आज का पंचाग आपका राशि फल, नन्दा अष्टमी पर्व, मनुष्य मृत्यु के उपरांत अपने साथ तीन वस्तु ले जाता है! श्रीकृष्ण और धृतराष्ट्र, आज के मुख्य समाचार

                      𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝

                    श्री हरिहरो 

                   विजयतेतराम

        *🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

        🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓

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*रविवार, ४ सितम्बर २०२२*

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सूर्योदय: 🌄 ०६:०९

सूर्यास्त: 🌅 ०६:२५

चन्द्रोदय: 🌝 १३:४१

चन्द्रास्त: 🌜२३:५४

अयन🌖दक्षिणायने(उत्तरगोलीय)

ऋतु: ❄️ शरद

शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०७९ (राक्षस)

मास 👉 भाद्रपद

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि👉अष्टमी(१०:३९से नवमी

नक्षत्र👉ज्येष्ठा(२१:४३से मूल)

योग👉विष्कुम्भ(१४:२४से प्रीति)

प्रथम करण👉बव (१०:३९ तक

द्वितीय करण 👉 बालव

(२१:३६ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

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सूर्य 🌟 सिंह

चंद्र 🌟 धनु (२१:४२ से)

मंगल🌟वृष(उदित,पश्चिम,मार्गी)

बुध🌟कन्या(उदित,पश्चिम,मार्गी)

गुरु🌟मीन(उदित,पूर्व,वक्री)

शुक्र 🌟 सिंह (उदित, पूर्व)

शनि🌟मकर(उदित,पूर्व,वक्री)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

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   शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५० से १२:४१

अमृत काल 👉 १३:२२ से १४:५३

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 २१:४३ से २९:५६

रवियोग 👉 २१:४३ से २९:५६

विजय मुहूर्त 👉 १४:२२ से १५:१३

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:२३ से १८:४७

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३६ से १९:४४

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५३ से २४:३९

राहुकाल 👉 १७:०१ से १८:३६

राहुवास 👉 उत्तर

यमगण्ड 👉 १२:१६ से १३:५१

होमाहुति 👉 शुक्र

दिशाशूल 👉 पश्चिम

नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (२१:४३ तक)

अग्निवास 👉 पाताल (१०:३९ से पृथ्वी)

चन्द्र वास 👉 उत्तर (पूर्व २१:४३ से)

शिववास 👉 श्मशान में (१०:३९ से गौरी के साथ)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – उद्वेग २ – चर

३ – लाभ ४ – अमृत

५ – काल ६ – शुभ

७ – रोग ८ – उद्वेग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – शुभ २ – अमृत

३ – चर ४ – रोग

५ – काल ६ – लाभ

७ – उद्वेग ८ – शुभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (वाय विडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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ऋषि दाधीच जन्मोत्सव, स्वामी हरिदास जयन्ती, विवाहादि मुहूर्त (हिमाचल-पंजाब -कश्मीर-हरियाणा) आदि प्रांतो के लिये वृष – सिंह ल. रात्रि १०:३१ से प्रातः ०६:११ तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:४३ से दोपहर १२:२६ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

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आज २१:४३ तक जन्मे शिशुओ का नाम 

ज्येष्ठा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (या, यी, यू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ये) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

सिंह – २८:३८ से ०६:५७

कन्या – ०६:५७ से ०९:१४

तुला – ०९:१४ से ११:३५

वृश्चिक – ११:३५ से १३:५५

धनु – १३:५५ से १५:५८

मकर – १५:५८ से १७:३९

कुम्भ – १७:३९ से १९:०५

मीन – १९:०५ से २०:२९

मेष – २०:२९ से २२:०३

वृषभ – २२:०३ से २३:५७

मिथुन – २३:५७ से २६:१२

कर्क – २६:१२ से २८:३४

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०५:५५ से ०६:५७

चोर पञ्चक – ०६:५७ से ०९:१४

शुभ मुहूर्त – ०९:१४ से १०:३९

रोग पञ्चक – १०:३९ से ११:३५

शुभ मुहूर्त – ११:३५ से १३:५५

मृत्यु पञ्चक – १३:५५ से १५:५८

अग्नि पञ्चक – १५:५८ से १७:३९

शुभ मुहूर्त – १७:३९ से १९:०५

रज पञ्चक – १९:०५ से २०:२९

अग्नि पञ्चक – २०:२९ से २१:४३

शुभ मुहूर्त – २१:४३ से २२:०३

रज पञ्चक – २२:०३ से २३:५७

शुभ मुहूर्त – २३:५७ से २६:१२

चोर पञ्चक – २६:१२ से २८:३४

शुभ मुहूर्त – २८:३४ से २९:५६

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन मध्यान तक आपके लिए विशेष उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। पूर्व में बरती किसी अनियमितता के चलते मन भय से व्याकुल रहेगा। आज किसी पुराने जानकार अथवा व्यवहार के ऊपर निकट भविष्य में होने वाला लाभ हानि निर्भर करेगा। कार्य व्यवसाय में लोगों के आश्वासन पर ही निर्भर रहना पड़ेगा जिस भी कार्य को करेंगे उसमें रुकावटें आएंगी ले देकर अपना काम निकालना पड़ेगा। मध्यान तक दिमाग भविष्य की उधेड़बुन में उलझा रहेगा संध्या के आसपास किसी महत्वपूर्ण कार्य के थोड़ा बहुत बनने से मनसे बड़ा बोझ उतरेगा परिजनों को भी मानसिक राहत मिलेगी। छोटी-मोटी सफलता मिलने पर आत्मविश्वास ना खोएं भविष्य की योजना पर तुरंत कार्य आरंभ करें। धन लाभ होगा लेकिन तुरंत ही व्यर्थ के कार्यों पर खर्च हो जाएगा। स्वभाव में विनम्रता रखें अन्यथा किसी बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं। मानसिक तनाव के चलते शरीर में छोटे-मोटे विकार बन सकते हैं।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपको शुभ फलों की प्राप्ति कराएगा। दिन के आरंभ में थोड़ा आलस्य प्रमाद रहेगा लेकिन धीरे-धीरे दिनचर्या में गति आने लगेगी। आज परिजनों की मनोकामना पूर्ति करने पर भरपूर स्नेह मिलेगा। मित्र मंडली में भी आवश्यकता के समय सहयोग करने पर आप का दबदबा कायम होगा। कार्य क्षेत्र से आज ज्यादा आशा नहीं रखेंगे फिर भी थोड़े समय में किसी बहुप्रतीक्षित कार्य के बनने से धन प्राप्ति के मार्ग खुलेंगे। धन की आमद आज कमी रह जाएगी फिर भी परेशान नहीं होंगे। आज धर्म-कर्म की जगह शारीरिक सुख एवं मनोरंजन को अधिक महत्व देंगे। दोपहर के बाद का अधिकांश समय पर्यटक स्थल की यात्रा एवं मनोरंजन में व्यतीत होगा उस पर खर्च भी विशेष करेंगे। उत्तम वाहन एवं भोजन का सुख मिलेगा। आज घरेलू कार्य करते समय अथवा चलते समय चोट आदि लगने का भय है सतर्क रहें।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन प्रत्येक क्षेत्र में बीते कुछ दिनों की अपेक्षा बेहतर रहेगा लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी संवेदनहीनता एवं अरुचि का व्यवहार स्वयं अथवा किसी परिजन की मनोकामना पूर्ति में बाधक बन सकता है। कार्यक्षेत्र पर भी आज कोई महत्वपूर्ण कार्य बनाने के लिए किसी नापसंद व्यक्ति का सहयोग अथवा खुशामद करनी पड़ेगी। व्यवसायिक कारणों से यात्रा के योग भी बन रहे हैं अंत समय में टल भी सकते हैं लेकिन इनसे आज लाभ ही होगा। जोखिम वाले कार्यों शेयर सट्टा आदि में निवेश कर सकते हैं तुरंत ही कुछ ना कुछ शुभ परिणाम सामने आएंगे। आज पारिवारिक वातावरण आपकी अपेक्षा के विपरीत रह सकता है। किसी नजदीकी रिश्तेदार से अनबन होने के कारण घर के सदस्यों में अलग-अलग मत बनेंगे। स्वजनों का विरोध भी देखना पड़ेगा। आज उच्च अथवा निम्न रक्तचाप के कारण शारीरिक शीथिलता बन सकती है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आप प्रत्येक क्षेत्र में अपनी कुशलता का परिचय देंगे। बुद्धि विवेक धैर्य सभी की प्रचुर मात्रा रहने पर भी कोई ना कोई प्रसंग ऐसा खड़ा होगा जिससे अक्समात क्रोध आने पर आसपास का वातावरण खराब होगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर अनचाहे शत्रु परेशान करेंगे पारिवारिक प्रतिष्ठा बचाने के लिए आप कठोर कदम भी उठा सकते हैं। कार्य क्षेत्र पर परिश्रम करने से पीछे नहीं हटेंगे पराक्रम शक्ति भी भरपूर रहेगी। लेकिन भाग्य का साथ कम मिलने से आर्थिक मामले अंत समय में लंबित होंगे अथवा आशा से बहुत कम लाभ देंगे। किसी परिजन के द्वारा अथवा किसी परिजन से बाहरी व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र पर अभद्र अथवा उद्दंड व्यवहार करने से पारिवारिक शांति बिगड़ सकती है। धैर्य का परिचय दें अन्यथा विवाद गहरा सकता है। संध्या का समय शांति से बिताने का प्रयास करेंगे लेकिन यहां भी कुछ ना कुछ मानसिक क्लेश बनेगा। अमल पित्त के कारण परेशानी होगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आपको धैर्य से बिताने की सलाह है। बचते बचते घर एवं बाहर कई ऐसे प्रसंग बनेंगे जिनसे ना चाहकर भी क्रोध आएगा परिस्थिति को देखकर ही निर्णय लें अन्यथा आपके लिए आने वाला समय परेशानी भरा हो सकता है। वैसे तो आज आप प्रत्येक कार्य सोच समझकर ही करेंगे लेकिन जहां व्यक्तिगत स्वार्थ की बात आएगी वहां समझौता नहीं करेंगे। धन की आमद परिश्रम के बाद आशानुकूल हो जाएगी फिर भी संतोष ना होने पर अनर्गल साधनों से धन कमाने का प्रयास करेंगे। किसी जानकर को धोखा देने पर अपमानित हो सकते हैं। लोभ से बचें अन्यथा स्नेह संबंधों में खटास आएगी। संध्या के समय घर में किसी बड़े खर्चे को लेकर मतभेद हो सकते हैं। घरेलू अथवा कार्य रोजगार के उद्देश्य से यात्रा होगी इससे ज्यादा लाभ की अपेक्षा ना रखें। तीखे एवं मादक भोजन से परहेज करें अन्यथा पेट दर्द कब्ज उल्टी की शिकायत हो सकती है।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आप छोटी-छोटी बातों पर क्रोध करने से बचें। प्रत्येक कार्य को दूर दृष्टि से विचार कर ही करें तो दिन आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से संतोषजनक रहेगा। अन्यथा बाद में भाग्य को कोसना पड़ेगा आज दिन में आपको कई बार लोगों के विरोध का सामना करना पड़ेगा इनमें परिजन भी शामिल रहेंगे अनदेखा करना ही बेहतर है। अन्यथा एक बार दिनचर्या व्यवस्थित होने पर इसे सुधार नहीं पाएंगे। कार्यक्षेत्र पर किसी अरुचिकर व्यक्ति अथवा सरकारी हस्तक्षेप बढ़ने से आय के मार्ग सीमित होंगे फिर भी जरुरत के अनुसार धन की आमद किसी ना किसी तरह हो ही जाएगी। आज सरल मार्ग की अपेक्षा अनैतिक साधनों से धन कमाना ज्यादा आसान रहेगा जोखिम होने पर भी परिणामों की चिंता किए बिना भाग्य आजमाएंगे। शेयर सट्टे अथवा शेयर में निवेश करने से बचें हानि हो सकती है। परिजनों की छोटी मोटी उद्दंडता को अनदेखा करें अन्यथा अशांति फैलेगी सेहत पुराने रोगों को छोड़ ठीक ही रहेगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज भी दिन के पहले भाग में सेहत संबंधित छोटी-मोटी समस्या रहेगी धीरे-धीरे इसमें सुधार आने लगेगा फिर भी कार्यों के प्रति आज लापरवाही करेंगे। जब तक कार्य सर पर ना आ जाएं करने के लिए तैयार नहीं होंगे करेंगे भी तो बड़ी ही मजबूरी मैं विशेषकर घरेलू कार्यो के प्रति अरुचि रहेगी। किसी अन्य का सहयोग करने के लिए तत्पर रहेंगे। कार्यक्षेत्र पर बीच-बीच में धन कमाने के अवसर सुलभ होंगे इसके लिए व्यर्थ का भ्रमण भी करना पड़ेगा लेकिन फिर भी धन व्यर्थ के खर्चों विशेषकर शत्रु पक्ष को शांत करने में खर्च होगा। लेकिन घरेलू खर्च की पूर्ति फिर भी आवश्यकता के समय नही कर पाएंगे। परिवार की महिलाओं से बचकर रहें आप की गलतियों को खोज खोज कर झगड़ा कर सकती है। संध्या के समय मौन रहने का का प्रयास करें आपकी बेतुकी बातें कलह करा सकती हैं। मित्र मंडली के व्यवहार कम ही रखना बेहतर रहेगा।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप अपनी मर्जी के मालिक रहेंगे। स्वतंत्र स्वभाव होने के कारण किसी के दबाव में नहीं आएंगे। सेहत में थोड़ी नरमी रहेगी। घरेलू कार्यों में लापरवाही के चलते परिजनों से अनबन होगी। महिलाओं का स्वभाव इसके विपरीत रहेगा आलस्य होने पर भी अपने कार्यों को समय से थोड़ा आगे पीछे लेकिन करेंगी जरूर। लेकिन मध्यान्ह बाद कोई कामना पूर्ति ना होने पर नाराज भी हो सकती है। जिसके फलस्वरुप घर में अव्यवस्था फैलेगी मध्यान्ह के बाद सेहत साथ ना देने पर भी परिजनों की प्रसन्नता हेतु कोई कार्य बे मन से करना पड़ेगा। नौकरीपेशा जातक कार्य क्षेत्र से अक्समात बुलावा आने पर मजबूर होंगे लेकिन इसका कुछ ना कुछ ना लाभ अवश्य मिलेगा। संध्या का समय मित्र परिचितों के साथ हास्य भरा वातावरण मिलने से मानसिक एवं शारीरिक कष्ट भूल जाएंगे। वाले कार्य खासकर गहरे जल से बचकर रहें।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज दिन के आरंभ से ही मानसिक रूप से बेचैन रहेंगे। किसी अरिष्ट की आशंका से मन भयभीत रहेगा कोई भी कार्य जल्दी से करने का मन नहीं करेगा। मध्यान तक दिमाग में उथल-पुथल लगी रहेगी इसके बाद ही किसी परिजन का मार्गदर्शन मिलने से आगे की योजना पर जुट जाएंगे। कार्यक्षेत्र पर आज ज्यादा समय नहीं दे पाएंगे पुराने आर्थिक व्यवहार कर्ज के लेनदेन को लेकर भाग दौड़ करनी पड़ेगी लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिल पाएगा जिससे भी मदद की उम्मीद रखेंगे उसी से केवल आश्वासन ही मिलेगा आवश्यकता पड़ने पर ननिहाल पक्ष से भी सहयोग मांगेंगे लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलेगा संध्या के आसपास पुराने परिचित से सहयोग का वादा मिलने के बाद ही मानसिक राहत मिलेगी। आज घरेलू खर्च के अतिरिक्त धर्म-कर्म पर भी वह करना पड़ेगा पारिवारिक वातावरण भी आप की उलझनों के चलते भयभीत रहेगा। आरोग्य बना रहेगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपका व्यवहार अत्यंत स्वार्थपूर्ण रहेगा। विशेषकर आज परिजनों से मतलब का संबंध रखेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि व्यवहार कुशल बनेगी लेकिन आपके प्रत्येक व्यवहार में कुछ ना कुछ स्वार्थ अवश्य छुपा रहेगा। कार्य क्षेत्र पर सम्मान तो मिलेगा लेकिन जिस लाभ की तलाश में रहेंगे उसके लिए कुछ ना कुछ तिकड़म अवश्य लगानी पड़ेगी। आज की परिस्थिति को देखते हुए यह आवश्यक भी रहेगी। सहज साधनों से लाभ नहीं हो पाएगा आयात निर्यात एवं दूर प्रदेशों के व्यापार में निवेश करना लाभदायक रहेगा। धन की आमद सामान्य से उत्तम होगी लेकिन अक्समात आने वाले क्रोध पर नियंत्रण रखें बनते कार्य में विघ्न डाल सकता है। पारिवारिक वातावरण में सुख सुविधा मिलने पर भी कुछ ना कुछ अभाव अनुभव करेंगे। श्वसन संबंधित कष्ट अथवा चर्म रोग की शिकायत हो सकती है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपके लिए खास रहेगा। दिन के आरंभ में ही कोई शुभ समाचार मिलने से उत्साहित होंगे। बीते कुछ दिनों की अपेक्षा आज आपके व्यवहार में काफी सुधार देखने को मिलेगा। आज घर हो अथवा बाहर कोई भी कार्य करने से मना नहीं करेंगे। परिजन भी आपका व्यवहार देखकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे। नौकरी वाले लोग घरेलू कार्यों से फुर्सत पाकर आराम से समय बिताने के पक्ष में रहेंगे। व्यवसायी वर्ग भी काम धंधे से अवकाश लेकर मित्र परिजनों के संग समय बिताना अधिक पसंद करेंगे। कार्य क्षेत्र से कम समय में आवश्यकता अनुसार धन की प्राप्ति हो जाएगी। निकट भविष्य के लिए भी लाभदायक सौदे हाथ लगेंगे अथवा आश्वासन मिलेंगे। किसी दूर रहने वाले परिजन विशेषकर मामा मौसी अथवा भतीजा पक्ष से आपसी संबंधों में कड़वाहट बढ़ने की संभावना है। संध्या का समय मनोवांछित सुख मिलने से आनंद में बीतेगा। छोटे मोटे शारीरिक विकार के बाद भी अनदेखा करेंगे।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आप धर्म अध्यात्म में रुचि लेंगे। इसका कारण दैनिक जीवन का संघर्ष एवं विविध परेशानियां भी हो सकता है। रोजगार के लिए अनचाही यात्रा एवं भागदौड़ करनी पड़ेगी इसकी वजह से परिवार में ताल मेल बैठाने में दुविधा भी होगी। आज आपके विचारे अधिकांश कार्य दौड़-धूप करने के बाद भी सफल होने संदिग्ध रहेंगे। कार्यक्षेत्र पर सहयोग एवं व्यवसाय दोनों केई गति धीमी रहने से परेशानी होगी। धन की आमद युक्ति मुक्ति से अवश्य होगी लेकिन परिवार में किसी की बीमारी अथवा कर्ज के चलते खर्च भी हो जाएगी। आज अपना सर्वस्व देने के बाद भी परिजनों को संतुष्ट करना मुश्किल ही रहेगा फिर भी परिश्रम में कमी ना रखें आने वाला समय आपके लिए लाभदायक हो सकता है। लोहे के औजार अथवा उपकरणों से कार्य करते समय सावधानी बरतें।

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मनुष्य मृत्यु के उपरांत अपने साथ तीन वस्तु ले जाता है! 

 

सब कहते हैं कि, मरने के बाद कुछ भी साथ नहीं जाता है सब यहीं का यहीं धरा रह जाता है। आदमी खाली हाथ आया था और खाली हाथ चला जाता है लेकिन यह सत्य नहीं है। दुनिया में ऐसी कई बाते हैं, लेकिन वह सत्य नहीं है। आओ जानते हैं कि आदमी जन्म लेता है तो क्या साथ लाता और जब वह मर जाता है तो क्या साथ ले जाता है।

 

 

हिन्दू धर्म कहता है कि व्यक्ति जो साथ लाया था वह तो साथ ले ही जाएगा, साथ ही वह भी साथ ले जाएगा जो उसने इस जन्म में अर्जित किया है। क्या साथ लाया था और क्या अर्जित किया है यह जानना जारूरी है।

 

 

व्यक्ति जब जन्म लेता है तो अपने साथ तीन चीजें लाता है, 1.संचित कर्म, 2.स्मृति और 3.जागृति। हां एक चौथी चीज भी है और वह है सूक्ष्म शरीर। इसके संबंध में हम बाद में कभी बात करेंगे।

 

1.क्या है संचित कर्म ?

 

हिंदू दर्शन के अनुसार, मृत्यु के बाद मात्र यह भौतिक शरीर या देह ही नष्ट होती है, जबकि सूक्ष्म शरीर जन्म-जन्मांतरों तक आत्मा के साथ संयुक्त रहता है। यह सूक्ष्म शरीर ही जन्म-जन्मांतरों के शुभ-अशुभ संस्कारों का वाहक होता है। संस्कार अर्थात हमने जो भी अच्छे और बुरे कर्म किए हैं वे सभी और हमारी आदतें।

 

ये संस्कार मनुष्य के पूर्वजन्मों से ही नहीं आते, अपितु माता-पिता के संस्कार भी रज और वीर्य के माध्यम से उसमें (सूक्ष्म शरीर में) प्रविष्ट होते हैं, जिससे मनुष्य का व्यक्तित्व इन दोनों से ही प्रभावित होता है। बालक के गर्भधारण की परिस्थितियां भी इन पर प्रभाव डालती हैं। ये कर्म ‘संस्कार’ ही प्रत्येक जन्म में संगृहीत (एकत्र) होते चले जाते हैं, जिससे कर्मों (अच्छे-बुरे दोनों) का एक विशाल भंडार बनता जाता है। इसे ‘संचित कर्म’ कहते हैं।

अब जब व्यक्ति मरता है तो इन्हीं संचित कर्मों में इस जन्म के कर्म भी एकत्रित करके ले जाता है। दरअसल, इन संचित कर्मों में से एक छोटा हिस्सा हमें नए जन्म में भोगने के लिए मिल जाता है। इसे प्रारब्ध कहते हैं। ये प्रारब्ध कर्म ही नए होने वाले जन्म की योनि व उसमें मिलने वाले भोग को निर्धारित करते हैं। फिर इस जन्म में किए गए कर्म, जिनको क्रियमाण कहा जाता है, वह भी संचित संस्कारों में जाकर जमा होते रहते हैं।

 

2.क्या है स्मृति ?

 

एक प्रतिशत भी लोग नहीं होंगे जो अपने पिछले जन्म की स्मृति को खोलकर यह जान लेते होंगे कि मैं पिछले जन्म में क्या था। प्रत्येक व्यक्ति के पास अपने पिछले और इस जन्म की कुछ खास स्मृतियां संग्रहित रहती हैं। यह मेमोरी कभी भी समाप्त नहीं होती हैं। भगवान श्रीकृष्ण गीता में अर्जुन से कहते हैं कि हे अर्जुन तुझे अपने अगले और पिछले जन्मों की याद नहीं है। लेकिन मुझे अपने लाखों जन्मों की स्मृति हैं। लाखों वर्ष पूर्व भी तू था और मैं भी था। किस जन्म में तू क्या था यह मैं जानता हूं और अगले जन्म में तू क्या होगा यह भी मैं जानता हूं क्योंकि मैं तेरे संचित कर्मों की गति भी देख रहा हूं।

अत: यह कहना होगा कि जब व्यक्ति जन्म लेता है तो वह अपने पिछले जन्म की स्मृतियां साथ लाता है लेकिन वह धीरे धीरे उन्हें भूलता जाता है। भूलने का अर्थ यह नहीं कि वे स्मृतियां सता के लिए मिट गए। वे अभी भी आपकी हार्ड डिस्क में है लेकिन वह रेम से हट गई है। डी में कहीं सुरक्षित रखी है। इसी तरह जब व्यक्ति मरता है तो वह इस जन्म की भी स्मृतियां बटोरकर साथ ले जाता है।

3.जागृति क्या है ?

यह विषय थोड़ा कठिन है। प्रत्येक मनुष्य और प्रा‍णी के भीतर जाग्रति का स्तर अलग अलग होता है। यह उसकी जीवन शैली, संवेदना और सोच पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए हम समझ सकते हैं कि एक कुत्ता मनुष्य कम जागृत है। जैसे एक शराबी व्यक्ति होता है। आपमें बेहोशी का स्तर ज्यादा है तो आप भावना और विचारों के वश में रहकर ही जीवन यापन करेंगे। अर्थात आपके जीवन में भोग, संभोग और भावना ही महत्वपूर्ण होगी। 

आप इसे इस तरह समझें की आपमें और पशुओं में क्या खास फर्क है? आप कपड़े पहनते हैं और थोड़ा बहुत सोचते हैं लेकिन आपमें वहीं सारी प्रवृत्तियां हैं जो कि एक पशु में होती है। जैसे ईर्ष्या, क्रोध, काम, भूख, लालच, मद आदि सभी तरह की प्राथमिक प्रवृत्तियां। प्राणियों को प्राणी इसलिए कहते हैं कि वह प्राण के स्तर पर भी जीते और मर जाते हैं। उनमें मन ज्यादा सक्रिय नहीं रहता है। मनुष्य में मन ज्यादा सक्रिय रहता है इसलिए वे मन की भावना और विचारों में ही ज्यादा रमते हैं। वे मानसिक हैं। मन से उपर उठने से जाग्रति शुरू होती है। जाग्रति की प्रथम स्टेज बुद्धि और द्वितिय स्टेज विवेक और तृ‍तीय स्टेज आत्मावान होने में है। प्रार्थना और ध्यान से जागृति बढ़ती है।

 उक्त सभी को मिलाकर कहा जाता है कि व्यक्ति अपने साथ धर्म लाता है और धर्म ही ले जाता है।

शास्त्र लिखते हैं कि –

मृतं शरीरमुत्सृज्य काष्टलोष्टसमं जना:।

मुहूर्तमिव रोदित्वा ततोयान्ति पराङ्मुखा:।।

तैस्तच्छरीमुत्सृष्टं धर्म एकोनुगच्छति।

तस्माद्धर्म: सहायश्च सेवितव्य: सदा नृभि:।।

इसका सरल और व्यावहारिक अर्थ यही है कि, मृत्यु होने पर व्यक्ति के सगे-संबंधी भी उसकी मृत देह से कुछ समय में ही मोह या भावना छोड़ देते हैं और अंतिम संस्कार कर चले जाते हैं। किंतु इस समय भी मात्र धर्म ही ऐसा साथी होता है, जो उसके साथ जाता है।

*🌳 धृतराष्ट्र और श्रीकृष्ण 🌳*

*महाभारत युद्ध समाप्त हो चुका था. अपनी भुजाओं में दबाकर भीम को मारने की धृतराष्ट्र की कोशिश भगवान श्रीकृष्ण ने नाकाम कर दी. धृतराष्ट्र लज्जित थे. विदुरजी ने उन्हें समझाया कि श्रीकृष्ण भगवान हैं. जीवन के अंतिम क्षणों में आप उनसे ज्ञान लीजिए.*

*धृतराष्ट्र ने श्रीकृष्ण से पूछा- आप भगवान हैं, आप बताइए कि मेरे साथ इतना अन्याय क्यों हुआ. मैं अंधा पैदा हुआ, मेरे सौ पुत्र मारे गए. अब मेरे कुल का कोई नामलेवा तक नहीं रह गया. भगवन मैंने ऐसा कौन सा पाप किया है जिसकी सजा मिल रही है.*

*भगवान श्रीकृष्ण ने बताना शुरू किया- महाराज धृतराष्ट्र पिछले जन्म में आप एक राजा थे. आपके राज्य में एक परम तपस्वी ब्राह्मण रहते थे. ब्राह्मण के पास हंसों का एक जोड़ा था. जिसके चार बच्चे थे.*

*ब्राह्मण को तीर्थयात्रा पर जाना था लेकिन हंसों की देखरेख की चिंता के कारण वह जा नहीं पा रहे थे. ब्राह्मण ने अपनी चिंता एक साधु को बताई. साधु ने कहा- तीर्थयात्रा में हंसों को बाधक बताकर तुम पक्षियों के साथ अन्याय करते हुए उनका अगला जन्म खराब कर रहे हो.*

*ब्राह्मण चिंतित हो गए. उन्होंने साधु से पूछा- भला मैं अपने प्रिय हंसों का अगला जन्म क्यों खराब करना चाहूंगा. साधु ने बताया कि प्रभुकार्य में बाधक बनने का दोष हंसों पर लगने के कारण उनका अगला जन्म खराब हो रहा है.*

*ब्राह्मण को बात समझ में आ गई. उसने साधु से रास्ता बताने की विनती की. साधु ने कहा- राजा प्रजापालक होता है. तुम और तुम्हारे हंस दोनों उसकी प्रजा हो. हंसों को राजा के संरक्षण में रखकर तीर्थ को जाओ.*

*श्रीकृष्ण ने धृतराष्ट्र से बात जारी रखी- महाराज ब्राह्मण ने अपने हंसों का जोड़ा और उसके बच्चे आपके पास रख छोड़े और यात्रा पर चले. आपको एक दिन मांस खाने की इच्छा हुई. आपने सोचा कि आपने सभी जीवों का मांस खाया तो है पर हंस का मांस नहीं खाया.*

*आपने हंस के दो बच्चे भूनकर खा लिए. आपको हंस के मांस का स्वाद लग गया. हंस के एक-एक कर सौ बच्चे हुए और आप सबको खाते गए. आखिर में हंसों के जोड़े मर गए.*

*कई साल बाद तीर्थयात्रा से जब वह ब्राह्मण लौटा और अपने हंसों के बारे में पूछा तो आपने कह दिया कि हंस बीमार हो गए थे. आपने उनका ईलाज कराया लेकिन वे बचे नहीं.*

*ब्राह्मण ने आपकी बात पर आंख मूंद कर भरोसा किया और आपने उस अंध भरोसे का फायदा उठा लिया. इसीलिए आपके सौ पुत्र हुए. आपने तीर्थयात्रा पर गए उस व्यक्ति के साथ विश्वासघात किया जिसने आप पर अंधविश्वास किया था. आपने प्रजा की धरोहर में डाका डालकर राजधर्म भी नहीं निभाया.*

*हंस के सौ बच्चे भूनकर खाने के पाप से आपके सौ पुत्र हुए. आप पर आंख मूंदकर भरोसा करने वाले से झूठ बोलने और राजधर्म का पालन नहीं करने के कारण आप अंधे और राजकाज में विफल व्यक्ति हो गए.*

*श्रीकृष्ण ने कहा- सबसे बड़ा छल होता है विश्वासघात. आप उसी पाप का फल भोग रहे हैं।

 

          *आज के प्रमुख समाचार* 

✍🏼मुंबई एयरपोर्ट पर 13 करोड़’ की कोकीन जब्त, पेट में छिपाकर रखे थे कोकीन के 87 ‘कैप्सूल’। 

 

✍🏼सोपोर में लश्कर-ए- तैयबा का हाइब्रिड आतंकवादी गिरफ्तार। 

 

✍🏼राहुल गांधी लड़ेंगे ‘कांग्रेस अध्यक्ष’ का चुनाव?, करीबी नेताओं ने दिया संकेत।

 

*✍🏼जम्मू-कश्मीर* गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकवादी की दिल का दौरा पड़ने से मौत।

 

*✍🏼असम में यूपी-MP से बड़ी बुलडोजर क्रांति* अवैध मदरसों के बाद सोनितपुर में 330 एकड़ सरकारी जमीन से अतिक्रमण साफ।

 

*✍🏼दुनिया हमको अब नोटिस करने लगी है, भारत अपनी बातों को मजबूती से महाशक्तियों के सामने रख रहा : जयशंकर।*

 

✍🏼अमेरिका में विमान चुराकर वॉलमार्ट को जा रहा था उड़ाने, लैंड क्रैश के बाद पुलिस हिरासत में पायलट। 

 

✍🏼अगर विपक्षी दल एक साथ आ गए तो बीजेपी 2024 में 50 से कम सीटों पर सिमट जाएगी *नीतीश कुमार।*

 

*✍🏼मिशन 2024* 5-7 सितंबर तक दिल्ली में विपक्षी नेताओं से मिलेंगे नीतीश कुमार, मणिपुर प्रकरण पर बोले- 2024 में पता चलेगा।

 

*✍🏼दिल्ली* महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की हल्ला बोल रैली आज, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से पहले राहुल गांधी केंद्र को देंगे कड़ा संदेश।

 

✍🏼घुटने की चोट के चलते रविंद्र जडेजा टी20 वर्ल्ड कप से भी बाहर *रिपोर्ट*

 

✍🏼BJP नेताओं पर केस मामले में बोले मनोज तिवारी- ‘अंकिता के परिजनों की मदद करने से नाराज सोरेन सरकार ने करवाई FIR’

 

*✍🏼Maharashtra News* बेटी की मौत पर कोविशील्ड से मांगा 1000 करोड़ रुपए मुआवजा, हाईकोर्ट ने सीरम और बिल गेट्स को भेजा नोटिस। 

 

*✍🏼Jammu Kashmir* जम्मू कश्मीर पुलिस ने स्वीकारी राजौरी में आतंकियों की मौजूदगी, कहा- हर आतंकी का करेंगे सफाया।

 

✍🏼’राजनीतिक विरोधियों से मिलने से DNA नहीं बदल जाता,’ गुलाम नबी आजाद ने फिर साधा कांग्रेस पर निशाना। 

 

✍🏼म्यांमार की सेना के अत्याचार से बचने के लिए भारत के मिज़ोरम में शरणार्थियों की बाढ़ *ग्राउंड रिपोर्ट*।

 

✍🏼NGT ने पश्चिम बंगाल सरकार पर लगाया 3500 करोड़ का जुर्माना।

 

*✍🏼Russia Ukraine War* एटमी खतरे की आशंका, ऊर्जा-युद्ध तेज, मॉस्को ने बंद रखी गैस पाइपलाइन, बिजली आपूर्ति रोकी। 

 

✍🏼दुमका में फिर शर्मनाक कांड! यौन शोषण के बाद नाबालिग की हत्या कर शव को लटकाया।

 

*✍🏼Asia cup 2022 Super 4* श्रीलंका ने अफगानिस्तान को 4 विकेट से हराया।