*🚩🔱❄«ॐ»«ॐ»«ॐ»❄🔱🚩*
🌞🛕🛕 *जय रामजी की*🛕🛕🌞
🌺 *जय श्री राधेकृष्णा*🌺
🔔 *बम महाँकाल बाबा*🔔
🏹 *जय माँ जगदम्ब भवानी*🏹
*🐀🐘जय श्री गणेश🐘🐀*
※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※
दिनांक:-28-अप्रैल-2023
वार:-शुक्रवार
तिथी:-08अष्टमी:-16:01
पक्ष:-शुक्लपक्ष
माह:-वैशाख
नक्षत्र:-पुष्य:-09:53
योग :-शूल:-09:39
करण:-बव:-16:01
चन्द्रमा:-कर्क
सुर्योदय:-05:59
सुर्यास्त:-18:59
दिशा शुल…..पश्चिम
निवारण उपाय:-जौं का सेवन
ऋतु :-ग्रीष्म-ऋतु
गुलीक काल:-07:34से 09:11
राहू काल:-10:48से12:25
अभीजित….11:59से12:50
विक्रम सम्वंत ………2080
शक सम्वंत …………1945
युगाब्द ………………5125
सम्वंत सर नाम:-पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-05:57से07:34तक
लाभ:-07:34से09:11तक
अमृत:-09:11से10:48तक
शुभ:-12:25से14:01तक
चंचल:-17:15से18:52तक
🌓चोघङिया रात🌗
लाभ:-21:38से23:01तक
शुभ:-00:24से01:47तक
अमृत:-01:47से03:10तक
चंचल:-03:10से04:34तक
आज के विशेष योग
वर्ष का38वा दिन, देवी बगलामुखी जयंती, सूर्य भरणी पर 06:41, गुरु उदय पूर्व 12:30, दुर्गाष्टमी, दग्धयोग 05:59से16:01 तक, मृत्युयोग 09:53से 29:58तक,
👉वास्तु टिप्स 👈
घर में रुपए या पैसे इधर उधर न रखे।
*सुविचार*
बेशक अकेले रह लीजिए लेकिन उनके साथ मत रहिए जो आपको महत्व नही देते है।👍🏻
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*दांतों को मोतियों की तरह दातुन से चमकाए-*
दांत साफ करने के लिए एक बहुत ही कारगर और आसान उपाय यह है कि आप एक गिलास पानी में आधा नींबू का रस मिलाएं। इसमें रातभर दातुन को रखकर छोड़ दें। सुबह इसी दातुन का इस्तेमाल करें। इससे दांतों का पीलापन समाप्त हो जाएगा। अगर रोजाना दातुन नहीं कर सकते, तो वीक में एक बार दातुन जरूर करें। इससे न केवल दांत बल्कि मसूड़े स्वस्थ व मजबूत भी होते हैं।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
योजना फलीभूत होगी। प्रभावशाली व्यक्ति सहयोग करेंगे। मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता कर पाएंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। कार्यसिद्धि होगी। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। मनोरंजन का समय मिलेगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। सावधानी आवश्यक है। व्ययवृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
काम करते समय तथा आते-जाते समय विशेष सावधानी की आवश्यकता है। शारीरिक तथा धन हानि हो सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग प्राप्त होगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। व्यय होगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। परिवार के सदस्यों तथा मित्रों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। लंबी यात्रा संभव है। लाभ होगा।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
भूमि व भवन संबंधित कोई बड़ा सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। प्रतिद्वंद्वियों से तालमेल बैठ सकता है। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति के सहयोग से काम होंगे। धन प्राप्ति में सुगमता होगी।
👩🏻🦱 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
किसी पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। संगीत व चित्रकारी आदि रचनात्मक कार्यों में रुचि रहेगी। नए विचार मन में आएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। प्रसन्नता रहेगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। नकारात्मकता रहेगी। मेहनत अधिक होगी। शोक समाचार प्राप्त हो सकता है। कोई पुराना रोग उभर सकता है। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
समाजसेवा में मन लगेगा। आत्मशांति रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। बिगड़े काम बनेंगे। घर-बाहर सभी ओर सफलता प्राप्त होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। धनार्जन होगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
घर में मेहमानों का आगमन होगा। अच्छी खबर प्राप्त होगी। प्रसन्नता व उत्साह में वृद्धि होगी। छोटी-मोटी यात्रा हो सकती है। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। नए मित्र बनेंगे।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
किसी प्रभावशाली व्यक्ति के सहयोग से भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय हो सकता है। घर-बाहर सभी ओर से सहयोग प्राप्त होगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। मित्रों के साथ मनोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
कोई बड़ा खर्च हो सकता है। आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो सकती है। दूसरों से अपेक्षा न करें। विवेक से कार्य करें। समस्या दूर होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धनहानि की आशंका है। मित्रों के सहयोग से चिंता में कमी होगी।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
डूबी हुई रकम प्राप्ति के योग हैं। भाग्य की अनुकूलता रहेगी। किसी लंबी मनोरंजक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। जीवनसाथी का सहयोग प्रसन्नता में वृद्धि करेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। परिवार में मेलजोल बढ़ेगा। जल्दबाजी न करें।
*🎊🎉🎁 आज जिनका जन्मदिवस या विवाह वर्षगांठ हैं उन सभी मित्रो को कोटिशः शुभकामनायें🎁🎊🎉*
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*😍आपका दिन शुभ हो😍*
*🚩जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम🚩*
_*👧🏻बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ👧🏻*_।। रम्माण ।।
रम्माण!का आयोजन, ढोल दंमाऊ की ताल पर मुखौटा शैली और भल्दा परम्परा की अनूठी लोकसंस्कृति..
उत्तराखंड ने सदियों से लोकसंस्कृति, लोककालाओं, लोकगाथाओं को संजोकर रखा है। विश्व प्रसिद्ध कासंवा की नंदाराजात हो या फिर देवीधुरा का बग्गवाल युद्ध, गुप्तकाशी के जाख देवता का जलते अंगारों पर हैरतंगैज नृत्य हो या फिर जौनसार का बिस्सू मेला। ये सभी देवभूमि की लोकसंस्कृति की झलक दिखलाती है। उत्तराखंड में रामायण, महाभारत की सैकड़ों विधाएं मौजूद हैं। जिसमें से कई विधाएं विलुप्ती की कगार पर हैं। परंतु कई लोगों के अथक प्रयास व दृढ़ संकल्प, निश्चय से इनके संरक्षण और विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य कर इस लोकसंस्कृति को बचाने के लिए अहम भूमिका निभाई है। जो पीढ़ी-दर- पीढ़ी लोगों व श्रद्धालुओं को यहां की लोकसंस्कृति के दर्शन कराते हैं, साथ ही वर्षों पुरानी सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने का प्रयास भी करते है। ऐसी ही एक लोक संस्कृति है रम्माण। चमोली के पैनखण्डा से यूनेस्को के विश्व सांस्कृतिक धरोहर बनने में रम्माण ने लोकसंस्कृति की अनूठी छटा पेश की है। जिसने देवभूमि को हर बार गौरवान्वित होने का अवसर दिया है।
ये है रम्माण!
माना जाता है कि रम्माण का इतिहास लगभग 500 वर्षों से भी पुराना है। जब यहां सनातन धर्म का प्रभाव समाप्ति पर था तो आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा सनातन धर्म के पुनर्जन्म हेतु पूरे देश में चार पीठों की स्थापना की गई, साथ ही ज्योर्तिमठ (जोशीमठ) के आस-पास के इलाकों में सनातन धर्म के प्रति लोगों को पुन: जागृत करने हेतु दक्षिण भारतीय सनातन धर्म से जुड़े हुए लोगों को देवी-देवताओं के मुखौटे पहनाकर रामायण, महाभारत के कुछ अंशों को मुखौटा नृत्य के माध्यम से गांव-गांव में भेजा गया इन गांवों में नृत्यों का आयोजन किया जाता रहा, जो बाद में यहां के समाज का अभिन्न अंग बनकर रह गई और आज विश्व धरोहर बन चुकी है।
ये वो हनुमान थे जिसने कलयुग में सनातन धर्म की जड़ो को फिर से सींचने का काम किया।
स्व. श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार जी जिन्होंने #गीता_प्रेस गोरखपुर की स्थापना की ओर कलयुग में सनातन हिन्दुओ के घर घर मे वैदिक धर्म ग्रंथों, शास्त्रौ को पहुचाने का काम किया। आज हिन्दुओ के घर मे जो सनातन शास्त्र पहुच रहे है वो स्व श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी की देन है। वास्तव में हनुमान प्रसाद पोद्दार जी हनुमान ही थे जब हिन्दू समाज अपने ज्ञान , विज्ञान, गौरव को भुल अंग्रेजी सभ्यता का दास बन रहा था, तब इन्होंने हनुमान की भांति संजीवनी रुपी #गीता_प्रेस गोरखपुर (सनातन शक्तिपुंज) की स्थापना कर जो सनातनियों को जड़ से जोड़े रखने का भगीरथी प्रयास किया । उसके लिए हिन्दू समाज हमेशा इनका ऋणी रहेगा।
ऐसे धर्मरक्षक महावीरो को नई पीढ़ी द्वारा भूलना सिर्फ गलती नही महापाप होगा। इन लोगो ने अभावो में रहकर भी कैसे संस्थान खड़े किए होंगे जो सम्पूर्ण विश्व मे वैदिक धर्म ग्रंथ शास्त्र पहुचाने वाले सबसे बडे हिन्दू संस्थान बनकर उभरे।
न पैसा न संसाधन फिर भी हिंदू समाज की आने वाली पीढ़ियों तक शास्त्रो का अमर ज्ञान पहुचाने के लिए अपना सबकुछ वार दिया।
#by_deb_sharma 🙏🏼