शराब बंदी के खिलाफ समाज सेवी मोहन काला ने खोला मोर्चा

 

जगमोहन आजाद

शराब पहाड़ को जड़ से खोखला कर रही है। लेकिन सरकार शराब को निरंतर बढ़ावा दे रही है। जो पहाड़ के भविष्य के लिए बहुत खतरनाक होने जा रहा हैं, लेकिन सरकार इस मसले पर ध्यान नहीं दे रही हैं। बल्कि इसे बढावा दे रही हैं। उक्त विचार समाज सेवी मोहन काला ने श्रीनगर में शराब विरोध में गौतिर्थ धाम की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में कहे। आपको बता दें कि समाज सेवी मोहन काला जी श्रीनगर विधान सभा के दौरे पर हैं,और कई कार्यक्रमों में सहभागिता कर रहे हैं।

सममाज सेवी मोहन काला जी कहना हैं कि उत्तराखंड में जिस तरह से लगातार शराब माफिया हाबी हो रहा हैं.यह हमारे भविष्य के लिए भी बहुत खतरनाक है। सरकार शराब के जरिए रेवन्यू बात कर रही हैं। जबकि उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में तमाम संभावनाएं हैं। सरकार को चाहिए कि इस पर गंभीरता से काम करें, ना की शराब पर। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन श्रीनगर बाजार की शराब की दुकान को बुगाड़ी रोड पर खोलने जा रही है। इससे क्षेत्र के लोगों में रोष है जिसके खिलाफ लोगों ने धरना दिया। महिलाओं ने आबकारी विभाग और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। कहा कि किसी भी हालत में यहां शराब की दुकान नहीं खुलने दी जाएगी। उन्होंने आंदोलन तेज करने की भी चेतावनी दी। बता दें कि उत्तराखंड में जगह-जगह शराब ठेकों का विरोध हो रहा है। पिछले दिनों रुद्रप्रयाग जिले के चोपता में महिलाओं ने शराब की पेटियां शराब पर फेंक दी थीं। इसी तरह चमोली, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी में भी शराब के खिलाफ महिलाएं आंदोलन कर रही हैं।

शराब बंदी के खिलाफ आवाज उठाते हुए समाज सेवी मोहन काला जी ने जोर देकर कहा कि श्रीनगर में जिस तरह से हमारी आंदोलनरत मां-बहनों को उठाया गया इसकी हम आलोचना करते हैं और शराब के खिलाफ अपने अभियान को आगे भी जारी रखेंगे। इस मौके पर समाज सेवी मोहन काला जी के साथ बड़ी संख्या में श्रीनगर विधानसभा के दूर-दराज के गांव की महिलाएं और छात्र भी मौजूद थे।