शिक्षिका की पिटाई से छात्रा की मौत, किया हंगामा

मंगलवार की रात वाराणसी के बलिया में एक निजी स्कूल में कक्षा चार में पढ़ने वाली छात्रा की वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गयी। बुधवार को परिजनों ने शिक्षिका की पिटायी से सिर में गंभीर चोट लगने के चलते बच्ची की मौत का आरोप लगाते हुए शव लेकर स्कूल पहुंच गये और जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया। इस मामले में स्कूल की एक शिक्षिका, प्रिंसिपल व प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

रसड़ा कस्बे से सटे कोटवारी (अहीरपुर) निवासी संतोष वर्मा की 12 वर्षीय बेटी सुप्रिया एक प्राईवेट स्कूल में कक्षा चार में पढ़ती थी। मंगलवार को वह घर से स्कूल पहुंची। परिजनों का आरोप है कि सुप्रिया को पढ़ाने वाली शिक्षिका रजनी ने किसी बात को लेकर छड़ी से उसके सिर में मार दिया। इससे उसकी तबियत बिगड़ गयी। उनके मुताबिक स्कूल वालों ने इसकी सूचना तक नहीं दी और अपने स्तर से ही इलाज कराया। घर पर छात्रा की तबियत अधिक खराब होने पर मऊ और वहां से वाराणसी ले जाया गया। सिर में अधिक चोट लगने से उसकी मौत हो गयी।

बुधवार की सुबह शव को लेकर परिजन स्कूल पर पहुंच गये और हंगामा करने लगे। हुजूम देख स्कूल प्रशासन ने मुख्य गेट में ताला बंद करा दिया, लिहाजा लोग बाहर ही शोर-शराबा करने लगे। सूचना पाकर कोतवाल गिरीशचंद यादव व चैकी प्रभारी उमाशंकर त्रिपाठी पहुंच गये। उन्होंने मामले से अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद एडीएम मनोज सिंघल, एएसपी विजयपाल सिंह तथा सीओ रसड़ा अवधेश चैधरी पहुंचे। अधिकारियों ने छात्रा के परिजनों व स्कूल प्रशासन से बातचीत कर समझाया। इस मामले में सुप्रिया के पिता संतोष की तहरीर पर पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक मुन्ना सिंह, प्रिंसीपल संगीता सिंह तथा आरोपित शिक्षिका रजनी के खिलाफ केस दर्ज कर तीनों को हिरासत में ले लिया।