आज का पंचाग आपका राशि फल, बद्रीविशाल के कपाट शीत काल के लिए आज शाम होंगे बंद, हनुमान चालीसा का पाठ करने से तत्काल होने वाले अद्भुत लाभ, पिता रूद्ररुप में ही अच्छे लगते हैं

 चमोली – बद्रीविशाल के कपाट शीत काल के आज शाम 6:45pm पर बंद कर दिये जाएगे ! श्री बदरी नारायण जी आप सभी भक्तों पर अपनी कृपा सदा बनाये रखे 🙏🌹✍️ डाॅ हरीश मैखुरी चमोली 9634342461💐💐पिता श्री💐💐*

पौराणिक कथाओं में कभी कभी
ऐसे प्रसङ्ग सामने आते हैं जिसे पढ़ते हुए हृदय गदगद हो जाता है।

एक बार गणेश जी ने भगवान शिव जी से कहा – पिता जी ! आप यह चिता भस्म लगा कर, मुण्डमाला धारण कर अच्छे नहीं लगते। मेरी माता गौरी अपूर्व सुन्दरी औऱ आप उनके साथ इस भयङ्कर रूप में !

पिता जी ! आप एक बार कृपा कर के अपने सुन्दर रूप में माता के सम्मुख आयें, जिससे हम आपका असली स्वरूप देख सकें !

भगवान शिव जी मुस्कुराये औऱ
गणेश की बात मान ली ! कुछ समय बाद जब शिव जी स्नान कर के लौटे तो उनके शरीर पर भस्म नहीं थी, बिखरी जटाएँ सँवरी हुईं मुण्ड माला उतरी हुई थी !

सभी देवी-देवता, यक्ष, गन्धर्व, शिवगण उन्हें अपलक देखते रह गये, वो ऐसा रूप था कि मोहिनी अवतार रूप भी फीका पड़ जाए !

भगवान शिव ने अपना यह रूप पहले कभी प्रकट नहीं किया था ! शिव जी का ऐसा अतुलनीय रूप कि करोड़ों कामदेव को भी मलिन कर रहा था !

गणेश अपने पिता की मनमोहक छवि को देख कर स्तब्ध रह गये और मस्तक झुका कर बोले मुझे क्षमा करें पिता जी ! परन्तु अब आप अपने पूर्व रूप को धारण कर लीजिए !

भगवान शिव मुस्कुराये औऱ पूछा – क्यों पुत्र अभी भी तुमने ही मुझे
इस रूप में देखने की इच्छा प्रकट की थी, अब पुनः पूर्व स्वरूप में आने की बात क्यों ?

गणेश जी मस्तक झुकाये हुए ही कहा – क्षमा करें पिता श्री ! मेरी माता से सुन्दर क़ोई औऱ दिखे
मैं ऐसा कदापि नहीं चाहता !

शिव जी हँसे औऱ अपने पुराने स्वरूप में लौट आये !

पौराणिक ऋषि इस प्रसङ्ग का सार स्पष्ट करते हुए कहते हैं :

आज भी ऐसा ही होता है पिता रुद्र रूप में रहता है क्योंकि उसके ऊपर परिवार की ज़िम्मेदारियाँ
अपने परिवार का रक्षण उनके मान सम्मान का ख्याल रखना होता है तो थोड़ा कठोर रहता है और माँ सौम्य, प्यार, लाड़, स्नेह
उनसे बातचीत कर के प्यार दे कर
उस कठोरता का सन्तुलन बनाती हैं । इसलिए सुन्दर होता है माँ का स्वरुप ।।

पिता के ऊपर से भी ज़िम्मेदारियों का बोझ हट जाए तो वो भी बहुत सुन्दर दिखता है !
🙏*Happy Mens Dey*🙏
[11/19, 23:10] +91 98782 56005: *कमाल की है ‘मूंग_की_दाल’ हम इसे बीमारियों में क्यों खाते हैं..?*

सभी जानते हैं कि दालें प्रोटीन से भरपूर होती हैं, लेकिन दालों में सबसे उत्तम, #स्वास्थवर्द्धक तथा #शक्तिवर्द्धक #दाल_मूंग की होती है।

● मूंग की दाल की खास बात है कि यह #सुपाच्य होती है।

● इसके अतिरिक्त मूंग की दाल में #कार्बोहाइड्रेट, कई प्रकार के #विटामिन, #फॉस्फोरस और #खनिज तत्व पाए जाते हें, जो अनेक बीमारियों से लड़ने की क्षमता रखते हैं।

● मूंग साबूत हो या धुली, पोषक तत्वों से भरपूर होती है।

● अंकुरित होने के बाद तो इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों #कैल्शियम, #आयरन, #प्रोटीन, #कार्बोहाइड्रेट और #विटामिन्स की मात्रा दोगुनी हो जाती है।अंकुरित मूंग दाल में #मैग्नीशियम, #कॉपर, #फोलेट, #राइबोफ्लेविन, #विटामिन_सी, #फाइबर, #पोटेशियम, #फॉस्फोरस, #मैग्नीशियम, #आयरन, #विटामिन_बी_6, #नियासिन, #थायमिन और #प्रोटीन होता है।

● कुछ लोगों को लगता है कि मूंग दाल बीमारी में खाने के लिए होती है, जबकि मूंग दाल में इतने पौष्टिक तत्व होते है कि अपनी खुराक में उसे शामिल करना ही चाहिए।

● मात्र एक कटोरी पकी हुई मूंग की दाल में 100 से भी कम केलौरी होती है।

● इसे खाने के बाद लम्बे समय तक भूख नहीं लगती है।

● रात के खाने में रोटी के साथ एक कटोरी मूंग दाल खाने से भरपूर पोषण मिलता है और जल्द ही बढ़ा वजन कम होता है।

● इस तरह मोटापा घटने में मूंग दाल महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

● शोध बताते हैं कि मूंग दाल खाने से त्वचा कैंसर से सुरक्षा भी मिलती है।

● मूंग की मदद से आसानी से रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है, साथ ही मूंग कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करती है।

● ये सोडियम के प्रभाव को कम कर देती है, जिससे रक्तचाप बढ़ता नहीं है।

● मूंग आयरन की कमी को पूरा करने में सक्षम है।
आमतौर पर, शाकाहारी लोग अपने खाने में कम आयरन लेते हैं।

● अपनी खुराक में मूंग को शामिल करके आयरन की कमी दूर की जा सकती है, जिससे एनीमिया का जोखिम भी अपनी आप कम हो जाएगा।

● दाद, खाज-खुजली की समस्या में मूंग की दाल को छिलके सहित पीस कर लेप बनाकर उसे प्रभावित जगह पर लगाने से लाभ होता है।

● टायफॉयड होने पर मूंग की दाल खाने से मरीज को बहुत आराम मिलता है।

● किसी भी बीमारी के बाद शरीर कमजोर हो जाता है।

● मूंग की दाल खाने से शरीर को ताकत मिलती है।

● मूंग की दाल के लेप से ज्यादा पसीना आना भी रुक जाता है।

● दाल को हल्का गर्म करके पीस लें। फिर इस पाउडर में कुछ मात्रा पानी की मिला कर लेप की तरह पूरे शरीर पर मालिश करें, ज्यादा पसीना आने की शिकायत दूर हो जाएगी।

● मूंग को अंकुरित करके भी उपयोग में लाया जा सकता है, यह बहुत ही गुणकारी और स्वास्थ्वर्द्धक है तथा इसके सेवन से अनेक रोगों से बचाव किया जा सकता है और मुक्ति पायी जा सकती है।

● अंकुरित मूंग का सेवन अवश्य करना चाहिए क्योंकि यह शरीर में आवश्यक तत्वों की कमी पूरी करती है और शरीर को मजबूत बनाती है।

● यह सुपाच्य भी है।

● इससे बेहतर शाकाहारी खाद्य सामग्री कोई नहीं होती है।

● अंकुरित मूंग में ग्लूकोज लेवल बहुत कम होता है इस वजह से मधुमेह रोगी इसे खा सकते हैं।

● अंकुरित मूंग के सेवन से पाचन क्रिया हमेशा सही बनी रहती है जिसके कारण पेट सम्बंधी समस्या नहीं होती है और जीवन खुशहाल रहता है।

● अंकुरित मूंग में शरीर के विषाक्त तत्वों को निकालने का गुण होता है।

● इसके सेवन से शरीर में विषाक्त तत्वों में कमी आती है और शरीर स्वस्थ तथा चुस्त रहता है।

● अंकुरित मूंग का नियमित सेवन करने से उम्र का असर जल्दी ही चेहरे पर दिखाई नहीं देता है।

● अंकुरित मूंग में पेप्टिसाइड होता है जो रक्तचाप को संतुलित रखता है और शरीर को स्वस्थ एवं सुदृढ़ बनाए रखने में कारगर होता है।

● अंकुरित मूंग में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जिससे अपच और कब्ज की समस्या नहीं होती है तथा पाचन क्रिया दुरुस्त बनी रहती है।

● मूंग की दाल में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देते हैं और उसे बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं।
[11/19, 23:10] +91 98782 56005: *तांबे के बर्तन में पानी के साथ चांदी का सिक्का डालकर, पानी पीने से क्या होता है?*

 

तांबे के बर्तन में पानी के साथ चांदी का सिक्का डालकर रात को ढककर रख लें और सुबह के समय जितना पानी आप आसानी से पी सकते हैं धीरे-धीरे पीए।

नियमित रूप से ऐसा करने से क्या होता है, वह इस प्रकार हैं।

*1.* यह पानी पेट की सभी प्रकार की समस्यायों में लाभकारी है। जैसे कि पेट दर्द, गैस, एसिडिटी, कब्ज आदि। पेट से आंतों की गंदगी को भी साफ करने में सहायक है।

*2.* यह पानी पीने से गुस्सा कम आता है। दिमाग शांत रहता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।

*3.* शरीर में ठंडक बनाए रखता है और शरीर में सेल्स का निर्माण करता है।

*4.* शरीर की आंतरिक सफाई करता है। यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।

*5.* यह पानी रक्त की शुद्धि और वृद्धि करता है।

*6.* यह पानी फोड़े, फुंसी, मुंहासे और त्वचा संबंधी अन्य रोगों को पनपने नहीं देता। चेहरे की सुन्दरता को बढ़ाता है। त्वचा साफ और चमकदार दिखाई देती है। आप हमेशा जवान नजर आने लगते हैं।

*7.* अतिरिक्त वसा को कम करने में भी बेहद मददगार साबित होता है।

*8.* थायराइड की समस्या को दूर करने में सहायक है।

*9.* इस पानी के प्रयोग से स्मरण शक्ति मजबूत होती है और दिमाग भी तेज होता है।

*10.* यह पानी शुद्ध हो जाता है जिससे बैक्टीरिया भी मर जाते हैं।

*11.* यह पानी पीने से बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और दिल को स्वस्थ बनाए रखता है।

*12.* युरिक एसिड को कम करता है और गठिया व जोड़ों में सूजन के कारण होने वाले दर्द को ठीक करता है।

*13.* चांदी और तांबे के तत्व शरीर में चले जाते हैं, जिससे कई बीमारियों से छुटकारा मिलता हैं।

*14.* यह पानी शरीर के आंतरिक घावों को जल्दी भरने में मदद करता है और इनफैक्शन का खतरा भी नहीं होता।

*15.* वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को दूर करता हैं।

*16.* यह पानी पीने से सर्दी-जुकाम से छुटकारा मिलता है।

*17.* इस पानी को रोजाना पीने से ब्लडप्रैशर कंट्रोल में रहता है।

*इसलिए दोस्तों इस पानी का प्रयोग करें और बीमारियां से छुटकारा पाए।*
[11/19, 23:49] +91 6290 104 832: 🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻शनिवार, २० नवम्बर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:४७
सूर्यास्त: 🌅 ०५:२२
चन्द्रोदय: 🌝 १७:५७
चन्द्रास्त: 🌜०७:२७
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: शरद्
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 मार्गशीर्ष
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 प्रतिपदा (१७:०४ तक)
नक्षत्र 👉 रोहिणी (पूर्ण रात्रि)
योग 👉 शिव (२८:५१ तक)
प्रथम करण 👉 कौलव (१७:०४ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (३०:२५ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृश्चिक
चंद्र 🌟 वृष
मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 वृश्चिक (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 धनु (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४१ से १२:२३
अमृत काल 👉 २७:५९ से २९:४८
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 पूरे दिन
अमृतसिद्धि योग 👉 पूरे दिन
विजय मुहूर्त 👉 १३:४८ से १४:३०
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:०८ से १७:३२
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३६ से २४:३०
राहुकाल 👉 ०९:२४ से १०:४३
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १३:२१ से १४:४०
होमाहुति 👉 चन्द्र
दिशाशूल 👉 पूर्व
नक्षत्रशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१७:०४ तक)
चन्द्रवास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 गौरी के साथ (१७:०४ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पूर्व-दक्षिण (वाय विन्डिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष आरम्भ बुध वृश्चिक में १७:२४ से, विवाहादि मुहूर्त वृश्चिक लग्न प्रातः ०६:५४ से ०८:५४, मीन लग्न दोपहर ०२:१२ से ०३:३९, मिथुन लग्न सायं ०७:१३ से रात्रि ०९:२७, यहां तक लग्न के लिये गुरु मकर राशि मे रहेगा, सिंह-कन्या-तुला लग्न रात्रि ११:४६ से प्रातः ०६:०६ निम्न लग्न से गुरु कुंम्भ राशि मे संचार करेगा, नीवखुदाई एवं गृहारम्भ+व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः ०८:१२ से ०९:३२ तक, गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः ११:५१ से दोपहर १२:३५ तक, आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ३०:४७ तक जन्मे शिशुओ का नाम
रोहिणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ओ, वा, वी, वू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृश्चिक – ३०:३२ से ०८:५१
धनु – ०८:५१ से १०:५५
मकर – १०:५५ से १२:३६
कुम्भ – १२:३६ से १४:०२
मीन – १४:०२ से १५:२५
मेष – १५:२५ से १६:५९
वृषभ – १६:५९ से १८:५४
मिथुन – १८:५४ से २१:०९
कर्क – २१:०९ से २३:३०
सिंह – २३:३० से २५:४९
कन्या – २५:४९ से २८:०७
तुला – २८:०७ से ३०:२८
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०६:४६ से ०८:५१
शुभ मुहूर्त – ०८:५१ से १०:५५
मृत्यु पञ्चक – १०:५५ से १२:३६
अग्नि पञ्चक – १२:३६ से १४:०२
शुभ मुहूर्त – १४:०२ से १५:२५
मृत्यु पञ्चक – १५:२५ से १६:५९
अग्नि पञ्चक – १६:५९ से १७:०४
शुभ मुहूर्त – १७:०४ से १८:५४
रज पञ्चक – १८:५४ से २१:०९
शुभ मुहूर्त – २१:०९ से २३:३०
चोर पञ्चक – २३:३० से २५:४९
शुभ मुहूर्त – २५:४९ से २८:०७
रोग पञ्चक – २८:०७ से ३०:२८
शुभ मुहूर्त – ३०:२८ से ३०:४७
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप किसी भी कार्य को लेकर ज्यादा भाग-दौड़ करने के पक्ष में नही रहेंगे। आसानी से जितना मिल जाये उसी में संतोष कर लेंगे। परन्तु महिलाये इसके विपरीत रहेंगी अल्प साधनो से कार्य करने पर भाग्य को दोष देंगी। व्यवसाय की गति पल पल में बदलेगी जिससे सुकून से बैठने का समय नही मिलेगा। किसी पुरानी घटना को याद करके दुखी रहेंगे। पारिवारिक खर्चो में अकस्मात वृद्धि होने से बजट गड़बड़ा सकता है। महिलाओं के मन मे आज उथल पुथल अधिक रहने के कारण बड़ी जिम्मेदारी का कार्य सौपना उचित नही रहेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आपको आज का दिन धन एवं सम्मान दोनों की प्राप्ति कराएगा। जिस भी कार्य को करेंगे उसमे प्रराम्भ में थोड़ी भाग-दौड़ करनी पड़ेगी लेकिन अंतिम परिणाम प्रसन्नता दायक रहेगा। सरकारी कार्यो में सफलता निश्चित रहेगी परन्तु इनमे आज देरी ना करे अन्यथा लंबित रह जाएंगे। आध्यत्म के प्रति निष्ठा रहेगी पर व्यस्तता के कारण अधिक समय नही दे पाएंगे। कार्य समय से थोड़ा विलंब से पूर्ण होंगे फिर भी धन की प्राप्ति में ज्यादा विलंब नही होगा। घर मे सुख के साधनों की वृद्धि होगी। महिलाये गृहस्थ संबंधित समस्याएं स्वयं सुलझाने की क्षमता रखेंगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप अकस्मात घटनाओं से सतर्क रहें। घरेलू दिनचर्या वैसे तो सामान्य ही रहेगी परन्तु आज जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे आशा के विपरीत अकस्मात क्षति के योग बनेंगे। घर मे भी महिलाओं के हाथ कुछ ना कुछ नुकसान अवश्य होगा। व्यवसाय में निवेश आज भूल कर भी ना करें पुराने उधार के व्यवहार यथा शीघ्र निपटाने के प्रयास करें अन्यथा ये अतिरिक्त सरदर्दी बढ़ाएंगे। सरकार की तरफ से कोई नोटिस अथवा अशुभ समाचार मिलने की संभावना है। संतान की गतिविधियों के ऊपर नजर रखें। धन की कमी रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आप दिन के आरंभ में जितना परिश्रम करेंगे मध्यान के बाद उसका फल धन लाभ एवं सम्मान के रूप में मिलेगा। परन्तु कार्य व्यवसाय में आज अधिकांश कार्य बीच मे भी छोड़ सकते है। चल- अचल संपत्ति से लाभ होगा। प्रतिस्पर्धी आज आपके आगे ज्यादा देर नही टिक पाएंगे। हृदय में आज कोमलता अधिक रहेगी परोपकार के लिए प्रेरित होंगे। बीच-बीच मे अहम की भावना आने से लोगो से व्यवहारिक दूरी बढ़ेगी। महिलाओ का जिद्दी स्वभाव कुछ समय के लिये घर पर अशांति कर सकता है। फिर भी पिछले कुछ दिनों की तुलना में आज शान्ति अनुभव करेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपको प्रत्येक कार्यो में सफलता मिलेगी लेकिन इसके लिए बौद्धिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। आध्यत्म अथवा साधना क्षेत्र से जुड़े जातको को साधना में सिद्धि की दिव्य अनुभूति होगी। बेरोजगार व्यक्ति आज थोड़े से प्रयास के बाद अवश्य किसी रोजगार से जुड़ सकते है। नौकरी पेशा लोगो का आज काम के समय भी मन इधर उधर ज्यादा भटकेगा। मन में चल रही कामना अतिशीघ्र पूर्ण होने के योग है। ध्यान रहे आज किसी भी कार्य में आलस्य किया तो दोबारा अवसर नही मिल सकेगा। गृहस्थ में प्रेम बढेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपको लगभग सभी कार्यो के अनुकूल परिणाम मिलेंगे। अधिकांश कार्य थोड़े से प्रयास से पूर्ण हो जाएंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन ज्यादा लाभप्रद नही फिर भी संतोषजनक स्थिति बनेगी। व्यापार विस्तार की योजना सफल रहेगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग से आसानी से काम निकाल सकेंगे। सामाजिक क्षेत्र हो या पारिवारिक अथवा अन्य सभी जगह आपकी जय होगी। अपरिचित भी आपसे संपर्क बनाने को उत्सुक रहेंगे। महिलाओं का स्वभाव अधिक नखरे वाला रहेगा इस वजह से हास्य की पात्र भी बनेंगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन कार्यो के प्रति मन मे उच्चाटन रहेगा। नौकरी पेशा एवं व्यवासायिक लोगो को अपने क्षेत्र में विविध कष्टो का सामना करना पड़ेगा। कोई भी कार्य बिना किसी के सहयोग के बनाना असंभव ही लगेगा। आर्थिक कारणों से भविष्य को लेकर चिंता रहेगी। परन्तु आज आपका ध्यान आध्यत्म की ओर अधिक आकर्षित रहेगा। मन मे सत्संग प्रवचन सुनने की लालसा रहेगी धर्म के गूढ़ रहस्यों को जानने में रुचि लेंगे। महिलाये धार्मिक अथवा सामाजिक कार्यो में सक्रियता दिखाएंगी। घर का वातावरण मामूली विषयो को छोड़ मंगलमय रहेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आपका आज का दिन आर्थिक लाभ कराएगा फिर भी ध्यान रखें व्यवहार का रूखापन लाभ को हानि में बदलने के साथ ही सामाजिक प्रेम संबंधों में खटास भी ला सकता है। घर परिवार एवं समाज में आपकी अनदेखी होने के कारण मन खिन्न रहेगा परन्तु धैर्य बनाना अति आवश्यक है अन्यथा स्वयं के साथ परिवार की गरिमा को भी ठेस पहुंच सकती है। महिलाओं को भी आज गुस्से पर काबू रखने की अधिक आवश्यकता है। बात-बात पर नाराज होने से घर का वातावरण अस्त-व्यस्त हो सकता है। धन आने के साथ जाने के रास्ते बना लेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप सम्भल कर ही कार्य करेंगे फिर भी सफलता में संशय बना रहेगा। व्यवहारिकता की कमी के कारण जितना लाभ मिलना चाहिए उतना नही मिल सकेगा। घर अथवा बाहर बेवजह कलह के प्रसंग बनेगे। व्यापार व्यवसाय में सहकर्मियो की।मनमानी के कारण असुविधा एवं अव्यवस्था बनेंगी लेकिन फिर भी स्वयं के पराक्रम से खर्च लायक धनार्जन कर ही लेंगे। आस-पड़ोसी एवं भाई बंधुओ से बात का बतंगड़ ना बने इसके लिए मौन रखने की जरूरत है फिर भी महिलाये स्वभावानुसार बनती बात बिगाड़ लेंगी। विपरीत लिंग के प्रति कामासक्त रहेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप बुद्धि विवेक से कार्य करेंगे परन्तु परिस्थिति हर तरह से कार्यो में बाधा डालेगी। कार्य व्यवसाय से मन ऊबने लगेगा धैर्य से कार्य करते रहें संध्या तक संतोषजक लाभ अवश्य मिलेगा पारिवारिक एवं सामाजिक क्षेत्र पर आपके विचारो की प्रशंसा होगी लेकिन केवल व्यवहार मात्र के लिए ही। आर्थिक विषयो को लेकर किसी से विवाद ना करें धन डूबने की आशंका है। गृहस्थ में प्रेम स्नेह तो मिलेगा परन्तु स्वार्थ सिद्धि की भावना भी अधिक रहेगी। महिलाये अधिक बोलने की समस्या से ग्रस्त रहेंगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आपके लिए आज का दिन प्रतिकूल फल देने वाला रहेगा। जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे पहले आलस्य बाद में किसी के गलत मार्गदर्शन के कारण विघ्न बाधाएं आएंगी। आज आप अपने जीवनी की समीक्षा भी करेंगे जिससे मन हीनभावना से ग्रस्त रहेगा। व्यावसायिक अथवा अन्य पारिवारिक-धार्मिक कारणों से यात्रा के योग बनेंगे अगर संभव हो तो यात्रा आज ना ही करें वाहन से चोटादि का भय है। सेहत अचानक खराब हो सकती है। चक्कर-वमन अथवा अन्य पेट मस्तिष्क संबंधित समस्या खड़ी होगी। धन की आमद परिश्रम साध्य रहेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से उन्नति वाला रहेगा। धन संबंधित समस्याएं काफी हद तक सुलझने पर दिन भर प्रसन्नता रहेगी। कार्य व्यवसाय से प्रारंभिक परिश्रम के बाद दोपहर के समय से धन की आमद शुरू हो जाएगी जो संध्या तक रुक रुक कर चलती रहेगी। मितव्ययी रहने के कारण खर्च भी हिसाब से करेंगे धन कोष में वृद्धि होगी। महिलाये किसी मनोकामना पूर्ति से उत्साहित होंगी। आज महिला वर्ग से कोई भी काम निकालना आसान रहेगा मना नही कर सकेंगी। दाम्पत्य सुख में भी वृद्धि होगी। पर्यटन की योजना बनेगी।
_____________________________🙏राधे राधे🙏
[11/20, 05:58] Pandit Ved Prakash Tripathi हस्तरेखा ज्योतिष: हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे
हनुमान चालीसा का पूरा पाठ करने में लगभग २२ मिनट लगते हैं !

पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ
9919242815 निशुल्क परामर्श उपलब्ध

1. बुरी आत्‍माओं को भगाए: हनुमान जी अत्‍यंत बलशाली थे और वह किसी से नहीं डरते थे। हनुमान जी को भगवान माना जाता है और वे हर बुरी आत्‍माओं का नाश कर के लोगों को उससे मुक्‍ती दिलाते हैं। जिन लोगों को रात मे डर लगता है या फिर डरावने विचार मन में आते रहते हैं, उन्‍हें रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिये।

2.पाप से मुक्‍ती दिलाए: हम कभी ना कभी जान बूझ कर या फिर अनजाने में ही गल्‍तियां कर बैठते हैं। लेकिन आप उसकी माफी हनुमान चालीसा पढ़ कर मांग सकते हैं। रात के समय हनुमान चालीसा को 8 बार पढ़ने से आप सभी प्रकार के पाप से मुक्‍त हो सकते हैं।

3.बाधा हटाए: जो भी इंसान हनुमान चालीसा को रात में पढे़गा उसे हनुमान जी स्‍वंय आ कर सुरक्षा प्रदान करेगें।
बचपन से ही हमें सिखाया गया है कि अगर कभी भी मन अशांत लगे या फिर किसी चीज से डर लगे तो, हनुमान चालीसा पढ़ो। ऐसा करने से मन शांत होता है और डर भी नहीं लगता। हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बड़ा ही महत्‍व है। हनुमान चालीसा पढ़ने से शनि ग्रह और साढे़ साती का प्रभाव कम होता है। हनुमान जी राम जी के परम भक्त हुए हैं। प्रत्येक व्यक्ति के अंदर हनुमान जी जैसी सेवा-भक्ति विद्यमान है। हनुमान-चालीसा एक ऐसी कृति है, जो हनुमान जी के माध्यम से व्यक्ति को उसके अंदर विद्यमान गुणों का बोध कराती है। इसके पाठ और मनन करने से बल बुद्धि जागृत होती है। हनुमान-चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति खुद अपनी शक्ति, भक्ति और कर्तव्यों का आंकलन कर सकता है।

4. साढे़ साती का प्रभाव कम करे: हनुमान चालीसा पढ़ कर आप शनि देव को खुश कर सकते हैं और साढे साती का प्रभाव कम करने में सफल हो सकते हैं। कहानी के मुताबिक हनुमान जी ने शनी देव की जान की रक्षा की थी, और फिर शनि देव ने खुश हो कर यह बोला था कि वह आज के बाद से किसी भी हनुमान भक्‍त का कोई नुकसान नहीं करेगें