प्रयागराज कुम्भ 2019 साधु-संतो पर कुंभ में फुलों की वर्षा, लेकिन स्मृति की डुबकी ने शोशल मीडिया पर बटोरी सुर्खियां

 

 हरीश मैखुरी

प्रयागराज कुंभ 2019 मकर संक्रांति के मौके पर पहला भव्य शाही स्नान शांति और सौहार्द के साथ हुआ। संगमनगरी में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। यहां  बिना किसी भेदभाव के यादव,  ब्राहमण,  ठाकुर, चमार, खटिक, दलित,  सवर्ण, अछूत सब एकसाथ एक घाट पर सनातन धर्म संस्कृति के लोग नहाते दिखे, यही भारतीय सभ्यता है। समस्त अखाड़ा संगम घाट पर शाही स्नान के लिए सुबह से ही शाही अंदाज में पहुंचे। जूना अखाड़े के साथ पहली बार किन्नर अखाड़ा भी शाही स्नान में शामिल हुआ है। वहीं, करोड़ों श्रद्धालुओं के बीच बड़ी हस्‍तियों भी पहुंच रही हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कुंभ में डुबकी लगाई। ट्विटर पर अपनी फोटो शेयर कर उन्होंने लिखा, ‘हर हर गंगे।’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के लोगों को कुंभ मेले की हार्दिक शुभकामनाएं दी। ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर उन्होंने लिखा, प्रयागराज में आरंभ पवित्र कुम्भ मेले की हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे आशा है कि इस अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विविधताओं के दर्शन होंगे। मेरी कामना है कि अधिक से अधिक लोग इस दिव्य और भव्य आयोजन का हिस्सा बनें।परंपरा के मुताबिक, सुबह 6.15 बजे सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा ने शाही स्नान किया। इसके बाद अटल अखाड़े के महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत व श्रीमहंत ने शाही स्नान किया। दोपहर 3.40 बजे तक सभी अखाड़े के साधु-संतो  ने स्नान किया । आखिर में निर्मल अखाड़े के संत स्नान किया। हर जगह साधु-संतों का मेला लगा हुआ है, चारों तरफ मनमोहक छवियां नजर आ रही हैं. कुंभ में जब किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी श्रद्धालुओं के बीच नाचने गाने लगीं तो यह रहस्य सामने आया कि बिना राग के वैराग नहीं हो सकता है. भक्ति का अनोखा रूप देख श्रद्धालु झूम उठे. कुंभ में स्नान करने के लिए आने वाले लोगों को संस्कृति ग्राम के ज़रिए लोगों को अपनी संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिलेगा. इसके लिए यूपी सरकार की पहल का लोग स्वागत कर रहे हैं. संस्कृति ग्राम देखने आ रहे लोग यहां जमकर अपने मोबाइल से सेल्फी ले रहे हैं. इंदिरा और मुल्लायम के जमाने में साधु-संतो पर गोली की वर्षा हुई थी, पर आज मोदी और योगी प्रयागराज कुंभ मे फुलों की वर्षा कर रहे है। इस कुंभ में 192 देशों से 17 से ज्यादा धर्मों के 40 करोड़ लोग आ रहे हैं । हज में कितने धर्मों के लोगों को आने दिया जाता है? पहले ही दिन 2करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान  किया। यह मेला 41 दिन चलेगा लेकिन इसकी रौनक बैसाखी तक रहेेगी।