सीडीएस जनरल विपिन रावत समेत सभी सैन्य वीरों का महाप्रयाण, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत केन्द्रीय मंत्रीगणों और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने भी दिल्ली में दी अंतिम विदाई

जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम 4 बजे बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर किया गया। पंचतत्व में विलीन हुए CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी, दोनों बेटियों ने दी मुखाग्नि, सेना ने दी तोपों को सलामी। CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने नम आंखों से मुखाग्नि दी। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को सुबह 10.30 बजे से 12.30 बजे तक आम जनता के अंतिम दर्शन के लिए उनका आवास रहे 3 कामराज मार्ग पर रखा गया था। जहां उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी और अनेक गणमान्य लोगों ने उनके आवास पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उसके बाद सैन्य सम्मान के साथ जनरल विपिन रावत की महाप्रयाण यात्रा निकली। गगनभेदी नारों से महाप्रयाण यात्रा गुंजायमान हो उठी। शाम चार बजे उन्हें मुखाग्नि दी गई। 


हैलीकाॅप्टर क्रैश की घटना पर देश विदेश में करोड़ों लोगों ने जरनल विपिन रावत को भावभीनी श्रध्दांजलि अर्पित की और उसके फोटो भी शोशल मीडिया पर अपडेट किए। वहीं कुछ मजहबी उन्मादियों और बामपंथी उन्मादियों द्वारा अवांछनीय प्रतिक्रिया भी शोशल मीडिया पर देखने मिलने पर भारत के राष्ट्रवादियों द्वारा जमकर ट्रोल भी किया गया है। 

  शोशल मीडिया पर बुद्धिजीवियों द्वारा सवाल उठाये गये हैं कि “दो इंजनों वाला विश्व में भारतीय सेना का सबसे मजबूत सुरक्षित माने जाने वाला हेलीकॉप्टर जिसे PM मोदी सहित अन्य VIP प्रयोग करते हैं, इतनी आसानी से सख्त तकनीकी जांच और सुरक्षा प्रोटोकॉल के बाद भी गिर सकता है क्या ? इसे मिग विमानो किसी शक्ति प्रदर्शन तरह खींचतान के लिए नहीं उड़ाया जा रहा था, ये अपनी कैटेगरी में हर तरीके से सबसे बेस्ट सुरक्षित है । ना जाने मुझे किसी अंतरराष्ट्रीय दुश्मन देश की साज़िश नजर आ रही है।
न जाने क्यों मुझे अचानक डॉक्टर होमी जहांगीर भावा, पूर्व PM लाल बहादुर शास्त्री की याद आ गई।
डॉक्टर भावा से परमाणु कार्यक्रम न रोकने की वजह से अमेरिका और पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसियां अंदर ही अंदर जबरदस्त नाराज थी।
पुर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का सबसे भरोसेमंद रसोईया जान मुहम्मद ताशकंद में उनके निधन के तुरंत बाद पाकिस्तान में नागरिकता लेकर बस गया जबकि पाकिस्तान तभी भारत से युद्ध हारा था।
सवाल तो इतने हैं कि लिखने में रात कम पड़ जाएगी।
अगर ये हो सकता है कि घटना हादसा मात्र हो, तो ये सवाल भी मन में है कि कहीं भारत रूस के रक्षा सौदे से नाराज अमेरिका तो इसमें शामिल नहीं? या चीन ने भारत को गलवान की घटना जवाब दिया या फिर जिहादी पाकिस्तान फिर कामयाब हो गया या फिर किसी गद्दार को मुंहमांगी रकम मिली।
कैसे मान लें कि…??
भारत जैसे शक्तिशाली देश के सर्वोच्च रक्षा अधिकारी का हैलीकॉप्टर यूँ ही क्रेश हो जाएगा..??
बहुत बड़ी साजिश है ये । सम्भवतः पाक चाइना ने हमारी सेना में बहुत उच्च स्तर पर भी आस्तीन के सांप पाल रखे हों
बहुत उच्च स्तर के इन्वेस्टीगेशन की आवश्यकता है
भारत के CDS का हैलीकॉप्टर था, कोई प्राइवेट या रोडवेज की पुरानी बस नहीं थी जो इसे हादसा मानकर श्रद्धांजलियों की तरफ ध्यान लगाते रहें।
यह बहुत ही गहराई से और जमीन स्तर पर सोचने वाली बात है। देश ने कोई सैनिक नही खोया है बल्कि भारत राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के सबसे बड़े रणनीतिकार को खोया है!
भारत राष्ट्र के ऐसे वीर नायक सिपाही को कोटि कोटि नमन “🙏🌹🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳