आज का पंचाग आपका राशि फल, आज के परिप्रेक्ष्य में महाभारत के हंस और डिंभक की कथा

* *श्री हरिहरौ**

                   *विजयतेतराम*

                     *सुप्रभातम*

               *आज का पञ्चाङ्ग*

*_शनिवार, ०६ मई २०२३_*

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सूर्योदय: 🌄 ०५:४९

सूर्यास्त: 🌅 ०६:५८

चन्द्रोदय: 🌝 १९:४८

चन्द्रास्त: 🌜०५:४१

अयन 🌖 उत्तरायणे

(उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🌡️ग्रीष्म

शक सम्वत:👉१९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०८० (नल)

मास 👉 ज्येष्ठ

पक्ष 👉 कृष्ण

तिथि 👉 प्रतिपदा (२१:५२

से द्वितीया)

नक्षत्र 👉 विशाखा (२१:१३

से अनुराधा)

योग 👉 व्यतीपात (०७:३१

से वरीयान)

प्रथम करण👉बालव(१०:३१तक

द्वितीय करण 👉 कौलव

(२१:५२ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मेष

चंद्र 🌟 वृश्चिक (१५:२२ से)

मंगल 🌟 मिथुन

(उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध🌟मेष(अस्त,पश्चिम,मार्गी)

गुरु🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)

शुक्र🌟मिथुन(उदित,पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ

(उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४७ से १२:४१

अमृत काल 👉 १२:३५ से १४:०९

विजय मुहूर्त 👉 १४:२८ से १५:२२

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५६ से १९:१७

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:५७ से २०:००

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:३४

राहुकाल 👉 ०८:५२ से १०:३३

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १३:५५ से १५:३५

होमाहुति 👉 चन्द्र (२१:१३ से मंगल)

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 पृथ्वी (२१:५२ तक)

चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर १५:२२ से) 

शिववास 👉 गौरी के साथ (२१:५२ से सभा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (वाय विन्डिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष आरम्भ, गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः ०७:२९ से ०९:०४ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २१:१३ तक जन्मे शिशुओ का नाम विशाखा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (तू, ते, तो) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम अनुराधा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (ना, नी) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मेष – २८:२९ से ०६:०३

वृषभ – ०६:०३ से ०७:५८

मिथुन – ०७:५८ से १०:१३

कर्क – १०:१३ से १२:३५

सिंह – १२:३५ से १४:५३

कन्या – १४:५३ से १७:११

तुला – १७:११ से १९:३२

वृश्चिक – १९:३२ से २१:५१

धनु – २१:५१ से २३:५५

मकर – २३:५५ से २५:३६

कुम्भ – २५:३६ से २७:०२

मीन – २७:०२ से २८:२५

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रज पञ्चक – ०५:३० से ०६:०३

शुभ मुहूर्त – ०६:०३ से ०७:५८

चोर पञ्चक – ०७:५८ से १०:१३

शुभ मुहूर्त – १०:१३ से १२:३५

रोग पञ्चक – १२:३५ से १४:५३

शुभ मुहूर्त – १४:५३ से १७:११

मृत्यु पञ्चक – १७:११ से १९:३२

अग्नि पञ्चक – १९:३२ से २१:१३

शुभ मुहूर्त – २१:१३ से २१:५१

रज पञ्चक – २१:५१ से २१:५२

शुभ मुहूर्त – २१:५२ से २३:५५

चोर पञ्चक – २३:५५ से २५:३६

शुभ मुहूर्त – २५:३६ से २७:०२

रोग पञ्चक – २७:०२ से २८:२५

चोर पञ्चक – २८:२५ से २९:२९

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन नौकरी पेशाओ के लिए उत्तम रहेगा अधूरे कार्य पूर्ण होने से कार्य क्षेत्र पर प्रशंसा होगी नए अधिकार भी मिल सकते है। मध्यान के समय दौड़धूप करनी पड़ेगी लेकिन इसी से भविष्य की योजनाएं बलवती बनेंगी। परन्तु आज कारोबारी जातक किसी कार्य को लेकर दिन भर दुविधा की स्थिति में रह सकते है। पिता अथवा किसी निकटस्थ के सहयोग से दुविधा से मुक्ति मिलेगी धन लाभ कार्य मे विलम्ब के कारण आगे के लिए टलेगा आज भी आवश्यकता अनुसार हो ही जायेगा। पारिवारिक जन बेवजह जिद पर अड़ेंगे जिससे असुविधा महसूस करेंगे परन्तु निकट भविष्य में यही आनंद का कारण बनेगी। पड़ोसियों से मेलजोल बढेगा फिर भी घर के भेद ना दें बदनामी हो सकती है। महिलाओ के सहयोग से घर की सुख शांति बनी रहेगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आप अपना ध्यान अनर्गल विषयो को छोड़ आवश्यक कार्यो पर एकाग्र करने का प्रयास करें अन्यथा जहाँ लाभ होना है वहां हानि मिलेगी। मन में अन्य उच्चस्तरीय लोगो की बराबरी करने की चाहत रहेगी वासनाओ में भी भटकेगा इनमे अधिक रुचि रहने के कारण धन खर्च की परवाह नहीं करेंगे। धन लाभ स्वयं की लापरवाही के चलते आगे के लिए टलेगा। व्यवसाय में निवेश आज ना ही करे आगे परिस्थितियां बाधक बनने से फंस सकता है। स्वयं अथवा परिजन की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं की अनदेखी आगे भारी पड़ सकती है। परिवार की अनदेखी करेंगे लेकिन अन्य लोगो की समस्या सुलझाने के लिए तत्परता दिखाएंगे इस कारण घर मे खींच-तान रह सकती है। विवेकी व्यवहार अपनाए बेवजह की परेशानी से बचेंगे।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप अपने मतलब से ही व्यवहार करेंगे जिस जगह से कोई लाभ नजर नही आएगा उसके प्रति लापरवाही करेंगे लेकिन जहां से लाभ की संभावना दिखेगी वहां जल्दबाजी में करने का प्रयास करेंगे जिससे कुछ ना कुछ गड़बड़ होगी। कार्य क्षेत्र पर आप बदलाव लाने का प्रयास करेंगे परन्तु इससे आपकी पुरानी प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है जो की निकट भविष्य में आर्थिक कमी का कारण बनेगी। आज किसी के बात ना मानने पर क्रोध आने से प्रेम सम्बन्धो में खटास आएगी इसलिए धैर्य रखने का प्रयास करें। आध्यात्म के प्रति निष्ठा कम ही रहेगी। भोगो में रुचि के कारण शांति नहीं मिल सकेगी। कुछ समय महत्त्वपूर्ण कागजी कार्यवाही में व्यतीत होगा किसी महत्त्वपूर्ण कागजात के गुम अथवा मिकने में विलंब होने से दुविधा में रहेंगे। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर केंद्रित रहेगा। सेहत संबंधित शिकायत कम ही रहेगी।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज दिन का पहला भाग अशान्त रहेगा। पुरानी घरेलु उलझनों के कारण आज भी मन विचलित रहेगा। जिससे दैनिक कार्यो में चाह कर भी उत्साह नहीं दिखा पाएंगे। मध्यान के आस पास परिवार में किसी महिला के कारण ग़लतफ़हमी से विवाद हो सकता है। सन्तानो का व्यवहार विपरीत रहेगा। परन्तु दोपहर के बाद का समय कार्य क्षेत्र से लाभ दिला सकता है इसके लिए नौकरी एवं व्यवसाय को पूरा समय देना आवश्यक है। कार्य क्षेत्र पर हास्य के अवसर मिलने से मन को राहत मिलेगी। धन लाभ अकस्मात होने से अधूरे कार्य पूर्ण कर सकेंगे लेकिन किसी की आवश्यकता पड़ने पर आर्थिक सहायता ना कर पाने का दुख भी होगा। आज मित्रो अथवा अन्य कारणों से यात्रा की योजना बनेगी लेकिन अभी दो दिन पर्यटन यथा संभव टालने का प्रयास करें दुर्घटना हो सकती है। 

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लिए धनदायक रहेगा सेहत प्रातःकाल के समय थोड़ी से नरम होगी लेकिन दिनचर्या में बाधा नही पहुचेगी। आज क्रय-विक्रय के व्यवसाय अथवा शेयर सट्टे में निवेश से निश्चित धन लाभ होगा। अन्य व्यवसाय में भी नए अनुबंध मिलने की सम्भवना रहेगी परन्तु नए व्यवसाय का आरम्भ अभी ना करें। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी साथ ही धन की उगाही भी कर पाएंगे। नौकरी पेशा जातको की कार्य क्षेत्र पर कठिन दिनचर्या रहेगी किसी सहयोगी के हिस्से का कार्य आपको करना पड़ेगा। धार्मिक कृत्यों विशेषकर ज्योतिषीय उपायो में विश्वास करेंगे लेकिन खर्च नही करेंगे। दाम्पत्य जीवन में नोकझोंक के बाद खुशियां बढ़ेंगी शुभसमाचार की प्राप्ति होगी। विरोधीयो सडयंत्र रचेंगे लेकिन असफल होंगे।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप अपने किये सभी कार्यो में संतोष रखेंगे इसका मुख्य कारण परिस्थिति अनुसार स्वयं को ना ढालपाना रहेगा। पारिवारिक सदस्य आरम्भ में आपका विरोध करेंगे लेकिन समझाने के बाद आपके निर्णयों के समर्थन करेंगे। विशेषकर महिलाएं परिवार में अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाएंगी धन सम्बंधित समस्याओं को सुलझाने में भी आर्थिक सहयोग करेंगी। आप लाभ-हानि के चक्कर में ज्यादा नहीं पड़ेंगे लेकिन देखा देखी में सुखोपभोग की मानसिकता अवश्य रहेगी। पुराने स्नेहीजन से आनंददायक भेंट रहेगी। पड़ोसियों से किसी कारण बहस हो सकती है जिसका परिणाम बाद में गंभीर हो सकता है। सरकारी कार्य करने के लिए किसी की सहायता आवश्यक रहेगी फिर भी अधूरे ही रह जाएंगे। धन लाभ प्रयास करने पर होगा लेकिन आशा से कम। सेहत थोड़ी बहुत ढीली रहेगी लापरवाही करने पर अकस्मात बिगड़ सकती है।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आप अपने आप मे ही मस्त रहेंगे। इस कारण घर एवं बाहर का वातावरण असामान्य बनेगा। या तो किसी कार्य में प्रतिक्रिया देंगे नही देंगे तो हर कार्य में मीन मेख निकालने पर परिजन एवं सहकर्मियो को अखरेगा। व्यापार में लाभ की संभावनाएं तो रहेंगी परन्तु आपकी व्यवहार शून्यता के चलते आर्थिक लाभ विलम्ब से होगा अथवा निरस्त भी हो सकता है। परिवार के बुजुर्ग लोग आपकी उदार वृति को समझ आज शांत ही रहेंगे। नौकरी पेशा जातक कार्यो को जल्द पूर्ण करने के कारण गलती कर सकते है। सामजिक एवं धार्मिक क्षेत्र में आपका योगदान बढ़ने से सम्मान मिलेगा। संताने जिद्दी व्यवहार करेंगी इच्छा पूर्ति ना करने पर अशांति फैलाएंगी निकट भविष्य में खर्च कराकर ही मानेंगी। सेहत थोड़ी बहुत थकान व कमर दर्द को छोड़ सामान्य बनी रहेगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन परिस्थितियां बीते दिन से अधिक विकट रहने वाली है। नौकरी अथवा व्यवसाय में छोटी गलती के कारण बड़ा नुकसान हो सकता है इसलिये सहकर्मी अथवा नौकरों के ऊपर आश्रित ना रहें जितना संभव हो स्वयं की देखरेख में कार्य संपंन्न करवाये। सेहत में भी उतार चढ़ाव आने से कार्य प्रभावित हो सकते है उदर शूल अथवा अन्य पेट सम्बंधित व्याधि के कारण असहजता बनेगी। महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक सजग रहेंगी फिर भी अपने कार्यो में असंतोष ही होगा। सरकारी एवं जमीनी कार्य आगे के लिए टलेंगे जिससे समय एवं धन नष्ट होगा। लोग आपके नरम स्वभाव का फायदा उठायेंगे उधार के कारण मान भंग की स्थिति बन सकती है। गृहस्थ जीवन में थोड़ी बहस होगी परन्तु शांति बनी रहेगी।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आपको कार्य क्षेत्र पर कई व्यवधानों का सामना करना पड़ सकता है। परन्तु आत्मविश्वास बनाये रखें सोची योजनाएं अवश्य पूरी होंगी। प्रातःकाल कोई कार्य अकस्मात आने से दैनिक कार्य थोड़े विलम्ब से शुरू होने के कारण पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा आर्थिक मामले भी इस वजह से प्रभावित हो सकते है। विपरीत लिंगीय व्यक्ति के प्रति अधिक आकर्षण बेवजह परेशानी का कारण बनेगा। प्रेम प्रसंगों में किसी ग़लतफ़हमी के कारण अचानक दूरी आ सकती है। धन सम्बंधित व्यवहारों के कारण असहजता रहेगी। नौकरी पेशा जातक भी कार्य स्थल पर असुरक्षित अनुभव करेंगे। अधिकारी वर्ग अकारण भी क्रोध कर सकते है। आज पेट अथवा अन्य शरीर के अंग में लंबी बीमारी हो सकती है। धन अथवा किसी आवश्यक कार्य मे टाल मटोल करने पर घर का माहौल थोड़ा अशांत व असंतुष्ट बनेगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन लाभ की संभावना बनते बनते अनिर्णय की स्थिति के कारण बिगड़ सकती है कोई भी कार्य घरेलू हो या व्यवसायिक हाथ मे लेंगे शीघ्र परिणाम ना मिलता देख बीच मे छोड़ देंगे। आज सफलता पाने के लिए अधिक दृढ़ निश्चय एवं मन को एकाग्रचित और धैर्य भी रखना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी अतिरिक्त प्रलोभन देकर आपके बनते कार्य को बिगाड़ने का प्रयास करेंगे फिर धन लाभ दैनिक खर्च लायक हो जाएगा। आज आपकी महात्त्वकांक्षाएँ भी अधिक रहेगी मध्यान तक पूरी ना होने पर मन मे संताप होगा प्रयास करते रहे संध्या तक किसी न किसी मे सफलता अवश्य मिलेगी। परिजन का व्यवहार अनुकूल रहेगा महत्त्वपूर्ण कार्यो में मार्गदर्शन भी मिलेगा परन्तु आप इसकी अनदेखी करेंगे घर के छोटे लोगो से आज विशेष स्नेह रहेगा। सेहत में विकार बनने पर भी इन्हें जल्दी से प्रकट नही करेंगे। 

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन मंगलदायक रहेगा। धर्म-कर्म में रूचि रहेगी धार्मिक यात्रा अथवा दान-पुण्य के अवसर मिलेंगे लेकिन मन से स्वार्थ की भावना नही निकलेगी। व्यावसायिक क्षेत्र पर विलम्ब के कारण शीघ्र धन देने वाला अनुबंध हाथ से निकल सकता है। आज आलस्य एवं कार्य के प्रति उत्साह की कमी भी रहेगी। घरेलु कार्य की भरमार रहेगी भाग दौड़ के बाद भी इनमे से कुछ अधूरे रह सकते है। सामाजिक क्षेत्र पर उन्नति करेंगे नए लाभ के सम्बन्ध बनाने की कोशिश सफल रहेगी। पारिवारिक वातावरण गरिमामय रहेगा लोग आपके परिवार के आचरण की मिसाल देंगे लेकिन मतलब से ही। संध्या बाद मौज-शौक पर खर्च करेंगे। वायु विकार के कारण जोड़ो अथवा सीने में दर्द 

हो सकता है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन पूर्व में बरती स्वास्थ्य संबंधित लापरवाही के चलते दिन भर के कारण शारीरिक रूप से शिथिलता रहेगी। प्रातःकाल के समय ध्यान योग का अभ्यास करना शारीरिक एवं मानसिक दृष्टि से अत्यन्त लाभदायक रह सकता है। दिन के आरंभ में प्रत्येक कार्य में पहले लापरवाही दिखाएंगे परन्तु एक बार किसी कार्य को हाथ मे लेने पर उसी में तल्लीन हो जाएंगे। आर्थिक रूप से दिन उलझनों वाला रहेगा धन की आमद जरूर होगी पर आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेंगे संतुलन बनाना मुश्किल रहेगा। महिलाओं की भी आज जमा पूंजी घरेलू एवं सामाजिक व्यवहारों के ऊपर खर्च हो सकती है। स्वयं एवं परिजनों की सेहत का विशेष ख्याल रखें। बुजुर्गो से सामाजिक व्यवहारों के चलते मतभेद उभरेंगे। संतानो पर अनावश्यक दबाव ना डाले ठंडे तरल पदार्थों के सेवन एवं गहरे जल में जाने से बचें।

*हंस और डिंभक की कथा ।

हंस और डिंभिक जरासंध के प्रमुख सेनापति थे। इनके सेनापतित्व में जरासंध ने मथुरा पर 17 बार आक्रमण किए थे। ज्ञातव्य हो कि जरासंध कंस का अत्याचारी श्वसुर था। और भगवान श्रीकृष्ण का मामा था जिसने अपने पिता उग्रसेन को राज गद्दी से हटाया और स्वयं राजा बन कर अपनी बहिन यानी कृष्ण की माता देवकी और पिता वसुदेव जी को कारागार में रखा था। कंस के अत्याचारीराज में संतो को भी अपना लहू दे कर राज का भार चुकाना होता था। भगवान कृष्ण ने अत्याचारी कंस को मुष्ठिका प्रहार से ही यमलोक पहुंचा कर अपने नाना उग्रसेन को पुनः राज्यगद्दी पर बिठाया था। इस बात से जरासंध बहुत रूष्ट था कि भले ही अत्याचारी था लेकिन उसे कृष्ण ने मारा क्यों इसीलिए वह मथुरा पर बार बार आक्रमण कर रहा था।

हंस और डिंभिक बहुत ही वीर और कुशल रणनीतिकार थे। उनके रहते जरासंध को परास्त कर पाना असंभव था। तब श्रीकृष्ण ने उन्हें छल से यमलोक पहुंचाया था। हुआ यह कि हंस को बलराम ने मल्लयुद्ध में उलझा लिया था। तभी एक सैनिक ने जोर जोर से चिल्लाकर कहा, हंस मर गया, हंस मर गया। हंस के मरने की बात सुनकर डिंभिक बहुत दुःखी हुआ और उसने यमुना में कूदकर अपने प्राण त्याग दिए। जब हंस को पता चला कि डिंभिक ने आत्महत्या कर ली है तो उसने भी डिंभिक की मृत्यु से दुखी होकर यमुना में छलांग लगा कर अपना आत्मोसर्ग कर दिया।

महाभारत के सभा पर्व के 14 वें अध्याय में इस प्रसंग का आख्यान आया है…..

हता हंस इति प्रोक्तमथ केनापि भारत।

तत्छुत्वा डिंभको राजन् यमुनाम्भस्यमज्जत।।

बिना हंसेन लोकेस्मिन नाहं जीवितुमुत्सहे।

इत्येतां मतिमास्थाय दिंभको निधनं गतः।।

(‘हे भारत! किसी सैनिक ने चिल्‍लाकर कहा कि हंस मारा गया है। उसकी बात कान में पड़ते ही डिंभक हंस को मरा हुआ जानकर यमुना में कूद पड़ा। मैं हंस के बिना संसार में जीवित नहीं रह सकता, ऐसा कहकर डिंभक ने भी आत्‍महत्‍या कर ली।’ इसके बाद हंस ने भी यमुना में कूदकर अपने प्राणों का उत्सर्ग कर दिया।

श्रीकृष्ण ने हंस और डिंभिक की वीरता की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए युधिष्ठिर से कहा था, यदि जरासंध को हंस और डिंभिक का साथ मिलता तो वह तीनों लोक का स्वामी होता।

हंस और डिंभिक के इस अतिशय स्नेह पर आज के युग में राष्ट्रीय स्वंयसेवक के शठियाये मोहन भागवत ने उनपर अवांछित टिप्पणी भी की थी। लेकिन हरिवंश पुराण से ज्ञात होता है कि ये दोनों सगे भाई थे। हरिवंश पुराण के भविष्य पर्व के अध्याय 103 से 109 तक इनके बारे में विशद वर्णन मिलता है।

हरिवंश पुराण में राजा ब्रह्मदत्त का उल्लेख किया गया है। राजा ब्रह्मदत्त की कोई संतान नहीं थी।उन्होंने विष्णु की घोर उपासना की थी। सपने में राजा ब्रह्मदत्त को विष्णु के दर्शन हुए थे। सपने में भगवान विष्णु ने उन्हें संतान होने का वरदान दिया था। विष्णु के आशीर्वाद से हंस और डिंभिक जैसे बलशाली और कुशल रणनीतिकारों का जन्म हुआ था।

कथा प्रसंग का सार यही है कि यदि सनातन धर्म संस्कृति से सभी वर्ण और पंथ एक हो कर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करें तो वे जरासंध की भांति अजेय हैं, कोई भी म्लेच्छ शक्तियां उन्हें हरा नहीं सकती। यह बात म्लेच्छों के साथ ही सैक्युलर राजनीतिज्ञ अच्छी तरह जानते हैं इसीलिए हिंदुओं को बांटने का जाति के नाम पर षड्यंत्र रचे गये रहतें हैं।