15-21 वर्ष के बच्चों के लिए शीघ्र होगी खेल छात्रवृत्ति योजना- खेल मंत्री रेखा आर्या, केदारनाथ यात्रा मार्ग में घायल व भारी दर्द में सामान ढो रहे घोड़े-खच्चरों के लिए देवदूत बने सेक्टर अधिकारी एवं SDRF

*15-21 वर्ष के बच्चों के लिए जल्द शुरू होगी खेल छात्रवृत्ति योजना,खिलाड़ियो को खेल प्रतिभा निखारने का मिलेगा अवसर-रेखा आर्या*

*खेल मंत्री रेखा आर्या ने मुनस्यारी में किया पंडित नैन सिंह सर्वेयर पर्वतारोहण ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का लोकार्पण,जल्द शुरू होगा पर्वतारोहण का प्रशिक्षण*

*साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में यह संस्थान एडवेंचर टूरिज्म के शौकीनों के लिए होगा मील का पत्थर साबित-रेखा आर्या*

*पिथौरागढ़ जनपद में भी 38 वे राष्ट्रीय खेलो के तहत होंगे गेम्स,विभाग कर रहा प्रयास-रेखा आर्या*

*मुनस्यारी(पिथौरागढ़)*: आज प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने मुनस्यारी में स्थित पंडित नैन सिंह सर्वेयर पर्वतारोहण ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का लोकार्पण किया।उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी है कि मुनस्यारी जैसे खूबसूरत इलाके में एडवेंचर ट्रेनिंग के लिहाज से इस बेहद मुफीद इंस्टीट्यूट की खेल विभाग के तहत नींव रखी गई जिसका की आज विधिवत लोकार्पण किया गया है।निश्चित ही साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में यह संस्थान एडवेंचर टूरिज्म के शौकीनों के लिए मील का पत्थर साबित होगा,जहां वह अब प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।इस इंस्टीटूट के जरिये हम उत्तराखंड में ट्रेनिंग और प्रशिक्षण के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करेंगे। साथ ही पंडित नैन सिंह पर्वतारोहण शिक्षण संस्थान में खेल विभाग जल्द ही कई बड़े एडवेंचर कोर्सेज और पर्वतारोहण का प्रशिक्षण शुरू करेगा जिसका लाभ साहसिक पर्यटन के शौकीनों को प्राप्त होगा।

खेल मंत्री ने कहा कि खेल और खिलाड़ियो के प्रति हमारी सरकार व खेल विभाग लगातार प्रयासरत है। खेल के प्रति खिलाड़ियो को प्रोत्साहित करने के लिए जल्द ही हम 15-21 वर्ष के बच्चों के लिए भी खेल छात्रवृत्ति योजना शुरू करने जा रहे हैं जिसकी स्वीकृति माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा प्रदान कर दी गई है ,इसके जरिए अब खिलाड़ियो को अपनी प्रतिभा निखारने के अवसर प्राप्त होंगे।खेल विभाग की उपलब्धियां बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार खेल को बढ़ावा और खिलाड़ियो के लिए लगातार प्रयास कर रही है।कहा कि जल्द ही यहां भी ओपन जिम बनाये जाएंगे जिससे लोग स्वस्थ्य रहे।

खेल मंत्री ने कहा कि यदि अपने जीवन को स्वस्थ्य रखना है तो खेल से बढ़कर कुछ और नही है।आप खेलते रहने से अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के साथ ही अपने मन को भी स्वस्थ रख सकते हैं।।साथ ही उन्होंने कहा कि यहाँ पर जब राज्यस्तरीय और खेल महाकुंभ का आयोजन होगा तो निश्चित ही यहां के खिलाड़ियो की प्रतिमा निखरेगी और वह भी राष्ट्रीय खेलो में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करेंगे।

साथ ही इस दौरान मंत्री ने सस्थान का निरीक्षण भी किया और संबंधित अधिकारियों को व्यवस्थाओं को और अधिक दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर गिरीश जोशी जी,निदेशक खेल एवं युवा कल्याण जितेंद्र सोनकर जी,उपनिदेशक शक्ति सिंह, दुर्गा प्रसाद, हीरा चिराल, ज़िला क्रीड़ा अधिकारी जी सहित स्थानीय तहसील प्रशासन व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

*श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में घायल अवस्था व भारी पीड़ा में सामान ढो रहे घोड़े-खच्चरों के लिए देवदूत बने हैं सेक्टर अधिकारी, म्यूल टास्क फोर्स व डीडीआरएफ की टीमें।*

*केदारनाथ यात्रा मार्ग में तैनात सेक्टर अधिकारियों एवं संबंधित टीमों द्वारा संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों पर कड़ी निगरानी रखते हुए निरंतर चैकिंग की जा रही है तथा जो घोड़े-खच्चर घायल एवं लंगड़ा के चल रहे हैं उनको तत्काल यात्रा मार्ग से हटाकर उपचार हेतु भेजा जा रहा है तथा संबंधित घोड़े-खच्चरों के संचालकों के विरुद्ध चालान की कार्यवाही की जा रही है।*

       सेक्टर अधिकारी गौरीकुंड अनिल कुमार ने अवगत कराया है कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों की निरंतर निगरानी करते हुए चैकिंग की जा रही है तथा जो घोड़े-खच्चर जिनके पीठ में घाव व पैर में चोट के कारण लंगड़ा कर चल रहे हैं ऐसे घोड़े-खच्चरों की जांच कर तथा जिनके पीठ में घाव एवं पैर में चोट लगी है उनके संचालकों एवं मालिकों पर चालान की कार्यवाही करते हुए यात्रा मार्ग से हटाते हुए उन्हें उपचार हेतु पशु चिकित्सालय को भेजा जा रहा है। उन्होंने अवगत कराया है कि बकार अहमद राहतपुर खुर्द तहसील नजीवाबाद घोड़े की पीठ में घाव हो रखा था जिनके द्वारा खच्चर से सामान की ढुलान किया जा रहा था जिसका चालान करते हुए उक्त घोड़े को उपचार हेतु पशु चिकित्सालय गौरीकुंड को भेजा गया है। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि टीम द्वारा आज सात अन्य घोड़े-खच्चरों की चैकिंग के दौरान पाया गया कि पीठ में घाव व पैर में चोट होने के कारण यात्रा मार्ग से हटाते हुए उन्हें उपचार हेतु पशु चिकित्सालय गौरीकुंड भेजा गया है।

      ज्ञातव्य है कि विगत दिनों जिलाधिकारी ने केदारनाथ यात्रा मार्ग में किसी भी दशा में घायल एवं बिना पंजीकरण के घोड़े-खच्चरों का संचालन न हो इसके लिए सेक्टर एवं सहायक सेक्टर अधिकारी व म्यूल टास्क फोर्स व डीडीआरएफ की टीम को संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों की कड़ी निगरानी करते हुए चैकिंग की कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं तथा घायल एवं बीमार घोड़े-खच्चर पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।

      मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अशोक कुमार ने अवगत कराया है कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चर जो बीमार एवं घायल हुए हैं ऐसे 3730 घोड़े-खच्चरों का उपचार किया गया है तथा 15651 घोड़े-खच्चरों का निरीक्षण किया गया है तथा यात्रा हेतु अयोग्य घोड़े-खच्चरों की संख्या 469 है। 215 घोड़े-खच्चर मालिकों एवं संचालकों का चालान किया गया है तथा 16 व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।