आज का पंचाग आपका राशि फल, ब्राह्मणों की वंशावली, फेंगशुई की ठगी से बचिए ..

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरुवार, ३० सितंबर २०२१🌻

  1. सूर्योदय: 🌄 ०६:१५
    सूर्यास्त: 🌅 ०६:०५
    चन्द्रोदय: 🌝 २४:३५
    चन्द्रास्त: 🌜१४:२०
    अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
    ऋतु: ❄️ शरद
    शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
    विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
    मास 👉 आश्विन
    पक्ष 👉 कृष्ण
    तिथि 👉 नवमी (२२:०८ तक)
    नक्षत्र 👉 पुनर्वसु (२५:३३ तक)
    योग 👉 परिघ (१८:५३ तक)
    प्रथम करण 👉 तैतिल (०९:२३ तक)
    द्वितीय करण 👉 गर (२२:०८ तक)
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
    ॥ गोचर ग्रहा: ॥
    🌖🌗🌖🌗
    सूर्य 🌟 कन्या
    चंद्र 🌟 कर्क (१९:०४ से)
    मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
    बुध 🌟 तुला (अस्त, पूर्व, वक्री)
    गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
    शुक्र 🌟 तुला (उदय, पश्चिम, मार्गी)
    शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
    राहु 🌟 वृष
    केतु 🌟 वृश्चिक
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
    शुभाशुभ मुहूर्त विचार
    ⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
    〰〰〰〰〰〰〰
    अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४३ से १२:३०
    अमृत काल 👉 २२:५७ से २४:४१
    गुरुपुष्य योग 👉 २५:३३ से ३०:१०
    सर्वार्थसिद्धि योग 👉 पूरे दिन
    अमृतसिद्धि योग 👉 २५:३३ से ३०:१०
    विजय मुहूर्त 👉 १४:०६ से १४:५३
    गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:५२ से १८:१६
    निशिता मुहूर्त 👉 २३:४३ से २४:३१
    राहुकाल 👉 १३:३६ से १५:०५
    राहुवास 👉 दक्षिण
    यमगण्ड 👉 ०६:१० से ०७:३९
    होमाहुति 👉 राहु
    दिशाशूल 👉 दक्षिण
    अग्निवास 👉 पाताल (२२:०८ से पृथ्वी)
    चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर १९:०५ से)
    शिववास 👉 सभा में (२२:०८ से क्रीड़ा में)
    〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
    ☄चौघड़िया विचार☄
    〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
    ॥ दिन का चौघड़िया ॥
    १ – शुभ २ – रोग
    ३ – उद्वेग ४ – चर
    ५ – लाभ ६ – अमृत
    ७ – काल ८ – शुभ
    ॥रात्रि का चौघड़िया॥
    १ – अमृत २ – चर
    ३ – रोग ४ – काल
    ५ – लाभ ६ – उद्वेग
    ७ – शुभ ८ – अमृत
    नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
    शुभ यात्रा दिशा
    🚌🚈🚗⛵🛫
    उत्तर-पश्चिम (दही का सेवन कर यात्रा करें)
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️〰️〰️〰️
    तिथि विशेष
    🗓📆🗓📆
    〰️〰️〰️〰️
    नवमी तिथि का श्राद्ध, सौभाग्य (मातृ नवमी) श्राद्ध आदि।
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
    आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰️〰️
    आज २५:३३ तक जन्मे शिशुओ का नाम
    पुनर्वसु नक्षत्र के द्वितीय तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (को, ह, ही) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पुष्य नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमश (हू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
    उदय-लग्न मुहूर्त
    कन्या – २९:१३ से ०७:३१
    तुला – ०७:३१ से ०९:५२
    वृश्चिक – ०९:५२ से १२:११
    धनु – १२:११ से १४:१५
    मकर – १४:१५ से १५:५६
    कुम्भ – १५:५६ से १७:२२
    मीन – १७:२२ से १८:४५
    मेष – १८:४५ से २०:१९
    वृषभ – २०:१९ से २२:१४
    मिथुन – २२:१४ से २४:२९
    कर्क – २४:२९ से २६:५१
    सिंह – २६:५१ से २९:०९
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
    पञ्चक रहित मुहूर्त
    चोर पञ्चक – ०६:१० से ०७:३१
    शुभ मुहूर्त – ०७:३१ से ०९:५२
    रोग पञ्चक – ०९:५२ से १२:११
    शुभ मुहूर्त – १२:११ से १४:१५
    मृत्यु पञ्चक – १४:१५ से १५:५६
    अग्नि पञ्चक – १५:५६ से १७:२२
    शुभ मुहूर्त – १७:२२ से १८:४५
    मृत्यु पञ्चक – १८:४५ से २०:१९
    अग्नि पञ्चक – २०:१९ से २२:०८
    शुभ मुहूर्त – २२:०८ से २२:१४
    रज पञ्चक – २२:१४ से २४:२९
    शुभ मुहूर्त – २४:२९ से २५:३३
    चोर पञ्चक – २५:३३ से २६:५१
    शुभ मुहूर्त – २६:५१ से २९:०९
    रोग पञ्चक – २९:०९ से ३०:१०
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
    आज का राशिफल
    🐐🐂💏💮🐅👩
    〰️〰️〰️〰️〰️〰️
    मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
    आज के दिन आपका स्वभाव स्वयं के दृष्टिकोण से ठीक लेकिन अन्य लोगो की नजर में अटपटा सा लगेगा। किसी से भी जल्दबाजी में वादा करेंगे लेकिन पूरा करने के समय बगलें झांकते नजर आएंगे। मध्यान तक मानसिकता एक जगह केंद्रित नही रहेगी आवश्यक कार्य भी सर पर आने के बाद ही करेंगे मन काल्पनिक चीजो में खोया रहेगा। मध्यान के आस पास कार्य क्षेत्र से अकस्मात धन लाभ या कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरी वालो को अधिकारी वर्ग से आवश्यक दिशा निर्देश मिलेंगे लेकिन गंभीर ना होने पर डांट सुन्नी पड़ेगी। भाई बंधुओ से आज स्वार्थ के व्यवहार रहेंगे। माता पिता से लाभ होने की संभावना है लेकिन अंत समय मे किसी के टांग अड़ाने पर निरस्त भी हो सकता है। व्यावसायिक यात्रा से धन की जगह प्रतिष्ठा अधिक मिलेगी। मधुमेह अथवा अन्य रक्त संबंधित समस्या वाले लोग आज लापरवाही ना करे।
  2. वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
    आज के दिन आप असमंजस की स्थिति में रहेंगे। दिन के आरम्भ में थोड़ी सुस्ती रहेगी लेकिन मध्यान तक कार्यो के प्रति गंभीर हो जाएंगे। घरेलू अथवा व्यावसायिक जिस भी कार्य मे लाभ देखेंगे उसमे आवश्यकता पड़ने पर सहयोग आसानी से मिल जाएगा लेकिन किसी का गलत मार्गदर्शन भ्रम में डालेगा। थोड़ा धैर्य रख दिमाग से काम ले तो सफलता अवश्य मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर लाभ के अवसर मिलते रहेंगे धन लाभ भी अवश्य होगा लेकिन आज धन आते ही कही न कही लग भी जाएगा बचत नही कर पाएंगे। सरकारी कार्यो में आज ढील ना दें अन्यथा बाद में सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे। नौकरी पेशाओ का अधिकारी अथवा कार्य क्षेत्र पर किसी न किसी से झगड़ा हो सकता है। परिवार में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रहेगी जरासी बात पर परिजन एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने के लिये तैयार रहेंगे। जोड़ो में दर्द एवं मुख गले संबंधित समस्या हो सकती है।
  3. मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
    आज का दिन शुभफली रहेगा। आप में स्वार्थ सिद्धि की भावना प्रबल रहेगी आज दिमाग में केवल पैसा ही रहेगा सामाजिक स्तर पर भी आपकी पहचान धनवानों जैसी रहेगी। कार्य क्षेत्र अथवा पारिवारिक बड़े लोगो से अपना काम बनाने के लिए दिखावे का गुस्सा करेंगे। वाणी में मिठास रहने से कार्य शीघ्र बन जाएंगे मध्यान से व्यावसायिक गतिविधियों में अत्यधिक व्यस्त रहेंगे। घरेलु कार्य भी इस कारण स्थगित करने पड़ सकते है। कार्य क्षेत्र के कारण भावनाओ को दरकिनार करेंगे जिससे परिवार में वातावरण अशान्त हो सकता है। अनुभवियों से नए कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। विद्यार्थ एवं नौकरी पेशा जातक बेहतर प्रदर्शन करने पर सम्मान के पात्र बनेंगे। समाज के वरिष्ठ व्यक्तियों से भेंट आनंदित करेगी। सेहत छोटी मोटी बातो को छोड़ सामान्य बनी रहेगी।
  4. कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
    आज का दिन आपको किसी न किसी रूप में धन का हास कराएगा। कार्य क्षेत्र हो या किसी से व्यक्तिगत संबंध आज किसी के ऊपर भी आँख बंद कर विश्वास ना करें अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। मध्यान बाद तक प्रत्येक कार्य मे अड़चने आएंगी लोगो का पहले वादा कर बाद में मुकर जाना खासी मुश्किल में डालेगा इसलिये आज जितना सामर्थ्य है उतना ही कार्य करे। संध्या से स्थिति में कुछ सुधार आएगा लेकिन युक्ति लगाने के बाद भी धन की आमद ना के बराबर ही रहेगी। नए या पुराने कार्य मे निवेश आज ना करे धन लंबे समय के लिये फंस सकता है। घर मे पति-पत्नी का स्वास्थ्य भी नरम रहने से अतिरिक्त भाग दौड़ के साथ धन व्यय होगा। जमीन संबंधित कार्यो में निवेश संध्या बाद करे आगे लाभ देगा। पारिवारिक माहौल आज उथल पुथल ही रहेगा।
  5. सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
    आज का दिन शारीरिक दृष्टिकोण से बीते कुछ दिनों की तुलना में बेहतर रहेगा चुस्ती की कमी दिन के आरम्भ में रहेगी लेकिन मध्यान बाद से सामान्यता आने लगेगी। कार्य क्षेत्र के साथ सार्वजिनक पर आपके विचार लोगो को पसंद आयेंगे सभी आपकी बातों पर विश्वास करेंगे लेकिन जहां लाभ कमाने का अवसर आएगा वहां निराशा ही हाथ लगेगी फिर भी काम चलाने लायक धन कही ना कही से मिल ही जायेगा। आज आप अधिक बोलने और दूसरों को बिना मांगे सलाह देने से बचे किसी से कलह हो सकती है। सरकारी कार्य आरंभ में उलझते हुए प्रतीत होंगे लेकिन थोड़ा प्रयास करने पर ले देकर काम बन सकता है। जमीन जायदाद संबंधित कार्य से हानि होगी आज टालना ही बेहतर रहेगा। घर के सदस्यों से भी आवश्यता अनुसार ही बात करें खास कर पती-पत्नी आपसी धैर्य का परिचय दें अहम और जिद की भावना घर मे अशांति फैलाएंगी। नाक-कान-गले मे अथवा अचानक गिरने से पीड़ा हो सकती है।
  6. कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
    बीते दिन की तुलना में आज का दिन शांतिदायक रहेगा फिर भी पुरानी बातों को भूलने का प्रयास कर नई योजना बनाने में समय का उपयोग करे आगे समय धन लाभ वाला बन रहा है। आज भी मध्यान तक पुरानी कटु यादे मन मे चुभेगी। मध्यान के बाद ही दिनचार्य सामान्य बन पाएगी आज मेहनत करने से भी दूर भागेंगे जिससे कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी एवं अधिकारी वर्ग को असंतोष होगा अपने कार्य अथवा गलतियों का बोझ अन्य के सर डालने का प्रयास झगड़ा कराएगा इसका ध्यान रखें। संध्या का समय मानसिक राहत वाला रहेगा थकान अधिक रहेगी लेकिन धन लाभ होने से इस तरफ ध्यान नही जाएगा। दाम्पत्य जीवन मे आज तालमेल नही बैठा पाएंगे। पुरानी बीमारी अथवा किसी अन्य कारण से स्वयं को बोझ जैसा अनुभव करेंगे।
  7. तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
    आज के दिन आपकी धार्मिक भावनाए प्रबल रहेंगी। दिन के आरंभ में पूजा पाठ के लिये समय देंगे लेकिन आज मन कही और ही भटकने के कारण मानसिक शांति और एकाग्रता कम रहेगी। कार्य क्षेत्र पर मध्यान तक उदासी रहेगी जिसके कारण मेहनत भी अन्य दिनों की तुलना में अधिक नही रहेगी लेकिन मध्यान बाद अकस्मात कार्य आने पर व्यस्तता बढ़ेगी फिर भी परिश्रम का उचित लाभ आज मिलना संभव नही। आज की मेहनत कल अवश्य ही फलित होगी इस बात को दिमाग मे बैठाकर कार्य करें। पति अथवा पत्नी के संतान को लेकर मतभेद हो सकते है कार्य क्षेत्र पर संतान का सहयोग अथवा मार्गदर्शन लेने से बचे अन्यथा लंबे समय तक स्वयं को हो दोष देंगे। नौकरी पेशाओ को आज योग्यता का अवश्य लाभ मिलेगा अतिआत्मविश्वास हानि करा सकता है इसका भी ध्यान रखें। पेट मे गैस जलन की शिकायत हो सकती है।
  8. वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
    आज का दिन मिला जुला फल देने वाला रहेगा। दिन के आरम्भ में जो भी योजना बनाएंगे परिस्थितिवश उसमे बदलाव करना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में किसी न किसी की दखलंदाजी के कारण मन मे अंतर्द्वंद लगा रहेगा जिसका समाधान कलह के बाद ही हो पायेगा भागीदारों पर नजर रखे अपना हित साधने के लिये आपको नजरअंदाज कर सकते है। आज भाई बंधुओ से आर्थिक लेनदेन करना पड़ेगा जिसके कारण भविष्य में कलह होने की संभावना है यथासंभव इसे टालने के प्रयास करें। कार्य व्यवसाय से धन की आमद अवश्य होगी लेकिन कर्ज भी होने की संभावना बराबर ही है। पति-पत्नी से आकस्मिक धन लाभ हो सकता है लेकिन इसके लिये स्वभाव में नरमी रखनी पड़ेगी। नसों में कमजोरी के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव करेंगे। धन के किसी झंझट वाली जगह फंसने की संभावना है। यात्रा से बचें।
  9. धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
    आज के दिन आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। स्वभाव आज थोड़ा रूखा भी रहेगा अपने कार्य मे किसी का दखल देना या किसी का ज्ञान देना तुरंत अखरेगा शब्दो पर नियंत्रण रखें अन्यथा बैठे बिठाये झगड़ा हो सकता है। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा उम्मीद ना रखें थोड़ा बहुत व्यवसाय ही रहने से धन की आमद भी सीमित रहेगी। संतान अथवा ननिहाल पक्ष से कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है जिसका प्रभाव आने वाले कुछ दिनों तक देखने को मिलेगा। मध्यान बाद किसी अतिमहत्त्वपूर्ण कार्य के स्वतः ही बनने से आश्चर्य में पड़ेंगे। कंजूसी कर धन कोष में वृद्धि के प्रयास सफल होंगे। सामाजिक कार्यो में आज कम रुचि रहने पर भी मान सम्मान यथावत बना रहेगा। शरीर मे थोड़ी तकलीफ होने पर तुरंत जांच कराए नही तो लंबी खिंचने की संभावना है।
  10. मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
    आज के दिन आपको लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन आपका स्वभाव अकस्मात गर्म होने पर इससे वंचित भी रह सकते है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर आपकी अथवा किसी सहयोगी की गलती से भविष्य में बड़ी हानि होने की संभावना है बड़े कार्यो का अधिक देख भाल कर ही करें। सार्वजिनक क्षेत्र पर लोग आपको बुद्धिमान मानेंगे लेकिन आपस मे व्यवहार बनने के बाद सोच में बदलाव आएगा धन को लेकर आप किसी भी प्रकार का स्वार्थ साधने से नही चूकेंगे। धन की आमद और खर्च बराबर रहेंगे फिजूल खर्च से बचे नही तो आर्थिक संतुलन गड़बड़ायेगा भविष्य के कार्यो में कटौती भी करनी पड़ेगी। संतान का व्यवहार जिद्दी रहेगा फिर भी किसी न किसी रूप में सुख सहयोग भी मिलेगा। अकस्मात आने वाले क्रोध पर नियंत्रण रखें वरना स्वयं को ही मुश्किल होगी। ठंडी वस्तु के सेवन से बचे खांसी कफ हो सकता है।
  11. कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
    आज के दिन आप प्रत्येक कार्य मे बुद्धि विवेक का परिचय देंगे लेकिन आज व्यक्तिगत स्वार्थ को एक समय नजरअंदाज भी कर लेंगे परन्तु व्यावसायिक स्वार्थ की बात आने पर अपना आपा खो सकते है। स्वभाव धार्मिक होने पर भी क्रोध में कुछ ऐसा बोल सकते है जिसका विपरीत प्रभाव सामने वाले पर कई दिनों तक रहेगा। धन की आमद के लिये किसी की खुशामद करनी पड़ेगी फिर भी आशानुकूल ना होने पर स्वभाव में चिड़चिड़ापन आएगा। घर अथवा बाहर के लोगो की भली बाते भी अहम के साथ जोड़ने पर बुरी ही लगेगी। परिजन के साथ भावनात्मक संबंधों में।भी आज कमी ही देखने को मिलेगी। माता की सेवा करने से अवश्य कुछ न कुछ सकारत्मक परिणाम मिल सकते है। सरकारी कार्य दिन रहते पूर्ण कर के इसके बाद उलझन बढ़ेगी। अचल संपत्ति के कार्य से यात्रा के प्रसंग बनेंगे। मन मे किसी बात का भय लगा रहेगा किसी पुरानी शारीरिक पीड़ा फिर से बढ़ने की संभावना है।
  12. मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
    आज परिस्थितियां आपके विपरीत रहने वाली है प्रत्येक कार्य सोच समझ कर करें। व्यवहारिक जगत में भी आज विवेक का परिचय दें। अधिक बोलने से बेहतर है कि मौन धारण करें कई समस्याओं से बचेंगे। आलस्य थकान के कारण कार्य प्रभावित हो सकते है ठण्ड से बचकर रहें सर्दी के कारण पीड़ा हो सकती है आज आपको अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ सकते है। घर में भी किसी बुजुर्ग की सेहत पर खर्च रहेगा। आर्थिक रूप से आज का दिन काफी दयनीय रहने वाला है। कार्य क्षेत्र पर धन की आमद होगी परन्तु लेन-देन अधिक रहने से बचत मुश्किल से ही कर पाएंगे।
    यात्रा में शरीर के साथ सामान की भी सुरक्षा सुनिश्चित करें। स्त्री वर्ग से शारीरिक एवं आर्थिक सहयोग मिलेगा। चिढचिढा स्वभाव वातावरण अशान्त कर सकता है।
    〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
    〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏

*ब्राह्मणों की वंशावली*

भविष्य पुराण के अनुसार ब्राह्मणों का इतिहास है की प्राचीन काल में महर्षि कश्यप के पुत्र कण्वय की आर्यावनी नाम की देव कन्या पत्नी हुई। ब्रम्हा की आज्ञा से
दोनों कुरुक्षेत्र वासनी
सरस्वती नदी के तट
पर गये और कण् व चतुर्वेदमय
सूक्तों में सरस्वती देवी की स्तुति करने लगे
एक वर्ष बीत जाने पर वह देवी प्रसन्न हो वहां आयीं और ब्राम्हणो की समृद्धि के लिये उन्हें
वरदान दिया ।
वर के प्रभाव कण्वय के आर्य बुद्धिवाले दस पुत्र हुए जिनका
क्रमानुसार नाम था –
उपाध्याय,
दीक्षित,
पाठक,
शुक्ला,
मिश्रा,
अग्निहोत्री,
दुबे,
तिवारी,
पाण्डेय,
और
चतुर्वेदी ।
इन लोगो का जैसा नाम था वैसा ही गुण। इन लोगो ने नत मस्तक हो सरस्वती देवी को प्रसन्न किया। बारह वर्ष की अवस्था वाले उन लोगो को भक्तवत्सला शारदा देवी ने
अपनी कन्याए प्रदान की।
वे क्रमशः
उपाध्यायी,
दीक्षिता,
पाठकी,
शुक्लिका,
मिश्राणी,
अग्निहोत्रिधी,
द्विवेदिनी,
तिवेदिनी
पाण्ड्यायनी,
और
चतुर्वेदिनी कहलायीं।
फिर उन कन्याआं के भी अपने-अपने पति से सोलह-सोलह पुत्र हुए हैं
वे सब गोत्रकार हुए जिनका नाम –
कष्यप,
भरद्वाज,
विश्वामित्र,
गौतम,
जमदग्रि,
वसिष्ठ,
वत्स,
गौतम,
पराशर,
गर्ग,
अत्रि,
भृगडत्र,
अंगिरा,
शृंगी,
कात्याय,
और
याज्ञवल्क्य।
इन नामो से सोलह-सोलह पुत्र जाने जाते हैं।
मुख्य 10 प्रकार ब्राम्हणों ये हैं-
(1) तैलंगा,
(2) महार्राष्ट्रा,
(3) गुर्जर,
(4) द्रविड,
(5) कर्णटिका,
यह पांच “द्रविण” कहे जाते हैं, ये विन्ध्यांचल के दक्षिण में पाये जाते हैं|
तथा
विंध्यांचल के उत्तर में पाये जाने वाले या वास करने वाले ब्राम्हण
(1) सारस्वत,
(2) कान्यकुब्ज,
(3) गौड़,
(4) मैथिल,
(5) उत्कलये,
उत्तर के पंच गौड़ कहे जाते हैं।
वैसे ब्राम्हण अनेक हैं जिनका वर्णन आगे लिखा है।
ऐसी संख्या मुख्य 115 की है।
शाखा भेद अनेक हैं । इनके अलावा संकर जाति ब्राम्हण अनेक है ।
यहां मिली जुली उत्तर व दक्षिण के ब्राम्हणों की नामावली 115 की दे रहा हूं।
जो एक से दो और 2 से 5 और 5 से 10 और 10 से 84 भेद हुए हैं,
फिर उत्तर व दक्षिण के ब्राम्हण की संख्या शाखा भेद से 230 के
लगभग है |
तथा और भी शाखा भेद हुए हैं, जो लगभग 300 के करीब ब्राम्हण भेदों की संख्या का लेखा पाया गया है।
उत्तर व दक्षिणी ब्राम्हणां के भेद इस प्रकार है
81 ब्राम्हाणां की 31 शाखा कुल 115 ब्राम्हण संख्या, मुख्य है –
(1) गौड़ ब्राम्हण,
(2) गुजरगौड़ ब्राम्हण (मारवाड,मालवा)
(3) श्री गौड़ ब्राम्हण,
(4) गंगापुत्र गौडत्र ब्राम्हण,
(5) हरियाणा गौड़ ब्राम्हण,
(6) वशिष्ठ गौड़ ब्राम्हण,
(7) शोरथ गौड ब्राम्हण,
(8) दालभ्य गौड़ ब्राम्हण,
(9) सुखसेन गौड़ ब्राम्हण,
(10) भटनागर गौड़ ब्राम्हण,
(11) सूरजध्वज गौड ब्राम्हण(षोभर),
(12) *चौरासिया* गौड़ ब्राह्मण
(13) मथुरा के चौबे ब्राम्हण,
(14) वाल्मीकि ब्राम्हण,
(15) रायकवाल ब्राम्हण,
(16) गोमित्र ब्राम्हण,
(17) दायमा ब्राम्हण,
(18) सारस्वत ब्राम्हण,
(19) मैथल ब्राम्हण,
(20) कान्यकुब्ज ब्राम्हण,
(21) उत्कल ब्राम्हण,
(22) सरयुपारी ब्राम्हण,
(23) पराशर ब्राम्हण,
(24) सनोडिया या सनाड्य,
(25)मित्र गौड़ ब्राम्हण,
(26) कपिल ब्राम्हण,
(27) तलाजिये ब्राम्हण,
(28) खेटुवे ब्राम्हण,
(29) नारदी ब्राम्हण,
(30) चन्द्रसर ब्राम्हण,
(31)वलादरे ब्राम्हण,
(32) गयावाल ब्राम्हण,
(33) ओडये ब्राम्हण,
(34) आभीर ब्राम्हण,
(35) पल्लीवास ब्राम्हण,
(36) लेटवास ब्राम्हण,
(37) सोमपुरा ब्राम्हण,
(38) काबोद सिद्धि ब्राम्हण,
(39) नदोर्या ब्राम्हण,
(40) भारती ब्राम्हण,
(41) पुश्कर्णी ब्राम्हण,
(42) गरुड़ गलिया ब्राम्हण,
(43) भार्गव ब्राम्हण,
(44) नार्मदीय ब्राम्हण,
(45) नन्दवाण ब्राम्हण,
(46) मैत्रयणी ब्राम्हण,
(47) अभिल्ल ब्राम्हण,
(48) मध्यान्दिनीय ब्राम्हण,
(49) टोलक ब्राम्हण,
(50) श्रीमाली ब्राम्हण,
(51) पोरवाल बनिये ब्राम्हण,
(52) श्रीमाली वैष्य ब्राम्हण
(53) तांगड़ ब्राम्हण,
(54) सिंध ब्राम्हण,
(55) त्रिवेदी म्होड ब्राम्हण,
(56) इग्यर्शण ब्राम्हण,
(57) धनोजा म्होड ब्राम्हण,
(58) गौभुज ब्राम्हण,
(59) अट्टालजर ब्राम्हण,
(60) मधुकर ब्राम्हण,
(61) मंडलपुरवासी ब्राम्हण,
(62) खड़ायते ब्राम्हण,
(63) बाजरखेड़ा वाल ब्राम्हण,
(64) भीतरखेड़ा वाल ब्राम्हण,
(65) लाढवनिये ब्राम्हण,
(66) झारोला ब्राम्हण,
(67) अंतरदेवी ब्राम्हण,
(68) गालव ब्राम्हण,
(69) गिरनारे ब्राम्हण
सभी ब्राह्मण बंधुओ को मेरा नमस्कार बहुत दुर्लभ जानकारी है जरूर पढ़े। और समाज में शेयर करे हम क्या है
इस तरह ब्राह्मणों की उत्पत्ति और इतिहास के साथ इनका विस्तार अलग अलग राज्यो में हुआ और ये उस राज्य के ब्राह्मण कहलाये।
ब्राह्मण बिना धरती की कल्पना ही नहीं की जा सकती इसलिए ब्राह्मण होने पर गर्व करो और अपने कर्म और धर्म का पालन कर सनातन संस्कृति की रक्षा कर इस धर्म की रक्षा भगवान राम और भगवान कृष्ण ने भी की और पतन ब्राहमण रावण ने भी किया। 

फेंगशुई ठगी से बचिए ……*

जो दिखता है वह बिकता है, यह कहावत फेंगशुई पर पूरी तरह सटीक है .!!
*हम भारतीयों को चमत्कार में बहुत विश्वास है, इसी चमत्कार की आशा में 40 साल से गोरेपन की क्रीम बिक रही है, बच्चों को लम्बा बनाने वाले हैल्थ ड्रिंक बिक रहे हैं और हम खरीद रहे हैं .!!*

इसी तरह की एक भ्रम है फेंगशुई ..!!

कछुआ पानी में डूबा कर रखने से कर्ज से मुक्ति, सिक्के वाला तीन टांगों वाला मेंढक रखने से धन का प्रभाव, चाइनीज ड्रैगन को कमरे में रखने से रोगों से मुक्ति, विंडचाइम लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह, प्लास्टिक के पिरामिड लगाने से वास्तुदोषों से मुक्ति, चाइनीज सिक्के बटुए में रखने से सौभाग्य में वृद्धि होगी, ऐसा मानना अवैज्ञानिक है .!!

1. कई धनी घरों मे देखा कि एक विचित्र सी सुनहरी गुड़िया रखी है जिसे पूछने पर पता चला कि ये लाफिंग बुद्धा है। इसको घर मे रखने से सुख और समृद्धि आती है .!!
धन की टोकरी उठाए, मोटे पेट वाला गोल मटोल सुनहरे रंग का पुतला क्या सच में महात्माबुद्ध है .?
किसी तरह वह बुध्द सा सौम्य, शांत और सुडौल दीखता है .??
अब तो दुकानदार भी अपनी दुकान का शटर खोलकर सबसे पहले लाफिंग बुद्धा को नमस्कार करते हैं और कभी-कभी तो अगरबत्ती भी लगाते हैं .!!

2. कई जगह एक छोटा सा कछुए जैसा खिलौना देखा जिसकी पीठ पर कुछ लिखा था। पता चला कि इसे पानी मे रखने पर कर्ज से मुक्ति मिलती है .!!

3. एक चिकित्सक की मेज पर ड्रैगन जैसा कुछ दिखाई दिया पूछने पर पता चला कि यह स्वास्थ्य और आयु बढ़ाने का उपाय है .!!
क्या कोई आग उगलने वाली चाइनीज छिपकली यानी dragon को देखकर प्रसन्नता महसूस कर सकता है .?

4. एक जगह सुनहरी बिल्ली का बैटरी से चलने वाला खिलौना था जो अगला पंजा हिला रहा था .!!
प्लास्टिक की सुनहरी बिल्ली जिसमें बैटरी लगाने के बाद, उसका एक हाथ किसी को बुलाने की मुद्रा में आगे पीछे हिलता रहता था। सुनहरी बिल्ली के माध्यम से अपनी रूठी किस्मत को वापस बुलाने के लिए इसे अपने घर, कार्यालय अथवा दुकान के उत्तर-पूर्व में रखिए .!!
बिल्ली के सुनहरे पुतले को घर में सजाकर सौभाग्य की मिन्नतें करना मूर्खता नहीं तो और क्या है .?

5. एक होटल में काँच के सुंदर बर्तन में मिट्टी डालकर बांस जैसा कोई पौधा लगाया हुआ था। पता चला कि गुडलक बैम्बू या सौभाग्य वाला बांस है .!!

6. फेंगशुई के बाजार में एक और गजब का प्रोडक्ट है तीन टांगों वाला मेंढक जिसके मुंह में एक चीनी सिक्का होता है। फेंगशुई के मुताबिक उसे अपने घर में धन को आकर्षित करने के लिए रखना अत्यंत शुभ होता है .!!
जब मैंने इस मेंढक को पहली बार देखा तो सोचा कि जो देखने में इतना भद्दा लग रहा है वह मेरे घर में सौभाग्य कैसे लाएगा .?
मेंढक का चौथा पैर काट कर उसे तीन टांग वाला बनाकर शुभ मानना किस सिरफिरे की कल्पना है .?
क्या किसी मेंढक के मुंह में सिक्का रखकर घर में धन की बारिश हो सकती है .?
संसार के किसी भी जीव विज्ञान के शास्त्र में ऐसे तीन टांग वाले और सिक्का खाने वाले मेंढक का उल्लेख क्यों नहीं है .?

7. फेंगसुई की दुनिया का एक और लोकप्रिय मॉडल है चीनी देवता फुक, लुक और साऊ …….
फुक को समृद्धि, लुक को यश-मान-प्रतिष्ठा और साउ को दीर्घायु का देवता कहा जाता है .!!
फेंगशुई ने बताया और हम भारतीयों ने अपने घरों में इन मूर्तियों को लगाना शुरु कर दिया ……
मैंने देखा कि इंटरनेट पर मिलने वाली इन मूर्तियों की कीमत भारत में ₹200 से लेकर ₹15000 तक है, मसलन जैसी जेब वैसी मूर्ति और उसी हिसाब से सौभाग्य का भी हिसाब-किताब सेट है .!!

8. एक और फेंगशुई प्रोडक्ट है तीन चाइनीज सिक्के जो लाल रिबन से बंधे होते हैं, फेंगशुई के मुताबिक रिबिन का लाल रंग इन सिक्कों की ऊर्जा को सक्रिय कर देता है और इन सिक्कों से निकली यांग (Yang) ऊर्जा आप के भाग्य को सक्रिय कर देती है .!!
क्या चीन में गरीब लोग नहीं रहते .??

9. दुनिया के अनेक देशों में कहीं न कहीं फेंगशुई का जाल फैला हुआ है। इसकी मार्केटिंग का तंत्र इंटरनेट पर मौजूद हजारों वेबसाइट के अलावा, TV कार्यक्रमों, न्यूज़ पेपर्स, और पत्रिकाओं तक के माध्यम से चलता है .!!
अनुमानत: भारत में ही केवल इस का कारोबार लगभग 200 करोड रुपए से अधिक का है। उसी के सहारे धीरे-धीरे भारत के उत्पाद मार्केट पर चीनी उत्पादों ने पचास प्रतिशत तक कब्ज़ा लिया है .!!

किसी छोटे शहर की गिफ्ट शॉप से लेकर सुपर माल्स तक चीनी प्रोडक्ट्स आपको हर जगह मिल जाएंगे और वह छा गये है ……..
उन्होंने स्थानीय उत्पादों को लगभग समाप्त कर दिया है। चाइनीज उत्पादों का आक्रामक माल, भारत सहित दुनिया के अलग-अलग देशों में इस कदर बेचा जाता है कि दूसरों की मौलिक अर्थ-व्यवस्था तबाह हो जाती है .!!
सस्ता और बड़ी मात्रा में होना उसका पैंतरा है यानी रणनीति ……..
क्यों चीनी कम्यूनिस्ट खुद हर नागरिक के बटुवे में यह सिक्के रखवा कर अपनी गरीबी दूर नहीं कर लेता .?
हमारे देश के रुपयों से हम इन बेकार के चाइनीस सिक्के खरीदकर न सिर्फ अपना और अपने देश का पैसा हमारे शत्रु मुल्क को भेज रहे हैं बल्कि अपने कमजोर और गिरे हुए आत्मविश्वास का भी परिचय दे रहे हैं .!!

*दिनभर टीवी पर हिन्दू विश्वासों का “मखौल उड़ाने वाले सो-काल्ड को आपने कभी इस चाइनीज कम्यूनिस्ट अंध-विश्वास के खिलाफ बोलते सुना है .??**सोचिएगा जरूर ……..  अपने अपने इष्ट देवता और पितरों की फोटो लगायें, भगवती चंडिका, महादेव,  भगवान राम, कृष्ण और हनुमान की फोटो लगायें बच्चों के कमरे में सरस्वती की फोटो अवश्य लगायें भगवद्गीता 

*🙊🙊🙊 🙈🙈🙈 🙉🙉🙉