कार्तिक माहात्म्य**अध्याय – 11*
1-*इंडिया का उम्मीदवार भी ईमानदार और मिलनसार हो सकता है, भाजपा के उम्मीदवार से बढिय़ा हो सकता है।*
*पर संसद में या विधानसभा में जब बहस होगी,सनातन के पक्ष में वोटिंग होगी, गोहत्या को रोकने पर पर विधेयक लाया जाएगा तो वह अच्छा उम्मीदवार पार्टी लाइन का विरोध नहीं कर पायेगा।*
*जैसे जब धारा 370 को हटाने का प्रकरण हो या राममंदिर का मामला आया तो कांग्रेस के अच्छे सदस्यों को भी विरोध करना पड़ा और उन्होंने किया फिर अच्छा आदमी क्या काम आयेगा।*
*अभी हाल में ही सनातन को समाप्त करने का मुद्दा आया, रामायण को जलाने का मुद्दा आया कांग्रेस के कीसी भी नेता ने ऐसा करनेवालों का कभी विरोध नहीं किया। तो फिर वह अच्छा आदमी हमारे लिए क्या कर सकता है।*
*हम स्टालिन ,खड़गे और उदयराज जैसे नेताओं के साथ खड़े नेताओं को मजबूत क्यों करें।*
*हमारे लिए तो वही अच्छा उम्मीदवार है जो सनातन और हिन्दू संस्कृति के साथ खड़ा होने वाला हो,स्टालिन और उदरराज को जबाब देने वाला हो,राष्ट्र के हित में आये बिल को समर्थन देने वाला हो।*
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*हमास जैसे आंतकी संगठनों का विरोध कर सके, न की बर्बर व निर्दयी संगठन के साथ खड़ा होनेवाला हो।*
*सनातन के साथ वाला हमारा साथी होगा।******************
*भारत माता की जय*
*वन्दे मातरम्* 🚩🚩🚩🚩🚩
2-*या अललाह या अललाह मदद ..* ऐसी गुहार लगाते हुऐ फिलिस्तीनियो को सुनते हुऐ आज पुरा विश्व देख रहा है..और भविष्य मे ऐसी ही गुहार लगाते हुऐ सभी चरमपंथी मुस्लिम को पूरा विश्व देखेगा. भारतीये चरमपंथी मुस्लिम इससे सबक लें.एक छोटा सा देश इजराइल इन चरमपंथियों को घूल मे मिला रहा है.जब कि सारे मुस्लिम देश परदे के पीछे से इन इस्लामी कटरपंथीयो को सभी जरूरी मदद मुहाया कर रहे हैं.उसके बावजूद इन इस्लामिक कटरपंथीयों को बचा नहीं पा रहे है.चाहे वो हिजबुला हो.हूती हो.आई. एस.आई.हो..या की और भी चरमपंथी इसलामिक सगठन. 14 लाख की आबादी है फिलिस्तीन की आज.इजराइल प्रति वयक्ति पर डे.5 किलो बारूद बरसा रहा है.सोचिए जब कभी भारत मे ऐसा होगा तो भारतीय सेना कितना बारूद बरसाऐगी.हमास और हिजबुला जैसे सगठन जब फिलिस्तीनयो को नहीं बचा पाऐ .हाँ ये सगठन थोडा नुकसान जरूर कर सकते है.पर एक देश से नहीं लड सकते.इजराइल तो बहुत छोटा सा देश है.परन्तु भारत एक बहुत बडा देश है.थोडा विचार करे भारतीय मुस्लिमों को अरब की आसमानी किताब के चक्कर से बहार निकलना चाहिए आज फिलिस्तीन नागरिकों को कौई भी मुस्लिम देश अपने यहाँ शरण देने को तैयार नहीं. तो सोचो कल तुम्हारी सोच के कारण ऐसा हो गया तो क्या होगा. कहाँ जाऔगे… पाकिस्तान. अफगानिस्तान. या तुर्कीये.या फिर अरबदेश.कौई तुम्हें नहीं घुसने देगा. क्यूंकि उनकी नजर मे तुम सब मुस्लिम हो ही नहीं. आंखें खोलो और जाग जाऔ.इसी मे तुम सब की भलाई है.🤷🏻♂️🆚