जिला चिकित्सालय गोपेश्वर डॉक्टरों की कमी के चलते बना  रेफरल सेंटर 

सरकार भले ही पहाडो से पलायन रोकने के लिए विकास के बडे बडे दावे कर रही है, मगर स्थापना के 17  साल बीत जाने के वावजूद आज भी जिला चिकित्सालय गोपेष्वर डाक्टरो के अभाव मे बदहाली के आंसू बहा रहा है । डाक्टरो की तैनाती न होने के कारण दूर दराज से आये कई मरीज सही समय पर इलाज ना मिल पाने से दम तोड देते है ।

बता दें चमोली जिला उत्तराखंड का सीमांत जिला हैI  लेकिन यहां पर डॉक्टरों की  कमी होने के कारण लोग इलाज के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं l  बता दें वर्तमान में जिला चिकित्सालय गोपेष्वर  में 40 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं जिसके सापेक्ष केवल 11 डॉक्टर ही वर्तमान में कार्यरत हैं I डॉक्टरों की कमी के चलते यहां पर मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण उनको प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पद रहा है I  हाल ही में गोपेश्वर हॉस्पिटल में ICCU  का शुभारंभ किया गया लेकिन कर्मचारियों के कमी  के चलते हैं यहां पर भी मरीजों को भी उचित इलाज नही मिल पा रहा है I  मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर विराज शाह  का कहना है कि हमने निदेशालय को इस बारे में सूचित कर दिया है जल्द ही हमें कर्मचारियों मिल जाएंगे I