आज का पंचाग आपका राशि फल तृतीय नवरात्रि चंद्रघंटा की पूजा, जापान में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है आवश्यकताओं को सीमित करने का चलन- बड़ी गाड़ी बड़ा मकान बड़े काम अब इतिहास की बात, दो दलित नेताओं पर शोशल मीडिया में बड़ा अनावरण, गाज़ा में कंपनी का रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर बनाकर वहां लोगों को रोजगार देने वाले उद्यमी की हमास आतंकवादियों ने कर दी हत्या

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻मंगलवार, १७ अक्टूबर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:३१

सूर्यास्त: 🌅 ०५:५४

चन्द्रोदय: 🌝 ०८:३७

चन्द्रास्त: 🌜१९:१४

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🏔️ शरद 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 आश्विन 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 तृतीया (२५:२६ से चतुर्थी)

नक्षत्र 👉 विशाखा (२०:३१ से अनुराधा)

योग 👉 प्रीति (०९:२९ से आयुष्मान्)

प्रथम करण 👉 तैतिल (१३:२३ तक)

द्वितीय करण 👉 गर (२५:२६ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 तुला 

चंद्र 🌟 वृश्चिक 

मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 सिंह (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२५

अमृत काल 👉 ११:२३ से १३:०२

रवियोग 👉 २०:३१ से ३०:२०

विजय मुहूर्त 👉 १३:५६ से १४:४२

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४४ से १८:१०

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:४४ से १९:००

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३७ से २४:२८

ब्रह्म मुहूर्त 👉 २८:३९ से २९:२९

प्रातः सन्ध्या 👉 २९:०४ से ०६:२०

राहुकाल 👉 १४:५३ से १६:१९

राहुवास 👉 पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०९:११ से १०:३६

दुर्मुहूर्त 👉 ०८:३७ से ०९:२२

होमाहुति 👉सूर्य (२०:३१ से बुध)

दिशाशूल 👉 उत्तर

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉पश्चिम (उत्तर १४:२० से) 

शिववास 👉 सभा में (२५:२६ से क्रीड़ा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – रोग २ – उद्वेग

३ – चर ४ – लाभ

५ – अमृत ६ – काल

७ – शुभ ८ – रोग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – काल २ – लाभ

३ – उद्वेग ४ – शुभ

५ – अमृत ६ – चर

७ – रोग ८ – काल

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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नवरात्री के तृतीय दिवस आदि शक्ति माँ दुर्गा के चंद्रघण्टा स्वरूप की उपासना व्रत, संक्रान्ति सूर्य तुला में २५:२८ से (पुण्यकाल अगले दिन ०७:५३ तक) आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २०:३१ तक जन्मे शिशुओ का नाम विशाखा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (तू, ते, तो) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम अनुराधा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (ना, नी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कन्या – २८:०९ से ०६:२६

तुला – ०६:२६ से ०८:४७

वृश्चिक – ०८:४७ से ११:०७

धनु – ११:०७ से १३:१०

मकर – १३:१० से १४:५१

कुम्भ – १४:५१ से १६:१७

मीन – १६:१७ से १७:४१

मेष – १७:४१ से १९:१४

वृषभ – १९:१४ से २१:०९

मिथुन – २१:०९ से २३:२४

कर्क – २३:२४ से २५:४६

सिंह – २५:४६ से २८:०५

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पञ्चक रहित मुहूर्त

मृत्यु पञ्चक – ०६:२० से ०६:२६

अग्नि पञ्चक – ०६:२६ से ०८:४७

शुभ मुहूर्त – ०८:४७ से ११:०७

रज पञ्चक – ११:०७ से १३:१०

शुभ मुहूर्त – १३:१० से १४:५१

चोर पञ्चक – १४:५१ से १६:१७

शुभ मुहूर्त – १६:१७ से १७:४१

शुभ मुहूर्त – १७:४१ से १९:१४

चोर पञ्चक – १९:१४ से २०:३१

शुभ मुहूर्त – २०:३१ से २१:०९

रोग पञ्चक – २१:०९ से २३:२४

शुभ मुहूर्त – २३:२४ से २५:२६

मृत्यु पञ्चक – २५:२६ से २५:४६

अग्नि पञ्चक – २५:४६ से २८:०५

शुभ मुहूर्त – २८:०५ से ३०:२०

आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिए अशुभ फलदायी रहेगा। मध्यान के बाद में शारीरिक एवं मानसिक स्थूलता अनुभव होगी लेकिन फिर भी लापरवाही बरतेंगे जिसके कारण बाद में स्थिति गंभीर भी हो सकती है खास कर आज मध्यान बाद किसी प्रकार का जोखिम ना लें। भावुकता की भी अधिकता रहने से मामूली बातों को प्रतिष्ठा से जोड़ेंगे। नकारात्मक भावनाओ से बचे अन्यथा धन और कीर्ति की हानि हो सकती है। संतान के उद्दंड व्यवहार से पारिवारिक वातावरण दूषित हो सकता है। कार्य क्षेत्र पर कम समय मे अधिक धन कमाने के प्रलोभन मिलेंगे इनसे दूर रहे अन्यथा निराश होना पड़ेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज प्रत्येक क्षेत्र में विरोधी परास्त होंगे। सामाजिक मान-सम्मान भी बढेगा। व्यापार विस्तार अथवा नए कार्य के आरंभ की योजना बनेगी जो कि भविष्य के लिये लाभदायक सिद्ध होगा परंतु आज कोई नया कार्य आरंभ ना करें। आस-पास के धार्मिक स्थान की यात्रा से मन को शान्ति मिलेगी। किसी परिचित से लंबे समय बाद भेंट से हर्ष एवं लाभ होगा। स्त्री एवं संतान के ऊपर खर्च करेंगे परंतु आज इनसे किसी न किसी कारण मानसिक क्लेश ही मिलेगा। संध्या बाद परिस्थिति पहले से बेहतर बनेगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन मध्यान तक आपके लिये अनुकूल रहेगा। व्यापार में कम परिश्रम से सफलता मिलने से कार्य के प्रति उत्साह बढ़ेगा लेकिन आर्थिक दृष्टिकोण से आज भी दिन कुछ न कुछ कमी अवश्य रखेगा। नौकरी पेशा जातको को भी परिश्रम का फल आर्थिक या पदोन्नति के रूप में मिल सकता है इसके लिए किसी की खुशामद भी करनी पड़ेगी। जोखिम वाले कार्यो में निवेश से अकस्मात लाभ हो सकता है। संध्या का समय परिजन अथवा किसी जानकार के साथ मतभेद होने पर अशान्त बनेगा। नसों में दुर्बलता अथवा पेट संबंधित समस्या से परेशानी हो सकती है

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपका मानसिक संतुलन स्थिर नही रहेगा असमंजस की स्थिति के कारण पल पल में निर्णय बदलेंगे इससे कार्य विलंब के साथ अन्य लोगो को परेशानी होगी फिर भी स्वार्थी पूर्ति के कारण आज आपसे कोई शिकायत नही करेगा। मन आज अनैतिक कार्यो में जल्दी आकर्षित होगा स्वभाव में भी उदण्डता रहेगी बिना कलह किये किसी कार्य को नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी मन मर्जी व्यवहार के कारण जिस लाभ के अधिकारी है उसमें कमी आएगी। धन की आमद आज पूर्व नियोजित रहेगी थोड़ी बहुत अतिरिक्त आय भी बना लेंगे लेकिन खर्च के आगे आज कमाई कम ही लगेगी। मौसमी बीमारियों एवं संयम की कमी के कारण सेहत बिगड़ सकती है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपको मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में क्रोध की अधिकता रहने से किसी प्रियजन अथवा आस पड़ोसी से तकरार होने की प्रबल संभावना है। सेहत भी नरम रहने से कार्य में मन नहीं लगेगा। आज विरोधी प्रबल रहेंगे मौन रहकर मध्यान तक का समय बिताये इसके बाद परिस्थितियो ने सुधार आने लगेगा। आकस्मिक दुर्घटना में चोट का भय है यथासंभव यात्रा टाले। प्रातः काल कुछ समय धर्म-कर्म में बिताएं आत्म बल मिलने से मानसिक शांति अनुभव करेंगे। 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन मध्यम फलदायी रहेगा। व्यापार अथवा नौकरी करने वाले जातक आज परिश्रम के बाद ही कार्य में सफलता पा सकेंगे। उच्चाधिकारी से किसी बात पर मतभेद रह सकता है आज इनसे बचकर रहने का प्रयास करें। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मियों का पूर्ण सहयोग मिलने से थोड़ी राहत अनुभव होगी। परिवार में पत्नी अथवा पुत्र के कारण कलह के योग बनेंगे। खर्च अधिक रहेगा। आज आर्थिक मामलों में ढील ना दें अन्यथा आगे परेशानी हो सकती है। गैस कब्ज के कारण परेशानी होने की संभावना है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आपके आज के दिन का पूर्वार्ध अत्यन्त व्यस्त रहने वाला है लेकिन व्यस्तता बे फिजूल के कार्यो को लेकर रहेगी। इस समय कार्य क्षेत्र पर कम समय दे पाएंगे। आज किसी पुराने मामले को लेकर सरकारी दस्तावेजो को पूर्ण करने में अधिकांश समय व्यतीत होगा परंतु इसमें विघ्नों के बाद आंशिक सफलता मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर लाभ के अवसर निकल सकते है लेकिन यहाँ धैर्य से काम लेना जरूरी है अन्यथा आपके हिस्से का लाभ किसए प्रतिद्वंदी को मिल सकता है। संध्या के समय अत्यधिक थकान परंतु फिर भी शांति अनुभव करेंगे। सेहत नरम होने पर भी लापरवाही करेंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज दोपहर बाद का समय आपके लिये अत्यन्त शुभफलदायी रहेगा लेकिन आज आपका स्वभाव सनकी रहेगा किसए भी कार्य को करने से पहले सोचने समझने में समय व्यर्थ करेंगे। आज आलस्य को त्याग निष्ठा से कार्य में लग जाए भाग्योन्नति के प्रबल योग होने से थोड़े से परिश्रम के बाद घर-बाहर मान-बड़ाई मिलेगी। भाई-बहनों के लिए भी आज आप सहायक बनेंगे। नए कार्य में निवेश के लिए शुभ अवसर है निसंकोच होकर कर सकते है। परिजनों के साथ धार्मिक यात्रा का अवसर मिलेगा। सेहत सामान्य रहेगी तली वस्तुओं का परहेज करें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन कार्यो में विफलता मिलने से मन हताशा से भरा रहेगा। नकारात्मकता बढ़ने से शरीर भी अस्वस्थ हो सकता है।

किसी ग़लतफ़हमी के कारण मित्र अथवा परिजनों से मनमुटाव संभव है। आज धार्मिक कार्यो के ऊपर धन खर्च होगा। कोई भी सरकारी कार्य आज टालना ही बेहतर रहेगा। लंबी यात्रा के प्रसंग बन सकते है इन्हें भी फिलहाल स्थगित करना ही बेहतर रहेगा। विरोधी कुछ समय के पिय प्रबल रहेंगे। संध्या बाद से स्तिथि में सुधार आने लगेगा तब तक धैर्य से काम लें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन आप आपके लिए लाभदायक रहेगा। आज स्वास्थ्य छोटी-मोटी परेशानियों को छोड़ उत्तम ही रहेगा। आज आपके सोचे हुए कार्य व्यवहारिकता के बल पर अपने आप होते चले जायेंगे जिससे मन प्रसन्न रहेगा। आज परिश्रम के कार्यो की अपेक्षा बौद्धिक कार्यो में सहज सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। संध्या पश्चात परिजनों के साथ किसी महत्त्वपूर्ण विषय पर बात करेंगे यहाँ अपने विचार अंत मे रखें अन्यथा किसी की कटु वाणी सुनने को मिलेगी। दूर के कार्यो से धन लाभ होगा लेकिन खर्चीला स्वभाव बचत नही करने देगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपके लिये शुभ फलदायी रहेगा। आज नौकरी एवं व्यवसाय में थोड़े परिश्रम से अधिक लाभ मिल सकेगा अधिकारी आप पर प्रसन्न रहेंगे लेकिन आज स्वभाव में अतिआत्मविश्वास भी रहेगा जिसके कारण लोगो के बीच हास्य के पात्र भी बन सकते है। आज आश्वासनों के चक्कर में धन ना फसाएँ हानि हो सकती है। मध्यान पश्चात नए कार्यो में सोच समझकर धन लगाए गलत निवेश हानि करा सकता है। पारिवारिक वातावरण भी आज अन्य दिनों की अपेक्षा शांत रहेगा। बुजुर्गो का आशीर्वाद मिलेगा। सेहत में थोड़ा बहुत उतार चढ़ाव लगा रहेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आपका आज का दिन कुछ समय सामाजिक गतिविधियों में बीतेगा। आज आप अपनी वाणी एवं व्यवहार से लोगो का दिल जीत लेंगे चाहे इसके पीछे निजी स्वार्थ ही हो फिर भी मान-सम्मान में वृद्धि होगी। आज बनाये नए संपर्क भविष्य के लिए लाभदायी सिद्ध होंगे। मध्यान बाद व्यापार-व्यवसाय से आकस्मिक लाभ के योग है सतर्क रहें। आज सामाजिक एवं घरेलू खर्च भी अधिक रह सकता है। परिवार में वातावरण शांत रहेगा। गले से निचले भाग में व्याधि होने की संभावना है। आज किसी के ऊपर शंकालु प्रवृति कलह करा सकती है।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

*जापान में लोकप्रिय हो रहा: मिनिमलिज्म (न्यूनतमवाद)*जापान में आवश्यकताओं को सीमित करने का चलन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है वहां लोग अपनी परम्परओं और आध्यात्मिक रुचि की ओर बढ़ने से स्वयं को सुखी अनुभव कर रहे हैं। यही तो भारत का मूल विचार है। 

🤔We are not consumers only.

” *थोड़ा है, ज्यादा की जरूरत नहीं* “, के सिद्धांत पर चल रहा है जापान! 

बड़े घर, बड़ी गाडियां, बड़ी जमीनों को तिलांजलि दे रहे हैं। सीमित कपड़े, न्यूनतम समान की नई राह पकड़ी है यहां के लोगों ने, और दावा किया जा रहा है कि वे पहले से अधिक खुश हैं। दिखावटी साजो सामान वे नापसंद करने लगे हैं। यहां जो दिखावे को तवज्जो देता है, उसे असभ्य माना जाता है! और, यह जीवनशैली मजबूरी नहीं, उनके जीने का आसन उपचार है।

इस पृथ्वी पर अहसान है यह उनका। तकनीक और आधुनिकतम मशीनी युग में परचम फहरा कर यदि किसी देश के लोग ऐसा करने लगे हैं, तो वाकई यह वास्तविक *”प्रतिक्रमण”* है। (सनातन धर्म की एक साधना, जिसमें साधक प्रमादजन्य दोषों से निवृत होकर आत्मस्वरूप में लौटने की ओर प्रवृत्त होता है)।

धीरे ही सही, लेकिन पनपते रहेंगे और जिएंगे। *या* सर्वनाश देखते देखते मरेंगे। इन दो विकल्पों में से यदि एक को चुनना पड़े तो मानव जाति पहला ही चुनेगी। लेकिन, इसके पहले वह दृष्टि पैदा होनी होगी जो जापान के लोगों में हुई है। अभी, हमने इस ओर सोचना भी शुरू नहीं किया है।

किसी भी देश के विकास के मापदंड जब तक इकनॉमिक ग्रोथ और जीडीपी के आंकड़े रहेंगे, तब तक इस धरती को बचाने की योजनाएं और कवायदें सिर्फ और सिर्फ भ्रम फैलाने वाले झूठ ही रहेंगे।

कौन ऐसी कंपनी होगी, जो अपने टारगेट्स का रिवर्स गियर लगाएगी? जो कंपनी आज एक लाख स्कूटर या तीस हजार कारें बना रही है, उसके अगले वर्ष के टारगेट 10% या उससे भी अधिक होंगे। उत्पादन चाहे कोई भी हो, सेल्स टारगेट बढ़ते ही जायेंगे और उपभोग भी। उपभोग अधिक से अधिक होगा तभी इन कंपनियों की ग्रोथ और देश की जीडीपी बढ़ती रहेगी।

अधिक AC, अधिक फ्रिज, अधिक टीवी, अधिक माइक्रोवेव, अधिक इंडस्ट्रियां, अधिक मकान, अधिक वेतन, अधिक व्यवसाय, सब कुछ अधिक….!! फिर क्यों न होगा अधिक कार्बन उत्सर्जन और अधिक नुकसान पर्यावरण का। फिर कैसे बच पाएगी यह धरती??

क्या व्यक्तिगत रूप से हम अपने उपभोग को कम करने को तैयार, ईमानदार और गंभीर हैं, जैसे जापान ने किया है? 

छोटी छोटी चीजों को लेकर ही हम जागरूक नहीं हैं। हमारे घरों, कार्यालयों में बेमतलब लाइट, पंखे, एसी चलते रहते हैं। रसोई में लगे वाटर प्यूरीफायर से लेकर टॉयलेट्स में जिस तरह से पानी बहाया जाता है हर घर में, उसे नहीं रोकेंगे, लेकिन धरती और पर्यावरण संरक्षण की बड़ी बड़ी बातें अवश्य करेंगे!! हम आत्मावलोकन करें। किस कदर हमारा उपभोग बढ़ा है?

निष्ठापूर्वक एक प्रयास , अपने घर और अपनी आदतों में करनी होगी। जब तक उपभोग कम नहीं करेंगे तब तक उत्पादन कम नहीं होगा। और जब तक उत्पादन कम नहीं होगा, अपशिष्टों के खंजरों से धरती लहूलुहान होती रहेगी।

दूसरे एक से बढ़कर एक चीजें ला रहे हैं उपभोग कर रहें हैं, केवल मेरे अकेले के कटौती करने से क्या होगा की सोच से ऊपर उठना होगा। जब तक इसे जीने का तरीका और ढंग नहीं बनायेंगे तब तक आगे की पीढ़ी न्यूनतमवाद की आवश्यकता को नहीं समझ पाएगी। शुरुआत स्वयं से और अपने घर से करेंगे, तब शायद एक पीढ़ी बाद इसके कुछ सुखद परिणाम सामने आ सकेंगे। धरती बची रहेगी तो ही रहेगा हमारा अस्तित्व। 

इस देश की परंपरा ने जीवन जीने का विकसित दृष्टिकोण दिया। संतोष को परम सुख का कारक बताया। जो है, उसमें संतुष्ट रहने के तरीके सुझाए। धरती को माता कहा, पानी और पेड़ों की पूजा की। लेकिन, जीवन के इन आधारभूत तत्वों को कमाई और आधुनिकता के नाम पर अब नेस्तनाबूत किया जा रहा है। पश्चिम की नकल करते करते हम बेहद लालची और भोगी बन गए। उन्होंने, हमारी पुरातन राह में सार माना और उसे जीवनशैली बनाने के लिए कमर कसी। और हम!? हमारी आंखे अभी बंद हैं। “और-और” की जो चाह है, यह इस धरती से जीवन का ही सर्वनाश कर दे, इसके पहले आंख खुल जाए तो बढ़या!  शुभकामनाएं……

*आप चाहें तो इसे फॉरवर्ड करके इस संदेश को फैलाने में सहयोग कर सकते हैं।**धन्यवाद*🌷🌷

*दो बड़े दलित नेताओं की सोच—–* 🔥

*( ध्यान दो– 🔥 क्या दलित नेता जोगेन्द्रनाथ मंडल के बारे में दलित लोग जानते हैं ??? )* 🔥

*1)- दलित नेता जोगेन्द्रनाथ मंडल ।* 🔥

*( दलित और मुस्लिम का गठजोड़ करके अपने पूर्वजों की मातृभूमि से गद्दारी करके पाकिस्तान बनवाया ।)* 🔥

*2)- दलित नेता डा०भीमराव रामजी आम्बेडकर ।* 🔥

       *( केवल अपने और अपने पूर्वजों की मातृभूमि के प्रति सदा वफादार रहे और हर कीमत पर हिन्दुओं का ही भारत बनाने की पूरी चाहत सदा रखते थे ।)* 🔥

*मुस्लिम और दलित वर्ग के बहुत पहले के तालमेल गठबंधन की एकता पोल खोल अभियान –*🔥

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*जो भी दलित और पिछड़े वर्ग के लोग मुसलमानों को अपना भाई समझते हैं उनको ये जरूर पढना चाहिए :—*

*भीम-मीम की असलियत बताती जोगेन्द्रनाथ मंडल की कहानी।……….* 🔥

*हिन्दू समाज को बांटकर कमजोर कर खत्म कर देने की साज़िश कोई आज से नहीं चल रही, यह खुलेआम आज़ादी से पहले ही काम कर रही है।………* 🔥

*दलित-मुस्लिम गठजोड़ और जय भीम-जय मीम का नारा देने वाले आपको कभी जोगेंद्रनाथ मंडल का नाम लेते नहीं दिखेंगे।………* 🔥

*मीडिया, लेखन, फिल्म डाक्यूमेंट्री या गूगल से आपको जोगेन्द्रनाथ मंडल का नाम गायब मिलेगा या फिर जो भी मिलेगा एक स्पेशल फैब्रिकेशन के साथ मिलेगा जिससे हिन्दू समाज में विभाजन हो।………* 🔥

*वे प्राय: क्रिप्टो-इस्लामिक हैं जो इतने अनुभवों के बाद भी दलित समाज योगेंद्र नाथ मंडल और उसके लाखों समर्थकों की दुर्दशा की जानकारियाँ नहीं होने देना चाहते, जबकि मंडल आज़ादी से पहले दलितों के सबसे बड़े नेता कहे जाते थे (उस समय बाबा साहब का कद इतना बड़ा नहीं हुआ करता था और अगर योगेंद्र नाथ मंडल पाकिस्तान नहीं जाता तो शायद उसका कद भीमराव से भी बड़ा होता)।……..* 🔥

*जोगेन्द्रनाथ मंडल जी बाबासाहेब डा० भीमराव रामजी अम्बेडकर जी से भी बड़े दलित नेता इसीलिए कहा… क्योंकि 1945-46 में जब संविधान-निर्माण समिति के लिए चुनाव हुए तो बाबासाहेब बंबई से चुनाव हार गए थे, ऐसे में वो जोगेंद्र नाथ मंडल ही था जिसने बाबा साहेब को बंगाल के कोटे से ही सदन में भेजा था।……..* 🔥

*अपने लाखों समर्थकों के साथ पाकिस्तान को चुनने वाले मंडल और उसके लाखों समर्थकों की दुर्दशा की कहानी का गायब होना – आप वामियों-सामियों और कांग्रेसियों के खिलाफ सबसे बड़ा प्रमाण मानिए क्योंकि “मंडल” का एक नाम इस बेमेल गठजोड़ के पीछे की खतरनाक साज़िश की धज्जियाँ उड़ा देगा।……..* 🔥

*आपने भारत का बजट देखा…. भारत में दलितों को 52,000 करोड़ रुपया बजट में मिला है. आरक्षण प्राप्त है. दुनिया भर में किसी भी देश से ज्यादा सुविधाएं और अनुकूलता प्राप्त है, वहीं पाकिस्तान में इस्लामिक दलितों के साथ-साथ दलितों को ठेंगा ही दिखा दिया जाता है….* 🔥

*जबकि भारत से कई गुना ज्यादा मुस्लिम दलित और गरीब वर्ग वहां है; लेकिन इस्लामवाद के नाम पर उनकी आवाज़ उठाने वाला कोई नहीं है…. खासतौर से कम्युनिस्टों की इस्लामिक- गैर-बराबरीवाद पर जान सूखी जाती है. उनके अज्काफ, अज्गाफ, अशराफ वर्ग पर कभी वामी बुद्धिजीवी लिखने की हिम्मत नहीं जुटाते।……..* 🔥

*अगर आप ये सोच रहे हैं कि पाकिस्तान तो मुसलमानों के लिए बना था फिर वह दलितों को बजट और आरक्षण क्यों देगा? तो मैं कहूंगा आप नवजात शिशु हैं, समझ और सूचनाएं आपको बिलकुल नहीं।…….* 🔥

*पाकिस्तान बनने से पहले दलितों को ऐसा ही प्रलोभन दिया गया था…. 1947 से पहले अम्बेडकर जी की पार्टी के एक नेता जोगेन्द्रनाथ मंडल ने SCF (Scheduled Castes Federation) और मुस्लिम लीग में समझौता किया, हमें भारत विखंडित करके एक राष्ट्र बनाना है. दलितों और मुसलमानों के लिए, जिसका नाम होगा पाकिस्तान।…….* 🔥

*भारत-पाक बंटवारे के विषय को लेकर दोनों नेताओं में विवाद था, बाद में अपनी पुस्तक ‘थाट्स ऑन पाकिस्तान, में डॉक्टर बी आर अंबेडकर मुस्लिमों के लिए लिखते हैं कि “हजारों साल का दुश्मन है जो तब तक लड़ता रहेगा जब तक हिंदू नहीं समाप्त हो जाता, इसलिए भारत वर्ष से एक-एक मुसलमानों को निकाल कर पाकिस्तान भेज देना चाहिए, क्योंकि दुश्मनों का साथ रहना उचित नहीं है।”……..* 🔥

*डॉ अम्बेडकर इस बात के कड़े समर्थक थे कि हिंदुस्तान- पाकिस्तान का अगर बंटवारा अगर मज़हबी आधार पर हो रहा है तो कोई भी मुसलमान भारत में ना रहे नहीं तो समस्याएं बरकरार रहेंगी।……* 🔥

*जोगेंद्र नाथ मंडल ने भारत विभाजन के वक्त अपने दलित अनुयायियों को पाकिस्तान के पक्ष में वोट करने का आदेश दिया था , अविभाजित भारत के पूर्वी बंगाल और सिलहट (आधुनिक बांग्लादेश) में करीब 40 प्रतिशत आबादी हिंदुओं की थी, जिन्होंने पाकिस्तान के पक्ष में वोट किया और मुस्लिम लीग, मण्डल के सहयोग से भारत का एक बड़ा हिस्सा हासिल करने मे सफल हुआ।………*

*अंत में बाबा साहब ने जोगेन्द्रनाथ मंडल से किनारा कर लिया और वह भारत के कानून मंत्री बने जबकि मंडल दलितों की एक बड़ी संख्या लेकर पाकिस्तान चला गया…. जोगेंद्र नाथ मंडल पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री बना…. जोगेंद्र नाथ मंडल ने सोचा अब पाकिस्तान बन गया है, दलितों के मज़े ही मजें होंगे पर हुआ उल्टा संगठित आक्रामक मुस्लिम समाज दलितों के धर्मांतरण पर तुल गया , दलितों को मिलने वाले सभी प्रकार के भत्ते बंद कर दिए, दलितों के मुसलमान किरायेदारों ने दलितों को किराया देना बंद कर दिया , दलितों की लड़कियां मुसलमान आये दिन उठा के ले जाते , आये दिन दंगे होने लगे।……..* 🔥

*अब मुस्लिम लीग को वैसे भी दलित-मुस्लिम दोस्ती का ढोंग करने की ज़रूरत नहीं रह गयी थी. उनके लिए हर गैर-मुस्लिम काफिर था/है , पूर्वी पाकिस्तान में मण्डल की अहमियत धीरे-धीरे खत्म हो चुकी थी , दलित हिंदुओं पर अत्याचार शुरू हो चुके थे , 30% दलित हिन्दू आबादी की जान-माल और बहन बेटियों की इज्जत खतरे मे थी।…….* 🔥

*पाकिस्तान में सिर्फ एक दिन 20 फरवरी 1950 को 10,000 से ऊपर दलित मारे गए , ये सब बातें किसी संघी किताब में नहीं बल्कि खुद जोगेंद्र नाथ मंडल ने अपने इस्तीफे में लिखी हैं….मंडल ने हिंदुओं के संग होने वाले बरताव के बारे में जिन्ना को पत्र लिखा, “मुस्लिम, हिंदू वकीलों, हिंदू डॉक्टरों, हिंदू दुकानदारों और हिंदू कारोबारियों का बहिष्कार करने लगे, जिसकी वजह से इन लोगों को जीविका की तलाश में पश्चिम बंगाल जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।”* 🔥

*पाकिस्तान में गैर-मुस्लिमों के संग नौकरियों में भेदभाव होता था/है , मुस्लिम लोग हिंदुओं के साथ खान-पान भी पसंद नहीं करते , पूर्वी बंगाल (वर्तमान में बंगाल देश) के हिंदुओं (दलित-सवर्ण सभी) के घरों को आधिकारिक प्रक्रिया पूरा किए बगैर कब्जा कर लिया गया और हिंदू मकान मालिकों को मुस्लिम किरायेदारों ने किराया देना काफी पहले बंद कर दिया था”।……..* 🔥

*जोगेन्द्र नाथ ने पाकिस्तान की सरकार को इस संदर्भ में कार्यवाही हेतु बार-बार चिट्ठियां लिखीं, पर पाकिस्तान की इस्लामिक सरकार को न तो कुछ करना था, न किया आखिर उन्हें समझ में आ गया कि उन्होंने मुसलमानों पर भरोसा करने की मूर्खता कर दी है…. मंडल को खुद लगा कि अब उनकी जान पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं है और वह अपने लाखों दलित समर्थकों को पाकिस्तान में उनके रहमों करम पर छोड़ कर भाग कर बंगाल में आकर गुमनामी की जिंदगी में जीते रहे।…….* 🔥

*जोगेंद्र नाथ मंडल का इस्तीफा किसी भी दलित के लिए हॉरर मूवी से कम साबित नहीं हुआ 1950 में बेइज्जत होकर जोगेंद्र नाथ मंडल भारत लौट आये , वह अपने निर्णय पर अपनी ही नजर में खुद इस कदर जलील हो चुके थे कि भारत के पश्चिम बंगाल के बनगांव में गुमनामी की जिन्दगी जीते रहे और अपने किये पर 18 सालों तक पछताते हुए आखिर 5 अक्टूबर 1968 को उन्होंने गुमनामी में ही आखिरी साँसे ली।……* 🔥

*एक तरफ दलित-मुस्लिम गठजोड़ के जनक मण्डल का शर्मनाक अंत हुआ और दूसरी तरफ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को हैदराबाद निज़ाम और इस्लामिक संस्थानों ने मुसलमान बन जाने के लिए अरबों रुपयों तथा तमाम तरह के पदों का लालच दिया (क्योंकि हैदराबाद का निजाम और दूसरे इस्लामिक संगठन यह बात अच्छी तरह जानते थे कि अगर बाबा साहब ने इस्लाम मजहब कबूल कर लिया तो उनके साथ उनके लाखों समर्थक भी इस्लाम मजहब को स्वीकार कर लेंगे)।* 🔥

*लेकिन बाबा साहब डा० भीमराव रामजी अम्बेडकर जीने उन सभी के प्रस्ताव को ठोकर मार दी.. …उनका कहना था कि हम इसी भारतीय भूमि से निकली हुई सनातन चेतना से जुड़े रहेंगे और राष्ट्र को काटने-तोड़ने का काम बिल्कुल नहीं करेंगे (परंतु आज अपने तुच्छ और निजी स्वार्थों के कारण “जय भीम जय मीम” का नारा देने वाले तथाकथित दलित और पिछड़े वर्ग के मसीहा बड़ी आसानी से बाबा साहब डा० भीमराव रामजी अम्बेडकर जी की इस विचारधारा और बातों को नजरअंदाज कर देते हैं )।* 🔥

*बाद में ईसाई मिशनरियों ने भी उनसे संपर्क किया और चाहते थे कि डॉक्टर अंबेडकर किसी भी तरह अनुयायियों के साथ ईसाई हो जाएं और उनका आधार मजबूत हो जाएं, परंतु बाबा साहब ने बड़ी कठोरता के साथ सभी मिशनरियों को मना कर दिया…. और प्रखर राष्ट्रवादी, इस्लाम-कम्युनिस्ट-मिशनरी विरोधी और सच्चे दलित नेता भारत रत्न बन इतिहास में अमर हो गये।……* 🔥

*जोगेन्द्रनाथ मंडल जी की वजह से बंगाल का बड़ा हिस्सा बांग्लादेश तैयार हो गया, उस समय वहां पर मुस्लिम केवल 27% था, वह हिस्सा पूर्वी-पाकिस्तान के रूप में पाकिस्तान बन जाने की वजह से हिंदू घटने लगा और 72.1 प्रतिशत से घटकर 48 परसेंट हुआ फिर 1971 आते-आते 28 परसेंट हुआ और आज वहां केवल 6.3 परसेंट हिंदू बचा है।……….* 🔥

*सभी दलितों को लालच से या डरा धमका कर मुसलमान बना दिया गया और जो नहीं माने उनका बड़ी बेदर्दी से क़त्ल कर दिया गया तथा उनकी चल अचल संपत्तियों और बहन बेटियों को लूट कर आपस में बांट लिया गया ( जिस तरह से 1990 में कश्मीरी हिंदुओं के साथ किया गया था उससे भी भयानक पाकिस्तान के दलितों के साथ किया गया था)।* 🔥

 

*पाकिस्तान गये दलितों की दुर्दशा का पूरा आरोप जोगेंद्र नाथ मंडल पर डाला गया…. देश के गद्दारों ने SCF पार्टी का नाम बदल दिया और इसी SCF को आज RPI नाम से जानते हैं…. एक बार फिर से वही रणनीति और हिन्दुओं को कई हिस्से में विभाजित करने की चाल चली जा रही है (अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए इस षड्यंत्र में सैकड़ों योगेंद्र नाथ मंडल शामिल हो चुके हैं) देश भर में कई राजनीतिक पार्टियां इस पर खुलकर खेल रही हैं।……* 🔥

*इसलिए जब भी किसी मूर्ख हिन्दू के सर पर भीम-मीम गठबंधन का भूत सवार होता दिखे तो उस भूत को उतारने के लिए यह लेख पढ़ा दें और जिसका नाम जोगेंद्र नाथ मंडल था …. …..*

*अरे जय भीम जय मीम का नारा देने वालों पहले AMU में अपने लिए मीम वादियों से 1% भी आरक्षण लेकर तो दिखा दो जिसके ऊपर खर्च होने वाली एक एक पाई का खर्च केंद्र सरकार उठाती है।…….* 🔥

*अरे केंद्र में भाजपा के आने से पहले तो शायद तुम लोगों को यह भी पता नहीं होगा कि AMUऔर जाधव यूनिवर्सिटी भारत की ऐसी दो मात्र संस्थाएं हैं जिन का पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाती है उसके बावजूद भी यहां st/st और obc को 1% भी आरक्षण नहीं दिया जाता क्योंकि यह दोनों यूनिवर्सिटियां शुरू से मुसलमानों के कब्जे में रही हैं…. हंडिया का एक चावल देखा जाता है कि वह पका है या नहीं।……* 🔥

*अरे तुम लोगों की इतनी हिम्मत नहीं है कि तुम ऐसी यूनिवर्सिटियों में 1% भी आरक्षण नहीं ले सकते हो ये तुम्हें सदा काफिर मानते हैं और मानेंगे इनके साथ सत्ता पर काबिज होने के बाद सत्ता की भागीदारी और सुख भोगने को ??? ये मुसलमान तुम्हारा हश्र भी योगेंद्र नाथ मंडल और उसके समर्थकों जैसा ही होगा, क्योंकि इतिहास अपने आप को दोहराता है और जो लोग इतिहास से सबक नहीं लेते उनका इतिहास बहुत भयंकर और दर्दनाक होता है। …….* 🔥

🔥 *नोट- इस सन्देश को जरूर बार बार शेयर करें।* 🔥

*काफिर हिन्दुओं इस वीडियो को जरूर देखो—–* 🔥

*काफिरों { हिन्दूओं} आंखें खोलो 👉मौलाना तो खुलकर कह रहा है कि मुसलमानों को कह रहा है कि “काफिरो को दोस्त मत बनाओ, #काफिर की जब तक जरूरत हो अलतकिया की नीति अपनाओ मतलब तब तक दोस्ती का दिखावा करो और जब मौका मिले तो काफिरों को हलाल कर दो,न ही उनके #त्योहारों में जाओ न कुछ वहां का खाओ ये सब भी #इस्लाम में हराम है मतलब जो मुसलमान नहीं है उसका हर चीज व काम और सभी त्योहार पूरी तरह से हराम है इसलिए मुसलमानों हिन्दू/बौद्ध/जैन/ईसाई/सिख/यहूदी /पारसी सभी प्रकार के काफिरों से दूरी बनाकर रहो और मौका मिले तो मत बख्शो और काफिरों को हलाल करो।।”* 🔥

👇👇👇👇👇 *अब क्या कोई #सेकुलर इस पर अपनी चोंच खोलेगा???* 👇👇👇👇👇 (साभार शोशल – मीडिया) 

कबाइली कोम पर दया का हश्र देखो..#इयाल_वाल्डमैन, एक #इसराइली बिजनेसमैन जो कि मेलानॉक्स (Mellanox) कंपनी के फाउंडर हैं, उन्होंने अपनी कंपनी में सैकड़ों फिलिस्तीनी इंजीनियरों को नौकरी पर रखा.. क्योंकि उनका ये मानना था कि एक दूसरे के साथ रिश्ते एक दूसरे को इस तरह से सपोर्ट करके सुधारे जा सकते हैं.. उन्होंने गाज़ा के पश्चिमी हिस्से में कंपनी का रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर बनाया ताकि वो ज़्यादा से ज़्यादा गाज़ा निवासियों को तकनीकी द्वारा शिक्षित कर सकें और उन्हें स्वावलंबी बना सकें.. सन 2019 में ग्राफिक प्रोसेसर बनाने वाली कंपनी एनवीडिया (Nvidia) ने मेलानॉक्स का 6.9 बिलियन डॉलर में अधिग्रहण कर लिया इयाल वाल्डमैन के इस समझौते के साथ, कि वो उन सैकड़ों गाज़ा नागरिकों को इस कंपनी से कभी नहीं निकालेगी और गाज़ा पट्टी पर स्थित रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर उसी तरह काम करता रहेगा

इयाल वाल्डमैन की बेटी डेनियल वाल्डमैन और उसके ब्वॉयफ्रेंड को इन्हीं गाज़ा पट्टी वालों, जिन्हें इयाल ने नौकरी और सुरक्षा दी थी, ने मार डाला है.. उसको ऐसी दर्दनाक मौत दी है कि एनवीडिया के सीईओ से लेकर सारा व्यापार जगत सदमे में है.. उसे इन लोगों ने तब मारा जब वो एक म्यूजिकल फेस्टिवल में अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ नाच रही थी.. वहीं इन गाज़ा पट्टी वालों ने हमला करके उसे मार डाला

इयाल वाल्डमैन कहते हैं कि मेरी बेटी को इन लोगों ने सिर्फ इसलिए मार डाला क्यों वो “इसराइली” थी.. जबकि वो इन गाज़ा निवासियों से बहुत प्यार करती थी और अपनी कंपनी में इन्हें ज़्यादा से ज़्यादा नौकरी देने की वकालत करती थी

डेनियल वाल्डमैन ने गाज़ा निवासियों से अपने प्रेम की कीमत अपनी जान देकर चुकाई है।

ये कोम दया और भरोसे दोनो के लायक नही है