भद्रराज मंदिर में आयोजित मेले में बोले मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी हमें अपनी पुरानी संस्कृति और परम्पराओं को बचाए रखना है, अब सोमवार को सचिवालय के अधिकारी अनिवार्य रूप से जन सामान्य की समस्याओं का निबटान करेंगे

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को श्री भद्रराज देवता के मंदिर में पूजा कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भद्रराज मंदिर में आयोजित मेले में भी प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भद्रराज मेले के लिए राजकीय मेले की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी। दुधली- डिगोली मोटर मार्ग के डामरीकरण के लिए इसी वित्तीय वर्ष में धनराशि स्वीकृति की जाएगी। भद्रराज मंदिर में पेयजल एवं विद्युत की व्यवस्थाओं को प्राथमिकता में रखा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा की इस क्षेत्र की विभिन्न मांगों का परीक्षण कर उचित समाधान किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पहले मेले मिलन के केंद्र होते थे। आज ज्ञान और विज्ञान की प्रगति से हर सुविधा आसानी से मिल जाती हैं, लेकिन हमें अपनी पुरानी संस्कृति और परम्पराओं को बचाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान हमारी संस्कृति, अध्यात्म एवं परम्पराओं को मजबूत करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आध्यात्म और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य में हर क्षेत्र में कार्य हो रहे हैं। श्री केदारनाथ में अनेक पुनर्निर्माण के कार्य हुए है। चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए हर संभव सुविधा प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। राज्य की विकास यात्रा को सबके सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा। राज्य सरकार सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। कोरोना काल में हर वर्ग को राहत देने का प्रयास राज्य सरकार द्वारा किया गया। 184000 अंत्योदय कार्ड धारकों को साल में तीन सिलेंडर मुफ्त दिए जायेंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, मसूरी के नगर पालिका अध्यक्ष श्री अनुज गुप्ता, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मसूरी श्री मन्नू मल्ल, श्री ओपी उनियाल, भद्रराज मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री राजेश नौटियाल, उपाध्यक्ष श्री बलवंत सिंह तोमर, सचिव श्री शिवराज सिंह तोमर आदि उपस्थित थे।

*सचिवालय में सोमवार को रहेगा नो मिटिंग डे।*

*मंगलवार एवं गुरूवार को आयोजित की जायेंगी वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से जिलाधिकारियों/फील्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक।*  

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव एवं प्रभारी सचिवों को निर्देश दिये हैं कि शासन/सचिवालय स्तर पर सोमवार को कोई बैठक (तात्कालिकता के दृष्टिगत अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर) आहुत नही की जायेगी। सोमवार को (अवकाश की स्थिति को छोड़कर) सभी अधिकारीगण अपने कार्यालय कक्ष में जन सामान्य/जन प्रतिनिधियों से भेंट हेतु सुलभ रहेंगे। शासन/सचिवालय स्तर के अधिकारियों के द्वार जन सामान्य से भेंट एवं जन समस्याओं के निस्तारण हेतु सुलभ रहने के निमित सम्यक विचारोपरान्त यह निर्णय लिया गया है। 

इसके साथ ही मुख्य सचिव द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि जिलाधिकारियों एवं फील्ड स्तरीय अधिकारियों के द्वारा अपने कार्य क्षेत्रान्तर्गत जन सामान्य से भेंट, क्षेत्र भ्रमण एवं विभिन्न कार्यों के सुचारू संचालन को सुगम बनाने के लिये शासन स्तरीय अधिकारियों के द्वारा जिलाधिकारियों/फील्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक/वीडियो कान्फ्रेंस सप्ताह के दौरान मंगलवार एवं गुरूवार (अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर) को ही आहुत की जायेंगी।

ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जनससमयाओं के त्वरित निस्तारण एवं समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक गुड गवर्नेंस की पहुंच रहे इस सम्बन्ध में प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि गुड गवर्नेंस लोगों को महसूस होनी चाहिए। इसमें फील्ड लेवल अधिकारियों व कार्मिकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। डीएम इसमें कुशल टीम लीडर की तरह काम करें। साथ ही प्रत्येक स्तर पर प्रभावी और सतत मॉनिटरिंग की जाए। शासन-प्रशासन के निचले स्तर तक गुड गर्वनेंस दिखनी चाहिए। जिलों व तहसीलों मे भी आम जनता से मिलने के लिए समय निर्धारित किया जाए।