मुख्यमंत्री ने किया विरासत मेले का शुभारम्भ, अपनी विरासत संरक्षण और संजोने का सद्संकल्प

*मुख्यमंत्री ने किया विरासत मेले का शुभारम्भ*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कौलागढ़ रोड स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्टेडियम में आयोजित विरासत आर्ट एण्ड हेरिटेज फेस्टिवल का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन विभिन्न राज्यों के परम्परागत हस्तशिल्प एवं लोक कलाओं को प्रभावी मंच प्रदान करने के साथ उनके संरक्षण के लिये भी प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन शिल्पियों, बुनकरों एवं कारीगरों को अपने उत्पादों के विपणन के लिये बाजार भी उपलब्ध कराने का कार्य करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 दिवसीय यह आयोजन संगीत, मनोरंजन के साथ ही लोक कला एवं लोक संस्कृति की विरासत से भी आम लोगों को जोड़ने तथा भावी पीढ़ी को भी विरासत सौंपने का कार्य करेगा। उन्होंने इस आयोजन में प्रतिभाग कर रहे लोककला व हस्त शिल्पकारों का स्वागत करते हुए कहा कि यह आयोजन उन्हें अपनी कला के प्रदर्शन का बेहतर अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं पारम्परिक लोककला, लोक विद्या एवं उत्पादों के साथ पाक कला को भी पहचान दिलाने में मददगार होगा। हमारा प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इसके लिये सभी को सहभागी बनना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के अनेक प्रस्तावों पर ओएनजीसी द्वारा सहयोग किया जा रहा है। ओएनजीसी द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में राज्य सरकार को सहयोग दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारे राज्य के साथ ही पूरे देश में अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। राज्य जब 25 वॉ स्थापना दिवस मना रहा होगा, तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का अग्रणी एवं आदर्श राज्य होगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नंबर वन बनेगा। कहा हमारी सरकार हर समय जनता की सेवा में समर्पित है।

मुख्यमंत्री ने कहा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य तेज गति के साथ आगे बढ़ रहा है, दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके पूरा होने पर यह दूरी मात्र दो घंटे की हो जाएगी, उसके बाद और अधिक संख्या में तीर्थयात्री, पर्यटन उत्तराखंड राज्य में आएंगे, हम जनसेवा को ध्येय मान कर कार्य कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य उत्तराखंड का सर्वांगीण विकास है। उन्होंने कहा माननीय प्रधानमंत्री जी की अपेक्षा के अनुरुप हम वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील हैं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटी पर तेज गति के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया है जिसके अन्तर्गत प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिले, इससे जहां बाजारों को उत्पाद मिलेगा वहीं उत्पादों को बाजार मिलेगा। वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए भी इस तरह के आयोजन महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रही हैं। प्रदेश में वन डिस्ट्रिक टू प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है।

बता दें कि विरासत महोत्सव का आयोजन करने वाली संस्था रीच की स्थापना 1995 में देहरादून में हुई थी, तबसे रीच देहरादून में विरासत महोत्सव का आयोजन करते आ रहा है। उदेश बस यही है कि भारत की कला, संस्कृति और विरासत के मूल्यों को बचा के रखा जाए और इन सांस्कृतिक मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाया जाए। विरासत महोत्सव कई ग्रामीण कलाओं को पुनर्जीवित करने में सहायक रहा है जो दर्शकों के कमी के कारण विलुप्त होने के कगार पर था। विरासत हमारे गांव की परंपरा, संगीत, नृत्य, शिल्प, पेंटिंग, मूर्तिकला, रंगमंच, कहानी सुनाना, पारंपरिक व्यंजन, आदि को सहेजने एवं आधुनिक जमाने के चलन में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इन्हीं वजह से हमारी शास्त्रीय और समकालीन कलाओं को पुणः पहचाना जाने लगा है।

इस अवसर पर रीच संस्था के मुख्य आयोजक ने कहा कि विरासत 2022 आपको मंत्रमुग्ध करने और एक अविस्मरणीय संगीत और सांस्कृतिक यात्रा पर फिर से ले जाने का वादा करता है। इस अवसर पर रीच फाउंडेशन के प्रबंधक श्री आर के सिंह, ओ.एन.जी.सी. के सी एम डी, श्री आर के श्रीवास्तव, डायरेक्टर श्री पंकज कुमार सहित अन्य उपस्थित थे। पारंपरिक मूल्यों को दर्शाता है।
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