रूद्रप्रयाग का कच्चा चिट्ठा दो दशक की विकास यात्रा

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डॉ हरीश मैखुरी

रमेश पहाड़ी अपने आप में पूरा पहाड़ हैं। उनका संग्रह “रूद्रप्रयाग – दो दशक की विकास यात्रा ” निश्चित रूप से एक संग्रहणीय, शोधपरक दस्तावेज और ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस समय रूद्रप्रयाग जिला अपनी बुलंदियों पर तो है ही, लगता है जिले की शुक्र की सिद्धा भी चल रही है। मनोज रावत और भरतसिंह चौधरी जैसे विधायक, रमेश पहाड़ी जैसे जीवट और उद्भट्ट पत्रकार तथा मोहित डिमरी, लखपत राणा, कुलदीप राणा जैसे युवा तुर्क व चिंतनशील पत्रकार और मंगेश घिल्डि़याल जैसा इमानदार, कर्मठ और विजनरी डीएम जहां हों वहां का विकास और प्रादुर्भाव सुनिश्चित है। अन्यथा अब तक रूद्रप्रयाग जिले में मुख्यालय की अपनी बिखरी हुई सीमाओं सी उल्झ्याट की समस्या दिखती थी, पत्रकारिता के पितामह रमेश पहाड़ी अपने आप में इतिहास और चलती फिरती लाइब्रेरी हैं, सीमित संसाधनों में असीमित करना रमेश पहाड़ी से सीखा जा सकता है। उनके दीर्घायु की कामना है, ताकि उनके अनुभवों का लाभ मिलता रहे। ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम परिवार की ओर से पुस्तिका के विमोचन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ। दो दशक की विकास यात्रा नामक इस दस्तावेज में जिस बेबाकी से तत्थ्यों को रखने का प्रयास किया गया है, इसे एक तरह से रूद्रप्रयाग का कच्चा चिट्ठा भी कहा जा सकता है।