निराश्रित एवं असहाय बच्चों की सहायता व सहयोग भी मानवता की सेवा – मुख्यमंत्री, ज्ञानी गोलोक धाम के डाॅ0 रमेश पांडे बाल संरक्षण आयोग की ओर से मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित

निराश्रित एवं असहाय बच्चों की सहायता व सहयोग भी मानवता की सेवा – मुख्यमंत्री, ज्ञानी गोलोक धाम के डाॅ0 रमेश पांडे हुए बाल संरक्षण आयोग की ओर से मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित

उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग द्वारा निराश्रित एवं असहाय बच्चों की सहायता व सहयोग के लिए वर्ष 2021 – 22 के लिए अनेक व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम बाल दिवस के अवसर पर देहरादून में आयोजित हुआ इस कार्यक्रम में राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा निराश्रित एवं असहाय बच्चों के लिए इस क्षेत्र में कार्य व सहयोग करने हेतु अनेक विभूतियों को सम्मानित किया गया। चमोली के रहने वाले ज्ञानी गोलोकधम के डॉ रमेश पांडे को  इस अवसर पर सम्मानित किया गया, डॉ रमेश पांडे जब ज्योतिर्मठ महाविद्यालय की अध्यक्ष थे तब उन्होंने इस विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए न केवल संघर्ष किया बल्कि अनेक संस्थाओं से इस विद्यालय के लिए सहयोग भी जुटाया वे आज भी असहाय और निराश्रित बच्चों के लिए समय-समय पर सहयोग करते रहते हैं। इस अवसर पर अनेक विभूतियों का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि  निराश्रित और असहाय बच्चों की सेवा करने का अवसर भी सबको नहीं मिलता यह प्रभु कृपा से ही मिलता है इसलिए जब भी अवसर मिले तब निराश्रित और असहाय बच्चों की सेवा के लिए अवश्य समय निकालना चाहिए और उनका यथाशक्ति सहयोग करना चाहिए। इस विशेष अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पुलिस विभाग की ओर से डीआईज पी रेणुका देवी, राज्य बाल संरक्षण आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद का कपरूवाण न्याय विभाग के माननीय न्यायमूर्ति आदि गणमान्य उपस्थित रहे। बच्चों ने भी अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

मीडिया से बात करते हुए आचार्य डाॅ0 रमेश पांडे ने कहा कि देवभूमि की सरकार को गुरूकुल परम्परा आरंभ करने की दिशा में आगे आना होगा क्योंकि जब तक भारत में गुरूकुल थे कोई भी बच्चा असहाय नहीं था और गुरूकुल में ज्ञानवान चरित्रवान और राष्ट्रनिर्माण के लिए ब्रह्मचर्य आश्रम में नयी पौध तैयार होती थी। गुरुकुल परम्परा समाप्त करने का दुष्प्रभाव आज देश में लाखों निराश्रित और असहाय बच्चों के रूप में दिख रहा है। इस कारण बाल श्रम और बाल अपराधों को बढ़ावा भी मिलता है।