समय थोड़ा मानसिक राहत वाला रहेगा। जिन लोगों से आप भयभीत हो रहे थे वह दिखावे के लिए सांत्वना एवं सम्मान देंगे। लेकिन यह ज्यादा देर के लिए टिकाऊ नहीं रहेगा इसका ध्यान रहे। ज्वार सर दर्द नेत्र पीड़ा संबंधित शिकायत हो सकती है।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आपके भौतिक फलों में वृद्धि कारक है। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि में बीते दिनों से सुधार आएगा।आज के दिन से लाभ लेने के लिए भाग्य को कोसना छोड़कर मेहनत पर ध्यान दें राज समाज से आवश्यकता पड़ने पर उचित सहयोग मिल सकता है। इसके लिए स्वयं में भी आत्मविश्वास जागृत करें। कार्य व्यवसाय से दिन के आरंभिक भाग में निराशा होगी लेकिन धीरे-धीरे कार्य क्षेत्र का वातावरण समझ आने के बाद गुप्त युक्तियों से लाभ के मार्ग प्रशस्त कर लेंगे। धन की आमद आवश्यकता अनुसार हो जाएगी। ज्यादा के चक्कर में ना रहे अन्यथा हाथ आया भी निकल सकता है। पारिवारिक वातावरण मिलाजुला रहेगा हल्की-फुल्की नोकझोंक के बाद भी घर से सुख की प्राप्ति होगी। बोलचाल में सतर्कता बरतें मुख से अपशब्द निकलने पर किसी से झगड़ा हो सकता है। मानसिक वहम अथवा किसी दवा का दुष्प्रभाव हो सकता है।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपको बौद्धिक एवं शारीरिक दोनों प्रकार के परिश्रम करने पड़ेंगे। इसका तुरंत कोई लाभ नहीं मिल सकेगा लेकिन निकट भविष्य में धन के साथ सम्मान दोनों की प्राप्ति होगी। दिन को लापरवाही में व्यर्थ ना करें अन्यथा आगे पछताना पड़ेगा। कार्यक्षेत्र पर आज उधारी के व्यवहार बढ़ने से धन की प्राप्ति ना के बराबर ही होगी। उधारी के व्यवहारों पर नियंत्रण रखें अन्यथा निकट भविष्य में आर्थिक विषमताओं का सामना करना पड़ेगा। घरेलू वातावरण में छोटी-मोटी खींचतान लगी रहेगी फिर भी बाहर की अपेक्षा यही अधिक सहज अनुभव करेंगे। आज आपको कोई झूठ बोलकर ठग सकता है अथवा अन्य लोगों के सामने आपको हास्य का पात्र बना सकता है। हित शत्रुओं से विशेषकर सतर्क रहें। सेहत छोटी मोटी समस्याओं को छोड़ ठीक बनी रहेगी। भोजन भूख लगने पर ही करें अन्यथा पेट संबंधित व्याधि हो सकती है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन बीते कुछ दिनों की अपेक्षा बेहतर रहेगा सुबह सुबह के समय अवश्य ही थोड़ी बहुत शारीरिक अकड़न एवं कमजोरी अनुभव होगी। लेकिन धीरे-धीरे सेहत में स्थिरता आने लगेगी। आध्यात्मिक आकर्षण बढ़ेगा विचारों में धार्मिक भाव उत्पन्न होंगे। कार्यक्षेत्र पर कई काम एक साथ आने से कुछ दुविधा होगी लेकिन आप आवश्यकता के समय मेहनत से पीछे नहीं हटेंगे। कार्यशैली अवश्य मंदी रहेगी जिस कार्य को करना आरंभ करेंगे आरंभ में उस में कुछ ना कुछ रुकावट आएगी फिर भी धीरे-धीरे अधूरे कार्यों को शाम तक काफी हद तक पूरा कर लेंगे। कार्य पूरा होने के बाद भी धन ना मिलने पर मन कुछ समय के लिए उदास होगा। आज सरकार अथवा इससे संबंधित किसी मामले में मानसिक भय भी रहेगा। घर में खर्च अथवा अन्य आर्थिक कारणों से खींचतान हो सकती है। व्यवसायिक यात्रा से सामान्य लाभ होगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आप अपनी ही किसी गलती अथवा लापरवाही के चलते संकट में फंस सकते हैं। शारीरिक रूप से दिन के आरंभ में ही शिथिलता अनुभव होगी फिर भी इसकी अनदेखी कर दैनिक कार्यों में व्यस्त रहेंगे। जिसके फलस्वरूप मध्यान्ह के बाद सेहत में अक्समात गड़बड़ी आने से कार्य में व्यवधान पड़ेगा। कार्यक्षेत्र पर किसी भी प्रकार के जोखिम वाले कार्य करने से पहले आगे मिलने वाले फलों का विचार अवश्य करें। धन की आमद आज सरल नहीं रहेगी जोड़ तोड़ कर अथवा जबरदस्ती करने पर अल्प आय के योग है। लेकिन आज धन की क्षति किसी न किसी रूप में होने वाली है। आपके अथवा किसी परिजन के द्वारा कोई पाप कर्म भी हो सकता है जिसकी गिलानी बाद में होगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर भी शत्रुओं में वृद्धि होगी। लंबी यात्रा की योजना बना रहे हैं तो फिलहाल कुछ दिन स्थगित करें दुर्घटना अथवा चोरी से हानि हो सकती है।

      🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

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