आज का पंचाग आपका राशि फल, भगवान राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हेतु 25 पीढ़ियों ने प्रतीक्षा की, अब लगभग 25 दिन शेष हैं

25 पीढ़ियों ने प्रतीक्षा की, अब लगभग 25 दिन शेष हैं 🙏🙏🙏🙏

वेंकटेश्वर मंदिर,आंध्र प्रदेश
यह कोरी कल्पना (Mythology) नहीं हैं, बल्कि ये गाथाऐं, हजारों वर्षों से पत्थरों पर उकरी आकृतिया एक एक घटना का जीवंत प्रमाण देती हैं I
जयश्रीराम🙏🚩जय श्रीराम

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शुक्रवार, २९ दिसंबर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:१९

सूर्यास्त: 🌅 ०५:३८

चन्द्रोदय: 🌝 १९:३१

चन्द्रास्त: 🌜०९:१०

अयन 🌘 उत्तरायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🗻 शिशिर

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 पौष

पक्ष 👉 कृष्ण

तिथि 👉 द्वितीया (०७:५९ से तृतीया)

नक्षत्र 👉 पुष्य (२७:१० से आश्लेशा)

योग 👉 वैधृति (२६:२९ से विष्कुम्भ)

प्रथम करण 👉 गर (०७:५९ तक)

द्वितीय करण 👉 वणिज (२०:४७ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

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सूर्य 🌟 धनु

चंद्र 🌟 कर्क

मंगल 🌟 धनु (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 वृश्चिक (अस्त, पूर्व, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन

केतु 🌟 कन्या

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 १:५८ से १२:३९

अमृत काल 👉 २०:१२ से २१:५७

विजय मुहूर्त 👉 १४:०१ से १४:४२

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२३ से १७:५०

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२६ से १८:४८

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५१ से २४:४६

राहुकाल 👉 ११:०२ से १२:१९

राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व

यमगण्ड 👉 १४:५२ से १६:०९

दुर्मुहूर्त 👉 ०९:१५ से ०९:५६

होमाहुति 👉 मंगल

दिशाशूल 👉 पश्चिम

अग्निवास 👉 पृथ्वी (०७:५९ तक)

भद्रावास 👉 मृत्यु (२०:४७ से)

चन्द्रवास 👉 उत्तर

शिववास 👉 सभा में (०७:५९ से क्रीड़ा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥

१ – चर २ – लाभ

३ – अमृत ४ – काल

५ – शुभ ६ – रोग

७ – उद्वेग ८ – चर

॥रात्रि का चौघड़िया॥

१ – रोग २ – काल

३ – लाभ ४ – उद्वेग

५ – शुभ ६ – अमृत

७ – चर ८ – रोग

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

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आज २७:१० तक जन्मे शिशुओ का नाम पुष्य नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (हे, हो, डा) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आश्लेषा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (डी) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

धनु – ३०:२० से ०८:२३

मकर – ०८:२३ से १०:०४

कुम्भ – १०:०४ से ११:३०

मीन – ११:३० से १२:५४

मेष – १२:५४ से १४:२७

वृषभ – १४:२७ से १६:२२

मिथुन – १६:२२ से १८:३७

कर्क – १८:३७ से २०:५९

सिंह – २०:५९ से २३:१८

कन्या – २३:१८ से २५:३६

तुला – २५:३६ से २७:५६

वृश्चिक – २७:५६ से ३०:१६

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रज पञ्चक – ०७:१२ से ०७:५९

शुभ मुहूर्त – ०७:५९ से ०८:२३

चोर पञ्चक – ०८:२३ से १०:०४

शुभ मुहूर्त – १०:०४ से ११:३०

रोग पञ्चक – ११:३० से १२:५४

चोर पञ्चक – १२:५४ से १४:२७

शुभ मुहूर्त – १४:२७ से १६:२२

रोग पञ्चक – १६:२२ से १८:३७

शुभ मुहूर्त – १८:३७ से २०:५९

मृत्यु पञ्चक – २०:५९ से २३:१८

अग्नि पञ्चक – २३:१८ से २५:३६

शुभ मुहूर्त – २५:३६ से २७:१०

रज पञ्चक – २७:१० से २७:५६

शुभ मुहूर्त – २७:५६ से ३०:१६

चोर पञ्चक – ३०:१६ से ३१:१२

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपको धैर्य से बिताने की सलाह है। आज आप निरंतर मिल रही असफलता अथवा कलह-क्लेश के वातावरण से क्षुब्ध होकर अनुचित कदम उठा सकते है जिसका स्वयं एवं पारिवारिक प्रतिष्ठा पर गलत प्रभाव पड़ेगा। परिजनों की असंतोषी प्रवृति के कारण घरेलू वातावरण आज लगभग अशांत ही रहेगा। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी अथवा अन्य लोगो के आश्रित रहना पड़ेगा फिर भी जरूरत के अनुसार लाभ अवश्य हो जायेगा। किसी भी महत्त्वपूर्ण निर्णय को लेने से पहले एक बार लाभ हानि की समीक्षा अवश्य करें।महिलाये आज व्यवहार संयमित रखें मान हानि की संभावना है। आडम्बर के ऊपर खर्च होगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आपको धन लाभ के योग बन रहे है लेकिन आज आपके बनते कार्यो में टांग अड़ाने वालो का भी सामना करना पड़ेगा। व्यवसायी वर्ग आज निवेश का जोखिम ले सकते है अवश्य लाभ होगा। शेयर सट्टे आदि कार्यो में धन दुगुना होकर मिलेगा। परिवार में सुख के साधनों की वृद्धि होगी इसपर खर्च भी अधिक रहेगा। आध्यत्म अथवा साधना क्षेत्र से जुड़े जातको को साधना में सिद्धि की दिव्य अनुभूति होगी। नौकरी पेशा लोगो का आज काम के समय भी मन इधर उधर ज्यादा भटकेगा। मन में चल रही कामना अतिशीघ्र पूर्ण होने के योग है। ध्यान रहे आज किसी भी कार्य में आलस्य किया तो दोबारा अवसर नही मिल सकेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आपका संतोषी स्वभाव आपको बेवजह की उलझनों से दूर रखेगा फिर भी आज किसी के दबाव में आकर आपको कोई अप्रिय कार्य करना पड़ेगा मन में इसका पश्चाताप भी रहेगा। आमदनी आज स्थिर रहेगी संचित कोष से खर्च चलाने पड़ेंगे। मित्र परिचितों के साथ संध्या के समय मौज शौक पूरे करेंगे परन्तु रंग में भंग पड़ने वाली स्थिति बन सकती है सतर्क रहें। विपरीत लिंगीय वर्ग से आकर्षण बढेगा। प्रेम प्रसंगों में नजदिकी आएगी। संताने जिद पर अड़ेंगी जिससे घर मे अशांति फैलेगी। असंयमित दिनचार्य के कारण स्वास्थ्य प्रतिकूल होने की संभावना है। बुजुर्गो की चिंता रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपको मिला जुला फल देगा। मन आज मनोरंजन की ओर अधिक आकर्षित रहेगा इसपर फिजूल खर्ची करने से पीछे नही हटेंगे। कार्य व्यवसाय से आर्थिक लाभ पाने के लिये ज्यादा परिश्रम करना पड़ेगा। स्वास्थ्य में कमी रहेगी कमजोरी अथवा पेट संबंधित व्याधि परेशान करेगी। घर एवं व्यवसाय में तालमेल बैठाने के कारण दुविधा में रहेंगे। एक कार्य को करने के चक्कर मे अन्य आयवश्यक कार्य अधूरे रहेंगे। सरकारी अथवा किसी भी प्रकार के जमीन-जायदाद संबंधित कार्य मे उलझने पड़ेंगी यथा संभव आज टालें। आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेने से थोड़ी मानसिक शांति मिलेगी। धन के व्यवहारों में जबरदस्ती ना करें।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज आपका ध्यान मनोरंजन पर अधिक रहेगा आज आपकी मानसिकता भी कम परिश्रम से अधिक लाभ पाने की रहेगी।इसके कारण कार्यो पर उचित ध्यान नही दे पाएंगे परन्तु फिर भी आकस्मिक लाभ के योग बन रहे है। दौड़ धूप अधिक रहने से शारीरिक शिथिलता बनेगी। मध्यान के बाद किसी अभीष्ट सिद्धि के योग बन रहे है आलस्य ना करें अन्यथा लाभ से वंचित रह सकते है। प्रियजनों के साथ आनंद के क्षण बिताने का समय मिलेगा। घर मे स्थिति सामान्य रहेगी। आज आर्थिक मामलों के प्रति बेपरवाह भी रहेंगे। आवश्यक कार्य संध्या से पहले करले इसके बाद विविध हानि के योग बनने लगेंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपके लिए सुख-समृद्धि दायक रहेगा। आज आप जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे आरम्भ में लाभ-हानि को लेकर भ्रम पैदा होगा परन्तु शीघ्र ही स्थिति स्पष्ट होने लगेगी। आज लाभ कमाने के लिए आपको जोखिम लेना ही पड़ेगा इसका परिणाम आपके पक्ष में ही रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़ी महिलाओ को पदोन्नति के साथ प्रोत्साहन के रूप में आर्थिक सहायता भी मिल सकती है। सामाजिक कार्यो में रुचि ना होने पर भी सम्मिलित होना पड़ेगा मान-सम्मान बढेगा। परिजनों का मार्गदर्शन आज प्रत्येक क्षेत्र पर काम आएगा। प्रेम प्रसंगों में निकटता रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज अधूरे कार्यो को पूर्ण करने का दिन है अगर आज आलस्य किया तो बाद में पछताना पड़ेगा। सभी प्रकार के कागजी अथवा सरकारी कार्य अधिकारी वर्ग की मेहरबानी से निर्विघ्न पूर्ण होंगे। कार्य व्यवसाय से भी आशानुकूल लाभ मिल सकेगा। आज आपका मन लंबी यात्रा की योजना बनाएगा शीघ्र ही इसके फलीभूत होने की सम्भवना है। चल- अचल संपत्ति से लाभ होगा। प्रतिस्पर्धी आज आपके आगे ज्यादा देर नही टिक पाएंगे। हृदय में आज कोमलता अधिक रहेगी परोपकार के लिए प्रेरित होंगे। महिलाओ का जिद्दी स्वभाव कुछ समय के लिये घर पर अशांति कर सकता है। फिर भी पिछले कुछ दिनों की तुलना में आज शान्ति अनुभव करेंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप लापरवाह अधिक रहेंगे फिर भी लाभ आज किसी ना किसी रूप में अवश्य हो जाएगा। कार्य व्यवसाय में अव्यवस्था सुधारने में मध्यान तक व्यस्त रहेंगे सहकर्मीयो की मनमानी व्यवहार के कारण क्रोध आएगा फिर भी स्थिति बिगड़ने नही देंगे। आर्थिक रूप से दिन शुभ रहेगा परन्तु हाथ खुला होने से ज्यादा देर टिकेगा नही। उधारी के व्यवहार ज्यादा ना बढ़ाएं अन्यथा उलझने बढ़ेंगी। सामाजिक व्यवहार दिखावा मात्र ही रहेंगे। परिवार में सुख शान्ति की अनुभूति होगी लेकिन महिला वर्ग का स्वभाव अचानक बदल सकता है सतर्क रहें। घर मे शान्ती बनाये रखने के लिए परिजनों की आवश्यकता पूर्ति करनी पड़ेगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन भी सुख शांति की कमी रहेगी। आज आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमे भाग दौड़ अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक करनी पड़ेगी। सेहत में उतारचढ़ाव बना रहेगा। स्नायु तंत्र कमजोर रहने से विविध समस्या उपजेगी। काम धंधा आज लाभ की अपेक्षा हानि ही अधिक करायेगा। धन को लेकर मन विचलित रहेगा। आज आप अपने जीवनी की समीक्षा भी करेंगे जिससे मन हीनभावना से ग्रस्त रहेगा। व्यावसायिक अथवा अन्य पारिवारिक-धार्मिक कारणों से यात्रा के योग बनेंगे अगर संभव हो तो यात्रा आज ना ही करें वाहन से चोटादि का भय है। सेहत अचानक खराब हो सकती है। चक्कर-वमन अथवा अन्य पेट मस्तिष्क संबंधित समस्या खड़ी होगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन भी आपके लिए शुभफलदायी रहेगा। पूरानी रुकी योजना आज सिरे चढ़ने से राहत मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर आज प्रतिस्पर्धा कम रहने से इसका लाभ उठायेंगे आज का दिन आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करेगा। व्यापार विस्तार की योजना सफल रहेगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग से आसानी से काम निकाल सकेंगे। सामाजिक क्षेत्र हो या पारिवारिक अथवा अन्य सभी जगह आपकी जय होगी। अपरिचित भी आपसे संपर्क बनाने को उत्सुक रहेंगे। महिलाओं का स्वभाव अधिक नखरे वाला रहेगा इस वजह से हास्य की पात्र भी बनेंगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज भी परिस्थितियां आपकी आशाओ के अनुकूल रहेंगी। लेकिन आज आपका सनकी स्वभाव कुछ ना कुछ हानि भी करायेगा। धन संबंधित कार्य आपकी व्यवहार शून्यता के कारण उलझेंगे परन्तु शीघ्र ही किसी के सहयोग मिलने से सुलझ जाएंगे। कार्य व्यवसाय से प्रारंभिक परिश्रम के बाद दोपहर के समय से धन की आमद शुरू हो जाएगी जो संध्या तक रुक रुक कर चलती रहेगी। मितव्ययी रहने के कारण खर्च भी हिसाब से करेंगे। महिलाये किसी मनोकामना पूर्ति से उत्साहित होंगी। महिला वर्ग से कोई भी काम निकालना आसान रहेगा मना नही कर सकेंगी। दाम्पत्य सुख में भी वृद्धि होगी। पर्यटन की योजना बनेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आपकी वैचारिक स्थिति प्रखर रहेगी सार्वजनिक कार्यो में सम्मानित होंगे आपकी छवि भी बुद्धिमानो जैसी बनेगी। परन्तु आर्थिक रूप से इसका लाभ नही ले पाएंगे। कार्य व्यवसाय मंदा रहने से उदासीनता आएगी। आज आपका मन भी एक जगह केंद्रित नही रहेगा। धैर्य से कार्य करते रहें संध्या तक संतोषजक लाभ अवश्य मिलेगा पारिवार में भी आपके विचारो की प्रशंसा होगी लेकिन केवल व्यवहार मात्र के लिए ही। आर्थिक विषयो को लेकर किसी से विवाद ना करें धन डूबने की आशंका है। गृहस्थ में प्रेम स्नेह तो मिलेगा परन्तु स्वार्थ सिद्धि की भावना भी अधिक रहेगी। महिलाये अधिक बोलने की समस्या से ग्रस्त रहेंगी।

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29 दिसम्बर/जन्म-दिवस

रामायण के प्रचारक रामानन्द सागर

फिल्मी दुनिया में अनेक निर्माता-निर्देशकों ने यश और धन कमाया है; पर रामानन्द सागर ऐसे फिल्मकार हुए, जिन्हें जनता ने साधु सन्तों जैसा सम्मान दिया। उनके द्वारा निर्मित ‘रामायण’ धारावाहिक के प्रसारण के समय घरों में पूजा जैसा वातावरण बन जाता था। लोग नहा-धोकर शान्त होकर धूप-अगरबत्ती जलाकर बैठते थे। उस समय सड़कें खाली हो जाती थीं। बस के यात्री रामायण देखने के लिए सड़कों के किनारे बने ढाबों में बसें रुकवा देते थे। लाखों लोगों ने रामायण धारावाहिक देखने के लिए ही दूरदर्शन खरीदे। 

रामानन्द सागर का जन्म लाहौर के पास असलगुरु गाँव में 29 दिसम्बर, 1927 को एक धनाढ्य घर में हुआ था। उनका बचपन का नाम चन्द्रमौलि था; पर उनके पिता की मामी ने उन्हें गोद ले लिया और उन्हें रामानन्द नाम दिया। दहेज के लालच में किशोरावस्था में ही घर वालों ने उनका विवाह करना चाहा; पर इन्होंने इसका विरोध किया। फलतः उन्हें घर छोड़ना पड़ा। इन्होंने चौकीदारी और ट्रक पर परिचालक जैसे काम किये; पर कदम पीछे नहीं हटाया।

रामानन्द सागर की रुचि बचपन से ही पढ़ने में थी। पंजाब विश्वविद्यालय ने उन्हें स्वर्ण पदक दिया था। इस कारण उन्हें उर्दू दैनिक ‘प्रताप’ और फिर दैनिक ‘मिलाप’ के सम्पादकीय विभाग में काम मिल गया। देश विभाजन के समय वे भारत आ गये। उस समय उनकी जेब में मात्र पाँच आने थे; पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। विभाजन के समय उन्होंने मुस्लिम अत्याचारों का जो वीभत्स रूप देखा, उसे ‘और इन्सान मर गया’ नामक पुस्तक में लिपिबद्ध किया है।

1948 में वे मुम्बई आ गये। वहाँ उनकी भेंट राज कपूर से हुई। राज कपूर ने उनकी कहानी पर ‘बरसात’ नामक फिल्म बनायी, जो अत्यधिक सफल हुई। इससे रामानन्द सागर के लेखन की धाक जम गयी। इसके बाद उन्होंने स्वयं भी अनेक फिल्में बनायीं। उनमें से अधिकांश सफल हुईं; पर इसी बीच फिल्मी दुनिया में हिंसा और नग्नता का जो दौर चला, उसमें उन्होंने स्वयं को फिट नहीं समझा और शान्त होकर बैठ गये।

जीवन के संध्याकाल में रामानन्द सागर के मन में धार्मिक भावनाओं ने जोर पकड़ा। उनके मन में श्रीराम के प्रति अतीव श्रद्धा थी। वे दूरदर्शन के माध्यम से उनके जीवन चरित्र को जन-जन तक पहुँचाने के लिए धारावाहिक बनाना चाहते थे। उन्होंने स्वयं स्वीकार किया है कि एक रात स्वप्न में उन्हें हनुमान जी ने दर्शन देकर यह कार्य शीघ्र करने को कहा। बस फिर क्या था ? रामानन्द सागर प्रभु श्रीराम का नाम लेकर इस काम में जुट गये।

उन्होंने सर्वप्रथम श्रीराम से सम्बन्धित अनेक ग्रन्थ और पुस्तकों का अध्ययन किया और फिर संवाद लिखने लगे। वे लेखन कार्य रात में करते थे। सुबह उठकर जब वे उन संवादों को दुबारा पढ़ते थे, तो उन्हें स्वयं ही आश्चर्य होता था। उनका मानना था कि स्वयं हनुमान जी रात में आकर उनसे संवाद लिखवाते थे। रामायण के बाद उन्होंने श्रीकृष्ण, जय गंगा मैया, जय महालक्ष्मी जैसे धार्मिक धारावाहिकों का भी निर्माण किया।

इन सेवाओं के लिए भारत सरकार ने उन्हें 2001 ई. में ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया। 12 दिसम्बर, 2005 को मुम्बई में वे सदा के लिए श्रीराम के धाम को महाप्रयाण कर गये।