विस्तारवादी चीन की बड़ाहोती क्षेत्र में चुसपैठ की कोशिश!!

फाईल फोटो 

उत्तराखंड के तिब्बत क्षेत्र में चीनी सैनिकों ने फिर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश करने की सूचना है। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिक 30 अगस्त को नो मैंन्स लैंड के बाड़ाहोती क्षेत्र में करीब पांच किलोमीटर तक घुस आए थे। बार-बार चीन घुसपैठ कर उकसाने की कोशिश कर रहा है। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने बाड़ाहोती क्षेत्र में भारतीय सेना की ओर से निर्मित कच्चे पुल को भी नुकसान पहुंचाया इस ‌यहां क्षेत्र में ‘होतीगाड’ नामक नदी बहती है। इससे पहले भी कई बार चीनी सैनिक बाड़ाहोती के रास्ते भारतीय सीमा में घुसपैठ कर चुके हैं। एक बार चमोली प्रशासन की टीम बाड़ाहोती क्षेत्र में निरीक्षण के लिए गई थी, तो चीनी सैनिकों का प्रशासन की टीम से सामना हो गया था। कई बार चीनी सैनिक भारतीय चरवाहों को परेशान भी कर चुके हैं। बीते वर्ष जुलाई माह में भी चीनी सैनिकों ने बाड़ाहोती क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी। उत्तराखंड के चमोली से लगे चीन सीमा क्षेत्र बाड़ाहोती क्षेत्र में चीनी सैनिकों की गतिविधियां देखी गई हैं। स्थानीय लोगों के हवाले से बताया गया कि बाड़ाहोती क्षेत्र में 40 से अधिक सैनिक पहुंचे थे, जबकि घोड़े में सवार कुछ सैनिक होतीगाड़ तक पहुंचे। कुछ देर वे यहां रुके।

वहीं चीनी के सैनिकों की गतिविधियों की भनक लगते ही प्रदेश सरकार ने अपनी खुफिया एजेंसियों को चौकस किया, सीमा क्षेत्र में पड़ोसी देश की गतिविधियों को देखते हुए खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया। पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया।

हालांकि बड़ाहोती रिमझिम लफतल सीमा पर मौजूद हमारे आइटीबीपी जवानों और सेना का सुरक्षा घेरा चाकचौबंद कर रखा है जिसके चलते चीन की हिमाकत नहीं कि वे भारत की तरफ आंख उठाकर भी देख सकें। फिर भी विस्तार वादी चीन की नजर अरुणाचल से लेकर अक्साई चीन और उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों तक गिद्ध की भांति बनी रहती है चालबाज चीन से भारत को सदैव सतर्क रहने की आवश्यकता रहती है।