स्थायी राजधानी में झंडारोहण की रस्म अदायगी

हरीश मैखुरी चमोली

राज्य बनने के 17 साल बाद उत्तराखंड की स्थायी राजधानी गैरसैंण के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। यहां राज्य बनने के बाद पहली बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य सरकार के द्वारा ध्वजारोहण किया गया गैरसेण के भराड़ी क्षेत्र में उत्तराखंड की स्थाई राजधानी हेतु नवनिर्मित विधान भवन और सचिवालय बनाया गया है धीरे-धीरे यहां स्थाई राजधानी के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है।

आज उत्तराखण्ड की राजधानी भराड़ीसैण गैरसैण में विधान सभा सचिव व वर्तमान विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी व थराली विधायक मगन लाल षाह ने सयुंक्त रूप से 70वीं वर्शगांठ पर ध्वजा रोहण किया, साथ ही स्कूली बच्चों ने अपनी भागीदारी दी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
आज का दिन उत्तराखण्ड के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक दिन रहा। 16 सालों में पहली बार विधान सभा गेरसैण में तिरंगा फहराया गया। क्षेत्रीय जनता में काफी उत्साह देखने को मिला। विधान सभा अध्यक्ष मौसम खराब होने के कारण न आ सके तो, अध्यक्ष ने फोन से ही स्कूली बच्चों और क्षेत्रीय जनता को सम्बोधित किया।

लेकिन जिस तरह से उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने गैरसैंण का मुद्दा ठंडे बस्ते में डालकर देहरादून के परेड ग्राउंड में धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया और गैरसैंण में सिर्फ रस्म अदायगी की उससे समूचे उत्तराखण्ड में निराषा का भाव है।
इस अवसर पर सुरेन्द्र सिंह नेगी विधायक कर्णप्रयागए थराली विधायक मगन लाल षाह और सचिव विधानसभा जगदीश चन्द्र  विषेशरूप से उपस्थित रहे।