हरिद्वार जिले के मंगलौर में एक युवक फर्जी एसडीएम बनकर लोगों से वसूली करता था। लेकिन, शक होने पर कुछ लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। दरअसल, मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब रोडवेज बस स्टैंड पर एक व्यक्ति खुले में शौच कर रहा था। इस दौरान दो लोग उसके पास पहुंचे जिनमें से एक ने खुद को एसडीएम बताकर उससे पांच सौ रुपए जुर्माने के तौर पर वसूल लिए।
इसके बाद यह दोनों युवक नींबू पानी बेचने वाले एक रेडी वाले के पास पहुंचे। उन्होंने रेडी वाले से कहा कि वह खराब माल बेच रहा है, जिसके लिए वह पांच हजार का जुर्माना भरे। रेडी वाला अपने गल्ले से कुछ रुपए निकाल कर देने ही वाला था, कि पास खड़े लोगों को दोनों युवकों पर शक होने लगा। जैसे ही लोग उन दोनों को पकड़ने के लिए आगे बढ़े तो एक युवक चलती बस में सवार होकर फरार हो गया। जबकि दूसरा युवक लोगों के हत्थे चढ़ गया। इसके बाद लोगों ने उसकी जमकर धुनाई की और मंगलौर कस्बा चैकी पुलिस को सौंप दिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम भरत सिंह पुत्र विजय पुंडीर निवासी आनंदपुरी, मुजफ्फरनगर बताया। आरोपी शराब के नशे में भी था।