आज का पंचाग आपका राशि फल, श्राद्ध पक्ष की तिथियां, अविरल हैं प्रकृति के नियम, गाय मांस और प्रोटीन का नहीं मानव जीवन के अस्तित्व का श्रोत है, आज के मुख्य समाचार

आज का पंचाग आपका राशि फल,

श्राद्ध पक्ष की तिथियां,

अविरल हैं प्रकृति के नियम,

गाय मांस और प्रोटीन का नहीं मानव जीवन के अस्तित्व का श्रोत है,

आज के मुख्य समाचार

*।। ॐ ।।*
🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩
📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5124
विक्रम संवत्……………………2079
शक संवत्……………………..1944
मास…………………………..भाद्रपद
पक्ष……………………………..कृष्ण
तिथी…………………………त्रयोदशी
प्रातः 10.36 पर्यंत पश्चात चतुर्दशी
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय…………प्रातः 06.07.01 पर
सूर्यास्त………..संध्या 06.50.45 पर
सूर्य राशि…………………………सिंह
चन्द्र राशि………………………..कर्क
गुरु राशि…………………………मीन
नक्षत्र…………………………….पुष्य
दोप 04.10 पर्यंत पश्चात अश्लेषा
योग……………………………..वरिघ
रात्रि 01.48 पर्यंत पश्चात परिघ
करण…………………………..वणिज
प्रातः 10.36 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु………………………………वर्षा
दिन…………………………..गुरुवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
25 अगस्त सन 2022 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
प्रातः 12.03 से 12.53 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
दोपहर 02.03 से 03.37 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*सिंह*
05:35:33 07:47:22
*कन्या*
07:47:22 09:58:02
*तुला*
09:58:02 12:12:39
*वृश्चिक*
12:12:39 14:28:49
*धनु*
14:28:49 16:34:27
*मकर*
16:34:27 18:21:34
*कुम्भ*
18:21:34 19:55:07
*मीन*
19:55:07 21:26:19
*मेष*
21:26:19 23:07:03
*वृषभ*
23:07:03 25:05:41
*मिथुन*
25:05:41 27:19:23
*कर्क*
27:19:23 29:35:33

🚦 *दिशाशूल :-*
दक्षिणदिशा – यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक…………………..1
🔯 शुभ रंग………………….पीला

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 10.53 से 12.27 तक चंचल
दोप. 12.27 से 02.02 तक लाभ
दोप. 02.02 से 03.36 तक अमृत
सायं 05.11 से 06.46 तक शुभ
सायं 06.46 से 08.11 तक अमृत
रात्रि 08.11 से 09.37 तक चंचल

📿 *आज का मंत्र :-*
॥ ॐ केशवाय नमः ॥

📢 *सुभाषितानि :-*
यथा परोपकारेषु नित्यं जागर्ति सज्जनः ।
तथा परापकारेषु जागर्ति सततं खलः ॥
अर्थात :-
जैसे सज्जन परोपकार करने में नित्य जाग्रत होता है, वैसे दुर्जन अपकार करने में हमेशा जाग्रत होता है ।

🍃 *आरोग्यं :-*
*वजन कम करने के लिए 5 आसान योग -*

*4. वीरभद्रासन -*
वीरभद्रासन वजन घटाने वाला योग है। साथ ही यह फेफड़ों की क्षमता को भी बढ़ाता है। इसका अभ्यास करके, आप अपने पेट की मांसपेशियों, अपने पैरों और अपने नितंबों को मजबूत कर सकते हैं।

वीरभद्रासन करने के विधि वीरभद्रासन करने के लिए पैरों को 3 फुट की दूरी पर फैला कर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दाहिने पैर को दाएं साइड टर्न कीजिए और 90 डिग्री एंगल बनाइए। दोनों हाथों को कंधो तक ऊपर उठाएं, हथेलिया आसमान की तरफ खुले होने चाहिए।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मनपसंद भोजन की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक सदस्यों तथा मित्रों के साथ आनंदायक समय व्यतीत होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। कार्य करते समय लापरवाही न करें। बनते कामों में बाधा हो सकती है। विवाद से बचें। काम में मन नहीं लगेगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। विवेक का प्रयोग करें। आय बनी रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
घर-परिवार की चिंता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। बाहर जाने का मन बनेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। संतान पक्ष से खुशियां प्राप्त होंगी।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। कोई नया बड़ा काम करने की योजना बनेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। भ्रम की स्थिति बन सकती है। बुद्धि का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
किसी प्रभावशाली व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थदर्शन हो सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें, लाभ होगा। मित्रों के साथ अच्‍छा समय बीतेगा। विरोध होगा। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। जल्दबाजी से हानि होगी। आलस्य हावी रहेगा।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
घर-परिवार के साथ आराम तथा मनोरंजन के साथ समय व्यतीत होगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोध होगा। काम करते समय लापरवाही न करें। चोट लग सकती है। थकान तथा कमजोरी महसूस होगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
सामाजिक कार्यों में मन लगेगा। दूसरों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। रुके कार्यों में गति आएगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। मनोरंजक यात्रा हो सकती है। मित्रों के साथ अच्‍छा समय व्यतीत होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। झंझटों में न पड़ें। ईर्ष्यालु सक्रिय रहेंगे।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्रोध रहेगा। भूमि व भवन संबंधी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। बड़ा काम करने का मन बनेगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
यात्रा मनोरंजक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यावसायिक साझेदार पूर्ण सहयोग करेंगे। कोई नया उपक्रम प्रारंभ करने का मन बनेगा। सेहत का ध्यान रखें। वरिष्ठजनों की सलाह काम आएगी। नए मित्र बनेंगे। आय बनी रहेगी। हर कार्य बेहतर होगा।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
अनावश्यक जोखिम न लें। किसी भी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग उभर सकता है। सेहत को प्रा‍थमिकता दें। लेन-देन में जल्दबाजी से हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय नहीं है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
बुरी सूचना मिल सकती है। मेहनत अधिक होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। आय में कमी रहेगी। नकारात्मकता बढ़ेगी। विवाद से क्लेश होगा। जल्दबाजी में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें। अनावश्यक परेशानी खड़ी हो सकती है। दूसरों की बातों में न आएं। धैर्य रखें, समय सुधरेगा।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
मनोरंजक यात्रा की योजना बनेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। आय में वृद्धि होगी। बिगड़े काम बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ अच्‍छा समय व्यतीत होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्‍थ्य बिगड़ सकता है, ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें।

*आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

*।। शुभम भवतु ।।*

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

किस तिथि को कौन सी श्राद्ध रहेगी पितृपक्ष प्रारंभ हो रहा है आइए जानते हैं

श्राद्ध प्रारंभ – 10 सितंबर शनिवार पूर्णिमा 15:29 तक तदुपरांत प्रतिपदा (एकम) श्राद्ध का श्राद्ध 11 सितंबर रविवार 13:15 तक
द्वितीया का श्राद्ध – 11 सितंबर रविवार 13:15 से 12 सितंबर सोमवार 11:35 तक
तृतीया का श्राद्ध – 12 सितंबर सोमवार 11:35 से 13 सितंबर मंगलवार 10:35 तक
चतुर्थी का श्राद्ध – 13 सितंबर मंगलवार 10:37 से 14 सितंबर बुधवार 10:25 तक
पंचमी का श्राद्ध – 14 सितंबर गुरुवार 10:25 से 15 सितंबर गुरुवार 11:00 तक
षष्ठी का श्राद्ध – 15 सितंबर गुरुवार 11:00 से 16 सितंबर शुक्रवार 12:19 तक
सप्तमी का श्राद्ध – 16 सितंबर शुक्रवार 12:19 से 17 सितंबर शनिवार 14:14 तक
अष्टमी का श्राद्ध – 18 सितंबर रविवार 16:33 तक
नवमी का श्राद्ध – 19 सितंबर सोमवार 19:02 तक
दशमी का श्राद्ध – 20 सितंबर मंगलवार 21:26 तक
एकादशी का श्राद्ध – 21 सितंबर बुधवार 23:34 तक
द्वादशी का श्राद्ध – 22 सितंबर गुरुवार
त्रयोदशी का श्राद्ध – 23 सितंबर शुक्रवार
चतुर्दशी का श्राद्ध – 24 सितंबर शनिवार
सर्वपितृ श्राद्ध – 25 सितंबर रविवार
नाना-नानी का श्राद्ध – 26 सितंबर

सोमवार*

इन दिनों श्राद्ध और तेरहवीं _के_विरोध पर बहुत लिखा जा रहा है..

समाज और रिश्तों को सँगठित करने के अवसर की पवित्र परम्परा है,
हमारे पूर्वज हमसे ज्यादा ज्ञानी थे ! आज मृत्युभोज का विरोध है, कल विवाह भोज का भी विरोध होगा.. हर उस सनातन परंपरा का विरोध होगा जिससे रिश्ते और समाज मजबूत होता है.. इसका विरोध करने वाले ज्ञानियों हमारे बाप दादाओ ने रिश्तों को जिंदा रखने के लिए ये परम्पराएं बनाई हैं!…, ये सब बंद हो गए तो रिश्तेदारों, सगे समबंधियों, शुभचिंतकों को एक जगह एकत्रित कर मेल जोल का दूसरा माध्यम क्या है,.. दुख की घड़ी मे भी रिश्तों को कैसे प्रगाढ़ किया जाय ये हमारे पूर्वज अच्छे से जानते थे..
हमारे बाप दादा बहुत समझदार थे, वो ऐसे आयोजन रिश्तों को सहेजने और जिंदा रखने के किए करते थे.
हाँ ये सही है की कुछ लोगों ने मृत्युभोज को हेकड़ी और शान शौकत दिखाने का माध्यम बना लिया, आप पूड़ी सब्जी ही खिलाओ.
कौन कहता है की 56 भोग परोसो..
कौन कहता है कि 4000-5000 लोगों को ही भोजन कराओ और दम्भ दिखाओ, परम्परा तो केवल 16 ब्राह्मणों की थी.
अपनी उन परंपराओं का कट्टर समर्थक हूँ, जिनसे आपसी प्रेम, मेलजोल बढ़ता हो.
कुछ कुतर्कों की वजह से हमारे बाप दादाओं ने जो रिश्ते सहजने की परंपरा दी उसे मत छोड़ो, यही वो परम्पराएँ हैं जो दूर दूर के रिश्ते नाते को एक जगह लाकर फिर से समय समय पर जान डालते हैं .
सुधारना हो तो लोगों को सुधारो जो आयोजन रिश्तों की बजाय हेकड़ी दिखाने के लिए करते हैं,
किसी परंपरा की कुछ विधियां यदि समय सम्मत नही है तो उसका सुधार किया जाये ना की उस परंपरा को ही बंद कर दिया जाये.
हमारे बाप दादा जो परम्पराएं देकर गए हैं रिश्ते सहेजने के लिए उसको बन्द करने का ज्ञान मत बाँटिये मित्रों, वरना तरस जाओगे मेल जोल को,,,,, बंद बिल्कुल मत करो, समय समय पर शुभचिंतकों ओर रिश्तेदारों को एक जगह एकत्रित होने की परम्परा जारी रखो.
ये संजीवनी है रिश्ते नातों को जिन्दा करने की…
🙏🙏🙏

राधे राधे ॥ आज का भगवद चिन्तन॥

           *”प्रकृत्ति के नियम “* 

 

         प्रकृति अपने नियम से कभी नहीं चूकती। अगर पौधे को आप पानी देते हैं तो वह स्वत: हरा भरा रहेगा और यदि आपने उसकी उपेक्षा शुरू की तो उसे मुरझाने में भी वक्त नहीं लगने वाला है।

 

 जिन लोगों ने इस दुनियाँ को स्वर्ग कहा उनके लिए यही प्रकृति उनके अच्छे कार्यों से स्वर्ग वन गई और जिन लोगों ने गलत काम किये उनके लिए यही प्रकृति, यही दुनियाँ नरक बन गई।

 

          यहाँ खुशबू उनके लिए स्वत:मिल जाती है जो लोग फूलों की खेती किया करते हैं और यहाँ मीठे फल उन्हें स्वत: मिल जाते हैं जो लोग पेड़ लगाने भर का परिश्रम कर पाते हैं।

 

            अत: यहाँ चाहने मात्र से कुछ नहीं प्राप्त होता जो भी और जितना भी आपको प्राप्त होता है वह निश्चित ही आपके परिश्रम का और आपके सदकार्यों का पुरुस्कार होता है।

          जय जय श्री राधे

हिन्दुस्तान में बहुत से लोग गाय मांस को प्रोटीन का अच्छा स्रोत कह रहे हैं, 🤔
उनके लिये ये जवाब है।👇👇👇
एक बहुत ही ताकतवर सम्राट थे, उनकी बेटी इतनी सुंदर थी, कि देवता भी सोचते थे कि यदि इससे विवाह हो जाये तो उनका जीवन धन्य हो जाये। इस कन्या की सुंदरता की चर्चा सारी त्रिलोकी में थी। सम्राट इस बात को जानते थे। एक पूरी रात वो अपने कमरे में घूमते रहे। सुबह जब महारानी जागी तो देखा सम्राट अपने कमरे में घुम रहे हैं। महारानी ने पूछा लगता है, आप पूरी रात सोये नहीं हैं, कोई कष्ट है क्या? उन्होंने कहा कि अपनी बेटी को लेकर चिंता है, लेकिन निर्णय मैंने कर लिया। समरथ को नहीं कोई दोष गुसाईं। महारानी ने पूछा क्या? उन्होंने कहा कि मैं अपनी बेटी से खुद विवाह करूंगा। समर्थ पुरुष को तो कोई दोष लगता ही नहीं। महारानी ने बहुत समझाया, लेकिन जिसकी समझ पर पत्थर पड़ जाये तो क्या किया जाये।
सम्राट राज सभा गये, वहां उन्होंने ऐलान कर दिया मैं इस धरती का समर्थ पुरुष हूं, अपनी बेटी से स्वयं ही विवाह करूंगा। समरथ को नहीं दोष गुसाईं। किसी में विरोध की ताकत नहीं थी। मुहुर्त निकाला गया।
महारानी चुपचाप से एक महात्मा से मिलने के लिये गई, सारी बात रो रो कर बताई। महात्मा ने कहा कि विवाह से एक दिन पहले मैं आपके यहां भोजन करने आऊंगा। नियत समय पर महात्मा पहुंचे। उन्होंने तीन थालियां लगवाईं। सम्राट को राज सभा से भोजन के लिये बुलाया गया। सम्राट ने कहा कल मेरा विवाह है, आज महात्मा भोजन के लिये पधारे हैं सब शुभ ही शुभ है।
सम्राट भोजन के लिये आये, महात्मा को प्रणाम किया। महात्मा ने कहा राजन मेरे कई जन्म गुजर गये समर्थ पुरुष की तलाश में, सुना है आप समर्थ पुरुष हैं। आपके साथ भोजन करके मैं धन्य हो जाऊंगा। महात्मा ने थाली लगवाई, एक थाली में ५६ भोग दूसरी में विष्टा (Toilet) था। महात्मा ने दूसरी थाली सम्राट के सामने लगाकर कहा भोजन करिये। सम्राट बहुत क्रोधित हुए। महात्मा ने कहा आप तो समर्थ पुरुष हैं, आप को कोई दोष नहीं लगेगा। और मेरी भी आज कई जन्म की तपस्या पूरी हो जायेगी।
सम्राट ने हताश होकर कहा मुझसे नहीं होगा। महात्मा ने योग बल से सुअर का वेष धारण किया और विष्टा सेवन कर लिया। और पुन: अपने वेष में आ गये। सम्राट वहीं घुटने के बल बैठ गये।
लोगों को अपनी परिभाषायें ठीक करनी चाहिए। गाय मे भी प्रोटीन है, पेड़, मनुष्य सभी जीव में प्रोटीन हैं। लेकिन सब खाये नहीं जाते हैं। माता, बहन और पत्नी तीनों ही तो स्त्रियां हैं, फिर तीनों के प्रति नजरिया अलग क्यों होता है। ध्यान रहे हिन्दुओं में कुछ भी अवैज्ञानिक नहीं है। हिन्दू एक मात्र ऐसा है धरती पर जिसने मन खोजा, आत्मा परमात्मा भी खोजा। अदृश्य को शाश्वत बनाने का दम सिर्फ हिन्दुओं में ही है। इसलिये हिन्दू जब गाय को माता कहता है तो उसके ठोस और वैज्ञानिक कारण हैं।🙏🙏🙏

🙏🙏🙏 मुख्य समाचार 🙏🙏🙏 🇮🇳

 

✍🏼PM नरेन्द्र मोदी ने कहा- सही विकास होता ही वह है जो सब तक पहुंचे जिससे सबको लाभ हो।

 

✍🏼फरीदाबाद में अमृत अस्पताल के उद्घाटन के बाद मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसा राष्ट्र है, जहां, इलाज एक सेवा है, आरोग्य एक दान है। जहां आरोग्य आध्यात्म, दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हमारे यहां आयुर्विज्ञान एक वेद है।

 

✍🏼बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 10,649 नए मामले सामने आए। इस दौरान 36 लोगों की मौत हुई। वहीं, सक्रिय केस की संख्या घटकर 96,442 हो गई है।

 

✍🏼राहुल नहीं अशोक गहलोत बनेंगे कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष? सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद अटकलें तेज।

 

✍🏼कब होगा कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव, 28 तारीख को तय होगी डेट; सोनिया गांधी ने बुलाई मीटिंग।

 

✍🏼इलाज के लिए इंग्लैंड जाएंगी सोनिया गांधी, राहुल- प्रियंका भी होंगे साथ।

 

✍🏼राजमार्गों से हटेंगे टोल प्लाजा, स्वचालित कैमरे पढ़ लेंगे नंबर प्लेट, बैंक से पैसे भी काट लेंगे; राजमार्ग मंत्री गडकरी ने बताई नई स्कीम।

 

✍🏼सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि इस योजना का एक पायलट चल रहा है और इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए कानूनी संशोधन भी किए जा रहे हैं।

 

*✍🏼नीतीश-तेजस्वी सरकार का फ्लोर टेस्ट आज* स्पीकर विजय सिन्हा का इस्तीफा, दोपहर 2 बजे से फिर शुरू होगी कार्यवाही।

 

✍🏼बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले राजद नेताओं के घर CBI की छापेमारी, जदयू ने कहा-जनता सब देख रही है।

 

✍🏼संजीव झा, सोमनाथ भारती समेत 4 MLA को 20 करोड़ का ऑफर… AAP का बड़ा आरोप, कहा- ये हैं केजरीवाल के सिपाही।

 

✍🏼’50 खोखे एकदम ओके’ के नारों से बिफरा शिंदे गुट, विधानसभा के बाहर भिड़ंत; हाथापाई की नौबत।

 

✍🏼12 लाख लोगों पर हुई एक स्टेडी सदी में बड़ा खुलासा, कोरोना ने दिमाग पर किया है गहरा असर।

 

*✍🏼झारखंड में ED का छापा, AK-47 मिली* CM सोरेन के करीबी प्रेम प्रकाश के घर तिजोरी में रखी थीं दो AK-47, 16 ठिकानों पर रेड।

 

✍🏼एनडीटीवी में अदाणी की इंट्री के बाद शेयरों में उछाल, पांच फीसदी तक चढ़े मीडिया कंपनी के शेयर।

 

✍🏼बढ़त के साथ बंद हुआ भारतीय शेयर बाजार।