गैरसैंण स्थाई राजधानी के लिए कर्णप्रयाग में सेमिनार


उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी, स्थायी राजधानी गैरसैंण की मांग पर अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले शहीद बाबा मोहन उत्तराखण्डी  की स्मृति में दिनाँक 11 फरवरी 2018 को प्रात: 11:00 बजे से स्थान ”ब्लाक सभागार” कर्णप्रयाग चमोली में वृहद  सेमिनार आहुत किया गया जिसका विषय– ”17 साल बाद भी गैरसैंण गैर क्यूँ उत्तराखण्ड की स्थायी राजधानी गैरसैंण बनाओ “
सेमिनार के आयोजक बीरेन्द्र सिंह मिंगवाल सचिव शहीद स्मृति मेला समिति बैनीताल द्वारा जानकारी दी गई कि सेमिनार में सभी राजनीतिक पार्टियों व विचारघाराओं के प्रतिनिधि, सेवानिवृत अधिकारी कर्मचारी, स्वयंसेवी तथा सामाजिक कार्यकर्ता आमंत्रित किए गए हैं, सेमिनार प्रात: 11:00 बजे प्रारम्भ किया जायेगा, दूर क्षेत्रों के प्रतिभागियों को रात्रि विश्राम की सेवा दी जायेगी, इस  कार्यक्रम को प्रभावी बनाने हेतु राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा जी, उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रविन्द्र जुगरान जी, उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी व समाज सेवी अनिल स्वामी जी, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश पुजारी जी, सामाजिक चिन्तक सुदर्शन कठैत जी, भुवन नौटियाल जी, रमेश चन्द्र सिदोला जी, सरदार संत सिंह जी, कर्नल डी. एस. बर्तवाल जी, कर्नल राजेन्द्र सिंह नेगी जी, ex. pccf. R.B.S. रावत जी तथा जनपद चमोली के तीनों विधायक क्रमश: मा. सुरेन्द्र सिंह नेगी जी, मा. मगन लाल शाह जी, मा. महेन्द्र प्रसाद भट्ट जी, पूर्व विधायक मा. कुँवर सिंह नेगी जी, मा. केदार सिंह फोनियाँ जी, मा. अनिल नौटियाल जी, मा. डा. ए.पी. मैखुरी जी, मा.राजेन्द्र सिंह भण्डारी जी, मा. डा. जीतराम जी जैसे महानुभावों को मुख्यवक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। 
कार्यक्रम में जनपद चमोली के मा. अध्यक्ष जिला पंचायत सहित सभी विकास खण्डों के मा. प्रमुखगण, नगर पालिका, नगर पंचायत अध्यक्षगण तथा सभी समाचार चैनलों व अखबारों के प्रतिनिधि भी आमंत्रित हैं किये गये हैं।

इधर 9 फरवरी को गोपेश्वर में भी गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के लिए एक सर्वदलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है समझा जा रहा है कि गैरसैंण स्थाई राजधानी का मुद्दा भविष्य में उत्तराखंड आंदोलन की तरह जोर पकड़ सकता है