आज का पंचाग आपका राशि फल, कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामनाएं, लम्पी स्किन डिजीज (ढेलेदार त्वचा रोग) से दिन मर रही हजारों गायें चार लाख गायों पर संकट, सुभद्रा कुम्हारी चौहान

अष्टमी तिथि आज यानी 18 अगस्त को रात 9 बजकर 21 मिनट से शुरू हो रही है। वहीं अष्टमी तिथि 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। इसलिए व्रत की कृष्ण जन्माष्टमी है आज है और जन्म के बाद का हर्षोल्लास कल मनाया जा सकता है। श्री राधे राधे। 

जय श्री बदरी नारायण भगवान 🙏
देवकी परमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्।। सर्वधर्मान् परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच।। देवकीसुतं गोविन्दम् वासुदेव जगत्पते।
🙏🙏🙏🙏
भगवान श्रीकृष्ण प्राकट्य महोत्सव की बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं
आपके सम्पूर्ण परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं🙏
एक बार अवश्य बोलें जय श्री कृष्ण राधे राधे🙏

. *।। ॐ ।।*
🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩
📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5124
विक्रम संवत्……………………2079
शक संवत्………………….. ….1944
मास……………………………श्रावण
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी…………………………..सप्तमी
रात्रि 09.25 पर्यंत पश्चात अष्टमी
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय…………प्रातः 06.04.15 पर
सूर्यास्त…………संध्या 06.56.11 पर
सूर्य राशि…………………………सिंह
चन्द्र राशि…………………………मेष
गुरु राशि…………………………मीन
नक्षत्र…………………………..भरणी
रात्रि 11.37 पर्यंत पश्चात कृत्तिका
योग……………………………..वृद्धि
रात्रि 08.40 पर्यंत पश्चात ध्रुव
करण……………………………विष्टि
प्रातः 08.49 पर्यंत पश्चात बव
ऋतु……………………………..वर्षा
दिन…………………………..गुरुवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
18 अगस्त सन 2022 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
प्रातः 12.04 से 12.55 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
दोपहर 02.05 से 03.41 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*सिंह*
06:03:09 08:14:58
*कन्या*
08:14:58 10:25:37
*तुला*
10:25:37 12:40:15
*वृश्चिक*
12:40:15 14:56:25
*धनु*
14:56:25 17:02:03
*मकर*
17:02:03 18:49:10
*कुम्भ*
18:49:10 20:22:43
*मीन*
20:22:43 21:53:55
*मेष*
21:53:55 23:34:39
*वृषभ*
23:34:39 25:33:17
*मिथुन*
25:33:17 27:46:59
*कर्क*
27:46:59 30:03:09

🚦 *दिशाशूल :-*
दक्षिणदिशा – यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक…………………..9
🔯 शुभ रंग………………….पीला

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 10.54 से 12.29 तक चंचल
दोप. 12.29 से 02.05 तक लाभ
दोप. 02.05 से 03.40 तक अमृत
सायं 05.16 से 06.51 तक शुभ
सायं 06.51 से 08.16 तक अमृत
रात्रि 08.16 से 09.40 तक चंचल

📿 *आज का मंत्र :-*
॥ ॐ गोविन्दाय नमः ॥

📢 *सुभाषितानि :-*
न देवाय न धर्माय न बन्धुभ्यो न चार्थिने ।
दुर्जनेनार्जितं द्रव्यं भुज्यते राजतस्करैः ॥
अर्थात :-
दुर्जन को मिला हुआ धन देवकार्य में, धर्म में, सगे-संबंधीयों या याचक को देने में काम नहीं आता; उसका उपयोग तो राजा और चोर हि करते है ।

🍃 *आरोग्यं :-*
*बाल बढ़ाने का आसान तरीका -*

*1. बालों की ट्रिमिंग करवाएं -*
ट्रिमिंग आपके बालों के विकास में मदद करती है। बालों को यदि सही समय पर नहीं कटवाया जाता है तो आपके बाट टूट सकते हैं या पतले हो सकते हैं जिससे आपके बालों की मात्रा कम हो जाती है। इसलिए अपने बालों की ट्रिमिंग जरूर करवाएं।

*2. केमिकल का कम से कम यूज -*
रासायनिक उत्पादों या केमिकल का कम से कम यूज करें। यदि आप इसका हद से ज्यादा यूज करते हैं तो इससे न केवल बालों को नुकसान होता है बल्कि आपके बाल भी टूटते हैं।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
प्रयास सफल रहेंगे। किसी बड़े कार्य की समस्याएं दूर होंगी। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। कर्ज में कमी होगी। संतुष्टि रहेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। अपना प्रभाव बढ़ा पाएंगे। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य न करें।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
स्थायी संपत्ति की खरीद-फरोख्त से बड़ा लाभ हो सकता है। प्रतिद्वंद्विता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग समय पर मिलने से प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय ठीक-ठीक चलेगा। आय में वृद्धि होगी। चोट व रोग से बाधा संभव है। दूसरों के काम में दखलंदाजी न करें।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
पार्टी व पिकनिक की योजना बनेगी। मित्रों के साथ समय अच्‍छा व्यतीत होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
घर-बाहर अशांति रहेगी। कार्य में रुकावट होगी। आय में कमी तथा नौकरी में कार्यभार रहेगा। बेवजह लोगों से कहासुनी हो सकती है। दु:खद समाचार मिलने से नकारात्मकता बढ़ेगी। व्यवसाय से संतुष्टि नहीं रहेगी। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाज न करें।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
मन की चंचलता पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल रहेगी। जीवनसाथी पर आपसी मेहरबानी रहेगी। जल्दबाजी में धनहानि हो सकती है। व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में सुकून रहेगा। निवेश लाभप्रद रहेगा। कार्य बनेंगे। घर-बाहर सुख-शांति बने रहेंगे।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। व्यवसाय में जल्दबाजी से काम न करें। चोट व दुर्घटना से बचें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर स्थिति मनोनुकूल रहेगी। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। वस्तुएं संभालकर रखें।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। पुराना रोग बाधा का कारण रहेगा। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। छोटी सी गलती से समस्या बढ़ सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्र व संबंधी सहायता करेंगे। आय बनी रहेगी। जोखिम न लें।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। व्यवस्था नहीं होने से परेशानी रहेगी। व्यवसाय में कमी होगी। नौकरी में नोकझोंक हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। थकान महसूस होगी। अपेक्षित कार्यों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
अज्ञात भय व चिंता रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। बगैर मांगे किसी को सलाह न दें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। धनार्जन होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
पूजा-पाठ व सत्संग में मन लगेगा। आत्मशांति रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। मातहतों का सहयोग मिलेगा। किसी सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। दूसरे के काम में दखल न दें।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। सुख के साधन जुटेंगे। नौकरी में वर्चस्व स्थापित होगा। आय के स्रोत बढ़ सकते हैं। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर सहयोग व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामजिक कार्य करने की इच्छा जागृत होगी।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। जुए, सट्टे व लॉटरी के चक्कर में न पड़ें। निवेश शुभ रहेगा। प्रमाद न करें।

*आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

*।। शुभम भवतु ।।*

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

 

3.59 लाख मवेशियों पर ढेलेदार त्वचा रोग का संकट 

ढेलेदार त्वचा रोग (lumpy skin disease in Hindi) एक वायरल बीमारी है जो मवेशियों और भैंसों में लंबे समय तक रुग्णता का कारण बनती है। ये रोग पॉक्स वायरस लम्पी स्किन डिजीज वायरस (pox virus lumpy skin disease virus एलएसडीवी) के कारण होता है। यह पूरे शरीर में दो से पांच सेंटीमीटर व्यास की गांठों के रूप में प्रकट होता है, विशेष रूप से सिर, गर्दन, अंगों, थन (मवेशियों की स्तन ग्रंथि) और जननांगों के आसपास। गांठें धीरे-धीरे बड़े और गहरे घावों की तरह खुल जायेगा। चीन से निकले कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया में महामारी फैलाई उसी से मिलते जुलते एलएमपी रोग से देश में बहुत बुरी स्थिति है, गौ माता लाखों की संख्या में गौलोक जा चुकी हैं l इस वक़्त इतने बुरे तरीके से अपने देश में महामारी फैल चुकी है इसलिए आप सभी को सचेत करना चाहता हूँ की गौ माँ को सभी सुरक्षित रखने का प्रयास करें l

हर दिन का आंकड़ा 10,000 तक बताया जा रहा है और बताने वाले यह भी कह रहे हैं की 10,000 तो केवल Rajasthan का रोज़ का आंकड़ा है l आस पास की सभी गौशालाओं में रोज़ गौ माँ गौलोक जा रही हैं l

हर रोज़ हमें 10/20 गोशालाओं से फ़ोन आ रहे हैं की बताएं गौ माँ को कैसे बचाएं l आपको सच बताएं तो यह एक षड़यंत्र है, सैंकड़ों सालों का इतिहास खोलके देखलो विलायती गाय को बीमारी लगती है परन्तु हमारी देसी गाय को कभी किसी महामारी ने परेशान नहीं किया, गाय सूखा या बाढ़ से प्रभावित ज़रूर हुई परन्तु ऐसा कभी नहीं हुआ की किसी महामारी से देसी गौ ग्रस्त हो, हिंदुस्तान की सबसे सक्षम देसी गौ माँ कांकरेज, सांचोरी और थारपारकर जो 50 डिग्री तक भी सेहन कर सकती है वो भी इस बीमारी की गर्मी सहन नहीं कर पा रही और हज़ारों की तेदात में गौलोक जा रही हैं l

सभी गौ विशेषज्ञ एवं scientists एक साथ चर्चा कर रहे थे और निष्कर्ष यह निकला की हमारे भी हाथ खड़े हो चुके हैं, देसी टोटके, आयुर्वेदिक दवाई, अंग्रेजी दवाई कुछ भी कारगर नहीं है इस virus के आगे, यह भी नहीं कह सकते की ये virus पानी से आया, चारे से या हवा में है l

आपको यह भी बताएं की आज स्वामी चिन्मयानन्द जी नूरमहल से भी विस्तार से बात हुई, स्वामीजी भी परेशान हैं और बता रहे थे की साहीवाल का हीरा “संग्राम” इस दुनिया को छोड़के जा चूका है इस बीमारी की वजह से l श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा में भी बहुत बुरा हाल है, एक गाय से एक दिन में सौ-सौ गायों को हो रहा है l10 अगस्त (भाषा) कई राज्यों में मवेशियों में ढेलेदार त्वचा रोग तेजी से फैल रहा है। कई माह से यह सिलसिला जारी है। ऐसे में अब इसके उपचार की दिशा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। आईसीएआर के दो संस्थानों ने मवेशियों के इस रोग के उपचार के लिए एक स्वदेशी टीका विकसित किया है।

केंद्र ने आईसीएआर के दो संस्थानों द्वारा विकसित इस टीके के वाणिज्यिकरण की योजना बनाई है, ताकि गांठदार त्वचा रोग (एलएसडी) को नियंत्रित किया जा सके। इससे छह राज्यों में कई मवेशियों की मौत हो गई

इस बीमारी से  “भगवान् श्री कृष्ण” स्वयं ही रक्षा कर सकते हैं, आप सभी से विनम्र प्राथना है की इस जन्माष्टमी पर्व पर गौ माँ की रक्षा के लिए विशेष प्राथना करें l

बचपन में आप सभी ने “खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी.” पंक्तियां जरूर बोली और सुनी होगी। इन पंक्तियों को सुभद्रा कुमारी चौहान ने ही लिखा था। सुभद्रा कुमारी का जन्म 16 अगस्त 1904 के दिन इलाहाबाद के निकट निहालपुर नामक गांव में हुआ था।
स्वतंत्रता के लिए महात्मा गांधी की ओर से पूरे देश में सत्याग्रह आंदोलन चलाया जा रहा था। साल 1922 में जबलपुर के ‘झंडा सत्याग्रह’ में शामिल होकर सुभद्रा कुमारी चौहान, देश की पहली महिला सत्याग्रही बनी थीं। वह 1921 में महात्मा गांधी जी के असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाली प्रथम महिला थीं। 1940 के दशक में सुभद्रा स्वतंत्रता की लड़ाई में सक्रिय रूप से शामिल थीं, जिसके लिए उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा था।