भू बैकुंठ धाम भगवान बद्रीविशाल में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से हुई, ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य भी पंहुचे कपाट खुलने पर, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने कहा चारों-धामों में यात्रियों का अभिनन्दन, बदरीनाथ में हैलीकाॅप्टर से श्रध्दालुओं पर की गई पुष्पवर्षा

*बदरीनाथ धाम के खुले कपाट। पावन अवसर के साक्षी बने हजारों श्रद्धालु।*

*प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नाम से हुई पहली पूजा।*

*कपाट खुलने के अवसर पर तीर्थयात्रियों पर हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा।*

*मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाट खुलने पर समस्त श्रद्धालुओं को दी शुभकामनाएं*

*चमोली 27 अप्रैल,2023* 

भगवान श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट आज गुरूवार को सुबह 7ः10 बजे शुभ मुहूर्त पर ब्रहम बेला में पूरे वैदिक मंत्रोचारण एवं विधि विधान के साथ श्रद्वालुओं के लिए खुल गए है। इस मौके पर पहली पूजा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की गई। 

कपाटोद्घाटन के साक्षी बनने के लिए हजारों संख्या में श्रद्वालु धाम मौजूद थे। गुरूवार को सुबह चार बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। कुबेर जी, श्री उद्वव जी एवं गाडू घडा दक्षिण द्वार से मंदिर में परिसर में लाया गया। इसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी, हकहकूधारी एवं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा प्रशासन एवं हजारों श्रद्वालुओं की मौजूदगी में विधि विधान के साथ मंदिर के कपाट खोले गए। मुख्य पुजारी वीसी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने गर्भगृह में भगवान बद्रीनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करते हुए सबके लिए मंगलमय की कामना की। पहली पूजा प्रधानमंत्री मोदी के नाम से की गई। इसके साथ ही ग्रीष्मकाल के लिए बद्रीनाथ के दर्शन शुरू हो गए है। कपाटोद्घाटन के अवसर पर बद्रीनाथ मंदिर को 15 कुंतल फूलों से सजाया गया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाट खुलने के शुभ अवसर पर समस्त श्रद्धालुओं को अपनी शुभकामनाएं प्रदान की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के सकुशल संचालन हेतु राज्य सरकार ने तमाम व्यवस्थाएं की हैं। 

हल्की बर्फबारी व बारिश के बीच सेना की टुकडी ने बैण्ड की मधुर धुन तथा स्थानीय महिलाओं के पारम्परिक संगीत व नृत्य के साथ भगवान बद्रीनाथ की स्तुति ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा निर्देशों के अनुरूप बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर तीर्थ यात्रियों के स्वागत में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा से श्रद्वालु गदगद हो उठे। कपाट खुलने के एक दिन पूर्व से ही बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। पहले दिन ही हजारों श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ में अखण्ड ज्योति एवं भगवान श्री बद्रीनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है।

कपाटोद्घाटन के अवसर पर श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेस्वरानन्द जी महाराज, उत्तराखंड के पूर्व काबीना मंत्री और बदरीनाथ के विधायक राजेन्द्र भण्डारी और भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल, सीडीओ डा.ललित नारायण मिश्र, एडीएम डा.अभिषेक त्रिपाठी, बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, एसडीएम कुमकुम जोशी, ईओ सुनील पुरोहित आदि सहित मंदिर संमिति के अन्य पदाधिकारी, सदस्य, हकहकूकधारी एवं भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

*बैकुंठ धाम में अन्य तीर्थ एवं पर्यटक स्थलों में भी जुटने लगी श्रद्धालुओं की भीड*

बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही भू-बैकुण्ठ धाम के आसपास तप्तकुण्ड, नारद कुण्ड, शेष नेत्र झील, नीलकण्ठ शिखर, उर्वशी मन्दिर, ब्रह्म कपाल, माता मूर्ति मन्दिर तथा देश के प्रथम गांव माणा, भीमपुल, वसुधारा जल प्रपात एवं अन्य ऐतिहासिक व दार्शनिक स्थलों पर भी श्रद्वालुओं एवं पर्यटकों की भीड जुटने लगी है।

*कब कितने यात्री पहुंचे बद्रीनाथ*

विगत वर्षो में लाखों श्रद्वालु बद्रीनाथ की यात्रा कर चुके है। पिछले आंकडो पर नजर डाले तो वर्ष 2016 में 654355, वर्ष 2017 में 920466 तथा वर्ष 2018 में 1048051, वर्ष 2019 में 1244993 तथा वर्ष 2020 में 155055 श्रद्वालु बद्रीनाथ पहुॅचे। वर्ष 2021 में कोरोना संकट के कारण 197997 श्रद्वालु ही बदीनाथ पहुॅचे। जबकि कोरोना महामारी पर नियंत्रण के बाद विगत वर्ष 2022 में 1763549 श्रद्वालु बद्रीनाथ धाम पहुॅचे। इस बार शुरूआत में ही रिकार्ड पंजीकरण के साथ बडी संख्या में श्रद्वालु बदरीनाथ पहुॅच रहे है।बहुनि सन्ति तीर्थानि दिविभूमौ रसासु च* *बदरी सदृशं तीर्थ न भूतो न भविष्यति*जय बदरीविशाल 🚩

*शुभ मुहूर्त में विधि-विधान के साथ भगवान बदरीविशाल के द्वार खुले* 

देवताओं की ओर से शीतकालीन पूजा का क्रम श्रीमान नारद जी ने सम्पन्न किया अब मनुष्यों की ओर से भगवान बदरीविशाल जी के मुख्यपुजारी श्रीमान ईश्वरप्रसाद नम्बूदरी जी ने आज से भगवान की पूजा शुरु की । प्रातः सर्वोत्तम मुहूर्त में 7:10बजे *गुरुपुष्य योग* में कपाल उद्घाटन सम्पन्न हुआ । 

बहूनि सन्ति तीर्थानि दिवि भूमौ रसातले । 

बदरीसदृशं तीर्थं न भूतो न भविष्यति ।।

भारत भूमि में करोडों तीर्थ है , पर इन सबमें अन्यतम तीर्थ हैं बदरीनाथ धाम । आज से आगामी 7 महीनों तक मनुष्य भगवान की पूजा / दर्शन कर पाएंगे । 

टिहरी महाराज के राजगुरु श्री नौटियाल जी ने पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज का आशीर्वाद लिया । 

इस महत्वपूर्ण अवसर पर अपना सान्निध्य प्रदान किया परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ महाराज , धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल जी, स्वामी संविदानन्द जी, रवीन्द्र भट्ट जी, मन्दिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय जी, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना जी, ललितनारायण मिश्र जी, कुमकुम जोशी जी, पंकज भाई मोदी जी, उपाध्यक्ष किशोर पंवार जी, मुख्यकार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह जी, सदस्य आशुतोष डिमरी जी, पंकज डिमरी जी, भास्कर डिमरी जी, कृपाराम सेमवाल जी आदि अनेक विद्वज्जन उपस्थित रहे । इस अवसर पर उत्तराखंड के पूर्व काबीना मंत्री और बदरीनाथ के विधायक राजेन्द्र भण्डारी और भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी भी  उपस्थित रहे । चारधाम यात्रा आने वाले सभी यात्रियों का स्वागत। चारधाम के कपाट खुल चुके हैं। यात्रा के साथ पर्यटन का आनंद लें।✍️हरीश मैखुरी