आज का पंचाग आपका राशि फल, आज है प्रबोधनी एकादशी, राष्ट्राध्यक्ष कैसा हो!, श्राप और वरदान का रहस्य क्या है ?

🕉️देवउठनी एकादशी से पूर्णिमा तक भीष्म पंचक व्रत कहलाता है। जो इस व्रत का पालन करता है, उसके द्वारा सब प्रकार के शुभ कृत्यों का पालन हो जाता है।
🌹प्रबोधनी एकादशी की शुभ कामनाएं🌹
*हरि ॐ हरि**🌹तुलसी पूजन : मां तुलसी के पवित्र मंत्र, तोड़ते समय और जल चढ़ाते समय बोलना न भूलें🌹*

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*इस बार 4 नवंबर 2022 को देवउठनी एकादशी है, इसे देवोत्थान प्रबोधनी भी कहा जाता है। इसी दिन तुलसी और शालिग्राम का विवाह किया जाता है तथा धार्मिक शास्त्रों के अनुसार तुलसी की प्रतिदिन पूजा करने से घर में धन-संपदा, वैभव, सुख-समृद्धि प्राप्त होती हैं तथा मां तुलसी से की गई हर मनोकामना निश्चित रूप से पूरी होती है।*

 

*धार्मिक मान्यतानुसार घर में हरा-भरा तुलसी का पौधा परिवार की पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक है। तुलसी के पौधे में जल चढ़ाते हुए यह विशेष मंत्र बोला जाए तो समृद्धि का वरदान हजार गुना बढ़ जाता है तथा घर में रहने वाले व्यक्तियों को रोग, शोक, बीमारी, व्याधि आदि से छुटकारा मिलता है।*

 

*📿यहां पढ़ें मां तुलसी के दिव्य मंत्र:-*

 

*🪔1. तुलसी को जल चढ़ाते समय बोलें यह मंत्र-* 

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महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी

आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

 

*🪔2. तुलसी पूजन मंत्र-* 

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तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी। धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।। 

लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्। तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।

*🪔3. तुलसी नामाष्टक मंत्र-* 

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वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी। पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।

एतनामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम। य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।

*🪔4. तुलसी स्तुति मंत्र-* 

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देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः, नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।

*🪔तुलसी तोड़ते समय बोलें ये 3 पवित्र मंत्र-*  

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5. मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी 

नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।

6. ॐ सुभद्राय नमः

7. ॐ सुप्रभाय नमः

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✍️*ज्योतिष आचार्य पांडुरंगरावशास्त्री*

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शुक्रवार, ४ नवम्बर २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:३६

सूर्यास्त: 🌅 ०५:३९

चन्द्रोदय: 🌝 १५:१७

चन्द्रास्त: 🌜२७:१५

अयन 🌖 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: ❄️ शरद 

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 कार्तिक 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 एकादशी (१८:०८ से द्वादशी)

नक्षत्र 👉 पूर्वाभाद्रपद (२४:१२ से उत्तरा भाद्रपद)

योग 👉 व्याघात (२७:१६ से हर्षण)

प्रथम करण 👉 वणिज (०६:४६ तक)

द्वितीय करण 👉 विष्टि (१८:०८ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 तुला 

चंद्र 🌟 मीन (१८:१९ से)

मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पश्चिम, वक्री)

बुध 🌟 तुला (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र 🌟 तुला (अस्त, पूर्व)

शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३८ से १२:२२

अमृत काल 👉 १६:२४ से १७:५८

विजय मुहूर्त 👉 १३:४९ से १४:३३

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१७ से १७:४१

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२८ से १८:४६

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३४ से २४:२७

राहुकाल 👉 १०:३८ से १२:००

राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व

यमगण्ड 👉 १४:४४ से १६:०६

होमाहुति 👉 शनि

दिशाशूल 👉 पश्चिम

नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (२४:१२ तक)

अग्निवास 👉 पाताल (१८:०८ से पृथ्वी)

भद्रावास 👉 मृत्यु (०६:४६ से १८:०८) 

चन्द्र वास 👉 पश्चिम (उत्तर १८:१९ से)

शिववास 👉 क्रीड़ा में (१८:०८ से कैलाश पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – चर २ – लाभ

३ – अमृत ४ – काल

५ – शुभ ६ – रोग

७ – उद्वेग ८ – चर

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – रोग २ – काल

३ – लाभ ४ – उद्वेग

५ – शुभ ६ – अमृत

७ – चर ८ – रोग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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देव प्रबोधनी (उठनी) एकादशी (सभी के लिये), भीष्म पंचक आरम्भ, चातुर्मास विधान पूर्ण, तुलसी-शालीग्राम विवाह, गृह प्रवेश मुहूर्त प्रातः ०६:४२ से प्रातः १०:४८ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २४:१२ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (गो, सा, सि, सू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार (दू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

तुला – २९:१५ से ०७:३६

वृश्चिक – ०७:३६ से ०९:५५

धनु – ०९:५५ से ११:५९

मकर – ११:५९ से १३:४०

कुम्भ – १३:४० से १५:०६

मीन – १५:०६ से १६:२९

मेष – १६:२९ से १८:०३

वृषभ – १८:०३ से १९:५७

मिथुन – १९:५७ से २२:१२

कर्क – २२:१२ से २४:३४

सिंह – २४:३४ से २६:५३

कन्या – २६:५३ से २९:११

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रज पञ्चक – ०६:३३ से ०७:३६

शुभ मुहूर्त – ०७:३६ से ०९:५५

चोर पञ्चक – ०९:५५ से ११:५९

शुभ मुहूर्त – ११:५९ से १३:४०

रोग पञ्चक – १३:४० से १५:०६

शुभ मुहूर्त – १५:०६ से १६:२९

शुभ मुहूर्त – १६:२९ से १८:०३

रोग पञ्चक – १८:०३ से १८:०८

शुभ मुहूर्त – १८:०८ से १९:५७

मृत्यु पञ्चक – १९:५७ से २२:१२

अग्नि पञ्चक – २२:१२ से २४:१२

शुभ मुहूर्त – २४:१२ से २४:३४

रज पञ्चक – २४:३४ से २६:५३

शुभ मुहूर्त – २६:५३ से २९:११

चोर पञ्चक – २९:११ से ३०:३४

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श्री तुलसी स्तोत्र || 

पापानि यानि रविसूनुपटस्थितानि गोब्रह्मबालपितृमातृवधादिकानि।

नश्यन्ति तानि तुलसीवनदर्शनेन गोकोटिदानसदृशं फलमाशु च स्यात् ॥१।।

या दृष्टा निखिलाघसंघशमनी स्पृष्टा वपुः पावनी रोगाणामभिवन्दिता निरसनी सिक्ताऽन्तकत्रासिनी।

प्रत्यासक्तिविधायिनी भगवतः कृष्णस्य संरोपिता न्यस्ता तच्चरणे विमुक्तिफलदा तस्यै तुलस्यै नमः ॥२॥

ललाटे यस्य दृश्येत तुलसीमूलमृत्तिका यमस्तं ।

नेक्षितुं शक्तः किमु दूता भयङ्कराः ॥३॥

तुलसीकाननं यत्र यत्र पद्मवनानि च।

वसन्ति वैष्णवा यत्र तत्र सन्निहितो हरिः॥४॥

पुष्कराद्यानि तीर्थानि गंगाद्याः सरितस्तथा।

वासुदेवादयो देवाः वसन्ति तुलसीवने ॥५॥

तुलसि श्रीसखि शुभे पापहारिणि पुण्यदे।

नमस्ते नारदनुते नारायणमनःप्रिये ॥६॥

यथा पवित्रितो लोको विष्णुसङ्गेन वैष्णवः ॥७॥

तुलस्याः पल्लवं विष्णोः शिरस्यारोपितं कलौ ।

आरोपयति सर्वाणि श्रेयांसि वरमस्तके ॥८॥

तुलस्यां सकला देवा वसन्ति सततं यतः ।

अतस्तामर्चयेल्लोके सर्वान् देवान् समर्चयन् ॥९॥

नमस्तुलसि सर्वज्ञे पुरुषोत्तमवल्लभे ।

पाहि मां सर्वपापेभ्यः सर्वसम्पत्प्रदायिके ॥१०॥

इति स्तोत्रं पुरा गीतं पुण्डरीकेण धीमता ।

विष्णुमर्चयता नित्यं शोभनैस्तुलसीदलैः ॥११॥

तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी ।

धर्म्या धर्नानना देवी देवीदेवमनःप्रिया ॥१२॥

लक्ष्मीप्रियसखी देवी द्यौर्भूमिरचला चला ।

षोडशैतानि नामानि तुलस्याः कीर्तयन्नरः ॥१३॥

लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत् ।

तुलसी भूर्महालक्ष्मीः पद्मिनी श्रीर्हरिप्रिया ॥१४॥

तुलसि श्रीसखि शुभे पापहारिणि पुण्यदे ।

नमस्ते नारदनुते नारायणमनःप्रिये ॥१५॥देव उठनी एकादशी तुलसी विवाह और कांणसि बग्वाल की सभी को नातानुसार सेवा हार्दिक शुभकामनाएं🙏🏻🙏🏻

🌹🌹🛕🛕🌺🌺🌻🌻आज का राशिफल

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिए सामान्य लेकिन आप के संपर्क में रहने वालों के लिए अति उत्तम रहेगा आज आप अपनी निजी आवश्यकताओं को अनदेखा कर परिजन एवं अन्य निकटस्थ लोगों की कामना पूर्ति करने के लिए समय एवं धन खर्च करेंगे। कार्यक्षेत्र पर मध्यांन तक सुस्ती का वातावरण रहेगा परंतु संध्या के समय अचानक तेजी आने से धन की आमद होगी जिससे दैनिक खर्च के अतिरिक्त होने वाले खर्च नही अखरेंगे। आज कार्य क्षेत्र पर आर्थिक विषयों को लेकर किसी से कहासुनी भी हो सकती है बात को बढ़ाने से बचें अन्यथा किसी ना किसी रूप में आर्थिक एवं सम्मान की क्षति होगी घर परिवार का वातावरण सामान्य रहेगा परिजन आपका कहना मानेंगे जिससे आपसी सद्भाव बना रहेगा सेहत का थोड़ा ध्यान रखना आवश्यक है भोजन मे संयम ना रहने पर पेट संबंधित समस्याएं बनेगी

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आप के लिए परिश्रम साथ ही रहेगा मध्यांतर प्रत्येक कार्य में अधिक माथापच्ची करनी पड़ेगी लेकिन मध्यान्ह के बाद परिस्थितियां बेहतर बनने लगेंगी आज आप परिश्रम में कमी नहीं करेंगे जिससे मध्यान्ह के बाद सोची गई योजनाओं में सफलता मिलने लगेगी अथवा निकट भविष्य में सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ेगी कार्यक्षेत्र पर आज अफवाहों पर ध्यान ना दें अपने काम से काम रखें धन लाभ कम होगा लेकिन खर्च भी आज अल्प रहने से लाभ हानि में तालमेल बैठा लेंगे सरकारी कार्य आज थोड़े से प्रयास के बाद पूर्ण हो जाएंगे पिता से थोड़ी बहुत कहासुनी को छोड़ पारिवारिक वातावरण शांति रहेगा परिजन किसी पर्यटन क्षेत्र पर यात्रा के लिए जिद कर सकते हैं शीघ्र ही इस पर खर्च भी करना पड़ेगा गला खराब होने अथवा कटने छिलने का भय है।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप पूर्व में की गई गलतियों में सुधार लाएंगे प्रत्येक कार्य सोच समझकर ही करेंगे फिर भी आप के संपर्क में आने वाले लोगों में आप की छवि जिद्दी इंसान जैसी बनेगी। अपनी जिद्द में किसी के ऊपर अनैतिक दबाव बनाना बैठे-बिठाए कलह को न्योता देगा। कार्यक्षेत्र पर कई दिनों से चल रही मंदी टूटेगी। लाभ के अवसर मिलते रहेंगे लेकिन आज कमाया धन किसी न किसी कारण से व्यर्थ होने की संभावना है। स्वतंत्र कार्य की तुलना में परिजनों के मार्गदर्शन में किया गया कार्य अधिक लाभदायक एवं शीघ्र फलित हो सकता है। पैतृक व्यवसाय से भी आशा से अधिक लाभ कमा सकेंगे। स्त्री संतान आपके खिलाफ खड़े होंगे घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति समय रहते करें। लंबी यात्रा की योजना बना रहे हैं तो फिलहाल स्थगित करें किसी न किसी रूप में हानि होने की संभावना है। बड़े बुजुर्गों को सम्मान की दृष्टि से देखें लाभ होगा।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आपको अपनी वाणी एवं व्यवहार को संयमित रखने की आवश्यकता है मध्यांन तक किसी के द्वारा बोली गई कड़वी अथवा भड़काऊ बातों की अनदेखी करना ही बेहतर है दोपहर के बाद परिस्थितियां सुधरने लगेगी वैसे तो आज आपके अंदर बुद्धि विवेक की प्रचुर मात्रा रहेगी फिर भी बार बार किसी के टोकने अथवा अपमानित करने पर धैर्य खो सकते हैं सार्वजनिक क्षेत्र पर परिवार की प्रतिष्ठा बनी रहेगी लेकिन आप के प्रति इन सब का व्यवहार आज विपरीत ही रहने वाला है आज लगभग जो भी आप के संपर्क में आएगा उसका लक्ष्य आपसे किसी ना किसी रूप में स्वार्थ सिद्धि पूर्ण करने में ही रहेगा आज मीठा बोलने वालों से विशेष सावधान रहें संध्या के समय अपने बुद्धि बल से विपरीत परिस्थितियों में भी आर्थिक लाभ कमाएंगे छोटे-मोटे शारीरिक दर्द को छोड़ सेहत सामान्य ही रहेगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लिए शुभ फलदायी है। आज आप लोगों को नैतिकता का पाठ पढ़ाएंगे लेकिन स्वयं उसके ऊपर अमल नहीं करेंगे। आप अपनी सोची हुई योजना को पूर्ण करने के लिए जोखिम लेने से भी नहीं घबराएंगे। व्यवसायी वर्ग को मध्यान्ह तक थोड़ी उठा पटक के बाद धन की आमद शुरू होगी जो कि रात्रि तक रुक-रुक कर चलती रहेगी। नौकरीपेशा जातक जल्दबाजी में काम करेंगे जिससे कुछ ना कुछ गलती होने की संभावना है। भाई बंधुओं की उन्नति देख मन में ईर्ष्या का भाव बनेगा। दांपत्य जीवन में कुछ समय के लिए गरमा गर्मी हो सकती है। परिजनों की जिद पूरी ना करने पर कलह का सामना करना पड़ेगा। सेहत थकान को छोड़ सामान्य रहेगी। यात्रा में चोरी अथवा चोट आदि का भय है सावधान रहें।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन परिस्थितियां आपके अनुकूल बन रही हैं फिर भी दिन के पूर्वार्ध में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य जल्दबाजी में ना करें अन्यथा हानि होने की संभावना है मध्यान्ह आते-आते स्थिति आपके पकड़ में आने लगेगी कल तक जिस कार्य से हानि हो रही थी उस कार्य से भी कुछ ना कुछ लाभ अवश्य होगा किसी परिजन से कहासुनी होने की संभावना है लेकिन आज घर के सदस्यों की बातों पर ज्यादा ध्यान ना देकर अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहे हैं धन लाभ किसी न किसी रूप में अवश्य होगा अनैतिक मार्ग से लाभ की संभावना अधिक है शेयर सट्टे के व्यवसाइयों को आज कई दिनों बाद सफलता का स्वाद चखने को मिलेगा। संध्या का समय मनोरंजन में बीतेगा अत्यधिक ठंडे एवं नशीले पदार्थों के सेवन से परहेज करें वरना सेहत तो खराब होगी सम्मान में भी कमी आएगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन बीते कल की तुलना में आरामदायक रहेगा बुद्धि विवेक आने से पूर्व में की गई गलतियों का पश्चाताप करेंगे लेकिन स्वभाव में थोड़ा अहम रहने के कारण जल्दी से गलती नहीं मानेंगे कार्यक्षेत्र पर आज ले देकर काम निकालना पड़ेगा जिस काम से लाभ की संभावना रहेगी उसी में बाद में हानी उठानी पड़ सकती है धन का निवेश अनुभवों की सलाह के बाद ही करें अन्यथा दो-तीन दिन के लिए टालना ही बेहतर रहेगा नौकरीपेशा जातक आज कार्य क्षेत्र पर बेवजह टकराव से बचें किसी अन्य की गलती आपके सर आने पर क्रोध आएगा फिर भी धैर्य का परिचय दें अन्यथा बेवजह की मुश्किलें होंगी धन की आमद सामान्य रहेगी लेकिन आज आवश्यकता पड़ने पर किसी से कर्ज लेने की संभावना है दांपत्य जीवन में थोड़ी बहुत गर्मागर्मी के बाद शांति स्थापित होगी खानपान में संयम ना बरतने पर पेट में कब्ज दर्द गैस की शिकायत हो सकती है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप का मन भ्रमित रहेगा मुख से कुछ बोलेंगे करेंगे उसका उल्टा ही। जिससे आप के संपर्क में रहने वालों को काफी परेशानी होगी। वादाखिलाफी करने पर आपकी छवि भी खराब होगी। दांपत्य जीवन में विशेषकर आज छोटी-छोटी बातों को लेकर नोकझोंक होगी शांत रहने का प्रयास करें अन्यथा बात बिगड़ते देर नहीं लगेगी। कार्यक्षेत्र पर भी आज सोचा काम ना बनने से क्रोध आएगा वाणी एवं स्वभाव में नरमी रखें अन्यथा सड़क चलते लोग भी आपको ताने मार जाएंगे। काम धंधे से असमय धन की आमद होगी लापरवाही से बचें अन्यथा इस से भी वंचित रह सकते हैं। परिजनों अथवा अन्य को व्यवसाय की गुप्त बातें बताना हानि करा सकता है। आज किसी पुराने कर्ज को लेकर भी तू तू मैं मैं होने की संभावना है। धैर्य के साथ आज का दिन व्यतीत करें आने वाला कल कुछ नई संभावनाएं लेकर आएगा तब तक जोड़-तोड़ की नीति से भी बचें सेहत भी नरम-गरम रहेगी मानसिक तनाव अधिक परेशान करेगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आपके लिए धन लाभ वाला रहेगा। पूर्व में किए परोपकार एवं धार्मिक कृत्यो का फल आज किसी न किसी रूप में अवश्य मिलेगा बस आज जल्दबाजी के निर्णय से बचें अन्यथा लाभ तो होगा परंतु इतना नहीं जितनी कि आप आशा लगाए रहेंगे। कार्य क्षेत्र से कोई शुभ समाचार भी मिल सकता है। लंबे समय तक लाभ देने वाले सौदे हाथ लगेंगे धन लाभ संतोषजनक हो ही जाएगा। लेकिन परिवार में किसी न किसी कारण से मानसिक कष्ट देने वाले प्रसंग बनते रहेंगे। छोटी मोटी बातों की अनदेखी करना ही बेहतर रहेगा। घर की अपेक्षा सार्वजनिक क्षेत्र पर समय बिताना अधिक पसंद करेंगे आप की छवि भी सार्वजनिक क्षेत्र पर भद्र पुरुष जैसी बनेगी लेकिन आज सरकारी उलझन में भी फंस सकते हैं। अनैतिक कार्यों से बचकर रहें। रक्त विकार, पित्त अथवा किसी गुप्त रोग के होने की संभावना है। 

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप जिस भी कार्य को करेंगे उसे ले देकर अवश्य ही संतोषजनक स्थिति तक पहुंचा देंगे। दिन के आरंभ में परिवार के बड़े लोग किसी महत्वपूर्ण विषय में आप का विरोध कर सकते हैं। लेकिन दोपहर बाद संतानों को छोड़ परिवार में लगभग सभी सदस्य आप के लिए निर्णय से सहमत रहेंगे। संतान अथवा किसी अन्य छोटे परिजन का उद्दंड एवं जिद्दी व्यवहार कुछ समय के लिए परेशानी में डालेगा फिर भी परिवार की महिलाएं इसका हल खोज लेंगी। पिता की प्रतिष्ठा का लाभ आपको प्रत्येक क्षेत्र में मिलेगा किसी कुटुम्बीजन से आकस्मिक लाभ होने की भी संभावना है। कार्य क्षेत्र पर भी परिस्थिति अनुकूल रहेगी आवश्यकता अनुसार धन लाभ कहीं ना कहीं से हो जाएगा। किसी धार्मिक स्थल अथवा पर्यटक क्षेत्र की यात्रा के प्रसंग बनेंगे। संध्या का समय थोड़ा खर्चीला रहेगा। आज कोई लंबी अवधि तक चलने वाला रोग भी हो सकता है शारीरिक जांच अवश्य कराएं।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन मध्यांन तक आप कर्म करने की अपेक्षा ख्याली पुलाव पकाएंगे। कार्य क्षेत्र पर काम काज होने के बाद भी मन अन्यत्र घूमेगा। व्यवसाई वर्ग को लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन मन को अनुकूल नहीं लगने पर कुछ समय के लिए दुविधा में फंसेंगे। दोपहर से भाग्य का साथ मिलने लगेगा कुछ अच्छे लाभ के सौदे हाथ लगने से धन की आमद सुनिश्चित होगी। नौकरीपेशा जातक विशेषकर महिलाओं की कार्य क्षेत्र पर किसी से तीखी झड़प हो सकती है। इसका कारण स्वयं की ही लापरवाही रहेगा। दांपत्य जीवन में खर्च करने के बाद ही सुख मिल सकेगा परिजनों की पुरानी मांगों को पूर्ण करने के लिए संचित धन खर्च करना पड़ेगा। महिलाएं साज सज्जा एवं घर में किसी परिवर्तन को लेकर मानसिक रुप से परेशान रहेगी। संध्या का समय दिनभर की अपेक्षा शांति वाला रहेगा किसी पर्यटक क्षेत्र पर यात्रा की योजना बनेगी। परिवार के बुजुर्ग लंबी बीमारी के कारण परेशान होंगे।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज परिस्थितियां कार्यों में बाधक बनेगी दिन के आरंभ से ही मन अनर्गल प्रवृतियों में भटकेगा बिना सोचे समझे किए गए कार्य बाद में पश्चाताप का कारण बनेंगे आज परिजनों की अनदेखी अथवा अनसुनी करना कलह कराएगा कार्य क्षेत्र पर चलते हुए कार्य अचानक रुकेंगे कोई पुराना सौदा भी बीच में टूटने की संभावना है नए कार्य में धन आज भूल कर भी ना लगाएं चल अचल संपत्ति को लेकर किसी परिजन से कलह है अथवा शत्रुता बनेगी यहां जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचें सरकारी कार्य आज अधिक उलझने की संभावना है अधिकारी वर्ग आपकी छोटी गलतियों को पकड़ने की ताक में रहेंगे सरकार विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित होने पर अदालती चक्करों में पड़ सकते हैं पेट खराब होने पर अन्य व्याधियां पनप सकती हैं खानपान देखभाल कर करें।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे 🙏

उत्तराखंड की बेटी वंदना रावत बनी राष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता हेतु चयनित होने पर ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज संस्थान की ओर बहुत-बहुत बधाई।
भगवान बद्रीविशाल जी और भगवान केदारनाथ जी से आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।

*राष्ट्राध्यक्ष वह जो अपने लक्ष्यों के प्रति*
*दीर्घदृष्टि से बहुत स्पष्ट और बहुत*
*समर्पित हो,*

*जो अपनी कार्य शैली की संरचना*
*इतनी गूढ़ औऱ गोपनीय रख पाए*,

*औऱ उसके प्रतिद्वंदियों पर सदैव* *बहुत भारी पड़े।*

*सारे दुष्ट मनसूबे वालों की व्यूह* *रचनाओं को भेदता हुआ,*

*बहुत फोकस्ड प्रयास करे और* *निडरता से सारे परिणामों को स्वयं*
*वहन करे।*

*यह नहीं कि झूठे दोषारोपण से* *अपनी राजनीति से अपनी* *कुटिलताओं औऱ षड्यंत्रों से दूसरे* *के मार्ग का या राष्ट्र के प्रति गद्दारी में *लिप्त रहे।*

💐💐जय जय श्री राधे💐💐
श्राप और वरदान का रहस्य क्या है ?
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हम पौराणिक कथाओं में प्रायः यह पढ़ते-सुनते आये हैं कि अमुक ऋषि ने अमुक साधक को वरदान दिया या अमुक असुर को श्राप दिया। जन साधारण को या आजके तथाकथित प्रगतिवादी दृष्टिकोण वाले लोगों को सहसा विश्वास नहीं होता कि इन पौराणिक प्रसंगों में कोई सच्चाई भी हो सकती है।

यदि विचारपूर्वक देखा जाय तो हम पाएंगे कि श्राप केवल मनुष्यों का ही नहीं होता, जीव-जंतु यहाँ तक कि वृक्षों का भी श्राप देखने को मिलता है। वृक्षों पर आत्माओं के साथ-साथ यक्षदेवों का भी वास होता है।

स्वस्थ हरा-भरा वृक्ष काटना महान पाप कहा गया है। प्राचीन काल से तत्वदृष्टाओं ने वृक्ष काटना या निरपराध पशु-पक्षियों, जीव-जंतुओं को मारना पाप कहा गया है। इसके पीछे शायद यही कारण है। उनकी ऊर्जा घनीभूत होकर व्यक्तियों का समूल नाश कर देती है।

चाहे नज़र दोष हो या श्राप या अन्य कोई दोष–इन सबमें ऊर्जा की ही महत्वपूर्ण भूमिका है। किसी भी श्राप या आशीर्वाद में संकल्प शक्ति होती है और उसका प्रभाव नेत्र द्वारा, वचन द्वारा और मानसिक प्रक्षेपण द्वारा होता है।

रावण इतना ज्ञानी और शक्तिशाली होने के बावजूद उसे इतना श्राप मिला कि उसका सबकुछ नाश हो गया। महाभारत में द्रौपदी का श्राप कौरव वंश के नाश का कारण बना। वहीँ तक्षक नाग के श्राप के कारण पांडवों के ऊपर असर पड़ा।

गांधारी का श्राप श्रीकृष्ण को पड़ा जिसके कारण यादव कुल का नाश हो गया। गान्धारी ने अपने जीवन भर की तपस्या से जो ऊर्जा प्राप्त की थी उसने अपने नेत्रों द्वारा प्रवाहित कर दुर्योधन को वज्र समान बना डाला था।

अगर इस पर विचार करें तो गांधारी की समस्त पीड़ा एक ऊर्जा में बदल गई और दुर्योधन के शरीर को वज्र बना दिया। वही ऊर्जा कृष्ण पर श्राप के रूप में पड़ी और समूचा यदु वंश नाश हो गया।

श्राप एक प्रकार से घनीभूत ऊर्जा होती है। जब मन, प्राण और आत्मा में असीम पीड़ा होती है तब यह विशेष ऊर्जा रूप में प्रवाहित होने लगती है और किसी भी माध्यम से चाहे वह वाणी हो या संकल्प के द्वारा सामने वाले पर लगती ही है।

श्राप के कारण बड़े बड़े महल, राजा-महाराजाओं, जमीदारों का नाश हो गया। महल खंडहरों में बदल गए और कथा-कहानियों का हिस्सा बन गए..!!
*🙏🏾🙏🏼🙏🏽जय जय श्री राधे*🙏🏻🙏🏿🙏