आज का पंचाग आपका राशि फल, सारी समस्याओं का एक समाधान मां का पल्लू, विवाह में छ से अधिक व्यंजन बनाये तो नहीं करेंगे भोजन एक नया शुभारम्भ, अब भारत की सुरक्षा के लिए चौकन्नी रहेंगी सैटेलाइट की आंखे हर जगह होगी चौकन्नी दृष्टि

नमो नारायण जय श्रीमन् नारायण जी की सरकार ।। 

सूर्योदय: 🌄 ०७:२०

सूर्यास्त: 🌅 ०५:३९

चन्द्रोदय: 🌝 २१:२५

चन्द्रास्त: 🌜१०:२०

अयन 🌘 उत्तरायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🗻 शिशिर 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 पौष 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 चतुर्थी (११:५५ से पञ्चमी)

नक्षत्र 👉 मघा (पूर्ण रात्रि)

योग 👉 प्रीति (२७:४१ से आयुष्मान)

प्रथम करण 👉 बालव (११:५५ तक)

द्वितीय करण 👉 कौलव (२५:०९ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 धनु 

चंद्र 🌟 सिंह 

मंगल 🌟 धनु (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 वृश्चिक (अस्त, पूर्व, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५९ से १२:४०

अमृत काल 👉 २९:५५ से ०७:४२ 

विजय मुहूर्त 👉 १४:०२ से १४:४३

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२४ से १७:५२

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२७ से १८:४९

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:४७

राहुकाल 👉 १६:१० से १७:२७

राहुवास 👉 उत्तर

यमगण्ड 👉 १२:२० से १३:३७

दुर्मुहूर्त 👉 १६:०५ से १६:४६

होमाहुति 👉 मंगल

दिशाशूल 👉 पश्चिम

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्रवास 👉 पूर्व

शिववास 👉 कैलाश पर (११:५५ से नन्दी पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – उद्वेग २ – चर

३ – लाभ ४ – अमृत

५ – काल ६ – शुभ

७ – रोग ८ – उद्वेग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – शुभ २ – अमृत

३ – चर ४ – रोग

५ – काल ६ – लाभ

७ – उद्वेग ८ – शुभ

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (पान का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष 

गुरु मार्गी ०८:१० से आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज ३०:५७ तक जन्मे शिशुओ का नाम मघा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (मा, मी, मू, मे) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

धनु – ३०:१२ से ०८:१५

मकर – ०८:१५ से ०९:५६

कुम्भ – ०९:५६ से ११:२२

मीन – ११:२२ से १२:४६

मेष – १२:४६ से १४:२०

वृषभ – १४:२० से १६:१४

मिथुन – १६:१४ से १८:२९

कर्क – १८:२९ से २०:५१

सिंह – २०:५१ से २३:१०

कन्या – २३:१० से २५:२८

तुला – २५:२८ से २७:४९

वृश्चिक – २७:४९ से ३०:०८

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:१३ से ०८:१५

रज पञ्चक – ०८:१५ से ०९:५६

शुभ मुहूर्त – ०९:५६ से ११:२२

चोर पञ्चक – ११:२२ से ११:५५

शुभ मुहूर्त – ११:५५ से १२:४६

शुभ मुहूर्त – १२:४६ से १४:२०

चोर पञ्चक – १४:२० से १६:१४

शुभ मुहूर्त – १६:१४ से १८:२९

रोग पञ्चक – १८:२९ से २०:५१

शुभ मुहूर्त – २०:५१ से २३:१०

मृत्यु पञ्चक – २३:१० से २५:२८

अग्नि पञ्चक – २५:२८ से २७:४९

शुभ मुहूर्त – २७:४९ से ३०:०८

रज पञ्चक – ३०:०८ से ३१:१३

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*वास्तु शास्त्र* 🌷

📅 *वास्तु में पुराने कैलेंडर लगाए रखना अच्छा नहीं माना गया है। ये प्रगति के अवसरों को कम करता है। इसलिए, पुराने कैलेंडर को हटा देना चाहिए और नए साल में नया कैलेंडर लगाना चाहिए। जिससे नए साल में पुराने साल से भी ज्यादा शुभ अवसरों की प्राप्ति होती रहे।** यदि वर्ष भर अच्छे योग और लाभ चाहते हैं तो घर में कैलेंडर को वास्तु के अनुसार ही लगाएं।*

👉🏻 *वास्तु अनुरुप कहां लगाएं कैलेंडर*

📅 *कैलेंडर उत्तर,पश्चिम या पूर्वी दीवार पर लगाना चाहिए। हिंसक जानवरों, दुःखी चेहरों की तस्वीरोंवाला ना हो। इस प्रकार की तस्वीरें घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार करती है।*

📅 *पूर्व में कैलेंडर लगाना बढ़ा सकता हैं प्रगति के अवसर- पूर्व दिशा के स्वामी सूर्य हैं , जो लीडरशिप के देवता हैं। इस दिशा में कैलेंडर रखना जीवन में प्रगति लाता है। लाल या गुलाबी रंग के कागज पर उगते सूरज, भगवान आदि की तस्वीरों वाला कैलेंडर हो।*

📅 *उत्तर दिशा में कैलेंडर बढ़ाता है सुख-समृद्धि- उत्तर दिशा कुबेर की दिशा है। इस दिशा में हरियाली,फव्वारा, नदी,समुद्र, झरने, विवाह आदि की तस्वीरों वाला कैलेंडर इस दिशा में लगाना चाहिए। कैलेंडर पर ग्रीन व सफेद रंग का उपयोग अधिक किया हो।*

📅 *पश्चिम दिशा में कैलेंडर लगाने से बन सकते हैं रुके हुए कई कार्य- पश्चिम दिशा बहाव की दिशा है। इस दिशा में कैलेंडर लगाने से कार्यों में तेजी आती हैं। कार्यक्षमता भी बढ़ती है। पश्चिम दिशा का जो कोना उत्तर की ओर हो। उस कोने की ओर कैलेंडर लगाना चाहिए।*

📅 *कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए घर की दक्षिण दिशा में- घड़ी और कैलेंडर दोनों ही समय के सूचक हैं। दक्षिण ठहराव की दिशा है। यहां समय सूचक वस्तुओं को ना रखें। ये घर के सदस्यों की तरक्की के अवसर रोकता है। घर के मुखिया के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।* 

📅 *मुख्य दरवाजे से नजर आता कैलेंडर भी नहीं लगाएं- मुख्य दरवाजे के सामने कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए। दरवाजे से गुजरने वाली ऊर्जा प्रभावित होती है। साथ ही तेज हवा चलने से कैलेंडर हिलने से पेज उलट सकते हैं । जो कि अच्छा नहीं माना जाता है।*

💥 *विशेष : अगर कैलेंडर में संतों महापुरुषों तथा भगवान के श्रीचित्र लगे हों,तो ये और अधिक पुण्यदायी और आनंददायी माना जाता है। 

🌷 *भक्ति बढाने हेतु* 🌷

👉🏻 *जिसको अपनी भक्ति बढानी है …. भगवद्‍गीता का १२वाँ अध्याय पढ़के, भगवद्‍गीता हाथ में ही रखकर भगवान को प्रार्थना करे: “हे भगवान! भगवद्‍गीता का १२वाँ अध्याय भक्तियोग नामक अध्याय है। जिसका मैंने आज पाठ किया है। ऐसी कृपा करना प्रभु कि मेरी भक्ति बढ़ जाये। बस मेरी भक्ति बढ़ जाये दाता !! ” दिल से प्रार्थना करोगे न तो सचमुच भगवान के वचन गीता में हैं। और १२वें अध्याय को भक्तियोग नामक अध्याय कहते हैं। वो पाठ करके प्रार्थना की तो भगवान की, गुरु की कृपा क्यों नहीं बरसेगी!! भक्ति बढ़ेगी और वो ही भक्ति सब सुखों की खान है।*

*🔹आरोग्यप्रदायक मंत्र 🔹*

*☀️सूर्य मंत्र☀️*

*गर्मी से उत्पन्न शारीरिक रोग, बुद्धि की विकलता ( उन्माद, पागलपन) अथवा दुर्वलता, दृष्टी-रोग, अग्नि-तत्त्व की विषमता, शरीर में जलन आदि हो तो इनके निवारण के लिए सूर्य मंत्र है । किसी भी अमावस्या को ४० बार जप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है :*

*ॐ नमोऽस्तु दिवाकराय अग्नितत्त्वप्रवर्धकाय शमय शमय शोषय शोषय अग्नितत्त्वं समतां कुरु कुरु ॐ ।।*

*🔸चन्द्र मंत्र🔸*

*शीत से उत्पन्न वायु-प्रधान रोगों में चन्द्र मंत्र से लाभ होता है मंत्र है :*

*ॐ चन्द्रो में चान्द्रमसान् रोगानपहरतु । औषधिनाथाय वै नम: ।*

*ॐ स्वात्मसम्बन्धिन: सर्वत: सर्वरोगान् शमय शमय तत्रैव पातय पातय । शक्तिं चोद्भावयोद्भावय ।।*

*किसी पर्व अथवा पुण्य दिवस पर चन्द्र मंत्र का २०० बार ( दो माला ) जप करने से मंत्र सदा के लिए सिद्ध हो जाता है । और अगर चन्द्रग्रहण के समय जप कर लिया जाय तो केवल २०-२५ बार जप करनेमात्र से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है ।*

*मंत्रसिद्धि के बाद इनमें से जिस मंत्र की आवश्यकता हो उसका पानी में देखते हुए ५, ७ या ११ बार जप करें । यह अभिमंत्रित जल रोगी को स्पर्श कराने , लगाने, पिलाने और उससे स्नान कराने से भी बहुत लाभ होगा ।*

*इन मंत्रों का उपयोग अपने परिचितों, हितैषियों के लिए भी कर सकते हैं, अपने लिए भी कर सकते हैं ।*

*🔹 रविवार विशेष🔹*

*🔹 रविवार के दिन स्त्री-संसर्ग तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

*🔹 रविवार के दिन आँवला, मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*

*🔹 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*

*🔹 रविवार सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर (बाल काटना व दाढ़ी बनवाना) कराने से धन, बुद्धि और धर्म की क्षति होती है ।*

*🔹 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*

*🔹 रविवार के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना एवं पीपल के पेड़ को स्पर्श करना निषेध है*

आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

बीते कल की अपेक्षा आज के दिन आप प्रत्येक कार्यो में दिमाग की अपेक्षा अपने मन की सुनेगे। स्वभाव में भावुकता भी अधिक रहेगी जिसके कारण किसी की छोटी बातो को दिन से लगा लेंगे। परिवार में चुगली एवं ईर्ष्यालु वातावरण रहने से बाहर समय बिताना अधिक भायेगा। महिलाये आज किसी बात को लेकर अंदर से जली भुनी रहेंगी घर मे अव्यवस्था फैलने का कारण भी महिलाये ही रहेंगी। कार्य-व्यवसाय से मध्यान के बाद ही लाभ मिल सकेगा। किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के कारण भाग-दौड़ रहेगी लेकिन सफलता को लेकर मन में संशय रहेगा। संतानों के भविष्य के कारण भी चिंता रहेगी। मध्यान के बाद किसी स्त्री द्वारा लाभ की संभावना है। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग से सतर्क रहें। आलस्य भारी पड़ सकता है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू,🌷वे, वो)

आज का दिन आपके लिए अशुभ रहेगा। पारिवारिक बहस के कारण बनी बनाई योजनाए बिगड़ेंगी मानसिक संताप भी दिन भर बना रहेगा। आज अशांति का मुख्य कारण धन ही रहेगा। व्यवसाय क्षेत्र पर भी उधारी को लेकर किसी से तीखी झड़प होने की संभावना है। धन की आमद के लिए किसी की चापलूसी भी करनी पड़ेगी। बेरिजगार लोग भविष्य की चिंता को लेकर निराशा से भरे रहेंगे। महिलाये भी आज आवश्यकता से अधिक बोलने के कारण घर मे नए विवाद को जन्म देंगी। आपकी अथवा घर में किसी सदस्य की सेहत ख़राब होने से अतिरिक्त भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। किसी अरिष्ट की चिंता से मन व्याकुल रहेगा। सहकर्मियों का सहयोग मिलने से थोड़ी राहत मिलेगी। कर्ज लेना पड़ सकता है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके लिए शुभ फलदायी रहेगा। घर एवं बाहर सब जगह आपकी प्रशंशा होगी। व्यवहार कुशलता आज सभी जगह काम आएगी किसी से भी अपना काम निकालने के लिए ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ेगी। महिलाये आज परिवार के प्रति अधिक समर्पित रहेंगी लेकिन विपरीत लिंगीय लगाव अधिक रहने से मानसिक दुख के प्रसंग भी बनेंगे। कार्य व्यवसाय में नए लाभ के अनुबंध मिलने की सम्भवना है लापरवाही से बचें। आज आपके सभी कार्य स्वतः होते नजर आएंगे। स्त्री अथवा पति के सहयोग से भाग्योदय हो सकता है। व्यवहार में मृदुलता रखें आकस्मिक लाभ की संभावना बढ़ेगी। पैतृक संपत्ति का विवाद सुलझने से राहत मिलेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आपका अधिकांश समय काल्पनिक दुनिया की सैर में बीतेगा। मन मे बड़ी-बड़ी योजनाए बनायेगे परन्तु इनको साकार करने में फिसड्डी साबित होंगे। महिलाये भी आज परिवार एवं सार्वजनिक क्षेत्र में स्वयं की आवश्यकता से अधिक बड़ाई करने पर हास्य की पात्र बनेंगी लेकिन गृहस्थी के लिए फिर भी उपयोगी ही रहेंगी। कारोबार को लेकर आशाये तो बहुत रहेंगी परन्तु आकस्मिक निर्णय लेने के समय दुविधा में पड़ेंगे जिसके कारण आज सीमित साधनों से ही काम चलाना पड़ेगा। शारीरिक एवं मानसिक रूप से चुस्त-रहेंगे। परिवार के प्रति आज अधिक संवेदनशील रहेंगे। कार्य व्यवसाय से समय निकाल आज मनोरंजन एवं आराम में अधिक समय बितायेंगे। धार्मिक स्थानों के पर्यटन का अवसर मिलेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आपका ध्यान काम पर कम और सुखोपभोग पर अधिक रहेगा लेकिन कार्य क्षेत्र पर स्थिति अनुकूल रहने से धन संबंधित समस्या नही रहेगी। नौकरी वाले लोग व्यवसायियों की अपेक्षा अधिक निश्चिन्त रहेंगे। आज किसी नजदीकी व्यक्ति की जमानत अथवा समझौता भी कराना पड़ेगा जसमे ना चाह कर भी समय एवं धन की बर्बादी होगी। महिलाये आज घरेलू वस्तुओ की खरीददारी के साथ ही व्यक्तिगत कार्यो पर अधिक खर्च करेंगी। आज आप किसी परिजन के नखराले व्यवहार से परेशान भी रहेंगे। नौकरी वाले जातक घरेलु कार्य की अनदेखी कर एकांत में समय बिताना पसंद करेंगे। सामाजिक अथवा पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर में किसी मांगलिक कार्यक्रम की रूप रेखा बनेगी। 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपके लिए विपरीत फलदायी रहने वाला है। दैनिक कार्यो को छोड़ शेष सभी कार्यो में संघर्ष करना पड़ेगा। आज किसी भी कार्य को करने का उत्साह नही बनेगा और जो कार्य करने का प्रयास करेंगे उसमे कुछ ना कुछ विघ्न अवश्य आएंगे अथवा अधूरा रह जायेगा। खर्च चलाने के लिए जमा पूंजी का इस्तेमाल करना पड़ेगा जिससे घर का बजट गड़बड़ायेगा। परिजनों को खुश रखने के लिए आज अनावश्यक खर्च भी करने पड़ेंगे। सेहत नरम-गरम रहने से आलस्य एवं शीघ्र थकावट अनुभव होगी। कार्य क्षेत्र पर आज आपके दयालु स्वाभाव के कारण प्रतिस्पर्धी हावी रहेंगे। लेन-देन में धन अटक सकता है बेहतर रहेगा आज इससे बचें। नौकरो से मीठा बोल कर कार्य निकाले। 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपके लिए लाभ की स्थिति यथावत बनी रहेगी लेकिन आज आप ज्यादा मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगे जिससे होने वाले लाभ में कुछ कमी आयेगी। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी हावी रहेंगे फिर भी आपके हिस्से का लाभ मिलकर ही रहेगा। धन के कारण आज मन की इच्छाओं को नही मारना पड़ेगा। महिला मित्रो से अंतरंग संबंध बनेंगे इनके ऊपर खर्च भी अधिक होगा। रिश्तेदारों एवं पुराने मित्रों से भेंट होगी। आज आपके स्वभाव में अहम की भावना रहने से बाहरी व्यक्ति को दुखद अनुभूति ही होगी। लेकिन परिजनों से स्वार्थ सिद्धि के लिए मधुर व्यवहार करेंगे। व्यवसाय में अधिक लाभ पाने के लिए अनैतिक कार्यो में लिप्त होंगे। मनोरंजन पर्यटन से आनंद मिलेगा। आकस्मिक धन लाभ होगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप कार्य व्यवसाय में कम ही ध्यान देंगे फिर भी आवश्यकता अनुसार धन की प्राप्ति हो ही जाएगी। दिन का आरंभिक भाग आलस्य की भेंट चढेगा इसके बाद घरेलू एवं अन्य आवश्यक कार्य एक साथ मिलने से दुविधा में पड़ जाएंगे लेकिन परिवार के बुजुर्ग एवं महिलायें आपको दुविधा से बाहर निकालने में सहयोग करेंगे। कारोबारी लोग मध्यान तक दिन भर की कसर पूरी कर लेंगे। आज आपके किसी सरकारी उलझन में भी फंसने की संभावना है। आज आपके स्वाभाव में नरमी रहने से परिजनों के साथ चल रहे मतभेद सामान्य होंगे। कला एवं संगीत में आज विशेष रूचि रहेगी। किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का सहयोग मिलने से रुके घरेलू कार्य पूर्ण होंगे। नजदीकी रिश्तेदारो से शुभ समाचार मिलेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आपके दैनिक कार्यो का आरंभ विलंब से होगा। प्रातः काल धर्म कर्म में समय देंगे धार्मिक स्थल की यात्रा भी होगी। आध्यात्म में अधिक रुचि रहने से मानसिक रूप से शांति अनुभव करेंगे। परन्तु आज घर मे किसी के गलत आचरण के कारण शांति भंग भी होगी। कार्य व्यवसाय पर अन्य लोगो के ऊपर ज्यादा निर्भर रहना पड़ेगा जिसके परिणाम स्वरूप आशानुकूल लाभ से वंचित रहेंगे फिर भी खर्च चलाने लायक धन मिल जाएगा। महिलाये आज घरेलू कामो पर कम ही ध्यान देंगी। आज आपका ध्यान परिवार में सुख शान्ति कायम रखने पर रहेगा। घर में सुख के साधनों पर खर्च करेंगे। घूमने-फिरने के अवसर भी मिलेंगे। परिजनों के साथ भविष्य का चिंतन होगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन परिस्थितियों में थोड़ा बहुत हीं सुधार आएगा। मानसिक बेचैनी आज भी बनी रहेगी। नौकरी पेशा जातको की दिनचर्या आज विशेष संघर्ष वाली रहेगी व्यवसायी वर्ग भी जोड़ तोड़ करके ही थोड़ा बहुत लाभ प्राप्त कर सकेंगे। धन की आमद न्यून रहेगी परन्तु खर्च आवश्यकता से अधिक होने पर आर्थिक स्थिति गड़बड़ायेगी। महिला वर्ग सेहत की अनदेखी करने के कारण बीमारी को बढ़ाएंगी। आपका आज का दिन भी निराशा से भरा रहेगा। सम्पति का विवाद बढ़ने से परिवार में तना-तनी हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी आज उदासीनता छायी रहेगी। लाभ के अवसर मिलते हुए भी हाथ से निकल सकते है। आज हर क्षेत्र पर विवेक एवं संयम का परिचय दें ।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपके लिए आनंद दायक रहेगा लेकिन आज घरेलू कलह से बचने के लिए व्यावहारिक होना अतिआवश्यक है। आपकी टालने वाली आदत परिजनों के लिए नई परेशानी खड़ी करेगी। व्यवसायियो के लिए आज का दिन आर्थिक रूप से पहले से बेहतर बनेगा। कार्य क्षेत्र पर कम समय एवं लागत में अधिक मुनाफा कमा लेंगे। महिलाओ को भी अकस्मात धन अथवा अन्य वस्तुओं की प्राप्ति होगी स्वभाव से लालची भी रहेंगी। आज धन का खर्च आय की तुलना में अधिक रहेगा फिर भी मानसिक रूप से दिन भर प्रसन्न रहेंगे। घर में मेहमानों के आने से चहल-पहल रहेगी। कीमती वस्तुओ की खरीददारी पर खर्च होगा। प्रियजनों के साथ उत्तम भोजन पर्यटन सुख मिलेगा। 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज दिन के प्रथम भाग में लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन इसके बाद का समय खर्चीला ही रहेगा फिर भी बीते कल की अपेक्षा आज अनावश्यक खर्चो पर नियंत्रण करने में सफल रहेंगे। परिजनों की मनोकामना पूर्ण होने से घर मे आनंद का वातावरण रहेगा। कार्य स्थल पर आज अव्यवस्था अधिक रहेगी समय भी कम ही दे पाएंगे लेकिन फिर भी धन लाभ कही ना कही से अकस्मात हो ही जायेगा। यात्रा पर्यटन एवं मनोरंजन की इच्छा मध्यान बाद अवश्य पूर्ण होगी। वाहन सावधानी से चलाए चोट लगने का भय है। आज आपकी वाणी की सौम्यता नए सम्बंध स्थापित करने में सहायता करेगी। घर के किसी बुजुर्ग से शुभकार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। शुभ समाचार मिलने से मन में आनंद छाया रहेगा। संतानों के व्यवहार से आज थोड़ी पीड़ा भी होगी।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ 🙏राधे राधे🙏

माँ के पल्लू का सिद्धाँत माँ को गरिमामयी छवि प्रदान करने के लिए था।

इसके साथ ही … यह गरम बर्तन को
चूल्हा से हटाते समय गरम बर्तन को
पकड़ने के काम भी आता था। 

पल्लू की बात ही निराली थी.
पल्लू पर तो बहुत कुछ
लिखा जा सकता है.

पल्लू … बच्चों का पसीना, आँसू पोंछने,
गंदे कान, मुँह की सफाई के लिए भी
इस्तेमाल किया जाता था.

माँ इसको अपना हाथ पोंछने के लिए
तौलिया के रूप में भी
इस्तेमाल कर लेती थी.

खाना खाने के बाद
पल्लू से मुँह साफ करने का
अपना ही आनंद होता था.

कभी आँख में दर्द होने पर …
माँ अपने पल्लू को गोल बनाकर,
फूँक मारकर, गरम करके
आँख में लगा देतीं थी,
दर्द उसी समय गायब हो जाता था.

माँ की गोद में सोने वाले बच्चों के लिए
उसकी गोद गद्दा और उसका पल्लू
चादर का काम करता था.

जब भी कोई अंजान घर पर आता,
तो बच्चा उसको
माँ के पल्लू की ओट ले कर देखता था.

जब भी बच्चे को किसी बात पर
शर्म आती, वो पल्लू से अपना
मुँह ढक कर छुप जाता था.

जब बच्चों को बाहर जाना होता,
तब ‘माँ का पल्लू’
एक मार्गदर्शक का काम करता था.

जब तक बच्चे ने हाथ में पल्लू
थाम रखा होता, तो सारी कायनात
उसकी मुट्ठी में होती थी.

जब मौसम ठंडा होता था …
माँ उसको अपने चारों ओर लपेट कर
ठंड से बचाने की कोशिश करती.
और, जब वारिश होती,
माँ अपने पल्लू में ढाँक लेती.

पल्लू –> एप्रन का काम भी करता था.
माँ इसको हाथ तौलिया के रूप में भी
इस्तेमाल कर लेती थी.

पल्लू का उपयोग पेड़ों से गिरने वाले
मीठे जामुन और सुगंधित फूलों को
लाने के लिए किया जाता था.

पल्लू में धान, दान, प्रसाद भी
संकलित किया जाता था.

पल्लू घर में रखे समान से
धूल हटाने में भी बहुत सहायक होता था.

कभी कोई वस्तु खो जाए, तो
एकदम से पल्लू में गांठ लगाकर
निश्चिंत हो जाना , कि
जल्द मिल जाएगी.

पल्लू में गाँठ लगा कर माँ
एक चलता फिरता बैंक या
तिजोरी रखती थी, और अगर
सब कुछ ठीक रहा, तो कभी-कभी
उस बैंक से कुछ पैसे भी मिल जाते थे.

*मुझे नहीं लगता, कि विज्ञान पल्लू का विकल्प ढूँढ पाया है !*

*मां का पल्लू कुछ और नहीं, बल्कि एक जादुई एहसास है !*

स्नेह और संबंध रखने वाले अपनी माँ के इस प्यार और स्नेह की सदैव अनुभूति करते हैं, जो कि आज की पीढ़ियों की समझ में आता है कि नहीं……..
*पता नहीं……!!*
*जय श्री कृष्ण राधे राधे।*
🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻

*औरंगाबाद शहर के जैन समुदाय ने पिछले रविवार को एक अच्छा निर्णय लिया कि यदि किसी भी जैन समुदाय की शादी में 6 से अधिक व्यंजन हैं, तो उस शादी में दूल्हा और दुल्हन को केवल आशीर्वाद दिया जाना चाहिए, लेकिन खाया नहीं जाएगा, और फिर कल इसका पालन किया जाएगा। अग्रवाल समाज ने भी उक्त निर्णय को लागू करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही शादी के कार्ड न छपवाकर केवल व्हाट्सएप और फोन के जरिए ही निमंत्रण दें*

 *विशेष निर्णय यह है कि विवाह पूर्व और संगीत कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है*

        *उपरोक्त दोनों समाज (जैन और अग्रवाल) आर्थिक रूप से मजबूत हैं लेकिन उन्होंने उपरोक्त निर्णय लिया, दोनों समाजों को बधाई*

       *कब बदलेंगे हम, शादी में गन्ने जितना खर्च करने लगे हैं हम, शादी की खुशियां मनाने के लिए कभी-कभी कर्ज भी लेते हैं, अब हमें जरूर बदलना होगा।*

*नोट:- अनुकरणीय एवं आदर्श निर्णय का हृदय से स्वागत है। और सभी जाति, धर्म और पंथ इस निर्णय का पालन करें*।

 *समाज को विवाह संस्कार को विवाह संस्कार में बदलना चाहिए।*

  *कुछ दिन पहले कोरोना वायरस के कारण सरकार ने शादियों और कार्यक्रमों में उपस्थिति सीमित कर दी थी, लेकिन लोग इसे भूल गए और लाखों रुपये खर्च करने लगे।*

  *हम अनावश्यक रूप से लाखों रुपये बर्बाद कर रहे हैं और कर्ज में डूब रहे हैं। हमें अब बदलना होगा। वरना वक्त तुम्हें माफ नहीं करेगा.*

 *1)कृषि आय दिन-ब-दिन घटती जा रही है।*

 *2)कृषि उपज की कोई कीमत नहीं होती।*

 *3) अब कोई सरकारी नौकरी नहीं।*

 *4)निजी रोजगार में कोई गारंटी नहीं है।*

 *5)लड़की की शादी में 100 रुपये का खर्च होता है, जबकि लड़के की शादी में भी 80 रुपये का खर्च होता है।*

 *6) कर्ज में जन्मा, कर्ज में ही बड़ा हुआ और कर्ज में ही मर गया, कुछ पीढ़ियाँ बीत गईं।

 *7) विवाह एक समारोह नहीं बल्कि एक ‘संस्कार’ है। 16 संस्कारों में से एक संस्कार समझना चाहिए।*

 *8)चाहे कितनी भी बड़ी शादी क्यों न हो, लोग उसे भूल जाते हैं। इतनी बड़ी शादी करने पर आज तक किसी को पुरस्कार नहीं मिला।*

 *9) हम खेत बेचकर गुंठा आ गए, जबकि व्यापारी एक दुकान से चार दुकानें चला रहा है। व्यापारी वर्ग का नाम लेने के बजाय उनके अर्थशास्त्र को समझना चाहिए।*

 *10)ईर्ष्या नहीं बल्कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।*

 *11)भाईचारे में घातक प्रतिस्पर्धा की कोई आवश्यकता नहीं है। शादी के मौके पर ऐसा नहीं चाहिए.*

 *12) दूल्हा-दुल्हन को हमेशा उपयोगी पोशाक पहननी चाहिए।*

 *13) वर्मई को भी शोर नहीं करना चाहिए। हमारी एक बेटी भी है. बहू आपकी बेटी है जो कल आपका ख्याल रखेगी. यह भावना जड़ पकड़नी चाहिए।*

 *14) खाने-पीने का तरीका बंद करें और खर्च कम करें और वर-वधू की भविष्य की प्रगति में योगदान दें।*

 *15) ऐसे बर्तन/फर्नीचर नहीं चाहिए जो दुनिया में कभी काम न आएं।*

*16) हल्दी के कार्यक्रम में मेहंदी, वैदिक विधि, भीड़ से बचना चाहिए। स्वागत समारोह में सादगी लानी चाहिए।*

 *17) क्रिकेट 5-दिवसीय, वनडे से 20-20 हो गया। तो हम शादी को छोटा/प्रबंधनीय क्यों बनाते हैं?*

 *18) केवल कुछ लोग ही सभी मेहमानों के साथ आराम से बातचीत कर सकते हैं।*

 *19) शादी के कार्ड की कीमत पढ़ें और शादी का कार्ड व्हाट्सएप के माध्यम से भेजें और कार्ड भेजने के बाद संबंधित व्यक्ति को फोन करके जिद करने के लिए आमंत्रित करें, विवाह से दो दिन पहले दोबारा याद दिलाने के लिए फोन करें।

 *20) किसी भी जाति और धर्म की अच्छी बातें स्वीकार करनी चाहिए।*

  *21)समाज को बेहतर बनाने के लिए सभी को एक कदम आगे बढ़ाना चाहिए।*

 * आइये सुधारों की शुरुआत स्वयं से करें! धीरे-धीरे पूरा समाज बदल जाएगा और एक दिन समाज 100% प्रगति करेगा!*

 *केवल पढ़ो मत…!*

 *आप भी सोचिये…!*

 *(यह सन्देश समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचायें।)*

         *🙏🏻यह विनम्र निवेदन है।*

        *💯यह समय की मांग है।*

भारत के बॉर्डर हो या समुद्री सीमा हो, यदि एक परिंदा भी पर मारता है तो, वह हमारे सेना की नजरों से नहीं बच सकता. 

आज ISRO के प्रमुख एस सोमनाथ जी ने कहा है कि ISRO जियो-इंटेलिजेंस के लिए, अगले 5 सालों में 50 उपग्रह लॉन्च करने जा रही है. यह उपग्रह भारत की सीमाओं और पडोसियों के क्षेत्र में हो रहे हर एक “गतिविधियों” का ‘निरीक्षण’ करने में सक्षम होंगे और हमारे सैनिकों की ‘आवाजाही’ पर नज़र रखने और हजारों किलोमीटर क्षेत्र की साफ तस्वीरें व लाइव विडियो लेने के लिए उपग्रहों की एक परत बनाई जाएगी !! रोजमर्रा के चक्र में पूरी सीमा को कवर किया जाएगा.. इन उपग्रहों में और भी बहुत “खूबियां” और ‘उन्नत टेक्नोलॉजी’ को शामिल किया जाएगा, जिसे गुप्त रखा गया है.. अब भारत की “सीमाओं” की रखवाली करेंगी यह आंखें…