मुख्य सचिव ने दिए चारधाम यात्रा को चाक चौबंध बनाने के निर्देश, बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की गवर्निंग बाडी में भी 22-23 का बजट पारित करने के साथ यात्रा को सफल बनाने पर चर्चा

आज श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( BKTC ) की गर्वनिंग बॉडी की प्रथम बैठक में वर्ष 2022 – 23 का बजट पारित किया गया। श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति की बजट बैठक मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय की अध्यक्षता में समिति के केनाल रोड कार्यालय सभागार में शुरू हुई जिसमें समिति के वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पारित किया गया।

मंदिर समिति के वर्ष 2022-23 हेतु कुल 672262137 ( सड़सठ करोड़ बाईस लाख बासठ हजार एक सौ सैंतीस) का बजट प्रस्तावित किया गया। जिसमें से बदरीनाथ अधिष्ठान हेतु 344401323( चौंतीस करोड़ चवालीस लाख एक हजार तीन सौ तेईस) तथा श्री केदारनाथ प्रतिष्ठान हेतु 327860814( बत्तीस करोड़ अठत्तर लाख साठ हजार आठ सौ चौदह) आय प्रस्तावित है।
आय के सापेक्ष लगभग व्यय समान रूप से प्रस्तावित है।
बजट पारित होने से पूर्व बैठक में नव निर्वाचित मंदिर समिति सदस्यों का परिचय हुआ तथा शाल ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
बैठक में आगामी श्री बदरीनाथ एवं केदारनाथ यात्रा की तैयारियों पर चर्चा एवं विचार-विमर्श किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि मंदिर समिति के प्रस्तावित बजट में तीर्थयात्रियों को सुविधाएं एवं श्री बदरीनाथ धाम श्री केदारनाथ धाम सहित अधीनस्थ मंदिरों की व्यवस्थाओं, पूजा व्यवस्था, संस्कृत विद्यालयों, विद्यापीठ फार्मेसी, , विश्राम गृहों का रखरखाव, तीर्थयात्रियों को पेय जल, आवास व्यवस्था, प्रचार प्रसार, सदावर्त, भोग व्यवस्था हेतु यात्रा सुविधाओं के प्रावधान किये गये हैं। आशा प्रकट की है कि कोरोनाकाल के पश्चात इस यात्रा वर्ष चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ेगी।
बैठक में मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने बताया कि मंदिर समिति के पारित बजट में तीर्थयात्रियों की सुविधाओं पर जोर दिया गया है। बैठक में सभी सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया बैठक में आगामी श्री बदरीनाथ- केदारनाथ यात्रा तैयारियों, मंदिर समिति वेबसाइट को पूरी तरह अपडेट किये जाने, मंदिर समिति में सूचना प्रोद्योगिकी के समुचित उपयोग, श्री केदारनाथ धाम में कर्मचारी आवास निर्माण, तीर्थयात्रियों हेतु धामों की दर्शन व्यवस्था,यात्रा मार्ग पर आस्थापट लगाये जाने, कर्मचारी ड्रेस कोड, आयुर्वेद फार्मेसी, प्राथमिक उपचार सुविधा मंदिर समिति के “लोगो” निर्धारण, संस्कृत महाविद्यालयों की स्थिति, स्थायी अस्थायी कर्मचारियों का स्वास्थ्य, बीमा किये जाने,तुंगनाथ जी के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में यज्ञ आयोजन, विश्राम गृहों के रखरखाव, मीडिया एवं शोसियल मीडिया द्वारा प्रचार- प्रसार को बढ़ावा देने, कपाट खुलने से पूर्व अप्रैल माह के प्रारंभ में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ धाम में अग्रिम दल भेजे जाने, कर्मचारियों की पदौन्नति तथा अस्थायी कर्मचारियों के स्थायीकरण हेतु उप समिति के संबंध में चर्चा हुई। बैठक के समापन पर समिति अध्यक्ष ने सभी सदस्यों का आभार जताया। बताया गया कि इस यात्रा वर्ष श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई तथा श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुलेंगे।
बैठक में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय सहित उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मंदिर समिति सदस्य क्रमशः श्री श्रीनिवास पोस्ती, आशुतोष डिमरी, जय प्रकाश उनियाल, भाष्कर डिमरी, वीरेंद्र असवाल, रणजीत सिंह राणा,पुष्कर जोशी, नंदा देवी,कृपा राम सेमवाल, राजपाल जड़धारी एवं प्रभारी मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, गिरीश देवली, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल लेखाकार आरसी तिवारी, एवं भूपेंद्र रावत, डा. हरीश गौड़, अतुल डिमरी, विश्वनाथ, कुलदीप नेगी, आदि मौजूद रहे।

उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सचिवालय में चारधाम यात्रा – 2022 की तैयारियों के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक की। 

मुख्य सचिव ने कहा कि कोविड के कारण पिछले दो वर्षों में यात्रियों की संख्या सीमित रही है, परन्तु इस वर्ष चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक बढ़ने की संभावना है।

 सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सभी विभागों को अपने अपने क्षेत्र में व्यवस्थाएं दुरुस्त करनी होंगी।

मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा मार्गों के यात्रा शुरू होने से पहले दुरुस्त करने के निर्देश दिए। 

उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों में क्रैश बैरियर और साइनेज की व्यवस्था ससमय कर ली जाए।

 ट्रैफिक कंट्रोल और पार्किंग पर भी अधिक फोकस किए जाने के निर्देश दिए।

चार धाम यात्रा मार्गो में नए पार्किंग स्थल भी विकसित किए जाएं। 

मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की उपयुक्त व्यवस्था करते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। 

कार्डियोलॉजिस्ट की कमी होने के कारण फर्स्ट एड के लिए फिजिशियन को ट्रेनिंग करवाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि यात्रा सीजन के दौरान एडल्ट्रेशन को रोकने हेतु स्पेशल ड्राइव चलाई जाए।