माथे पर तिलक लगाकर घूम रहे हैं। अगर ये पाखंड छोड़कर पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान देते तो आज अंतरिक्ष यात्रा पर गए होते। 🙏💐
शुभांशु शुक्ला भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री हैं। जो नासा के एक्सिओम मिशन 4 पर अंतरिक्ष में गये हैं। वे नो दिन वहां रह कर मिशन पूरा करेंगे वह कुछ बीजों को भी वहां ले गए हैं ताकि वहां उनके अंकुरण की प्रक्रिया देख सकें साथी उन्होंने कहा है कि वे अंतरिक्ष से कुछ वीडियो ग्राफी करेंगे जिन्हें धरती पर वापस आकर संसार को और अपने भारत को दिखाएंगे उन्होंने अंतरिक्ष जाते समय अपने अंतरिक्ष यान से कहा कि देश का तिरंगा उनके कंधे पर विराजमान है उन्होंने कहा कि यह केवल शुभांशु शुक्ला की यात्रा नहीं है बल्कि भारत की अंतरिक्ष यात्रा है। अंतरिक्षयान में 10 मिनट की यात्रा के बाद शुभांशु ने जारी संदेश में कहा कि मेरे कंधे पर तिरंगा लगा हुआ है। इस तरह मैं हर भारतीय से जुड़ा हुआ हूं। शुभांशु शुक्ला ने तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ‘एक्सिओम-4’ मिशन के अन्तर्गत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा के लिए उड़ान भर कर इतिहास रचा है। उन्होंने जारी संदेश में कहा, ‘नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों। 41 साल बाद हम अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं, यह यादगार यात्रा है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से धरती का चक्कर काट रहे हैं, मेरे कंधों पर भारत का तिरंगा लगा है।’
देश की राजधानी स्थित नौसेना भवन से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक अपर डिवीजन क्लर्क (यूडीसी) को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने के आरोप में राजस्थान पुलिस की खुफिया विंग द्वारा गिरफ्तार किया गया है. इस गिरफ्तारी ने देश की सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा दिया है. राजस्थान सीआईडी इंटेलिजेंस ने यह बड़ी कार्रवाई करते हुए विशाल यादव निवासी पुनसिका रेवाड़ी हरियाणा को बुधवार 25 जून को शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के अन्तर्गत दबोचा है।(साभार)
*श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*
*सुप्रभातम**आज का पञ्चाङ्ग*
*_गुरुवार, २६ जून २०२५_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*
सूर्योदय: 🌄 ०५:३९
सूर्यास्त: 🌅 ०७:२०
चन्द्रोदय: 🌝 ०५:४५
चन्द्रास्त: 🌜२०:३८
अयन 🌘 दक्षिणायणे(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४७(विश्वावसु)
विक्रम सम्वत:👉२०८२(सिद्धार्थी
मास 👉 आषाढ, पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 प्रतिपदा (१३:२४से द्वितीया)
नक्षत्र 👉 आर्द्रा (०८:४६ सेपुनर्वसु)
योग 👉 ध्रुव (२३:४० सेव्याघात)
प्रथम करण👉बव(१३:२४ तक)
द्वितीय करण 👉 बालव(२४:१७ तक)
॥ गोचर ग्रहा: ॥ 🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मिथुन
चंद्र 🌟 कर्क (२५:३९ से)
मंगल🌟सिंह(उदित,पूर्व,मार्गी)
बुध🌟कर्क(उदय,पश्चिम,मार्गी)
गुरु🌟मिथुन(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
शुक्र 🌟 मेष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 कुम्भ, केतु 🌟 सिंह
शुभाशुभ मुहूर्त विचार⏳⏲⏳⏲⏳⏲
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५२ से १२:४८
अमृत काल 👉 २९:०६ से ०६:३६
सर्वार्थ सिद्धि योग 👉 ०८:४६ से २९:१८
विजय मुहूर्त 👉 १४:४१ से १५:३७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:२१ से १९:४१
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:२२ से २०:२२
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०० से २४:४०
राहुकाल 👉 १४:०५ से १५:५१
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:१७ से ०७:०३
दुर्मुहूर्त 👉 ०९:५९ से १०:५५
होमाहुति 👉 सूर्य
दिशा शूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 पृथ्वी
चन्द्र वास 👉 पश्चिम (उत्तर २५:३९ से)
शिववास 👉 श्मशान में (१३:२४ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (दही का सेवन कर यात्रा करें)
तिथि विशेष〰️〰️〰️〰️
आषाढ शुक्ल पक्ष आरम्भ, गुप्त नवरात्रि आरम्भ, चन्द्र दर्शन, मनोरथ द्वितीया (बंगाल) आदि।
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०८:४६ तक जन्मे शिशुओ का नाम आर्द्रा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (छ) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (के, को, ह, ही) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
●●●●●●●उदय-लग्न मुहूर्त
मिथुन – २८:३६ से ०६:५१
कर्क – ०६:५१ से ०९:१२
सिंह – ०९:१२ से ११:३१
कन्या – ११:३१ से १३:४९
तुला – १३:४९ से १६:१०
वृश्चिक – १६:१० से १८:२९
धनु – १८:२९ से २०:३३
मकर – २०:३३ से २२:१४
कुम्भ – २२:१४ से २३:४०
मीन – २३:४० से २५:०३+
मेष – २५:०३+ से २६:३७+
वृषभ – २६:३७+ से २८:३२+
●●●●●●पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०५:१७ से ०६:५१
शुभ मुहूर्त – ०६:५१ से ०८:४६
रोग पञ्चक – ०८:४६ से ०९:१२
शुभ मुहूर्त – ०९:१२ से ११:३१
मृत्यु पञ्चक – ११:३१ से १३:२४
अग्नि पञ्चक – १३:२४ से १३:४९
शुभ मुहूर्त – १३:४९ से १६:१०
रज पञ्चक – १६:१० से १८:२९
शुभ मुहूर्त – १८:२९ से २०:३३
चोर पञ्चक – २०:३३ से २२:१४
शुभ मुहूर्त – २२:१४ से २३:४०
रोग पञ्चक – २३:४० से २५:०३+
चोर पञ्चक – २५:०३+ से २६:३७+
शुभ मुहूर्त – २६:३७+ से २८:३२+
रोग पञ्चक – २८:३२+ से २९:१८+
आज का राशिफल🐐🐂💏👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। कार्य क्षेत्र पर अतिरिक्त आय के साधन बनेंगे। रुके हुए कार्य पूर्ण होने से भी धन लाभ होगा। सामाजिक गतिविधियों में पूरा समय ना दे पाने से लोगो से किसी से नाराजगी रहेगी। संध्या का समय मनोरंजन वाला रहेगा। उत्तम भोजन के साथ गृहस्थ का सुख मिलेगा। सन्तानो के ऊपर खर्च करना पड़ेगा। किसी गुप्त चिंता के कारण बेचैनी भी रह सकती है। सेहत आज अच्छी बनी रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज भी दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत होगा। थोड़ी आर्थिक परेशानियां रह सकती है परंतु मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे। जिस भी कार्य को करने की ठानेंगे उसे हानि-लाभ की परवाह किये बिना पूर्ण करके छोड़ेंगे। कार्य क्षेत्र पर अन्य व्यक्ति अथवा भगीदारो की दखलंदाजी से थोड़ी परेशानी एवं बहस हो सकती है। किसी मांगलिक आयोजन में सम्मिलित होने का अवसर भी मिलेगा। बाहर की अपेक्षा घर में समय बिताना पसंद करेंगे। संध्या के समय धन लाभ हो सकता है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप कार्य क्षेत्र से कुछ समय निकालकर मित्र परिवार के साथ मनोरंजन में व्यतीत करेंगे परन्तु आज गलतफहमियों से दूर रहना अति आवश्यक है व्यर्थ के टकराव होने की संभावना है। परोपकार का शुभ फल भी मिलने से प्रसन्नता भी रहेगी। कार्य क्षेत्र पर कम समय देने के बाद भी संतोषजनक धन लाभ हो जाएगा। दाम्पत्य जीवन पहले से बेहतर रहेगा। सन्तानो की प्रगति की सूचना मिलेगी। स्वयं एवं परिजनों की सेहत का विशेष ध्यान रखें। आयवश्यक वस्तुओ पर ही खर्च करेंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आप अधिक लापरवाह रहने के कारण हानि उठा सकते है। प्रातः काल से ही यात्रा पर्यटन की योजना बनेगी परन्तु इसमें व्यवधान भी आएंगे। कार्य क्षेत्र पर अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। नौकरों के ऊपर ज्यादा विश्वास हानि का कारण बन सकता है। वाणी में कठोरता रहने से घर में कलह रहेगी। आर्थिक लेन-देन सोच समझ कर करें। पारिवारिक सदस्य अथवा अन्य भी अपने काम से ही बात करेंगे। संध्या के समय किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के बनने से प्रसन्न रहेंगे।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन मिला-जुला रहेगा। सेहत लगभग सामान्य रहेगी। आज किसी अनुबंध के आगे रुकने से धन लाभ की कामना अधूरी रहेगी। व्यवसाय के ऊपर अधिक ध्यान देने के बाद भी कार्य विलम्ब से पूर्ण होंगे लाभ के कई अवसर मिलेंगे परन्तु धनागम के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। अधिकारी वर्ग भी गर्म हो सकते है। सफ़ेद वस्तुओ के कार्य से जुड़े जातको को आकस्मिक धन लाभ अथवा नए अनुबंध मिल सकते है। परिवार के लिए आप महत्त्वपूर्ण रहेंगे। व्यर्थ की यात्रा हो सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आप व्यापारिक गतिविधियों की व्यस्तता के चलते परिवार के लिए ज्यादा समय नहीं निकाल पाएंगे। वाणी एवं व्यवहार के बल पर कार्यो में थोड़े परिश्रम से अधिक सफलता मिल सकेगी। मनोबल भी आज बढ़ा हुआ रहेगा। परंतु आज आपको कोई ना कोई कमी भी अनुभव होगी। धन का आगमन होने से थकान भूल जाएंगे। संतानों पर ध्यान देंने की आवश्यकता है। स्त्री से सम्बन्ध भावनात्मक रहेंगे। सुख के साधनों पर खर्च करेंगे।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपको सुख शांति प्रदान करेगा। कुछ दिनों से चल रही मानसिक खींच तान कम होने से राहत अनुभव होगी। कार्य क्षेत्र पर केवल धन लाभ पाने के उद्देश्य से कार्य ना करे व्यवहार में कुशलता एवं मिठास रखने से अप्राप्त लक्ष्मी भी प्राप्त कर सकते है। पारिवारिक जीवन में आनंद रहेगा। मित्र रिश्तेदारो से घर में चहल पहल बनेगी कही घूमने की योजना बन सकती है। धन लाभ में विलम्ब होगा परन्तु कार्य रुकेंगे नहीं। सेहत में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन मिश्रित फल देगा पूर्वार्ध में सेहत थोड़ी नरम रह सकती है जिसके कारण आलस्य भी रहेगा। काम बेमन से करने पड़ेंगे व्यवहार में भी रुखापन रहने से संबंधो में खटास रहेगी। धीरे धीरे स्थिति में सुधार होगा कार्य स्थल पर महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने से व्यस्तता बढ़ेगी। अधिकारी वर्ग आज आप पर ज्यादा भरोसा दिखाएँगे। व्यवसायी वर्ग आज चाह कर भी बेहतर सेवा नहीं दे पाएंगे जिस कारण आलोचना हो सकती है। पुराने कार्यो को पूर्ण करने के बाद ही नए कार्य हाथ लें। परिवार में तनाव रह सकता है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
व्यवसाय के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास आज फलीभूत होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। बेरोजगार व्यक्तियों को भी रोजगार मिलने की सम्भावना अधिक है। आपसे वाद-विवाद में कोई नहीं जीत पायेगा। बड़बोलेपन के कारण महिलाओं से मतभेद हो सकते है। दिन के उत्तरार्ध में कार्य भार बढ़ने से कमर अथवा अन्य अंगों में दर्द की शिकायत रहेगी। पारिवारिक वातावरण में उतार-चढ़ाव आएंगे फिर भी आनंद रहेगा। आकस्मिक लाभ होगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप भावनाओ में बहकर अनुचित कदम उठा सकते है। लोगो के बहकावे में ना आये अन्यथा मान हानि कोर्ट-कचहरी की नौबत आ सकती है। प्रेम प्रसंगों से आज दूरी बनाना ही बेहतर रहेगा। आलसी प्रवृति का लाभ प्रतिस्पर्धी उठा सकते है सावधान रहें। धन लाभ के लिये आज विशेष परिश्रम करना पड़ेगा फिर भी संतोष जनक लाभ हो जाएगा। घर में भाई बंधू अथवा स्त्री से अनबन हो सकती है। सरकारी कार्यो में सफलता मिलेगी। जोड़ो सम्बन्धित समस्या रह सकती है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन ग्रह स्थिति में थोड़ा बदलाव आने से आपको घरेलु मामलो में सफलता मिलेगी। परन्तु आज कार्य क्षेत्र पर अन्य व्यक्ति आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकता है। आज किसी के आगे समर्पण कर सकते है इसका फल शुभ ही रहेगा। बाहरी स्थान के कार्यो में सफलता की संभावना ज्यादा रहेगी। नए अनुबंध भी मिल सकते है। पत्नी अथवा किसी अन्य महिला के भाग्य से लाभ होगा। अविवाहितो कि लिए नए रिश्ते आएंगे। मानसिक रूप से संतोषी रहेंगे।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज दिन के आरम्भ में बनते कार्यो में रुकावट आने से अधिक भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। मध्यान तक थोड़े बहुत कार्य सफल होने से धन की आमद होगी परन्तु खर्च भी अधिक रहने से बचत नहीं कर पाएंगे। दोपहर के बाद से घर एवं बाहर सहयोगी वातावरण बनने से कार्यो में सरलता रहेगी। समय से पहले ही कार्यो को पूर्ण करने में जुट जाएंगे संध्या के समय तक अधिकांश कार्य पूर्ण होने से धन की आवक होने लगेगी। धार में शांति रहेगी सामाजिक क्षेत्र से प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
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🌺 आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 – संपूर्ण जानकारी 🌺
🗓️ प्रारंभ: 26 जून 2025, गुरुवार
🗓️ समाप्ति: 5 जुलाई 2025, शनिवार
⏰ घटस्थापना मुहूर्त: 26 जून प्रातः 6:00 से 8:00 बजे तक (उदय तिथि अनुसार)
🌙 प्रतिपदा तिथि: 25 जून शाम 4:00 बजे से शुरू होकर 26 जून दोपहर 1:24 बजे तक
🔱 गुप्त नवरात्रि क्या है?
गुप्त नवरात्रि वर्ष में दो बार आती है — आषाढ़ और माघ मास में। यह नवरात्रि साधकों के लिए विशेष रूप से शक्तिशाली मानी जाती है, क्योंकि इसमें देवी दुर्गा के दस रहस्यमयी और शक्तिशाली स्वरूपों — दस महाविद्याओं — की साधना की जाती है।
यह नवरात्रि तंत्र, मंत्र, सिद्धि और आत्मिक जागरण के लिए अत्यंत फलदायी होती6 है।
🌸 इन 10 महाविद्याओं की होती है साधना:
1. काली – अंधकार नाशिनी
2. तारा – ज्ञानदायिनी
3. त्रिपुर सुंदरी – सुंदरता और शक्ति की अधिष्ठात्री
4. भुवनेश्वरी – जगत की रचयिता
5. छिन्नमस्ता – आत्मबल और बलिदान की प्रतीक
6. त्रिपुर भैरवी – तांत्रिक उर्जा की देवी
7. धूमावती – रहस्य, त्याग और वैराग्य की देवी
8. बगलामुखी – शत्रु स्तम्भन और विजय की देवी
9. मातंगी – कला और वाणी की देवी
10. कमला देवी – लक्ष्मी स्वरूपा, समृद्धि की देवी
🪔 पूजा विधि:
✅ स्वच्छ स्थान पर मिट्टी/पीतल का कलश रखें
✅ उसमें गंगाजल, आम्रपत्र, सुपारी, सिक्का, नारियल आदि रखें
✅ देवी दुर्गा का चित्र या मूर्ति रखें
✅ हल्दी, कुमकुम, पुष्प, अक्षत अर्पित करें
✅ प्रतिदिन दीपक जलाएं, मंत्र जप करें, दुर्गा सप्तशती का पाठ करें
✅ नौ दिन तक व्रत रखें या कम से कम एक समय फलाहार करें
📿 मंत्र जाप :
🌟 सर्वमंगल व सिद्धि हेतु:
ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते॥
💰 धन-समृद्धि हेतु:
ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं॥
🛡️ शत्रु नाश हेतु:
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे॥
🔮 दस महाविद्याओं के विशेष बीज मंत्र:
🔸 काली – ॐ क्रीं कालिकायै नमः।
🔸 तारा – ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं हूं फट्।
🔸 त्रिपुर सुंदरी – ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुरायै नमः।
🔸 भुवनेश्वरी – ॐ ह्रीं भुवनेश्वर्यै नमः।
🔸 छिन्नमस्ता – श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वज्र वैरोचनीये हूं हूं फट् स्वाहा।
🔸 त्रिपुर भैरवी – ॐ ह्रीं भैरवी कलौं ह्रीं स्वाहा।
🔸 धूमावती – धूं धूं धूमावती ठः ठः।
🔸 बगलामुखी – ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिव्हा कीलय, बुद्धिं विनाश्य ह्रीं ॐ स्वाहा।
🔸 मातंगी – ॐ ह्रीं ऐं भगवती मतंगेश्वरी फट् स्वाहा।
🔸 कमला – ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कमलायै नमः।
📚 अन्य पाठ:
✅ दुर्गा सप्तशती (700 श्लोक)
✅ देवी कवच, अर्गला स्तोत्र, कीलक स्तोत्र
✅ त्रिकाल संध्या, दीपदान, मंत्र जाप
🌟 गुप्त नवरात्रि के लाभ:
✔️ अदृश्य शत्रुओं से रक्षा
✔️ धन, सौभाग्य और सिद्धियों की प्राप्ति
✔️ आत्मबल और साधनाशक्ति में वृद्धि
✔️ ग्रह दोषों और तांत्रिक बाधाओं से मुक्ति
✔️ मनोकामना पूर्ति और आध्यात्मिक उन्नति
🔔 नोट:
यदि आप नौ दिन का व्रत न रख सकें तो केवल पहले और अंतिम दिन व्रत रखें या प्रतिदिन मंत्र जाप करें। श्रद्धा और भक्ति से की गई साधना ही सबसे प्रभावशाली होती है।
🌸 देवी माँ से यही प्रार्थना है कि इस गुप्त नवरात्रि में आप पर कृपा बरसे और जीवन के सारे कष्टों का नाश हो।