उत्तराखंड के पर्वतीय विद्यालयों में बढ़ रहा है एनसीसी का क्रेज, चमोली नैनीसैंण में पांच दिवसीय एनसीसी शिविर में कैडेट्स का उत्कृष्ट प्रदर्शन

✍️हरीश मैखुरी

विगत वर्षों में उत्तराखण्ड के अनेक इंटर कॉलेजों में एनसीसी खोला गया है। इसके पीछे मुख्य कारण उत्तराखंड के लोगों में सेना के प्रति आकर्षण बढ़ना तथा छात्रों में अनुशासन की प्रवृत्ति बढाना है। इसका परिणाम यह हुआ कि उत्तराखंड के पर्वतीय विद्यालयों में एनसीसी का क्रेज बढ़ रहा है, और बड़ी संख्या में छात्र छात्रायें एनसीसी से जुड़ रहे हैं। 

अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज नैनीसैन चमोली में 5 दिवसीय एन0सी0सी0 प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। प्रशिक्षण में 1UK बटालियन गोपेश्वर चमोली में कार्यरत हवलदार दिनेश रावत ने NCC कैडेट्स को समाज उपयोगी विभिन्न प्रकार की जानकारियां दी। उन्होंने कैडेट्स को अनुशासन एवं एकता के मूल मंत्र को आत्मसात करने हेतु प्रेरित किया। कैडेट्स को ड्रिल, लीडरशिप, मैप रीडिंग, फील्ड क्राफ्ट बीटल क्राफ्ट, वेपन आदि के साथ अनेक सैन्य गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया। ए0एन0ओ0 डॉ0 जगदीश सिंह कंडवाल ने शिविर के आयोजन में पूर्ण सहयोग करते हुऐ कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं जबकि एनसीसी उन्हें एक अनुशासित नागरिक बनने की प्रक्रिया है । कार्यक्रम का समापन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कैडेट्स को मैडल प्रदान कर सम्मानित किया गया।

एनसीसी यदि सभी छात्र छात्राओं के लिए अनिवार्य शिक्षा के रूप में सभी हिन्दी अंग्रेजी माध्यम, निजी विद्यालयों मदरसों और सरकारी विद्यालयों में सम्मलित किया जाय और प्रत्येक विद्यालय को कक्षा ६से १२ तक एनसीसी विभाग अनिवार्य हो तो देश में बहुत हद तक अपराध और देश विरोधी गतिविधियों पर अंकुश भी लगेगा ।