गृहमंत्रालय के निदेश सभी राज्य 30 दिनों भीतर घुसपैठियों की पहचान कर डिटेंशन सैंटर भेजे, भारत ने पहली बार देश में बने हथियारों से दुश्मन को किया परास्त, देश की सेना को युवा बनाने के लिए अग्निवीर आवश्यक है, भारत के चार मठ एवं चार पीठ, आज का पंचाग आपका राशिफल

30 दिन के भीतर करो पहचान, दस्तावेज देखो और निकालो देश से बाहर

बांग्लादेशी और म्यांमार के घुसपैठियों पर गृह मंत्रालय हुआ और सख्त

राज्यों से कहा- इन्हें ढूँढकर रखो डिटेंशन सेंटरमंत्रालय ने घुसपैठियों की पहचान और दस्तावेजों के सत्यापन के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 30 दिन की समय सीमा निर्धारित की है। गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि सभी राज्यों को अपनी वैधानिक शक्तियों का उपयोग करते हुए घुसपैठियों की पहचान करनी होगी और उनकी जाँच के बाद निर्वासन की प्रक्रिया शुरू करनी होगी

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कोई #सस्पेंस बाकी नहीं है।#आप्रेशन #सिंदूर पूरा नहीं हुआ है यह तो केवल #टेलर है समय आने पर पूरी #पिक्चर भी दिखायेंगे – राजनाथ सिंह, #रक्षामंत्री भारत सरकार

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भारत ने पहली बार देश में बने हथियारों से दुश्मन को परास्त किया।🙏👆अतिमहत्वपुर्ण 👆

✍️✍️अग्नि मिसाइल: अग्नि-1 से अग्नि-5 तक इस बैलेस्टिक मिसाइल के कुल पांच वर्जन हैं. इनमें अग्नि-5 की रेंज तो पांच हजार किलोमीटर तक है. इसका मतलब यह है कि सिर्फ यह मिसाइल ही पाकिस्तान के किसी भी कोने को निशाना बना सकती है.अग्नि-5 बैलेस्टिक मिसाइल की कीमत की बात करें तो यह करीब 50 करोड़ रुपये की है.

ब्रह्मोस मिसाइल: इस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को सर्जिकल स्ट्राइक के बेस्ट माना जाता है. यह मिसाइल 450 से 800 किलोमीटर के दायरे में आने वाले किसी भी टारगेट को तबाह कर सकती है. जमीन और समंदर से लेकर हवा से इस मिसाइल का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी कीमत 15 से 30 करोड़ रुपये है.

पृथ्वी मिसाइल: सटीक निशाने की बात हो तो पृथ्वी मिसाइल न्यूक्लियर बैलेस्टिक मिसाइल किसी से कम नहीं है. तीन वैरिएंट में बनी इस मिसाइल की रेंज दो हजार किलोमीटर तक है. करीब तीन करोड़ रुपये में तैयार होने वाली इस मिसाइल का निशाना इतना सटीक है कि दुश्मन 10 मीटर इधर-उधर हो जाए तो भी उसका बचना नामुमकिन होता है.

शौर्य मिसाइल: परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम शौर्य हाइपरसोनिक बैलेस्टिक मिसाइल की रेंज 700 से 800 किलोमीटर तक है. इसकी कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपये है.

प्रहार मिसाइल: इस बैलेस्टिक मिसाइल की तो खासियत ही सबसे अलग है. दरअसल, यह मिसाइल अलग-अलग दिशाओं में मौजूद कई टारगेट भी भेदने में माहिर है. करीब 4 से 5 करोड़ रुपये में बनने वाली इस मिसाइल की रेंज 150 किलोमीटर तक है.

आकाश मिसाइल: तीन वैरिएंट वाली इस मिसाइल की एक यूनिट में चार मिसाइलें होती हैं. 80 किलोमीटर के दायरे में आने वाली हर चीज को तबाह करने में यह मिसाइल फाइटर जेट को भी ढेर करने की काबिलियत रखती है. इसकी कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपये है.

निर्भय मिसाइल: दिशा बदलकर टारगेट करने में माहिर निर्भय क्रूज मिसाइल दुश्मन को आसानी से चकमा दे देती है. 1500 किमी तक रेंज वाली इस मिसाइल की खास बात यह है कि यह रडार की पकड़ में नहीं आती है. इसकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है.

सागरिका मिसाइल: नेविगेशन सिस्टम से गाइड होने वाली सागरिक बैलेस्टिक मिसाइल की रेंज 750 किमी तक है. खास बात यह है कि यह मिसाइल नेविगेशन सिस्टम की मदद से खुद को गाइड कर लेती है और टारगेट तक पहुंच जाती है.

अमोघ मिसाइल: टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल के रूप में मशहूर अमोघ मिसाइल की रेंज 2500 मीटर है. इस मिसाइल में ड्यूल मोड इमेजिंग इंफ्रारेड सीकर लगा होता है, जिसकी मदद से यह मिसाइल अंधेरे में भी टारगेट को पहचान लेती है और उसे तबाह कर देती है.

पिनाका रॉकेट लॉन्चर: यह भारत में ही बना मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर है, जो बड़े इलाके में तबाही ला सकता है. इस रॉकेट लॉन्चर की रेंज करीब 90 किलोमीटर तक है, जो लॉन्चिंग के तुरंत बाद अपनी लोकेशन बदल लेता है. तीन वैरिएंट वाला यह लॉन्चर 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दाग सकता है.

स्काई स्ट्राइकर ड्रोन: यह ड्रोन दुश्मन के ठिकानों की लंबे समय तक निगरानी कर सकता है और उन पर सटीक हमला करने में माहिर है. इसके अलावा यह बंकरों, कमांड सेंटरों समेत अन्य टारगेट्स को भी तबाह कर सकता है. 20 किमी से 100 किमी तक रेंज वाले इस ड्रोन का वजन करीब 35 किलो है और यह पांच से 10 किलो का एक्सप्लोजिव लेकर भी उड़ सकता है.

 एक्सकैलिबर शेल: यह प्रेसिजन गाइडेट आर्टिलरी शेल अमेरिका में बना है. इसकी मारक क्षमता बेहतरीन है, जिसकी मदद से यह शहरी और पहाड़ी इलाकों में सटीक हमले कर सकता है. इसकी रेंज 40 से 50 किलोमीटर तक है.

✍️✍️सम्पुर्ण रिसर्च व लेखन :- अनिल रिवाङ गौवत्स व गौरव..!! 

Anil RAW 

(भारत की खुफिया एजेंसी RAW जो दुश्मन देशों की खुफिया जानकारियों सहित आंतकि हमले रोकने के लिए समर्पित है) 

अमेरिका मोदीजी के दोस्ती को ब्लेंक चेक मान बैठा था जिस चेक पर मनचाही रकम भरना चाह रहा था।
अर्थात मोदी को पिछलग्गू मानने की भूल कर बैठा था ।
जिसको दुनिया मे पहली बार इतना अपमानित होकर
एक्सपोज़ होना पड़ा।

भारतीय हथियारों का अद्वितीय कहर देख अपने खिलौनों का बाजार लुटता देख । ट्रम्प ओछी हरकत पर उतर एप्पल को रोकने लगा है।

सेना के अदम्य साहस को नमन है। जिससे अपने हथियारों की गुणवत्ता में और निखार आया है।

जयहिन्द 🇮🇳

युद्ध के रूप बदल रहे हैं, संसाधन बदल रहे हैं, शस्त्र बदल रहे हैं, टेक्निक बदल रही है।

2 जुलाई 2024 के लोक सभा सम्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने अग्निवीर की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया था। 

उन्होंने कहा कि अब युद्ध के रूप बदल रहे हैं, संसाधन बदल रहे हैं, शस्त्र बदल रहे हैं, टेक्निक बदल रही है। ऐसे में हमें हमारी सेनाओं को उसी चुनौतियों के अनुरूप तैयार करना ये बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। इसलिए युद्ध के सामर्थ्य वाली सेना बनाने के लिए हम भरपूर प्रयास कर रहे हैं, रिफॉर्म कर रहे हैं, सेना को आधुनिक बनाया जा रहा है जिससे सेना हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब दे सके। 

हमारी देश की सेना युवा होनी चाहिए। सेना दुश्मनों के दांत खट्टे करने के लिए होती है (इस वाक्य को पुनः पढ़िए – अर्थात सेना का कार्य स्थाई नौकरी देना नहीं है)। सेना में युवाओं की ताकत बढ़ानी चाहिए और इसलिए हम लगातार युद्ध योग्य सेना बनाने के लिए रिफॉर्म कर रहे हैं। समय पर रिफॉर्म न करने के कारण हमारी सेना का बहुत नुकसान हुआ है। 

लेकिन ये बाते सार्वजनिक कहने योग्य नहीं होने के कारण, झूठे आरोप सहकर के भी मैं मुंह को ताला लगाकर के बैठा हूं।

बीते कुछ सालों में बहुत सारे रिफार्म हुए है । सीडीएस का पद बनने के बाद इंटीग्रेशन और सशक्त हुआ है (ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता के लिए सभी विश्लेषक इसी इंटीग्रेशन की प्रशंसा कर रहे है)। लंबे समय से युद्ध शास्त्रों के विद्वानों का मत था कि भारत में theatre command (एक ऐसा संयुक्त कमांड है जिसमे थल सेना, नौ सेना एवं वायु सेना के संसाधनों को एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर के अधीन रखा जाता है) जरूरी है। आज मैं संतोष के साथ कह सकता हूं कि सीडीएस व्यवस्था बनने के बाद देश में सुरक्षा के लिए जरूरी theatre command की दिशा में प्रगति हो रही है।

ऐसे समय देश की सेना को आधुनिक बनाना, सशक्त बनाने के समय कांग्रेस क्या कर रही है? ये झूठ फैला रहे हैं। ये डिफेंस रिफॉर्म्स के प्रयासों को कमजोर करने का षड्यंत्र कर रहे हैं।

दरअसल कांग्रेस के लोग कभी भी भारतीय सेनाओं को ताकतवर होते नहीं देख सकते। कौन नहीं जानता कि नेहरू जी के समय देश की सेनाएं कितनी कमजोर होती थी। हमारी सेनाओं में कांग्रेस ने जो लाखों करोड़ों के घोटाले किए वही तरीका था जिसने देश की सेना को कमजोर किया है। ये देश की सेनाओं को कमजोर किया। 

जल हो, थल हो, नभ हो, सेना की हर आवश्यकता में इन्होंने देश आजाद हुआ, तब से भ्रष्टाचार की परंपरा बनाई। जीप घोटाला हो, पनडुब्बी घोटाला हो, बोफोर्स घोटाला हो, इन सारे घोटालों ने देश की सेना की ताकत को बढ़ने से रोका है। वो भी एक वक्त था जब कांग्रेस के जमाने में हमारी सेनाओं के पास बुलेट प्रूफ जैकेट भी नहीं हुआ करते थे। 

जब ये कांग्रेस सरकार में थे तो फाइटर जेट नहीं लिए और जब हमने कोशिश की तो कांग्रेस हर तरह की साजिश पर उतर आई। फाइटर जेट एयर फोर्स तक न पहुंच पाए, इसके लिए साजिशें की गईं और ये बालक-बुद्धि देखिए कि राफेल के छोटे-छोटे खिलौने बना करके उड़ाने में मजा लेते थे, देश की सेना का मजाक उड़ाते थे।

कांग्रेस ऐसे हर कदम का हर रिफॉर्म का विरोध करती है, जो भारत की सेना को मजबूती दे, भारत की सेना को मजबूत बनाएं।

अब कांग्रेस के लोगों को ये पता चल गया है कि हमारे नौजवानों की ऊर्जा, हमारे सैनिकों का आत्मबल ही हमारे सशस्त्र बलों की सबसे बड़ी शक्ति है और अब इस पर हमला करके और सेना में भर्ती को लेकर सरासर झूठ फैलाया जा रहा है ताकि देश के नौजवान, देश की रक्षा करने के लिए सेना में न जाएं, उनको रोकने के लिए षड्यंत्र हो रहा है।

मैं जानना चाहता हूं, आखिर किसके लिए कांग्रेस हमारी सेनाओं को कमजोर करना चाहती है? किसके फायदे के लिए कांग्रेस वाले सेना के संबंध में इतना झूठ फैला रहे हैं?

अग्निवीर के समर्थन में मैंने कई लेख लिखे थे। कुछ लोग भिड़ जाते थे। एकाध को ब्लॉक भी करना पड़ा। ऑपरेशन सिन्दूर के सन्दर्भ में स्पष्ट हो गया है कि आज का युद्ध आधुनिक हथियारों, मानव-रहित ड्रोन एवं मिसाइल से लड़ा जाएगा। 

BSF जैसे सशस्त्र बल को सीमा पर निगरानी के लिए और सुदृढ़ किया जाना चाहिए। साभार ✍️आमित सिंघल

*आदि शंकराचार्य ने सनातन धर्म के लिए ही की थी मठों की स्थापना*

*आदि शंकराचार्य, जिन्हें शंकर भगवद्पादाचार्य के नाम से भी जाना जाता है, वेदांत के अद्वैत मत के प्रणेता थे। स्मार्त संप्रदाय में आदि शंकराचार्य को शिव का अवतार माना जाता है। इनका जन्म वैशाख मास के शुक्ल पंचमी को हुआ था।*

*आदि शंकराचार्य के विषय में कहा गया है-*

*अष्टवर्षेचतुर्वेदी, द्वादशेसर्वशास्त्रवित् षोडशेकृतवान्भाष्यम्द्वात्रिंशेमुनिरभ्यगात्*

*अर्थात् आदि शंकराचार्य आठ वर्ष की आयु में चारों वेदों में निपुण हो गए, बारह वर्ष की आयु में सभी शास्त्रों में पारंगत, सोलह वर्ष की आयु में शांकरभाष्य तथा बत्तीस वर्ष की आयु में उन्होंने शरीर त्याग दिया। ब्रह्मसूत्र के ऊपर शांकरभाष्य की रचना कर विश्व को एक सूत्र में बांधने का प्रयास भी शंकराचार्य के द्वारा किया गया है, जो कि सामान्य मानव के लिए सम्भव नहीं है। जिस समय हिंदू धर्म अपनी गरिमा खोता जा रहा था तथा अन्य धर्म हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए प्रयासरत थे उस समय आदि गुरु शंकराचार्य ने हिंदू धर्म के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा हिंदू धर्म को उसका गौरव पुन: दिलाया। उन्होंने सनातन धर्म की प्रतिष्ठा हेतु भारत के चार क्षेत्रों में चार मठ स्थापित किए तथा शंकराचार्य पद की स्थापना करके उन पर अपने चार प्रमुख शिष्यों को आसीन किया। तबसे इन चारों मठों में शंकराचार्य पद की परम्परा चली आ रही है।*

*चार मठ निम्नलिखित हैं-*

*उत्तरामण्य मठ या उत्तर मठ, ज्योतिर्मठ जो कि जोशीमठ में स्थित है।*

*पूर्वामण्य मठ या पूर्वी मठ, गोवर्धन मठ जो कि पुरी में स्थित है।*

*दक्षिणामण्य मठ या दक्षिणी मठ, शृंगेरी शारदा पीठ जो कि शृंगेरी में स्थित है।*

*पश्चिमामण्य मठ या पश्चिमी मठ, द्वारिका पीठ जो कि द्वारिका में स्थित है।*

|| 🕉️ ||*🌞 सुप्रभातम 🌞*
*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 19/05/2025, सोमवार*
*षष्ठी, कृष्ण पक्ष,**ज्येष्ठ*

तिथि————- षष्ठी 06:10:57 तक
पक्ष—————–कृष्ण
नक्षत्र——श्रवण 19:28:45
योग———– शुक्ल 05:51:20
योग————- ब्रह्म 28:34:37
करण—–वणिज 06:10:56
करण——- विष्टि भद्र 18:05:23
वार———————- सोमवार
माह———————– ज्येष्ठ
चन्द्र राशि—————- मकर
सूर्य राशि—————– वृषभ
रितु—————— ग्रीष्म
आयन———-उत्तरायण
संवत्सर——— विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) —–सिद्धार्थी
विक्रम संवत—- 2082
गुजराती संवत—- 2081
शक संवत——- 1947
कलि संवत—— 5126
सूर्योदय————– 05:29:37
सूर्यास्त——– 19:02:05
दिन काल———— 13:32:27
रात्री काल—— 10:27:04
चंद्रास्त————– 10:51:35
चंद्रोदय—————- 24:41:11
लग्न—- वृषभ 4°z4′ , 34°4′
सूर्य नक्षत्र————— कृत्तिका
चन्द्र नक्षत्र———- श्रवण
नक्षत्र पाया——— ताम्र

*🚩🚩 पद, चरण 🚩🚩*

खू—- श्रवण 07:14:19

खे—- श्रवण 13:22:36

खो—- श्रवण 19:28:45

गा—- धनिष्ठा 25:32:44

*💮 ग्रह गोचर 💮🚩*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==================
सूर्य= वृषभ 04°40, कृतिका 3 उ
चन्द्र= मकर 15°30 , श्रवण 2 खू
बुध =मेष 21°52 ‘भरणी 3 ले
शु क्र= मीन 20°05, रेवती 1 दे
मंगल=कर्क 19°30 आश्लेषा’2डू
गुरु=मिथुन 00°30 मृगशिरा, 3 का
शनि=मीन 05°88 ‘ उ o भा o , 1 दू
राहू=(व) मीन 00°02 पू o भा o, 4 दी
केतु= (व)कन्या 00°02 उ oफा o 2 टो
==================

*🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩*

राहू काल 07:11 – 08:53 अशुभ
यम घंटा 10:34 – 12:16 अशुभ
गुली काल 13:57 – 15:39 अशुभ
अभिजित 11:49 – 12:43 शुभ
दूर मुहूर्त 12:43 – 13:37 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:25 – 16:20 अशुभ
वर्ज्यम 23:32 – 25:09* अशुभ
प्रदोष 19:02 – 21:09. शुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 05:30 – 07:11 शुभ
काल 07:11 – 08:53 अशुभ
शुभ 08:53 – 10:34 शुभ
रोग 10:34 – 12:16 अशुभ
उद्वेग 12:16 – 13:57 अशुभ
चर 13:57 – 15:39 शुभ
लाभ 15:39 – 17:21 शुभ
अमृत 17:21 – 19:02 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 19:02 – 20:20 शुभ
रोग 20:20 – 21:39 अशुभ
काल 21:39 – 22:57 अशुभ
लाभ 22:57 – 24:16* शुभ
उद्वेग 24:16* – 25:34* अशुभ
शुभ 25:34* – 26:52* शुभ
अमृत 26:52* – 28:11* शुभ
चर 28:11* – 29:29* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 05:30 – 06:37
शनि 06:37 – 07:45
बृहस्पति 07:45 – 08:53
मंगल 08:53 – 10:00
सूर्य 10:00 – 11:08
शुक्र 11:08 – 12:16
बुध 12:16 – 13:24
चन्द्र 13:24 – 14:31
शनि 14:31 – 15:39
बृहस्पति 15:39 – 16:47
मंगल 16:47 – 17:54
सूर्य 17:54 – 19:02

🚩होरा, रात
शुक्र 19:02 – 19:54
बुध 19:54 – 20:47
चन्द्र 20:47 – 21:39
शनि 21:39 – 22:31
बृहस्पति 22:31 – 23:23
मंगल 23:23 – 24:16*
सूर्य 24:16* – 25:08*
शुक्र 25:08* – 26:00
बुध 26:00* – 26:52
चन्द्र 26:52* – 27:45
शनि 27:45* – 28:37
बृहस्पति 28:37* – 29:29

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

वृषभ > 05:26 से 06:54 तक
मिथुन > 06:54 से 09:34 तक
कर्क > 09:34 से 11:48 तक
सिंह > 11:48 से 14:04 तक
कन्या > 14:04 से 16:20 तक
तुला > 16:20 से 18:32 तक
वृश्चिक > 18:32 से 21:00 तक
धनु > 21:00 से 23:08 तक
मकर > 23:08 से 00:46 तक
कुम्भ > 00:46 से 02:06 तक
मीन > 02:06 से 03:28 तक
मेष > 03:28 से 05:32 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान—-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 6 + 2 + 1 = 24 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

गुरु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

 

06:11 से 18:02 तक समाप्त

पाताल लोक = धनलाभा कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सर्वार्थ सिद्धि योग 19:29 तक*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

दुतो न सञ्चरति खे न चलेच्च वार्ता ।
पुर्व न जल्पितमिदं न च सड्गमोऽस्ति ।
व्योम्नि स्थितं रविशाशग्रहणं प्रशस्तं
जानाति यो द्विजवरः सकथं न विद्वान् ।।
।। चा o नी o।।

कोई संदेशवाहक आकाश में जा नहीं सकता और आकाश से कोई खबर आ नहीं सकती. वहा रहने वाले लोगो की आवाज सुनाई नहीं देती. और उनके साथ कोई संपर्क नहीं हो सकता. इसीलिए वह ब्राह्मण जो सूर्य और चन्द्र ग्रहण की भविष्य वाणी करता है, उसे विद्वान मानना चाहिए.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18

नियतस्य तु सन्न्यासः कर्मणो नोपपद्यते ।,
मोहात्तस्य परित्यागस्तामसः परिकीर्तितः ॥,

(निषिद्ध और काम्य कर्मों का तो स्वरूप से त्याग करना उचित ही है) परन्तु नियत कर्म का (इसी अध्याय के श्लोक 48 की टिप्पणी में इसका अर्थ देखना चाहिए।,) स्वरूप से त्याग करना उचित नहीं है।, इसलिए मोह के कारण उसका त्याग कर देना तामस त्याग कहा गया है॥,7॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कुबुद्धि हावी रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विवाद से दूर रहें। कुसंगति से बचें। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। निवेश शुभ रहेगा। भाग्य का साथ रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।

🐂वृष
यात्रा मनोरंजक रहेगी। किसी मांगलिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड में सोच-समझकर हाथ डालें। जल्दबाजी न करें। समय अनुकूल है।

👫मिथुन
व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। समय का अपव्यय होगा। दूर से दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से क्लेश होगा। काम में मन नहीं लगेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति विशेष से अनबन हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

🦀कर्क
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि नीचा देखना पड़े। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धनार्जन होगा।

🐅सिंह
शत्रु शांत रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। घर में प्रतिष्ठित अतिथियों का आगमन हो सकता है। व्यय होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय बनी रहेगी। दुष्‍टजनों से दूर रहें। चिंता तथा तनाव रहेंगे।

🙍‍♀️कन्या
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार प्राप्ति सहज ही होगी। व्यावसायिक यात्रा से लाभ होगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। निवेशादि शुभ रहेंगे। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। किसी बड़ी समस्या का हल प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें।

⚖️तुला
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। ऐश्वर्य पर खर्च होगा।

🦂वृश्चिक
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। शुभ समाचार मिल सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। चिंता रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।

🏹धनु
आराम का समय मिलेगा। आशंका-कुशंका रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। कारोबारी नए अनुबंध हो सकते हैं, प्रयास करें। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। प्रमाद न करें।

🐊मकर
यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी। राजभय रहेगा। जल्दबाजी व विवाद करने से बचें। थकान महसूस होगी। किसी के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। कोर्ट व कचहरी के काम अनुकूल रहेंगे। धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी।

🍯कुंभ
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक शिथिलता रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। किसी अपने का व्यवहार प्रतिकूल रहेगा। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। नौकरी में अपेक्षानुरूप कार्य न होने से अधिकारी की नाराजी झेलना पड़ेगी।

🐟मीन
कष्ट, भय व चिंता का वातावरण बन सकता है। विवेक से कार्य करें। समस्या दूर होगी। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति मनोनुकूल बनेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कारोबारी लाभ में वृद्धि होगी। नौकरी में शांति रहेगी। सहकर्मियों का साथ मिलेगा। धनार्जन होगा।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*