आज का पंचाग आपका राशि फल, भगवान केदारनाथ के खुले कपाट, विवाह के बदलते विगड़ते रंग-ढंग के बीच मृत होते संस्कार

ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज छह मई को विधि विधान से तीर्थयात्रियों के लिए खुल जाएंगे। मंदिर के कपाट सुबह 06 बजकर 25 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले गये ।

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शुक्रवार, ६ मई २०२२🌻

 

सूर्योदय: 🌄 ०५:४२

सूर्यास्त: 🌅 ०६:५०

चन्द्रोदय: 🌝 ०९:१६

चन्द्रास्त: 🌜२४:०१

अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय

ऋतु: 🌞 ग्रीष्म 

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 वैशाख 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 पञ्चमी (१२:३२ तक)

नक्षत्र 👉 आर्द्रा (०९:२० तक)

योग 👉 धृति (१९:०७ तक)

प्रथम करण 👉 बालव (१२:३२ तक)

द्वितीय करण 👉 कौलव (२५:४६ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 मेष 

चंद्र 🌟 कर्क (२९:३४ से)

मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 वृष (उदय, पश्चिम, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४७ से १२:४१

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०९:२० से २९:२९

रवियोग 👉 ०९:२० से २९:२९

विजय मुहूर्त 👉 १४:२८ से १५:२२

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४४ से १९:०८

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:५७ से २०:०१

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:३४

राहुकाल 👉 १०:३३ से १२:१४

राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व

यमगण्ड 👉 १५:३६ से १७:१६

होमाहुति 👉 बुध

दिशाशूल 👉 पश्चिम

अग्निवास 👉 पृथ्वी (१२:३२ तक)

चन्द्रवास 👉 पश्चिम

शिववास 👉 कैलाश पर (१२:३२ से नन्दी पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – चर २ – लाभ

३ – अमृत ४ – काल

५ – शुभ ६ – रोग

७ – उद्वेग ८ – चर

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – रोग २ – काल

३ – लाभ ४ – उद्वेग

५ – शुभ ६ – अमृत

७ – चर ८ – रोग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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१२३४ वां आद्य जगद्गुरु शंकराचार्य जन्मोत्सव, उपनयन संस्कार+चूड़ाकर्म संस्कार+नींवखुदाई एवं गृहारम्भ+गृहप्रवेश+विद्या एवं अक्षर आरम्भ+उद्योग एवं मशीनरी आरम्भ+ देवप्रतिष्ठा मुहूर्त मुहूर्त प्रातः ०५:४९ से १०:४४ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर १२:२४ से ०२:०३ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज ०९:२० तक जन्मे शिशुओ का नाम 

आर्द्रा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (छ) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (के, को, ह, ही) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मेष – २८:२८ से ०६:०२

वृषभ – ०६:०२ से ०७:५७

मिथुन – ०७:५७ से १०:१२

कर्क – १०:१२ से १२:३३

सिंह – १२:३३ से १४:५२

कन्या – १४:५२ से १७:१०

तुला – १७:१० से १९:३१

वृश्चिक – १९:३१ से २१:५०

धनु – २१:५० से २३:५४

मकर – २३:५४ से २५:३५

कुम्भ – २५:३५ से २७:०१

मीन – २७:०१ से २८:२४

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०५:३० से ०६:०२

मृत्यु पञ्चक – ०६:०२ से ०७:५७

अग्नि पञ्चक – ०७:५७ से ०९:२०

शुभ मुहूर्त – ०९:२० से १०:१२

रज पञ्चक – १०:१२ से १२:३२

शुभ मुहूर्त – १२:३२ से १२:३३

चोर पञ्चक – १२:३३ से १४:५२

शुभ मुहूर्त – १४:५२ से १७:१०

रोग पञ्चक – १७:१० से १९:३१

शुभ मुहूर्त – १९:३१ से २१:५०

मृत्यु पञ्चक – २१:५० से २३:५४

अग्नि पञ्चक – २३:५४ से २५:३५

शुभ मुहूर्त – २५:३५ से २७:०१

रज पञ्चक – २७:०१ से २८:२४

अग्नि पञ्चक – २८:२४ से २९:२९

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिए लाभ के अवसर लाएगा लेकिन मध्यान तक किसी विशेष कार्य को लेकर इंतजार भी करना पड़ेगा इसके बाद ही कार्य विस्तार की सफल योजना बना पायेंगे। शेयर-सट्टे से आकस्मिक लाभ की संभावना है निसंकोच होकर निवेश करें पूँजी निवेश के अनुकूल परिणाम मिलेंगे। दोपहर के बाद का समय आनंद दायक रहेगा पुराने परिचितो से भेंट होंगी। आज उधारी की वसूली के लिए भी उपयुक्त समय है। परिवार में किसी अविवाहित के रिश्ते आएंगे। आध्यत्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। परिवार में किसी की सेहत पर खर्च होगा।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आप असमंजस की स्थिति में रहेंगे। आज मन अनिर्णायक स्थिति में रहने से लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है लेकिन आज आपका संतोषी स्वभाव रहने सेृ मन दुखी नही होगा। स्वभाव में भावुकता अधिक रहने से किसी से धोखा या हानि होने की संभावना है बिना जांच पड़ताल के किसी की बातों पर शीघ्र भरोसा ना करें। माता या किसी अन्य वरिष्ठ व्यक्ति से सलाह ले कर कोई महत्त्वपूर्ण कार्य करें। नकारात्मक सोच त्याग सकारात्मकता अपनाए। कल से परिस्थिति अनुकूल बनने लगेगी। सेहत थोड़े बहुत मानसिक तनाव को छोड़ ठीक ही रहेगी।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज आप दिनभर हास्य एवं मनोरंजन के मूड में रहेंगे मौज शौक पूरा करने के लिये आवश्यक कार्यो को भी नजरअंदाज कर सकते है। लेखक एवं कला क्षेत्र से जुड़े जातको को प्रतिभा प्रदर्शन के सुअवसर मिलेंगे। व्यापार व्यवसाय भी आज सामान्य से अधिक उन्नत चलेगा लेकिन आर्थिक मामले में जल्दी से किसी पर विश्वास ना करें अन्यथा हानि होने की संभावना भी है। नौकरी पेशा जातको की वेतन वृद्धि हो सकती है। परिजनों के साथ खरीददारी पर खर्च होगा। आज अपनी ही किसी गलती से सेहत में विकार आने की सम्भवना है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपके प्रतिकूल रहेगा। आज कार्यो में असफलता मिलने से मन हताशा से भरा रहेगा जिसके कारण क्रोध की मात्रा भी आप में आज अधिक रहेगी। जल्दबाजी में बिना विचारे कोई भी कार्य ना करे। मध्यान बाद कुछ समय के लिये आलस और व्याकुलता बढ़ेगी स्वास्थ्य कुछ नरम-गरम भी रहेगा। परिजनों के साथ बैठकर समस्याओं का समाधान निकालना हितकर रहेगा। लंबे समय से उलझे आर्थिक अथवा सरकारी कार्यो में आज ढील देना ही उचित रहेगा अन्यथा उलझने ज्यादा बढ़ सकती है। आज का दिन मौन होकर बिताने का प्रयास करें।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके अनुकूल रहने से शारीरिक और मानसिक रूप से खुशी का अनुभव करेंगे। आज आपको सामाजिक क्षेत्र पर दिए योगदान के लिये प्रशंशा मिलेगी। नौकरी अथवा व्यापार में किसी अपरिचित से पहचान भविष्य के लिए लाभदायी रहेगी। आर्थिक मामले आरम्भ में अटकते नजर आएंगे लेकिन थोड़ा प्रयास करने पर सफलता मिल सकती है। संध्या के बाद का समय मनोरंजन में बिताएंगे। परिजनों के साथ बाहर घूमने का अवसर मिलेगा। धन खर्च अधिक रहेगा। सेहत में छोटे मोटे विकार रहने पर भी दिनचर्या को प्रभावित नही करेंगे।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपके लिये शुभ फल प्रदान करने वाला रहेगा। आज आप अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़संकल्पित रहेंगे। कोई भी कार्य आरंभ करने के बाद उसे पूरा करके ही छोड़ेंगे उत्साह भी बना रहने से निर्धारित समय पर पूर्ण कर पाएंगे। जिससे हर क्षेत्र में प्रशंशा के पात्र बनेंगे। मध्यान पश्चात आकस्मिक यात्रा के योग बन सकते है इसमे खर्च तो होगा लेकिन कुछ ना कुछ लाभ भी होगा। आर्थिक रूप से दिन संतोषजनक रहेगा। परिवार में मांगलिक कार्यक्रम के आयोजन की रूप रेखा बनेगी। संध्या के समय पेट सम्बंधित परेशानी हो सकती है। खान-पान संयमित रखें। बाहर के खान पान से बचें।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन आपको मिला-जुला फल प्रदान करेगा। दिन के आरम्भ में धार्मिक प्रवृत्ति के कारण दिनचर्या में विलंब होगा लेकिन इसके बाद स्वभाव में फुर्ती आएगी रुके हुए कार्य सरलता से पूर्ण होने से आत्मविश्वाश में वृद्वि होगी। कार्य स्थल पर आज अधिकारी वर्ग का सहयोगात्मक वातावरण रहेगा। व्यवसायी वर्ग को आज जहां से उम्मीद नही रहेगी वहां से भी आकस्मिक लाभ होगा। परंतु संध्या से स्थिति इसके उलट हो जायेगी। बनते कामो में विघ्न आएंगे। आकस्मिक खर्च बढ़ने से मन हताश होगा। सेहत में भी कोई विकार आ सकता है। परिवार में भी उदासीनता का वातावरण बनेगा।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

सेहत के दृष्टिकोण से आपका आज का दिन प्रतिकूल रहेगा। शरीर में थकान बैचैनी शारीरिक अंगों में अकड़न महसूस होने से कार्य के प्रति उत्साह की कमी रहेगी। आज नए कार्य का आरम्भ अथवा पूँजी निवेश भूल कर भी ना करें। सहकर्मियों का कार्य में विलम्ब से किसी से किया वादा पूर्ण नही कर पाएंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन निराश करने वाला रहेगा ले देकर कही से धन की आमद होगी वह भी तुरंत ही हाथ से निकल जायेगा। मध्यान पश्चात परिजनों के सहयोग से स्थिति में परिवर्तन संभव है। आज किसी भी प्रकार का जोखिम वाला कार्य विशेष कर गहरे पानी अथवा अग्नि से बचें।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में आशानुकूल सफलता मिलने से संतोष होगा लेकिन आज बैठे बिठाए लाभ पाने की आशा ना रखें अन्यथा लाभ किसी अन्य को मिल सकता है। नए कार्य का विस्तार आज मध्यान के बाद करना शुभ रहेगा इसके लिये आवश्यक सहयोग थोड़े से प्रयास के बाद मिल जायेगा। पूर्व में किसी की सहायता करने के कारण आज समाज एवं कुटुंब में मान-सम्मान बढेगा। हड्डी अथवा जोड़ो की तकलीफ हो सकती है सतर्क रहें। शेयर सट्टे से भी आकस्मिक लाभ की सम्भवना है। परिवार का वातावरण शांत रहेगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपका आज का दिन विषम परिस्थिति वाला रहेगा। आपके अंदर अतिआत्मविश्वास की भावना बढ़ेगी असंभव कार्य को भी संभव बनाने का प्रयास परिजनों अथवा किसी नजदीकी जानकार के साथ बहस कराएगा। जिससे कुछ समय के लिये मन मे नकारात्मक विचारों की अधिकता आएगी। मध्यान के बाद शारीरिक स्फूर्ति एवं उत्साह का अभाव रहेगा। स्वयं अथवा किसी परिजन की बीमारी पर खर्च हो सकता है। कमर एवं कंधों सम्बंधित पीड़ा की संभावना है। संतान के उद्दंड स्वाभाव से हताशा होगी। आज इनपर नजर रखने की भी आवश्यकता है। भविष्य के खर्चो को लेकर चिंतित होंगे।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का पूरा दिन आपके अनुकूल रहेगा। प्रातः काल से ही शरीर स्फूर्तिवान रहेगा। आज व्यापार व्यवसाय में आर्थिक लाभ के प्रबल योग बन रहे है किसी पुराने सौदे अथवा व्यवहार से असमय धन की आमद हो सकती है जिससे भविष्य की चिंताओं से छुटकारा मिलेगा लेकिन आज पारिवारिक खर्चो में वृद्धि भी होगी। महिलावर्ग अथवा संताने किसी कामना पूर्ति के लिये जिद करेंगे पूर्ति होने पर घर का वातावरण आंनदमय रहेगा। वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी की योजना बन सकती है। संध्या बाद का समय थोड़ा थकान वाला रहेगा लेकिन किसी शुभ समाचार की प्राप्ति होने से जोश आ जायेगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आपमें क्रोध की अधिकता रहने से परिवारजनों के साथ किसी बात पर विवाद होने की संभावना है। मध्यान तक आप सुनेंगे सबकी लेकिन करेंगे वही जो किसी को भी पसंद नही होगा जिससे समस्या अधिक गहरा सकती है। दोपहर के आस-पास अचानक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। आँख एवं पेट से ऊपरी भाग सम्बंधित रोग होने की सम्भावना है। नए कार्य का आरंभ एवं यात्रा संभव हो तो आज टाले। धन की आमद तो होगी लेकिन खर्च अधिक रहने से आर्थिक स्थिति कमजोर होगी। आज का दिन धैर्य से बिताये कल से परिस्थितियां अनुकूल बनने लगेंगी।

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विवाह के बदलते-बिगड़ते रंगढंग के बीच दम तोड़ते हिन्दू संस्कार।* 

 

डिणींग डिणींग जैसे ही ‘नोटिफिकेशन अलर्ट’ सुनाई दिया मैंने फोन देखा। उसमें दूर के किसी रिश्तेदार के बेटे ने अपनी *यूट्यूब लिंक* शेयर की थी। मुझे बहुत आश्चर्य हुआ! मुझे क्यों भेजा? देखा तो उसमें उनके *प्रिवेडिंग से लेकर हनीमून* तक के फोटो-वीडियो का संग्रह बड़ी बेशर्मी के साथ फिल्माया गया था।अरे जब शादी का *निमंत्रण* नहीं, *रिश्तों* में वर्षों से आवा-जाही नहीं। *तीज-त्योहार* पर कोई मेल-मुलाकात नहीं फिर ये *बेहूदा प्रदर्शन* मुझे क्यों भेजा? अपनी आधुनिकता का ढोल पीटने? किसे भेजना,किसे नहीं का भी होश नहीं? अजीब बेहूदगी का चलन बन पड़ा है ये तो? 

        *अब आगे सुने*

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अब संस्कर* विहीन विवाह* वास्तव में एक जुआ की तरह है,यदि दांव सही पड़ गया तो जीवन *स्वर्ग*,अन्यथा *नरक* के सभी रास्ते यहीं खुल जाते हैं।शादी को *दूसरा जन्म* भी माना जाता है क्योंकि इसके बाद *वर-वधू* सहित दोनों के परिवारों का जीवन पूरी तरह बदल जाता है इसलिए *विवाह के संबंध* में कई महत्वपूर्ण सावधानियां रखना जरूरी है। *विवाह =वि+वाह,* अत: इसका शाब्दिक अर्थ है-विशेष रूप से *(उत्तरदायित्व का)* वहन करना पर इससे इन्हें क्या लेना देना? *वेस्टर्न* की नकल कर *हिंदू दूल्हा-दुल्हन* शैम्पेन की बॉटल खोल रहे हैं, आलिंगन के दृश्य दे रहे हैं या मंडप में किस कर रहे हैं। हिन्दू दुल्हन को कभी सुट्टा लगाते, चिलम फूंकता दिखाते हैं,कभी हाथ में शराब का गिलास पकड़ा देते हैं,कभी नीचे से लहंगा गायब कर शॉर्ट्स पहना देते हैं। अब *इवेंट्स मैनेजमेंट,प्री वेडिंग* शूट जैसे चोंचलों की आड़ में *रतिक्रिया* का प्रदर्शन छोड़ हर तरह की *अश्लीलता* का सरेआम प्रदर्शन हो रहा है। विवाह अब *दैहिक सुख* की संविदा और एक *निष्प्राण* अनुबंध बन चला है। दुल्हन की ‘धुआंदार एंट्री’ के नाम पर उछलती कूदती दुल्हन एक *मर्यादा* तक ठीक है पर जब यही (अश्लील) नृत्य विवाह टूटने का कारण बन जाए तो *शुभ* तो नहीं ही है। *पाणिग्रहण संस्कार* को सामान्य रूप से *हिंदू विवाह* के नाम से जाना जाता है। विवाह संस्कार हिन्दू धर्म संस्कारों में *‘त्रयोदश संस्कार’* है *हिन्दू धर्म* में,*सद्गृहस्थ की*,परिवार निर्माण की जिम्मेदारी उठाने के योग्य शारीरिक, मानसिक परिपक्वता आ जाने पर युवक-युवतियों का *विवाह संस्कार* कराया जाता है। पर *फूहड़ता* का दिखावा इसे नहीं मानता। *भारतीय संस्कृति* के अनुसार विवाह कोई शारीरिक या सामाजिक अनुबन्ध मात्र नहीं हैं,*दाम्पत्य* को एक श्रेष्ठ आध्यात्मिक साधना का भी रूप दिया गया है इसलिए कहा गया है *‘धन्यो गृहस्थाश्रमः’।* *वरमाला* के समय होने वाली हरकतों के वीडियो तो सरे आम वायरल हुए हैं।बाजार भरा पड़ा है। दुल्हा-दुल्हन के मिठाई खिलाने के वीडियो तो सभी के मनोरंजन का साधन बने पड़े हैं। नए तरीकों के दिखावे से कई दुर्घटनाएं भी हुईं। *पाणिग्रहण* के समय होने वाली अभद्रता और ठिलवई भी समय समय पर देखने मिल रही है। लगन के समय बारात न पहुंचना,शराब पी कर दुल्हे,परिजनों का उत्पात मचाना, लड़कीवालों से बदतमीजी करना सब बहुत आम हो चला है। वर और कन्या की *कुंडली में विद्यमान ग्रह-नक्षत्रों* के मुताबिक विवाह अर्थात् लग्न का समय निकाला जाता है। जो विवाह का लग्न होता है यही युवक-युवती के *परिणय बंधन* में बंधने का *मुहूर्त* कहलाता है। शादियों में वर और कन्या के जीवन संग जुड़ने में *घड़ी-लग्न* का महत्वपूर्ण स्थान था। अब तो *रिसेप्शन* पर दुल्हा दुल्हन ही समय पर नहीं आते। मेहमान हलकान होते रहते हैं। ऐसे लोग मेरी नजर में *“समयहंता”* (टाइम किलर) के *पाप* के भागी होते हैं।अब अधिकतर शादी मजाक हो गई है। थोथी आधुनिकता का नंगा नाच। हम हमारे *संस्कारों* की धज्जियां उड़ाने वाले *टीवी सीरियल, नौटंकी, फिल्मों और फिल्मी* लोगों की शादियों से प्रभावित हो कर अपने *पवित्र संस्कारों* को नष्ट करने पर तुले हैं। यह ऐसा अंधानुसरण है जिसका परिणाम *टूटते परिवारों* और *विवाह विच्छेद* के बढ़ते प्रकरणों के रूप में सामने आने लगा है और इसके पीड़ित ही इसके अपराधी भी हैं। *सनातन संस्कृति* यानी हिंदू विवाह पद्धति में *दुल्हन देवी स्वरुप लक्ष्मी* है और *दूल्हा विष्णु* अवतार इस मान्यता को हम भूल चले हैं। विवाह एक गरिमामयी पवित्र बंधन और *सोलह संस्कारों* में सबसे प्रमुख संस्कार है यह भी भूल चले हैं। आए दिन विवाह टूटने की ऐसी कई वजहें पढऩे को मिलती हैं।अदालतें ऐसे मुकदमों से भरी पड़ी हैं। कहीं वर पक्ष तो कहीं वधु पक्ष शोषण झूठा मुकदमा दर्ज करा रहा है। *हिंदूओं में विवाह को संस्कार* माना गया है,जिसमें विवाह को *जन्म-जन्म* का रिश्ता कहा गया है लेकिन लगता है यह सब अतीत की बातें हैं, क्योंकि अब विवाह में *शोषण* भी दिखता है, *हत्याएं* भी होती है और एक-दूसरे को नीचा दिखाने का खेल भी चलता है। विवाह के लाभों में *यौनतृप्ति, वंशवृद्धि,मैत्रीलाभ,साहचर्य सुख,* मानसिक रुप से परिपक्वता,दीर्घायु, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की प्राप्ति प्रमुख है। इसके अलावा समस्याओं से जूझने की शक्ति और प्रगाढ *प्रेम संबध* से परिवार में *सुख-शांति* मिलती है। इस प्रकार *विवाह-संस्कार* सारे समाज के एक सुव्यवस्थित तंत्र का स्तम्भ है। इसे जलील तरीके से प्रदर्शित करने की मानसिकता से बचने और गिरते *संस्कृति* मूल्यों को बचाने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णयों की *सख्त* आवश्यकता है।

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*मनोज सिंह रावत*

*RSS प्रचारक*

*नागपुर महाराष्ट्र*

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