सृष्टि की सुरक्षा एवं मानवता की रक्षा हेतु सनातन धर्म संस्कृति ही सन्मार्ग है, संस्कार विहीन समाज से न मानवता की कल्पना की जा सकती न राष्ट्रीय सुरक्षा की

सनातन धर्म का अर्थ है त्याग!
सनातन धर्म का अर्थ है तपस्या!
सनातन धर्म का अर्थ है शांति!
सनातन धर्म का अर्थ है सत्य!
सनातन धर्म का अर्थ है सद्भाव!
सनातन धर्म का अर्थ है प्रेम!
सनातन धर्म का अर्थ है करुणा!
सनातन धर्म का अर्थ है सेवा!
सनातन धर्म का अर्थ है प्रार्थना!
सनातन धर्म का अर्थ है भक्ति!
सनातन धर्म का अर्थ है ममता!
सनातन धर्म का अर्थ है कर्तव्य!
सनातन धर्म का अर्थ है कल्याण!
सनातन धर्म का अर्थ है बंधुत्व!
सनातन धर्म का अर्थ है विवेक!
सनातन धर्म का अर्थ मनुष्यता!
सनातन धर्म का अर्थ विश्वास!
सनातन धर्म का अर्थ है क्षमा !
सनातन धर्म अर्थात जीव में ईश्वर!
सनातन धर्म का अर्थ है ईश्वर की प्राप्ति!
सनातन धर्म का अर्थ है जो सदा से अनादि काल से चला आ रहा है और जो चलता रहेगा ;
जहां जहां दयाभाव है — वहां सनातन है।
जहां जहां करुणा हैं- वहां सनातन है।
जहां जहां ईश्वर के नियम हैं वहां सनातन है।
सनातन विराट है।
सनातन अनादि और अनन्त है।
सनातन विश्व रूप हैं।
सूर्य का चमकना सनातन है।
अग्नि की उष्णता सनातन है।
जन्म और मृत्यु सनातन है।
पृथ्वी का घूमना सनातन है।
नदियों का बहना सनातन है।
वर्षा की बौछार सनातन है।
फूलों का खिलना सनातन है।
मां द्वारा संतति जन्म देकर उन्हें पालना सनातन है।
नाते को जो अदृश्य बंधन बांध कर रखते हैं वे सनातन हैं।
सनातन में ना कोई बड़ा है और ना कोई छोटा है।
कण- कण में शंकर है – शिव है ईश्वर है, यह सनातन है।
समुद्र की और नदियों का जाना सनातन है।
आकाश में मेघों का उठना सनातन है।
भूत-वर्तमान- भविष्य सनातन है।
ब्राह्मांड के नियम सनातन नियम हैं।
शाश्वत सत्य का प्रकाश ही सनातन धर्म है।
वेदों के सूत्र सनातन हैं यज्ञ हवन माथे पर चंदन शिखा सूत्र संध्या वंदन सनातन है। यह धर्म ग्रंथ है बीज मंत्र है जो अनादि है अनंत है अखंड है अच्छेद्य अभेद्य है अगोचर है अव्यक्त है वही सबसे सशक्त है वही सत्य सनातन धर्म संस्कृति है। सृष्टि की सुरक्षा एवं मानवता की रक्षा हेतु सनातन धर्म संस्कृति ही सन्मार्ग है, संस्कार विहीन समाज से न मानवता की कल्पना की जा सकती न राष्ट्रीय सुरक्षा की  इसीलिए उसे साक्षात् पशु पुच्छ विहीनम् कहा गया है। breakinguttarakhand.com