आज का पंचाग आपका राशि फल, अग्नि और ऊर्जा सिद्ध अति गोपनीय वेद मंत्र, इस कारण स्त्रियां कभी नहीं फोड़ती है नारियल !

🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹

      *श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७८ || शक-सम्वत् १९४३ || सौम्यायन् || राक्षस नाम संवत्सर || शिशिर ऋतु || माघ कृष्णपक्ष || तिथि त्रयोदशी अपराह्न ५:३२ तक उपरान्त चतुर्दशी || चतुर्दशी व्रत || भानुवासर || माघ सौर १७ प्रविष्ट || तदनुसार ३० जनवरी २०२२ ई० || नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा(नीर) || धनुर्धरस्थ चन्द्रमा ||*

        💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

इस कारण स्त्रियां कभी नहीं फोड़ती है नारियल !

: नारियल को श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है की जब भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर अवतार लिया तो वे अपने साथ तीन चीजें- लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष तथा कामधेनु लाए इसलिए नारियल के वृक्ष को श्रीफल भी कहा जाता है। श्री का अर्थ है लक्ष्मी अर्थात नारियल लक्ष्मी व विष्णु का फल। नारियल में त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना गया है। श्रीफल भगवान शिव का परम प्रिय फल है। मान्यता अनुसार नारियल में बनी तीन आंखों को त्रिनेत्र के रूप में देखा जाता है। श्रीफल खाने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है। इष्ट को नारियल चढ़ाने से धन संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

भारतीय पूजन पद्धति में नारियल अर्थात श्रीफल का महत्वपूर्ण स्थान है। कोई भी वैदिक या दैविक पूजन प्रणाली श्रीफल के बलिदान के बिना अधूरी मानी जाती है। यह भी एक तथ्य है कि महिलाएं नारियल नहीं फोड़तीं। श्रीफल बीज रूप है, इसलिए इसे उत्पादन अर्थात प्रजनन का कारक माना जाता है। श्रीफल को प्रजनन क्षमता से जोड़ा गया है। स्त्रियों बीज रूप से ही शिशु को जन्म देती हैं और इसलिए नारी के लिए बीज रूपी नारियल को फोड़ना अशुभ माना गया है। देवी-देवताओं को श्रीफल चढ़ाने के बाद पुरुष ही इसे फोड़ते हैं। शनि की शांति हेतु नारियल के जल से शिवलिंग पर रुद्रभिषेक करने का शास्त्रीय विधान भी है।

भारतीय वैदिक परंपरा अनुसार श्रीफल शुभ, समृद्धि, सम्मान, उन्नति और सौभाग्य का सूचक माना जाता है। किसी को सम्मान देने के लिए उनी शॉल के साथ श्रीफल भी भेंट किया जाता है। भारतीय सामाजिक रीति-रिवाजों में भी शुभ शगुन के तौर पर श्रीफल भेंट करने की परंपरा युगों से चली आ रही है। विवाह की सुनिश्चित करने हेतु अर्थात तिलक के समय श्रीफल भेंट किया जाता है। बिदाई के समय नारियल व धनराशि भेंट की जाती है। यहां तक की अंतिम संस्कार के समय भी चिता के साथ नारियल जलाए जाते हैं। वैदिक अनुष्ठानों में कर्मकांड में सूखे नारियल को वेदी में होम किया जाता है।

श्रीफल कैलोरी से भरपूर होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है। इसमें अनेक पोषक तत्व होते हैं। इसके कोमल तनों से जो रस निकलता है उसे नीरा कहते हैं उसे लज्जतदार पेय माना जाता है। सोते समय नारियल पानी पीने से नाड़ी संस्थान को बल मिलता है तथा नींद अच्छी आती है।

इसके पानी में पोटेशियम और क्लोरीन होता है जो मां के दूध के समान होता है। जिन शिशुओं को दूध नहीं पचता उन्हें दूध के साथ नारियल पानी मिलाकर पिलाना चाहिए। डि-हाइड्रेशन होने पर नारियल पानी में नीबू मिलाकर पिया जाता है। इसकी गिरी खाने से कामशक्ति बढ़ती है। मिश्री संग खाने से गर्भवती स्त्री की शारीरिक दुर्बलता दूर होती है तथा बच्चा सुंदर होता है।

#सोमतिती विद्या_लक्ष्मण रेखा
महर्षि श्रृंगी कहते हैं कि एक वेदमन्त्र है–
#सोमंब्रही वृत्तं रत: स्वाहा वेतु सम्भव ब्रहे वाचम प्रवाणम अग्नं ब्रहे रेत: अवस्ति।
यह वेदमंत्र #कोड है उस #सोमना कृतिक यंत्र का,, पृथ्वी और #बृहस्पति के मध्य कहीं अंतरिक्ष में वह केंद्र है जहां यंत्र को स्थित किया जाता है,, वह यंत्र जल,वायु और अग्नि के परमाणुओं को अपने अंदर सोखता है,, कोड को उल्टा कर देने पर एक खास प्रकार से अग्नि और विद्युत के परमाणुओं को वापस बाहर की तरफ धकेलता है,,
जब महर्षि #भारद्वाज ऋषिमुनियों के साथ भृमण करते हुए वशिष्ठ आश्रम पहुंचे तो उन्होंने महर्षि वशिष्ठ से पूछा–राजकुमारों की शिक्षा दीक्षा कहाँ तक पहुंची है??महर्षि वशिष्ठ ने कहा कि यह जो ब्रह्मचारी राम है-इसने आग्नेयास्त्र वरुणास्त्र ब्रह्मास्त्र का संधान करना सीख लिया है,, यह #धनुर्वेद में पारंगत हुआ है महर्षि #विश्वामित्र के द्वारा,, यह जो ब्रह्मचारी #लक्ष्मण है यह एक दुर्लभ सोमतिती विद्या सीख रहा है,,उस समय पृथ्वी पर चार गुरुकुलों में वह विद्या सिखाई जाती थी,,
महर्षि विश्वामित्र के गुरुकुल में,,महर्षि वशिष्ठ के गुरुकुल में,, महर्षि भारद्वाज के यहां,, और उदालक गोत्र के आचार्य #शिकामकेतु के गुरुकुल में,,
श्रृंगी ऋषि कहते हैं कि लक्ष्मण उस विद्या में पारंगत था,, एक अन्य ब्रह्मचारी #वर्णित भी उस विद्या का अच्छा जाननहारा था,,
सोमंब्रहि वृत्तं रत: स्वाहा वेतु सम्भव ब्रहे वाचम प्रवाणम अग्नं ब्रहे रेत: अवस्ति–इस मंत्र को सिद्ध करने से उस सोमना कृतिक यंत्र में जिसने अग्नि के वायु के जल के परमाणु सोख लिए हैं उन परमाणुओं में #फोरमैन आकाशीय विद्युत मिलाकर उसका #पात बनाया जाता है,, फिर आप मंत्र को बोलते हुए उस रेखा को पृथ्वी पर गोलाकार खींच दें,,
उसके अंदर जो भी रहेगा वह सुरक्षित रहेगा,, लेकिन बाहर से अंदर अगर कोई जबर्दस्ती प्रवेश करना चाहे तो उसे अग्नि और विद्युत का ऐसा झटका लगेगा कि वहीं #राख बनकर उड़ जाएगा जो भी व्यक्ति या वस्तु प्रवेश कर रहा हो,,ब्रह्मचारी लक्ष्मण इस विद्या के इतने जानकर हो गए थे कि कालांतर में यह विद्या #सोमतिती न कहकर लक्ष्मण रेखा कहलाई जाने लगी,,
महर्षि #दधीचि,, महर्षि #शांडिल्य भी इस विद्या को जानते थे,,श्रृंगी ऋषि कहते हैं कि योगेश्वर भगवान #श्रीकृष्ण इस विद्या को जानने वाले अंतिम थे,,उन्होंने कुरुक्षेत्र के धर्मयुद्ध में मैदान के चारों तरफ यह रेखा खींच दी थी,, ताकि युद्ध में जितने भी भयंकर अस्त्र शस्त्र चलें उनकी अग्नि उनका ताप युद्धक्षेत्र से बाहर जाकर दूसरे प्राणियों को संतप्त न करे,,
#मुगलों द्वारा करोडों करोड़ो ग्रन्थों के जलाए जाने पर और #अंग्रेजों द्वारा महत्वपूर्ण ग्रन्थों को #लूट लूटकर ले जाने के कारण कितनी ही अद्भुत विधाएं जो हमारे यशस्वी पूर्वजों के खोजी थी लुप्त हो गई,,जो बचा है उसे संभालने में में प्रखर बुद्धि के युवाओं को जुट जाना चाहिए,,परमेश्वर सद्बुद्धि दे हम सबको।
#शिवसंकल्पमस्तु
🕉 श्रीभारद्वाज ज्योतिष पञ्चाङ्ग श्रीहरि 🕉  
                  🌄सुप्रभातम🌄
            🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
      🌻रविवार, ३० जनवरी २०२२🌻
 
सूर्योदय: 🌄 ०७:१०
सूर्यास्त: 🌅 ०५:५३
चन्द्रोदय: 🌝 ३०:२९
चन्द्रास्त: 🌜१५:४१
अयन 🌕 उत्तरायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🌫️ शिशिर 
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (राक्षस)
मास 👉 माघ
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 त्रयोदशी (१७:२८ तक)
नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (२४:२३ तक)
योग 👉 हर्षण (१४:१६ तक)
प्रथम करण 👉 वणिज (१७:२८ तक)
द्वितीय करण 👉 विष्टि (२७:५३ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 
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सूर्य 🌟 मकर
चंद्र 🌟 मकर (२९:४५ से)
मंगल 🌟 धनु (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 मकर (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 कुंम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 धनु (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 मकर (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०९ से १२:५२
अमृत काल 👉 २०:०४ से २१:३०
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 २४:२३ से ३१:०८
विजय मुहूर्त 👉 १४:१७ से १५:००
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४१ से १८:०५
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०३ से २४:५७
राहुकाल 👉 १६:३२ से १७:५२
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:३० से १३:५१
होमाहुति 👉 केतु
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पाताल (१७:२८ से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 पाताल (१७:२८ से २७:५३)
चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण २९:४६ से)
शिववास 👉 भोजन में (१७:२८ से श्मशान में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥ 
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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मासिक शिवरात्रि, विवाहादि मुहूर्त तुला लग्न रात्रि ११:४० से ०१:५५ तक आदि। 
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 
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आज २४:२३ तक जन्मे शिशुओ का नाम      
पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (भू, धा, फ़ा, ढा) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम उत्तराषाढ़ नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमश: (भे) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मकर – ३०:१५ से ०७:५७
कुम्भ – ०७:५७ से ०९:२२
मीन – ०९:२२ से १०:४६
मेष – १०:४६ से १२:२०
वृषभ – १२:२० से १४:१४
मिथुन – १४:१४ से १६:२९
कर्क – १६:२९ से १८:५१
सिंह – १८:५१ से २१:१०
कन्या – २१:१० से २३:२८
तुला – २३:२८ से २५:४९
वृश्चिक – २५:४९ से २८:०८
धनु – २८:०८ से ३०:१२
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०७:०९ से ०७:५७
चोर पञ्चक – ०७:५७ से ०९:२२
शुभ मुहूर्त – ०९:२२ से १०:४६
शुभ मुहूर्त – १०:४६ से १२:२०
चोर पञ्चक – १२:२० से १४:१४
शुभ मुहूर्त – १४:१४ से १६:२९
रोग पञ्चक – १६:२९ से १७:२८
शुभ मुहूर्त – १७:२८ से १८:५१
मृत्यु पञ्चक – १८:५१ से २१:१०
अग्नि पञ्चक – २१:१० से २३:२८
शुभ मुहूर्त – २३:२८ से २४:२३
रज पञ्चक – २४:२३ से २५:४९
शुभ मुहूर्त – २५:४९ से २८:०८
चोर पञ्चक – २८:०८ से ३०:१२
शुभ मुहूर्त – ३०:१२ से ३१:०८
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन सुख शांति में वृद्धि होगी लेकिन शरीर मे कोई नया विकार भी बनेगा। आज आप की कार्य गति थोड़ी धीमी रहेगी कोई भी कार्य एकदम सर पर आने पर ही करेंगे फिर भी अन्य लोगो की तुलना में जल्दी और अधिक सफाई रहेगी। मध्यान के बाद स्वभाव में तेजी आएगी कार्य-व्यवसाय से लाभ आशाजनक रहेगा फिर भी सन्तोष नही होगा अधिक पाने की लालसा परेशानी में डालेंगी धर्य से काम लें। नौकरी वाले लोग महत्त्वपूर्ण कार्य सम्पन्न होने पर प्रसन्न रहेंगे अधिकारी वर्ग से काम निकालने के लिये आज दिन उपयुक्त है। व्यवसायी वर्ग धन का निवेश करने से बचे आने वाले समय मे व्यवधान आएंगे। सेहत भी संध्या बाद प्रतिकूल होने लगेगी।
 
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन मन कार्य में आ रही बाधा के कारण अशान्त रहेगा। शारीरिक सामर्थ्य भी आज कम ही रहेगा फिर भी जबरदस्ती करेंगे। व्यवसायी वर्ग अधूरे कार्य पर ज्यादा ध्यान दें आज धन पाने का यही एक साधन है। मध्यान तक स्थिति अनियंत्रित रहेगी चाह कर भी मन के अनुसार काम नही कर पाएंगे लेकिन दोपहर बाद थोड़ा बदलाव आने लगेगा किसी की सहायता मिलने पर जटिल कार्य आसानी से पूर्ण कर लेंगे। पूर्व में किये गलत आचरण का आज भुगतान भी करना पड़ेगा। स्वभाव में चिड़चिड़ा पन रहेगा अकारण ही परिजन अथवा सहकर्मियों पर क्रोध करेंगे आस-पड़ोसी आपके प्रति सांत्वना रखेंगे लेकिन आपका व्यवहार विपरीत ही रहेगा। लोभ से दूर रहें।
 
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिये अनुकूल बना हुआ है जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे अन्य लोगो की तुलना में शीघ्र सफलता मिल सकती है। लेकिन व्यवहारिकता की कमी अथवा स्वार्थी वृति कुछ अभाव भी बनाएगी। कार्य क्षेत्र पर धन को लेकर आज किसी भी प्रकार का समझौता नही करेंगे लेकिन अपना काम बनाने के लिये आवश्यकता से अधिक धन लुटाएंगे। पुराने कार्य मे विलम्ब होने पर कहासुनी होगी लेकिन धन की आमद हो जाने के बाद इनको भूल जाएंगे। सहकर्मी अथवा परिजन आपसे कोई अनैतिक मांग करेंगे जिस पूर्ण करने में खासी परेशानी आएगी। घर का वातावरण छोटी मोटी उलझनों को छोड़ ठीक ही रहेगा। स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
 
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन प्रतिकूल फलदायी रहेगा। दिन का पहला भाग नासमझी के कारण व्यर्थ खराब होगा। परिजनो से बिना कारण के ही फटकार सुननी पड़ेगी स्वभाव में उद्दंडता तो रहेगी परन्तु स्थिति को भांप विरोध नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी आज मानसिक दबाव में कार्य करना पड़ेगा जो निर्णय सही लग रहे होंगे वह अंत समय मे गलत सिद्ध होंगे धन संबंधित व्यवहार आज देख भाल कर ही करें विवाद होने की आशंका है। कार्य क्षेत्र पर भी गरमा गरमी का माहौल बनेगा जिसका सीधा असर काम पर पड़ेगा धन लाभ में कमी आने से भी परेशान रहेंगे। संध्या का समय घर मे मौन रहकर बिताये धर्य खोने पर विवाद बढ़ सकता है।
 
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज भी दिन आपके पक्ष में रहेगा लेकिन आज आपके अंदर समझ की कमी भी रहेगी सही की जगह गलत बातो का समर्थन करना घर अथवा बाहर वैचारिक मतभेद बनाएगा। कार्य व्यवसाय एवं दैनिक कार्यो में आज परिश्रम अधिक करना पड़ेगा परन्तु इसका परिणाम सकारत्मक ही रहेगा। आज आपको सहयोग भी बिन मांगे मिल जायेगा अपने कार्य समय से पूर्ण कर लेंगे लेकिन अन्य लोगो की सहायता करने में टालमटोल करेंगे घरेलू कार्य की अनदेखी करने पर ताने सुनने को मिलेंगे। धन की आमाद निश्चित होगी सामाजिक व्यवहार इसके कम या अधिक होने में महत्त्वपूर्ण रहेगा। सेहत आज ठीक ही रहेगी फिर भी खाना समय पर खाये।
 
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज बचते बचते कलह होने की संभावना है स्वभाव में नरमी रखना अत्यंत आवश्यक है। आप जल्दी से किसी विवाद में नही पड़ेंगे लेकिन वातावरण ही ऐसा बनेगा ना चाहकर भी क्रोध आयेगा। आर्थिक कारणों से घर एवं कार्य क्षेत्र पर खींच तान होगी। भाई बंधुओ से किसी पुराने विवाद को लेकर तीखी झड़प होने की संभावना है बेतुकी बयानबाजी से बचें अन्यथा स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। नई सरकारी उलझने भी बनने के आसार है अनैतिक गतिविधियोंसे स्वयं को दूर रखें। महिला वर्ग भी आज आवश्यकता पड़ने पर ही अपना विचार रखें अन्यथा मान हानि हो सकती हैं। आज धन लाभ की आशा कम ही रखें बस खर्च ही निकाल पाएंगे। सेहत में सुधार आएगा पर अपनी ही गलती से समस्या दोबारा हो सकती है। अति आवश्यक कार्यो के लिये संध्या का इंतजार करें।
 
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन से आप कुछ अधिक आशा लगाए रहेंगे दिन के मध्यान तक दिनचार्य सुव्यवस्थित रहेगी लेकिन मध्यान बाद से स्वभाव में लापरवाही आने के कारण अव्यवस्था बढ़ेगी। धन लाभ आज किसी ना किसी रूप में अवश्य होगा परन्तु आशानुकूल ना होने पर मन उदास भी रहेगा। आपका मनमौजी व्यवहार स्नेहीजन से संबंध में कड़वाहट लायेगा। किसी से किया वादा अंत समय मे तोड़ने पर कलह की स्थिति बनेगी। धर्म कर्म में आस्था तो रहेगी लेकिन पूजा पाठ केवल औपचारिकता पूर्ति के लिये ही करेंगे। कार्य व्यवसाय की गति सामान्य रहेगी परन्तु मन की चंचलता उचित लाभ से दूर रखेगी। स्वास्थ्य में सुधार आएगा मौज शौक पर बिना विचारे खर्च करेंगे।
 
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप कुछ अभाव का अनुभव करेंगे फिर भी परिस्थिति के अनुसार स्वयं को ढाल लेना ही बेहतर समझेंगे। आज आप अपने स्वभाव में परिवर्तन लाने का प्रयास करेंगे इसमें काफी हद तक सफल भी रहेंगे लेकिन मन की इच्छाओं को मारना आंतरिक दुख का कारण बनेगा। आज परोपकार और आध्यात्म की भावना रहने से अपने कार्य छोड़ औरो की सहायता को तत्पर रहेंगे इसके पीछे कुछ स्वार्थ भी अवश्य रहेगा। कार्य क्षेत्र से लाभ की आशा अन्य दिनों की तुलना में कम रहेगी दिनचार्य को भी उसी अनुसार रखेंगे। संध्या के आस पास थोड़ा बहुत धन मिलने से संतोष होगा लेकिन परिजन आपसे असंतुष्ट ही रहेंगे। सेहत आज लगभग ठीक ही रहेगी।
 
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन वैसे तो आपके लिये कुछ ना कुछ लाभ ही देगा लेकिन आज आपके द्वारा कोई ऐसा काम हो सकता है जिसका पछतावा लंबे समय तक रहेगा। दिन के पहले भाग से लेकर दोपहर बाद तक भागदौड़ व्यर्थ लगेगी फिर भी व्यवहार पूर्ति के लिये करनी पड़ेगी इसके बाद का समय आकस्मिक लाभ दिलाएगा लेकिन ध्यान रहे यहाँ लापरवाही करने पर लाभ हानि में भी बदल सकता है। धन लाभ मेहनत की।तुलना में कम फिर भी संतोषजनक हो ही जायेगा। कार्य क्षेत्र पर विस्तार करने के अवसर मिलेंगे धन निवेश से ना डरें भविष्य में दुगुना होकर मिलेगा। घर मे संध्या तक स्थिति सामान्य रहेगी इसके बाद कोई हानिकर समाचार मिल सकता है। सेहत में भी गिरावट दर्ज होगी।
 
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज दिनचार्य संघर्ष वाली रहेगी। दिन के आरम्भ से ही मन किस अरिष्ट की आशंका से व्याकुल रहेगा हानि की सम्भवना के कारण बड़ा कार्य करने से डरेंगे लेकिन दैनिक कार्य थोड़े विलम्ब से पूर्ण हो जाएंगे। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर टूट-फुट अथवा अन्य कारणों से हानि होने का भय है। आर्थिक मामले अधूरे रहने के कारण धन संबंधित समस्या भी रहेगी खर्च चलाना भी आज भारी पड़ेगा। किसी से लिये उधार अतिशीघ्र वापस करने का प्रयास करें। परिजन आपकी मनोदशा को जानते हुए भी अनदेखा करेंगे मित्र परिचित केवल औपचारिक व्यवहार रखेंगे। दिन भर मानसिक बोझ बना रहेगा। संध्या बाद से थोड़ी राहत मिलने लगेगी।
 
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपको लाभ की सम्भावना दिन के आरंभ से ही रहेगी कुछ शुभ प्रसंग घटने पर मानसिक रूप से निश्चिन्त रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज अन्य दिनों की तुलना में कम मेहनत से अधिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। नौकरी वाले लोग अतिरिक्त आय बनाने के लिये जोड़ तोड़ करेंगे इसमें सफलता मिलेगी लेकिन विलंब से। आर्थिक रूप से दिन मध्यान तक उदासीन रहने के कारण अधीरता आएगी जल्दबाजी से बचें धन लाभ विलंब से सही लेकिन होगा जरूर। व्यापार में विस्तार कर सकते है लेकिन नया व्यवसाय आरम्भ करने के लिये एक दिन और प्रतीक्षा करें। पारिवारिक सदस्य आपके निर्णय की प्रतीक्षा में रहेंगे किसी को निराश नही करेंगे। धर्म कर्म में आस्था बढ़ेगी। सेहत में आपकी गलती से शिथिलता आएगी।
 
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन थोड़ा उठापटक वाला रहेगा। आज एक समय मे मन दो कार्यो में भटकने के कारण मनचाही सफलता नही मिल पाएगी। विपरीत लिंगीय आकर्षण भी अधिक रहेगा जिसके चलते किसी की अनुचित मांग पूरा करने में संकोच नही करेंगे लेकिन याद रहे बाद में यह आत्मग्लानि का कारण भी बनेगा। मध्यान बाद कार्य व्यवसाय से लाभ की आशा जागेगी परन्तु मेहनत इसकी तुलना में कम रहने के कारण बाद में ले देकर काम निकालना पड़ेगा। व्यर्थ समय खराब करते वक्त ध्यान रहे आज कीगई मेहनत आने वाले दिनों में जीवन की दिशा बदल सकती है। पारिवारिक जन को गुमराह करने का प्रयास करेंगे यह बाद में कलह का कारण बनेगा। सेहत में छोटे मोटे विकार लगे रहेंगे।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जय राम जी🙏 गया जी बिहार पंडित जी राकेश जी🙏9199904819