शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से सचिवालय में भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ. मार्टिन नी ने मुलाकात की। डॉ.मार्टिन ने मुख्यमंत्री को बताया कि जर्मनी द्वारा उत्तराखण्ड के लिए लगभग 125 मिलियन यूरो का निवेश लक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से वह हरिद्वार और ऋषिकेश में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवरेज प्रबंधन में रुचि रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन दोनों शहरों के कार्य के साथ ही देहरादून के कुछ हिस्सों में भी सीवरेज प्रबंधन का कार्य किया जा सकता है।
डॉ..मार्टिन ने कहा की वह उत्तराखण्ड की विकास दर और प्रति व्यक्ति आय जो कि राष्ट्रीय औसत से अधिक है, उससे बहुत प्रभावित हैं। जर्मनी के राजदूत ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री से हुई पिछली मुलाकात में श्री मोदी ने उनको उत्तराखंड जाकर, राज्य में निवेश पर विचार करने का सुझाव दिया था।
मुख्यमंत्री ने जर्मनी के राजदूत को बताया कि उत्तराखण्ड सरकार, गुड गवर्नेंस और आखिरी व्यक्ति तक सर्विस डिलीवरी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार लाने और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए भी लगातार प्रयास कर रही है। सभी सरकारी योजनाएं ‘‘आउटकम, टारगेट और टाइमलाइन’’ के फ्रेम में संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड शीघ्र ही भारत के शीर्षस्थ राज्यों में से एक राज्य होगा. मुख्यमंत्री ने जर्मनी के राजदूत का स्वागत करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह के रूप में श्री केदारनाथ की अनुकृति भी भेंट की।