अथ ‘प्री वेडिंग फोटोग्राफी’ संस्कार महिमा
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मूल लिख्वार – छायाचित्रानंद विवाहाचार्य
टीका , अनुवाद – भीष्म कुकरेती चबोड़ाचार्य
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प्रथम मूविंग फोटोग्राफीस्य फ़ादरो एडवार्ड मारब्रिज: नम: . तदुपरांत ग्लोब्लाइजेसन पितामह नरसिम्हाराव: नमः। तदनुसार ग्लोबल इकॉनोमिस्य पिताः मनमोहनाय नमः। अंतमा फोकटस्य इन्कमाय नमः।
जजमान टक लगैक सूण ल्यावो यु नव संस्कार प्री वेडिंग फोटोग्राफी आधुनिक कालौ इनि महत्वपूर्ण संस्कार च जन गुप्त कालौ सत्य नारायण व्रत कथा। विद्वानों म प्री वेडिंग फोटोग्राफी संस्कारै संख्या नंबर पर इनि मतभेद छन जन फिरोज जहांगीर गांदी का पौत्र राहुल गांधी का गोत्र हेतु मतभेद छन। कुछ बिद्वान बुलदन बल यु हिन्दू संस्कारौ अड़तालीसवां संस्कार च त क्वी मनुस्मृति की कसम खांदन बल सनातन धर्म शास्त्र अनुसार यु सत्रहवाँ संस्कार च अर विवाह से बि महत्वपूर्ण संस्कार च बल। कोर्टसंहिता म बि अब प्री वेडिंग संस्कार एक गवाही सूत्र च बल।
प्री वेडिंग पूजन विधि से पैल कुछ महत्वपूर्ण नाटक आवश्यक छन निथर ये संस्कार को लाभ असम्भव च।
सर्व प्रथम मैरिज हाल बुकिंग का बाद मैरिज डेट फिक्स हूणो उपरान्त यु संस्कार आवश्यक च निथर दिब्ता त ना किन्तु अतिथि देव हंसी उड़ांदन बल अरे प्री वेडिंग संस्कारै औकात नि छे , विवाह पूर्व छायाचित्रांकन की हैसियत नि छे तो किलै ब्यौ बरात सजाई। अतः गेस्टुं मजाक निवारणार्थ विवाह पूर्व छायाचित्रांकन संस्कार या कर्मकांड अत्यंत महत्वपूर्ण संस्कार च बल।
विवाह पूर्व छायाचित्रांकन संस्कार सुफल ह्वावो कुण कुछ नाटक स्वांग या सोशल ड्रामाज अति आवश्यक छन।
ब्वे हो या बाब हो दुयुं तैं अपण भाई बन्धुं , रिस्तेदार , सगा संबंध्यूं तै छुट दिखाणो , जळाणो मौका विवाह पूर्व छायाचित्रांकन संस्कार से बड़ो मौका नि ह्वे सक्दो।
ब्वे तै अपण जिठाण , द्यूराण, कक्या -बड्या सासु या सहेली (जैं तैं जळाण हो ) तै फोन करण चयेंद बल ये जी या दीदी या सहेली ! ह्यां तू कै प्री वेडिंग फोटोग्राफर तै बि जणदी। अरे क्या करे जावो कांड लगीं छन ये जमानो पर बल अब प्री वेडिंग फोटोग्राफी आवश्यक जि ह्वे गे। अर हां ध्यान रखण बल फोन ऊंकुण इ करण जौं तै जळाण हो नीचा दिखाण हो। गति मारिक अंठ म धोरी ल्यावो ऊं तैं फोन नि करण जौंक बच्चों ब्यौ म प्री वेडिंग फोटोग्राफी ह्वे ह्वावो। तुम तै फोटोग्राफर की जरूरत क्या वो तो नौनु या नौनी अफि इंतजाम कर लीन्दन। तुमन तो केवल रिश्तेदारों तै जळाणो बान पूछणो नाटक करण।
चूँकि फोटोग्राफर तो दूसरों तैं जळाणो बहाना हूंद तो सवाल बि जळाणो प्रकार मुताबिक़ ही हूण चयेंदन . तीन प्रकार से रिश्तेदारों तै जळये जांद –
कमअसल जळाणो सवाल – क्वी प्री वेडिंग फोटोग्राफर बि च तुमर नजर म सस्तो सुंदर अर टिकाऊ
असल जळाणो सवाल – जरा क्वी प्री वेडिंग फोटोग्राफर तो बथाओ बल ना ना बजट की क्वी चिंता ननी , ब्योली ममा सरा खर्च उठाणा छन।
रिस्तेदारुं तैं ईर्ष्या से भड़याण वळ सवाल – जरा क्वी प्रोफेसनल फोटोग्राफर बथावदि जो अम्बानी या अडानी का छोरी छोरों प्री वेडिंग फोटोग्राफी म जयुं हो।
इनि बेटा या बेटी को धर्म च बल अपण ऊं हरेक दगड़्या या सहेली तै फोन करण जौं तै नीचा दिखाण या जळाण हो। प्रश्न ? प्रश्न सब तैं एकी पुछण बल – जरा प्री वेडिंग फोटोग्राफी वास्ता सही लोकेसन तो बताओ। आई ऍम गोइंग फॉर प्रीवेडिंग फोटोग्राफी। यु नाटक केवल अपणो तै जळाणो ध्येय से करण बस , निथर ब्योला ब्योली त लोकेशन पैली डिसाइड कर लीन्दन कि ना ?
फोटोग्राफी म तिलकधार्यूं कुछ काम नी। हाँ यदि जजमान लुटाणो तैयार ही हो तो वै दिन कैमरा पर पिठै सुठै लगाणो पंडित जै सकदन।
रिसेप्सन का बगत बि ब्योला अर ब्योली ब्वे बाबुं महत्ती कर्तव्य च बल जब प्री वेडिंग फोटोग्राफी वाइड टीवी स्क्रीनम दिखाए जाय तो ब्योली ब्वे अर ब्योली बूबा व दूल्हा का फादर व दूल्हा की मदर तै हरेक पौणम , , मेमानम या गेस्टम जै जैक बथाण बल दूल्हा दुल्हन फोटोग्राफी बान कै कै जंगळ , कै कै किला म गेन अर कैं कैं नदी या तालाव म नयाणो गेन। ब्योला अर ब्योली ब्वे बुबौं तै यु कर्मकांड अवश्य सम्पन करण चयेंद। निथर लाख द्वी लाख खर्चा करीक क्या लाभ ? अरे जब अब शादी कर्मकांड संस्कार पूजन से अधिक दिखावा मात्र रै गे त किलै ना लोगुं तै जळाये जावो बल हमन फोटोग्राफी पर कथगा लाख लगैन भइ। चूँकि ब्या काज म कर्मकांड अर्थहीन ह्वे जावो तो रिस्तेदारुं तैं जळाण जरूरी ही च इलै यु संस्कार कर्मकांडी नाटक भी अति महत्वपूर्ण कर्मकांड च बंधु व भगनी। (साभार)
16 /1 2/ 2018, Copyright@ chabodachaarya Bhishma Kukreti , Mumbai India ,