आज का पंचाग आपका राशि फल, वेदों में प्रयुक्त नेति नेति का जीवन में अर्थ, गीता की सौगंध ली जाती है लेकिन पढ़ने से वंचित क्यों रखा गया❗️

 *अपने बच्चों को पार्वती बनाएं शंकर बनाएं लेकिन जोकर ना बनाएं*

🙏🏻श्री गणेशाय नमः🙏🏻* 

*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻* 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌤️ *दिनांक – 20 दिसम्बर 2023*

🌤️ *दिन – बुधवार*

🌤️ *विक्रम संवत – 2080*

🌤️ *शक संवत -1945*

🌤️ *अयन – दक्षिणायन*

🌤️ *ऋतु – हेमंत ॠतु* 

🌤️ *मास – मार्गशीर्ष*

🌤️ *पक्ष – शुक्ल* 

🌤️ *तिथि – अष्टमी सुबह 11:14 तक तत्पश्चात नवमी*

🌤️ *नक्षत्र – उत्तर भाद्रपद रात्रि 10:58 तक तत्पश्चात रेवती*

🌤️ *योग – व्यतीपात शाम 03:57 तक तत्पश्चात वरीयान*

🌤️ *राहुकाल – दोपहर 12:36 से दोपहर 01:57 तक*

🌞 *सूर्योदय-07:12*

🌤️ *सूर्यास्त- 18:00*

👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*

🚩 *व्रत पर्व विवरण- बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से 11:14 तक)*

💥 *विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

👉🏻 *बरकत बढाने का अचूक उपाय*⤵️ 

 

🌷 *दीर्घायु और आरोग्य वृद्धि के लिए* 🌷

🙏🏻 *विष्णु धर्मोत्तर ग्रंथ में बताया है कि जिनके परिवार में ज्यादा बीमारी …..जल्दी-जल्दी किसी की मृत्यु हो जाती है वे लोग मार्गशीर्ष मास में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन (दशमी तिथि के स्वामी यमराज है मृत्यु के देवता | ) भगवान धर्मराज यमराज का मानसिक पूजन करें, और हो सके तो घी की आहुति दें |*

🙏🏻 *एक दिन पहले से हवन की छोटी सी व्यवस्था कर लेना घी से आहुति डाले इससे दीर्घायु, आरोग्य और ऐश्वर्य तीनों की वृद्धि होती है विष्णु धर्मोत्तर ग्रंथ में बताया है | आहुति डालते समय ये मंत्र बोले–*

💥 *विशेष – [ ध्यान रखे जिसके घर में तकलीफे है वो जरुर आहुति डाले और डालते समय स्वाहा बोले और जो आहुति न डाले तो वो नम: बोले | ]*

🌷 *ॐ यमाय नम:*

🌷 *ॐ धर्मराजाय नम:*

🌷 *ॐ मृत्यवे नम:*

🌷 *ॐ अन्तकाय नम:* 

🌷 *ॐ कालाय नम:* 

🙏🏻 *ये पाँच मंत्र बोले ज्यादा देर तक आहुति डाले तो भी अच्छा है |*

🙏🏻 *अकाल मृत्यु घर में न हो, जल्दी-जल्दी किसी की मृत्यु न हो उसके लिए घर में अमावस्या के दिन गीता का सातवां अध्याय पढना चाहिये | पाठ पूरा हो जाय तो सूर्य भगवान को अर्घ्य देना चाहिये कि हमारे घर में सबकी लंबी आयु हो और जो पहले गुजर गये है हे भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और आज के गीता पाठ का पुण्य ये उनको पहुँचे | ॐ नमो भगवते वासुदेवाय करके वो जल चढ़ा दे |*

🙏🏻 *और हो सके तो ….भगवान ने पैसा दिया हो थोडा बहुत तो उस अमावस्या को गरीब बच्चों – बच्चीयों को चार–पाँच बच्चों को खाना देकर आये सब्जी-रोटी थोडा कुछ मीठा हलवा बना ले थोडा-सा गरीब बच्चों को दे आये | सेवा भी हो जायेगी और जो गुजर गये है वो हम पर राजी हो जायेंगे |*

💥 *विशेष – 21 दिसम्बर 2023 गुरुवार को सुबह 09:38 से 22 दिसम्बर, शुक्रवार को सुबह 08:16 तक मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है।*

🙏🏻 *- Shri Sureshanandji 26th Nov’ 2012*

   🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *तुलसी को पानी अर्पण से पुण्य* 🌷

🌿 *अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाना चाहिए उसकी हवा से भी बहुत लाभ होते हैं और तुलसी को एक ग्लास पानी अर्पण करने से सवा मासा सुवर्ण दान का फल मिलता है।*

 

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*

📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*

    🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

 

          आज का राशिफल

        🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपको प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रातःकाल से ही परिज अथवा किसी अन्य महत्त्वपूर्ण व्यक्ति की जिद परेशानी में डालेगी ऊपर से व्यवसाय में भी उतार चढ़ाव रहने से तालमेल नही बैठा सकेंगे। आज लाभ कमाने के लिए प्रतिष्ठा दांव पर लगाने वाली स्थिति बनेगी। कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था का वातावरण बनेगा। महिलाए आज विशेषकर बेतुकी बाते बोलने से बचे क्रोध पर भी संयम रखें मान हानि हो सकती है। बनते काम लटकने से हताश होंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी अनुभव होगी। सीमित साधनों से काम चलाये ज्यादा पाने की लालसा हाथ आये से भी वंचित कर सकती है। स्वास्थ्य कुछ समय के लिये प्रतिकूल होगा।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन का पूर्वार्ध शुभफलदायी रहेगा स्वभाव में मनमानी रहने के कारण परिजनों को परेशानी होगी घरेलू समस्याओं के समाधान करने की जगह टरकाने पर किसी से झड़प हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी आज बेमन से कार्य करेंगे लेकिन सहयोगियों की सहायता से लाभ की संभावना बनेगी धन की आमद संध्या के समय तक संतोषजनक हो जाएगी। मध्यान पश्चात सेहत आकस्मिक ढीली होने से काम-काज प्रभावित होगा फिर भी सैर सपाटे मनोरंजन के लिये तैयार रहेंगे। स्त्री पक्ष से शुभ समाचार मिलेगा घरेलू खर्च कंजूसी बरतने पर भी अधिक होंगे। जिद से बचे अन्यथा दिन शांति से बिताना भारी पड़ेगा। किसी अन्य महिला के चक्कर मे मान हानि हो सकती है। सतर्क रहें।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन भी आपको शुभ फल देने वाला है। आज आप अपने व्यवहार कुशलता से किसी का भी दिल जीत सकते हैं आज के दिनों से मन मे चल रही किसी कामना पूर्ति से उत्साह बढ़ेगा लेकिन सरकारी अथवा अचल संपत्ति के दस्तावेज अधूरे रहने एवं घर का वातावरण अकस्मात गरम होने से थोड़ी परेशानी भी होगी। व्यवसाय में आज किया गया निवेश भविष्य के लिए लाभदायक रहेगा। संध्या बाद का समय दिनभर की तुलना में अधिक रोचक रहेगा मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे लेकिन संचित कोष में अधिक गिरावट भी देखने को मिलेगी। सब सुविधाएं मिलने पर भी अंत मे कोई न कोई कसर अनुभव करेंगे।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहेगा स्वभाव में आलस्य दिन के आरंभ से ही छाया रहेगा फिर भी अतिआवश्यक कार्यो में विलंब नही होने देंगे। आप में परोपकार की भावना अधिक रहेगी सामाजिक कार्यो में भी आज रुचि दिखायेंगे संगी साथियो का भी सहयोग मिलने से मान-सम्मान एवं आत्म विश्वास बढ़ेगा। काम-धंधे को लेकर ज्यादा गंभीर नही रहेंगे जिसके परिणाम स्वरूप आज अल्प लाभ से ही संतोष करना पड़ेगा। समय पर आवश्यकता पूर्ति करने पर परिवार में सुख-शांति का वातावरण रहेगा। संध्या का समय उत्तम भोजन वाहन सैर सपाटे में बीताएँगे। सेहत सामान्य रहेगी विपरीत लिंगीय आकर्षण अधिक रहेगा।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आपको प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। आज आपमें आनंद एवं स्फूर्ति का अभाव रहने से कार्य में मन नहीं लगेगा पूर्व में लिए किसी गलत निर्णय के कारण भी आज हानि होने की संभावना है बेहतर रहेगा आज कोई भी निर्णय लेने से बचे। फिजूल खर्च अधिक रहने से आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। किसी परिजन से धन को लेकर विवाद हो सकता है। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। अधिक क्रोध से बचें विशेषकर महिलाओ को सम्मान दे अन्यथा मान हानि भी हो सकती है। सेहत में भी कुछ न कुछ कमी लगी रहेगी जोखिम ना लें।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। आज आप वाणी की मधुरता एवं युक्तियों के बल पर बड़े लोगो से सम्बन्ध बनाएंगे जो कि भविष्य में आपके लिए लाभदायी सिद्ध होंगे आज भी जोखिम वाले कार्यो में थोड़ी परेशानी के बाद लाभ अवश्य होगा लेकिन स्वभाव में आलस्य पल पल पर बाधक भी बनेगा इससे बचने का प्रयास करें। धन की आमद आज अन्य दिनों की तुलना में कम ही होगी फिर भी इसकी परवाह नही करेंगे। महिलाओ को आज किसी प्रियजन के बिछड़ने अथवा अन्य कारणों से मन मे दुख होगा पारिवारिक सदस्यों का सहयोग मिलने से राहत भी मिलेगी। सेहत आज उत्तम बनी रहेगी। सन्तानो पर नजर रखे कुछ गड़बड़ कर सकते है।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन व्यस्तता से भरा रहेगा साथ ही आज खर्चो पर नियंत्रण नही रहेगा अधिकांश खर्च आज आवश्यक ही होंगे पर दिखावे के ऊपर ही। दिन का ज्यादातर समय कार्य क्षेत्र एवं धर में फैली व्यवस्था को सुधारने में व्यतीत होगा। नए निर्माण की योजना बनेगी इस पर खर्च भी करेंगे। आपके कार्य कुशलता और जीवनशैली की प्रशंसा होगी जिससे मन मे अभिमान आएगा। आज आय सिमित ही रहेगी इसके विपरीत मध्यान पश्चात मनोरंजन पर अधिक खर्च होगा। फिजूल खर्ची से बचें अन्यथा आगे आर्थिक उलझनों का सामना करना पड़ेगा घर मे माता पिता को छोड़ अन्य सभी लोग स्वार्थसिद्धि के लिये मीठा व्यवहार करेंगे। आरोग्य बना रहेगा।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायक रहेगा बुद्धि विवेक रहने के बाद भी हर काम मे अपनी ही चलाएंगे चाहे फिर आगे उसका नतीजा विपरीत ही क्यो ना निकले। आज कोई अनिच्छित कार्य करना भी पड़ेगा। निर्धारित कार्यो के पूर्ण होने में विलम्ब होने से परेशानी होगी किसी से अपमानजनक शब्द सुनने की संभावना है। व्यर्थ की यात्रा में समय एवं धन व्यय होगा। मध्यान पश्चात व्यवसाय में थोड़ा लाभ होगा धन की आमद फिर भी आवश्यकता से कम ही होगी। सेहत में भी कुछ न कुछ गड़बड़ लगी रहेगी सर्दी-जुखाम से पीड़ित हो सकते है लेकिन फिर भी मनोरंजन के अवसर खाली नही जाने देंगे। परिजनों की बात सुन बिना जवाब ना दे कलह हो सकती है।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आपके लिए विशेष परिश्रम वाला रहेगा मन ना होने पर भी कई दिनों से रुके घरेलू कार्य के साथ व्यावसायिक कार्य भी एकसाथ आने से स्वभाव में चिड़चिड़ापन बनेगा। कार्य क्षेत्र पर आज प्रतिस्पर्धा बढ़ने से आपका दिन संघर्षमय रहेगा अपने कार्य स्वयं करने का प्रयास करें आज किसी पर अतिविश्वास हानि कराएगा। अचल संपत्ति संबंधित कार्य सरकारी अनियमित्तताओ के कारण अधूरे रहने पर क्रोध आएगा। आकस्मिक दुर्घटना के भी योग है यथा संभव यात्रा टाले वाहन, पानी से सतर्क रहें। परिजनों की अनदेखी से व्यवहार में थोड़ा रूखापन आएगा। सेहत आज किसी न किसी कारण से नरम गरम ही रहेगी। 

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप मौज-मस्ती के मूड में रहेंगे लेकिन आपका स्वभाव पल पल में बदलने से सहजनो को असुविधा होगी। टालने पर भी धार्मिक आयोजनों में भी सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर जिस कार्य को नही करना चाहिये उसी कार्य से अपने बुद्धि बल से लाभ अर्जित करेंगे अधिकांश कार्य निर्धारित समय पर पूरे होंगे फिर भी धन संबंधित समस्या बनी रहेगी। परिजनों से अत्यधिक भावनात्मक सम्बन्ध रहने के कारण नाजायज लाभ उठाएंगे। संध्या के समय किसी मनोकामना की पूर्ति होगी सेहत लगभग ठीक ही रहेगी।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आप सुख-शांति से व्यतीत करेंगे नए कार्य के आरम्भ की रूप रेखा बनाएंगे लेकिन आज आलस्य के कारण बीच मे ही भूल भी जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर अन्य दिनों की तुलना में आज कम समय देंगे लेकिन पुराने रुके धन की प्राप्ति होने पर संतोष होगा किसी से उलझने के प्रसंग भी बनेंगे आर्थिक विषयक बातो को शांति से सुलझाए अन्यथा बाद में उलझने अधिक बढ़ सकती है । मध्यान पश्चात का समय मित्रो के साथ मनोरंजन में बितायेंगे। पारिवारिक मतभेद सुलझने से राहत मिलेगी। स्त्री-संतान का सहयोग मिलेगा। असंयमित भोजन से पेट खराब हो सकता है। पर्यटक यात्रा के योग है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन चंचलता आपके मन मस्तिष्क पर हावी रहेगी। स्वयं किसी को।कुछ भी बोल देंगे लेकिन किसी अन्य की छोटी सी बात भी सहन नही कर पाएंगे जिससे टकराव की स्थिति बनेगी। मध्यान के बाद का समय आपको सावधानी से बिताने की सलाह है। आज आप भावुकता की अधिकता के कारण किसी से धोखा खा सकते है किसी से भी उधारी का व्यवहार ना करें। आकस्मिक खर्च से आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी। स्त्री एवं जल स्त्रोत से सावधान रहें। घर का वातावरण आपके कारण उदासीन रहेगा मनमौजी व्यवहार स्नेहीजनों से दूरी बढ़ाएगा। शारीरिक अकड़न की शिकायत हो सकती है।      

    🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🙏🏻🌷🌸🌼☘🌹☘🌼🌸🌷🙏

🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩

 
षडयंत्र के अन्तर्गत , गुरुकुल के साथ साथ, शस्त्र और शास्त्र की विद्या भी खत्म कर दी गई… जिसके फलस्वरूप हिंदु आत्मरक्षा भी नहीं कर पाए… आइये लौटें अपने मूल की ओर…🙏🚩

हर प्रसिद्ध मंदिर को, कम से कम, एक गुरूकुल खोलने में क्या हर्ज है…? जब मस्जिद, मदरसा चला सकती है, तो मंदिर गुरूकुल क्यों नही…?
इस देश के आधे से ज़्यादा हिंदू परिवार अपने बच्चों को क्रिश्चियन, कॉन्वेंट स्कूल में भेजते हैं… उन्हें उनका अंग्रेज़ी बोलता, अंग्रेज बच्चा, बहुत “क्यूट” लगता है… संस्कृत बोलने वाले गुरुकुल के बच्चों को “पंडीतजी” कहकर चिढ़ाते हैं… 
हिंदी माध्यम वाले बच्चों का वे मज़ाक उड़ाते हैं… और उन्हें “बॅकवर्ड” समझते हैं… ये एक कड़वा सच है… 
हिंदू पतन का सबसे बडा कारण– कांग्रेस द्वारा गुरुकुल समाप्त कर दिये गये और मिशनरी और मदरसों को लगातार पैसा व बढावा दिया गया… इसलिये आज देशभर मे साधूसंतों पर और ब्राम्हणों पर हमले हो रहे है…
मस्जिद के अंदर मदरसा… 
चर्च के अंदर कॉन्वेंट स्कूल…
तो मंदिरों के अंदर भी गुरुकुल चलने चाहिए…
अनुच्छेद 30A को हटाओ… 
कांग्रेसीयों ने संविधान मे शातीराना बदलाव करते हुए… हिंदूओं को उन्हें अपने धर्म से दूर कर दिया… और मुसलमानों को उनके धर्म से जोड़ दिया… अनुच्छेद 30 व 30A इसका गवाह है… 
संविधान का अनुच्छेद 30 “मदरसों” में कुरान व हदीस पढ़ाने की छूट देता है… लेकिन “अनुच्छेद 30A” “गुरुकुलों” व “स्कूलों” में महाभारत, रामायण, वेद, पुराण व गीता पढ़ाने की बिल्कुल छूट नही देता….
हिंदूओ के साथ ऐसा “दोगलापन” व्यवहार क्यों ? अब समय आ गया है… अब इसे बदलना चाहिए…
ईसाईयों को इंग्लिश आती है, वो बाइबिल पढ लेते है…
मुस्लिमों को उर्दू आती है, वो कुरान पढ लेते हैं…
सिखों को गुरबानी आती है, वो श्री गुरू ग्रंथसाहिब पढ लेते है…
हिंदूओं को संस्कृत नही आती है, 
वो ना वेद पढ पाते है,
और न ही उपनिषद…
इससे बडा दुर्भाग्य ओर क्या हो सकता है हमारा…
*संस्कृत विश्व की सर्वश्रेष्ठ भाषा है, इसे अवश्य सीखें*

🙏*” राधे राधे “*🙏〰〰〰

 *वेदों में प्रयुक्त नेति-नेति शब्द से क्या आशय है?*

नेति-नेति कहने से तात्पर्य वस्तु को हटाने से नहीं, बल्कि स्वयं को हटाने से है। ये कोई वस्तुओं के चुनाव की बात नहीं है, ये तो इसलिए है ताकि तुम्हें अपना नकलीपन दिखाई दे।

नेति-नेति का अर्थ होता है कि मैं हूँ एक अशांत चेतना, और मुझे शांति न इस वस्तु से मिलेगी और न उस वस्तु से मिलेगी। पर जब तुम सामान्यतया इसे कहते हो तो ये प्रदर्शित करते हो कि सारी वस्तुएं नकली हैं और चूंकि मैं इन सब को नकली बता रहा हूँ, तो मैं विशुद्ध असली हूँ। इससे तो अहंकार को संवर्धन ही मिलता है।

अब इसका दूसरा सकारात्मक पहलू भी देखते हैं। जब तुम शांत हो तो तुम जानते हो कि बाहरी सारी वस्तुएं यहाँ तक कि स्वयं का शरीर भी नकली है और तब तुम इन सब के साथ खेल सकते हो और वास्तव में वस्तुओं का आनंद या उपभोग भी सही प्रकार से तभी हो सकता है जब तुम अपनी शांति के लिए उन पर निर्भर नहीं होते हो। इसी दशा में तुम ये कह सकते हो कि अब मेरे लिए ये पूरा जगत ही कृष्णवत हो गया।

वास्तव में तुम्हारे लिए नेति-नेति की महत्ता तब तक बिल्कुल है जब तक तुम आन्तरिक अपूर्णता से मुक्त नहीं हो जाते ताकि तुम आन्तरिक पूर्णता को वस्तुओं से पूरा करने में जीवन व्यर्थ न गँवा बैठो

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